PWD में पुलवामा शहीदों के लिए जमा धनराशि में भ्रष्टाचार:कर्मचारियों ने खुद के खाते में जमा कराई रकम; PMO ने दिए जांच के आदेश

PWD में पुलवामा शहीदों के लिए जमा धनराशि में भ्रष्टाचार:कर्मचारियों ने खुद के खाते में जमा कराई रकम; PMO ने दिए जांच के आदेश

यूपी लोक निर्माण विभाग (PWD) में शहीदों के परिवार की मदद के लिए जुटाई गई धनराशि राहत कोष की जगह निजी खाते में जमा करा ली गई। विभाग के तीन प्रमुख लिपिकों ने निजी बैंक खाते में रकम जमा कराया। यह खाता विभाग के ही कैंपस में स्थित एचडीएफसी बैंक में खोला गया था। इस बात का खुलासा प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से आए एक लेटर से हुआ है। भाजपा विधायक अनिल सिंह के अलावा अन्य दो लोगों ने भी PMO से मामले की शिकायत की थी। PWD मुख्यालय ने मामले की जांच शुरू करा दी है।​​​​​​ राहत कोष की जगह खुद के अकाउंट में जमा कराया भाजपा विधायक अनिल सिंह ने बताया, 2019 में हुए पुलवामा हमले में शहीद जवानों के परिवारों की सहायता के लिए सरकार ने मदद करने की अपील की थी। PWD के अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्वेच्छा से अपने एक दिन का वेतन शहीदों के परिवारों की मदद के लिए राहत कोष में जमा किया था। भाजपा विधायक ने कहा कि शहीद परिवारों की मदद के लिए जुटाई गई धनराशि राहत कोष में जमा करने के जगह विभाग के प्रमुख लिपिक बीरेन्द्र कुमार यादव, पंकज यादव और ओमप्रकाश पटेल ने मिलकर धनराशि का गलत तरीके से दुरुपयोग किया। तीनों कर्मचारियों ने धनराशि को राहत कोष में भेजने की बजाय व्यक्तिगत खाते में जमा कर लिया और इसका कोई हिसाब नहीं दिया। विधायक बोले- भ्रष्टाचार से शहीदों का अपमान भाजपा विधायक ने कहा कि यह भ्रष्टाचार और राष्ट्र विरोधी काम है। शहीदों के परिजनों की मदद के नाम पर जुटाई गई धनराशि में हुए भ्रष्टाचार से शहीदों का अपमान हुआ है। कर्मचारियों ने इसे निजी रूप से अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। विधायक ने आरोप लगाया है कि इन तीनों कर्मचारियों ने अपने पदों का दुरुपयोग करके करोड़ों रुपए की राशि को अपनी निजी संपत्ति में बदल लिया। इसके अलावा शिकायतकर्ताओं में अभिषेक और रतन कुमार पांडेय ने भी इस मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। उनका कहना है कि इस तरह का काम शहीदों और उनके परिवारों के प्रति असंवेदनशील और अपमानजनक है। यूपी लोक निर्माण विभाग (PWD) में शहीदों के परिवार की मदद के लिए जुटाई गई धनराशि राहत कोष की जगह निजी खाते में जमा करा ली गई। विभाग के तीन प्रमुख लिपिकों ने निजी बैंक खाते में रकम जमा कराया। यह खाता विभाग के ही कैंपस में स्थित एचडीएफसी बैंक में खोला गया था। इस बात का खुलासा प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से आए एक लेटर से हुआ है। भाजपा विधायक अनिल सिंह के अलावा अन्य दो लोगों ने भी PMO से मामले की शिकायत की थी। PWD मुख्यालय ने मामले की जांच शुरू करा दी है।​​​​​​ राहत कोष की जगह खुद के अकाउंट में जमा कराया भाजपा विधायक अनिल सिंह ने बताया, 2019 में हुए पुलवामा हमले में शहीद जवानों के परिवारों की सहायता के लिए सरकार ने मदद करने की अपील की थी। PWD के अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्वेच्छा से अपने एक दिन का वेतन शहीदों के परिवारों की मदद के लिए राहत कोष में जमा किया था। भाजपा विधायक ने कहा कि शहीद परिवारों की मदद के लिए जुटाई गई धनराशि राहत कोष में जमा करने के जगह विभाग के प्रमुख लिपिक बीरेन्द्र कुमार यादव, पंकज यादव और ओमप्रकाश पटेल ने मिलकर धनराशि का गलत तरीके से दुरुपयोग किया। तीनों कर्मचारियों ने धनराशि को राहत कोष में भेजने की बजाय व्यक्तिगत खाते में जमा कर लिया और इसका कोई हिसाब नहीं दिया। विधायक बोले- भ्रष्टाचार से शहीदों का अपमान भाजपा विधायक ने कहा कि यह भ्रष्टाचार और राष्ट्र विरोधी काम है। शहीदों के परिजनों की मदद के नाम पर जुटाई गई धनराशि में हुए भ्रष्टाचार से शहीदों का अपमान हुआ है। कर्मचारियों ने इसे निजी रूप से अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। विधायक ने आरोप लगाया है कि इन तीनों कर्मचारियों ने अपने पदों का दुरुपयोग करके करोड़ों रुपए की राशि को अपनी निजी संपत्ति में बदल लिया। इसके अलावा शिकायतकर्ताओं में अभिषेक और रतन कुमार पांडेय ने भी इस मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। उनका कहना है कि इस तरह का काम शहीदों और उनके परिवारों के प्रति असंवेदनशील और अपमानजनक है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर