हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है। सीएम सुक्खू ने पीएम को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार सभी वादों को पूरा कर रही है। राज्य में समग्र विकास किया जा रहा है। सीएम सुक्खू ने लिखा, हमें इस बात पर गर्व है कि हमने 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान की गई 10 गारंटियों में से 5 को पहले ही पूरा कर लिया है। सीएम ने इस पोस्ट को प्रधानमंत्री मोदी को टैग किया है। मोदी ने चुनावी जनसभा में हिमाचल पर साधा था निशाना दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को चुनावी जनसभा में कहा, कांग्रेस पार्टी जानती है कि झूठे वादे करना आसान है। मगर उन्हें सही तरीके से लागू करना बहुत कठिन या असंभव है। वे हर चुनाव में लोगों से वादे करते हैं, लेकिन भली-भांति जानते हैं कि उन्हें पूरा नहीं कर पाएंगे। अब वे लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे कांग्रेस शासित राज्यों में विकास और वित्तीय स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। ‘कांग्रेस को वोट देने का मतलब बेहिसाब लूट को वोट देना: पीएम मोदी ने कहा, जनता को कांग्रेस के झूठे वादों से सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा, हाल ही में हमने देखा कि हरियाणा के लोगों ने उनके झूठ को खारिज कर दिया और एक ऐसी सरकार को चुना जो स्थिर और विकासोन्मुख है। उन्होंने कहा कि देशभर में यह समझ बढ़ रही है कि कांग्रेस को वोट देना यानी शासन में कमी, खराब अर्थव्यवस्था और बेहिसाब लूट के लिए वोट देना है। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है। सीएम सुक्खू ने पीएम को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार सभी वादों को पूरा कर रही है। राज्य में समग्र विकास किया जा रहा है। सीएम सुक्खू ने लिखा, हमें इस बात पर गर्व है कि हमने 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान की गई 10 गारंटियों में से 5 को पहले ही पूरा कर लिया है। सीएम ने इस पोस्ट को प्रधानमंत्री मोदी को टैग किया है। मोदी ने चुनावी जनसभा में हिमाचल पर साधा था निशाना दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को चुनावी जनसभा में कहा, कांग्रेस पार्टी जानती है कि झूठे वादे करना आसान है। मगर उन्हें सही तरीके से लागू करना बहुत कठिन या असंभव है। वे हर चुनाव में लोगों से वादे करते हैं, लेकिन भली-भांति जानते हैं कि उन्हें पूरा नहीं कर पाएंगे। अब वे लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे कांग्रेस शासित राज्यों में विकास और वित्तीय स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। ‘कांग्रेस को वोट देने का मतलब बेहिसाब लूट को वोट देना: पीएम मोदी ने कहा, जनता को कांग्रेस के झूठे वादों से सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा, हाल ही में हमने देखा कि हरियाणा के लोगों ने उनके झूठ को खारिज कर दिया और एक ऐसी सरकार को चुना जो स्थिर और विकासोन्मुख है। उन्होंने कहा कि देशभर में यह समझ बढ़ रही है कि कांग्रेस को वोट देना यानी शासन में कमी, खराब अर्थव्यवस्था और बेहिसाब लूट के लिए वोट देना है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में रात से जारी है बारिश:आज 10 जिलों में चेतावनी, 200 से ज्यादा सड़कें बंद, अगले पांच दिन एक्टिव रहेगा मानसून हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बीती रात से तेज बारिश हो रही है। इससे जगह जगह लैंडस्लाइड से 200 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई है। मौसम विभाग (IMD) ने लाहौल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर सभी 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दे रखी है। IMD के अलर्ट के बाद राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों को सतर्क रहने और नदी नालों के आसपास नहीं जाने की सलाह दी है। बारिश के बाद कई क्षेत्रों में नदी-नालों में जल स्तर बढ़ना शुरू हो गया है। प्रदेश में अगले चार-पांच दिन तक मानसून एक्टिव रहेगा। 8 और 9 अगस्त के लिए येलो अलर्ट दिया गया है, जबकि 10 अगस्त के लिए फिर से भारी बारिश की ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जाने कब जारी होता ऑरेंज अलर्ट जब 0 से 74 मिलीमीटर बारिश होने का पूर्वानुमान हो, उस सूरत में येलो अलर्ट दिया जाता है। 75 मिलीमीटर से ज्यादा और 125 मिलीमीटर से कम बारिश होने के पूर्वानुमान पर ऑरेंज अलर्ट दिया और 125 मिलीमीटर से अधिक बारिश की स्थिति में रेड अलर्ट दिया जाता है। 200 सड़कें पड़ी हैं बंद प्रदेश में हो रही बारिश से 200 से ज्यादा सड़कें, 215 बिजली के ट्रांसफॉर्मर और 70 पानी की स्कीमें बंद पड़ी है। इससे कई क्षेत्रों में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब तक बरसात से 748 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। पूरे मानसून सीजन में 170 सड़कों की सड़क हादसों, गिरने, पानी में डूबने, सांप के काटने इत्यादि से जान चली गई है। 39 मकान पूरी तरह टूटे प्रदेश में 39 मकान पूरी तरह से धवस्त और 177 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हो चुकी है। 24 दुकानें, 3 लेबर शेड, 173 गौशालाएं और 3 घ्राट भी बरसात से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
हिमाचल में 9वें दिन भी 42 लोगों का सुराग नहीं:8 शवों की शिनाख्त होनी बाकी; डीएनए से होगी पहचान, 40 के सैंपल लिए गए
हिमाचल में 9वें दिन भी 42 लोगों का सुराग नहीं:8 शवों की शिनाख्त होनी बाकी; डीएनए से होगी पहचान, 40 के सैंपल लिए गए हिमाचल प्रदेश में 9 दिन बाद भी 42 लापता लोगों सुराग नहीं लग पाया है। शिमला जिला के रामपुर के समेज, कुल्लू के निरमंड के बागीपुल व सिंघगाड़ और मंडी की चौहारघाटी में लापता लोगों का तलाश में रेस्क्यू जारी है। रामपुर के समेज से सुन्नी के कोड डैम तक चल रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान 9 दिन में 10 शव बरामद हुए है। इनमें से अभी दो की ही पहचान हो पाई है। हालांकि दो दिन पहले तीसरे लापता इंजीनियर सिद्धार्थ की पहचान का रिश्तेदारों ने दावा किया था। मगर बीती को शाम को सिद्धार्थ के पिता ने जब शव देखा तो उन्होंने कहा ये उनका बेटा नहीं है। अन्य शवों की पहचान के लिए पुलिस 40 से ज्यादा लोगों के डीएनए सैंपल ले चुकी है। रामपुर के समेज से कुल 36 लोग लापता हुए थे। यहां कुछ शव जरूर मिले है, लेकिन सबकी पहचान नहीं हो सकी। इस लिहाज से 34 व्यक्ति अभी भी लापता है। मंडी की चौहारघाटी के राजबन गांव में भी 11 लोग मलबे में दब गए थे। एक को जिंदा निकाला गया, जबकि 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए है। राजबन में अभी भी 1 युवक लापता है। बागीपुल में 5 लोगों का अभी भी सुराग नहीं कुल्लू के निरमंड के बागीपुल में 31 जुलाई की आधी रात को कुर्पण खड्ड में आए सैलान से 7 लोग बाढ़ में बह गए थे। इनमें से 2 के शव मिल गए है, जबकि 5 अभी भी लापता है। श्रीखंड के पहले पड़ाव सिंघगाड़ से भी 2 व्यक्ति लापता है। इनका भी अब तक सुराग नहीं लग पाया है। 300 जवान रेस्क्यू में जुटे लापता लोगों की तलाश में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड के 300 से ज्यादा जवान लगे हुए हैं। अब तक रेस्क्यू दल का ज्यादा फोकस समेज क्षेत्र था। मगर बीते एक सप्ताह के दौरान ज्यादातर शव कोड डैम और सतलुज नदी के किनारे मिले है। लिहाजा रेस्क्यू दल अब सतलुज नदी के तटों और कोल डैम में तलाश कर रहा है। बीच बीच में हो रही बारिश सर्च ऑपरेशन में बाधा उत्पन्न कर रही है। अब सतलुज किनारे सर्च ऑपरेशन पर जोर: डीसी डीसी शिमला अनुपंम कश्यप ने बताया कि समेज में लगभग 95 प्रतिशत क्षेत्र की खुदाई कर दी गई है। इस दौरान कुछ सामान जरूर मिला है। मगर लापता व्यक्ति यहां नहीं मिल पाए। उन्होंने बताया कि अब तक जो शव मिले है, उनमें ज्यादा कोल डैम में बरामद किए गए। प्रदेश में 42 लोग अभी भी लापता 6 दिन से सर्च ऑपरेशन के बाद समेज में 34, चौहारघाटी में 1, कुल्लू के बाघीपुल में 5 और श्रीखंड के सिंघगाड़ से 2 व्यक्ति अभी भी लापता है। प्रदेश में कुल मिलाकर 42 लोगों का अभी भी सुराग नहीं लग पाया है। अब तक कहां कितने शव मिले मंडी की चौहारघाटी में 9 शव मिले है। कुल्लू के बागीपुल में 2 शव मिले है, यहां पर भी अभी 5 लोग लापता है। समेज में 36 लोग लापता थे। इनमें से 2 के शवों की पहचान और अंतिम संस्कार कर दिया गया है। ग्रामीणों की संतुष्ट तक जारी रहेगा सर्च ऑपरेशन सर्च ऑपरेशन में करीब डेढ़ सौ से अधिक सदस्य व आठ मशीनें मौके पर खोजबीन में जुटी हुई है। समेज में जारी सर्च ऑपरेशन के तहत अभी तक सभी संभव स्थानों पर हर तकनीक के माध्यम से लापता लोगों की खोज की जा चुकी है, लेकिन असफल रहे। अब समेज में हुई घटना के शवों के सुन्नी में मिलने से अंदाजा लगाया जा सकता है की उस दिन किस वेग के साथ पानी ने मार की होगी। बहरहाल जब तक स्थानीय ग्रामीण संतुष्ट नहीं हो जाते तब तक समेज में घटनास्थल पर सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा।
राज्यसभा चुनाव की चुनौती वाली याचिका पर सुनवाई आज:महाजन की अर्जी खारिज कर चुकी अदालत; मुकाबला बराबरी पर छूटने को दे रखी चुनौती
राज्यसभा चुनाव की चुनौती वाली याचिका पर सुनवाई आज:महाजन की अर्जी खारिज कर चुकी अदालत; मुकाबला बराबरी पर छूटने को दे रखी चुनौती हिमाचल हाईकोर्ट में आज राज्यसभा चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई होगी। बीते 9 जुलाई की हियरिंग में अदालत ने राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन की उस एप्लिकेशन को अस्वीकार किया था, जिसमें उन्होंने अभिषेक मनु सिंघवी की याचिका को खारिज करने का कोर्ट से आग्रह किया गया है। आज अदालत में सिंघवी की याचिका पर बहस शुरू होगी। आपको बता दें कि, अभिषेक मनु सिंघवी ने राज्यसभा चुनाव को हिमाचल हाईकोर्ट में एक याचिका डालकर चुनौती दी है। इसमें उन्होंने मुकाबला बराबरी पर छूटने के बाद पर्ची से विजय घोषित करने के नियम को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि यदि दो प्रत्याशी को बराबर-बराबर वोट मिलते हैं, उस सूरत में लॉटरी निकालने का जो फॉर्मूला है, वह गलत है। हारा हुआ डिक्लेयर किया अभिषेक मनु सिंघवी के अनुसार, नियम की एक धारणा को उन्होंने याचिका में चुनौती दी है। जब मुकाबला टॉय होता है, उसके बाद पर्ची निकाली जाती है। जिसकी पर्ची निकलती है, उसे विनर डिक्लेयर होना चाहिए। मगर, अभी जिसकी पर्ची निकलती है, उसे हारा हुआ डिक्लेयर किया गया है। यह धारणा कानूनी रूप से गलत है। राज्यसभा चुनाव में सिंघवी व महाजन को मिले थे बराबर वोट बकौल सिंघवी पर्ची में जिसका नाम निकलता है, उसकी जीत होनी चाहिए। नियम में जिसने भी यह धारणा दी है, वो गलत है। कहा कि एक्ट में ऐसा कोई नियम नहीं है, लेकिन नियम में यह धारणा है। उसे चुनौती दी गई है। यदि यह धारणा गलत है तो जो चुनाव हुए हैं, उसमे जो परिणाम घोषित हुआ है, वो भी गलत है। सिंघवी ने इलेक्शन को लीगल ग्राउंड पर चैलेंज किया है। सिंघवी और महाजन को मिले थे 34-34 वोट दरअसल, प्रदेश में बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी और भाजपा के हर्ष महाजन को 34-34 वोट मिले थे। मुकाबला टॉय होने के बाद लॉटरी से हर्ष महाजन चुनाव जीत गए थे, क्योंकि पर्ची अभिषेक मनु सिंघवी की निकली थी। इस केस में पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने याचिकाकर्ता पक्ष की दलीलें सुनने के बाद BJP सांसद एवं प्रतिवादी बनाए गए हर्ष महाजन को नोटिस जारी किया था। तब कोर्ट ने 9 जुलाई की सुनवाई से पहले जवाब देने के निर्देश दिए थे।