पंजाब के लुधियाना में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (RTA) के सचिव नरिंदर सिंह धालीवाल की गिरफ्तारी के साथ ट्रांसपोर्टरों से रिश्वत के रूप में पैसा इकट्ठा करने के संगठित अपराध का भंडाफोड़ करने में विजिलेंस ब्यूरो की मदद करने वाले गांव माणकवाल के सतनाम सिंह धवन खुद मुश्किल में फंस गए हैं। क्योंकि विजिलेंस ब्यूरो की आर्थिक अपराध शाखा ने धवन और दो अन्य के खिलाफ आरटीए कर्मचारियों को धमकाने और उनसे पैसे ऐठने का मामला दर्ज किया है। धवन के अलावा विजिलेंस ब्यूरो ने लोहारा के भूपिंदर पुंज और शिमलापुरी की रविंद्र कॉलोनी के राजीव सूद उर्फ बिल्ला के खिलाफ मामला दर्ज किया है। RTA कर्मचारियों ने पेश किए वॉट्सऐप के स्क्रीन शॉट सतनाम सिंह धवन के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो की आर्थिक अपराध शाखा की इंस्पेक्टर सिमरनजीत कौर के बयान के बाद व्यापक जांच के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। आरटीए कर्मचारियों ने आरोपियों के साथ अपनी बातचीत के साथ-साथ वॉट्सऐप चैट के स्क्रीन शॉट भी पेश किए हैं। कर्मचारी बोले- लोगों से ऐठता था पैसे आरटीए कर्मचारियों में क्लर्क रविंदर सिंह, विक्रम सिंह, नीलम, जूनियर असिस्टेंट अमनदीप सिंह, जय तेग सिंह, डेटा एंट्री क्लर्क दिनेश बंसल और गौरव कुमार शामिल हैं। एफआईआर के अनुसार आरोपी आरटीए से काम करवाने में मदद करने के बहाने लोगों से पैसे ऐठता था। आरोपी लोगों को धमकाकर दफ्तर से उनके दस्तावेज हासिल कर लेता था। FIR में यह भी बताया गया है कि आरोपी ने डेटा एंट्री क्लर्क दिनेश कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और फिर शिकायत वापस लेने के लिए उससे 3 लाख रुपए की मांग की थी। पता चला है कि विजिलेंस ब्यूरो ने ट्रांसपोर्टरों से रिश्वत के तौर पर पैसे वसूलने के लिए संगठित अपराध चलाने के आरोप में लुधियाना में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) के पद पर तैनात पीसीएस अधिकारी नरिंदर सिंह धालीवाल को 6 जनवरी, 2023 को गिरफ्तार किया था। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने ट्रांसपोर्टरों से रिश्वत के तौर पर पैसे वसूलने के लिए संगठित अपराध चलाने के आरोप में लुधियाना में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) के पद पर तैनात पंजाब सिविल सेवा (पीसीएस) अधिकारी नरिंदर सिंह धालीवाल को गिरफ्तार किया था। सतनाम सिंह धवन द्वारा मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार निरोधक कार्रवाई लाइन पर दर्ज कराई गई शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई थी। सतर्कता ब्यूरो इस मामले में एक वकील, एक स्टाम्प विक्रेता और कई अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच कर रहा है। पंजाब के लुधियाना में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (RTA) के सचिव नरिंदर सिंह धालीवाल की गिरफ्तारी के साथ ट्रांसपोर्टरों से रिश्वत के रूप में पैसा इकट्ठा करने के संगठित अपराध का भंडाफोड़ करने में विजिलेंस ब्यूरो की मदद करने वाले गांव माणकवाल के सतनाम सिंह धवन खुद मुश्किल में फंस गए हैं। क्योंकि विजिलेंस ब्यूरो की आर्थिक अपराध शाखा ने धवन और दो अन्य के खिलाफ आरटीए कर्मचारियों को धमकाने और उनसे पैसे ऐठने का मामला दर्ज किया है। धवन के अलावा विजिलेंस ब्यूरो ने लोहारा के भूपिंदर पुंज और शिमलापुरी की रविंद्र कॉलोनी के राजीव सूद उर्फ बिल्ला के खिलाफ मामला दर्ज किया है। RTA कर्मचारियों ने पेश किए वॉट्सऐप के स्क्रीन शॉट सतनाम सिंह धवन के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो की आर्थिक अपराध शाखा की इंस्पेक्टर सिमरनजीत कौर के बयान के बाद व्यापक जांच के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। आरटीए कर्मचारियों ने आरोपियों के साथ अपनी बातचीत के साथ-साथ वॉट्सऐप चैट के स्क्रीन शॉट भी पेश किए हैं। कर्मचारी बोले- लोगों से ऐठता था पैसे आरटीए कर्मचारियों में क्लर्क रविंदर सिंह, विक्रम सिंह, नीलम, जूनियर असिस्टेंट अमनदीप सिंह, जय तेग सिंह, डेटा एंट्री क्लर्क दिनेश बंसल और गौरव कुमार शामिल हैं। एफआईआर के अनुसार आरोपी आरटीए से काम करवाने में मदद करने के बहाने लोगों से पैसे ऐठता था। आरोपी लोगों को धमकाकर दफ्तर से उनके दस्तावेज हासिल कर लेता था। FIR में यह भी बताया गया है कि आरोपी ने डेटा एंट्री क्लर्क दिनेश कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और फिर शिकायत वापस लेने के लिए उससे 3 लाख रुपए की मांग की थी। पता चला है कि विजिलेंस ब्यूरो ने ट्रांसपोर्टरों से रिश्वत के तौर पर पैसे वसूलने के लिए संगठित अपराध चलाने के आरोप में लुधियाना में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) के पद पर तैनात पीसीएस अधिकारी नरिंदर सिंह धालीवाल को 6 जनवरी, 2023 को गिरफ्तार किया था। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने ट्रांसपोर्टरों से रिश्वत के तौर पर पैसे वसूलने के लिए संगठित अपराध चलाने के आरोप में लुधियाना में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) के पद पर तैनात पंजाब सिविल सेवा (पीसीएस) अधिकारी नरिंदर सिंह धालीवाल को गिरफ्तार किया था। सतनाम सिंह धवन द्वारा मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार निरोधक कार्रवाई लाइन पर दर्ज कराई गई शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई थी। सतर्कता ब्यूरो इस मामले में एक वकील, एक स्टाम्प विक्रेता और कई अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच कर रहा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कपूरथला में कैंसर पीड़िता से 7.95 लाख की धोखाधड़ी:साइबर ठगों ने बैंक खाते से निकाले रुपए, बैंक ने एकाउंट किया फ्रिज
कपूरथला में कैंसर पीड़िता से 7.95 लाख की धोखाधड़ी:साइबर ठगों ने बैंक खाते से निकाले रुपए, बैंक ने एकाउंट किया फ्रिज कपूरथला की सब-डिवीजन सुलतानपुर लोधी के गांव सद्दूवाल निवासी कैंसर पीड़ित एक महिला के बैंक खाते से साइबर ठग ने 7.95 लाख रुपए गायब कर दिए। पीड़िता ने बताया कि साइबर ठग ने बिना ओटीपी लिए ही उसके खाते से पैसे निकाले हैं। हालांकि बैंक को शिकायत देने के बाद बैंक कर्मियों ने खाता फ्रिज कर दिया। जिसके बाद 1 लाख 95 हज़ार वापस भी आ गए। वहीं महिला की शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने बैंक स्टेटमेंट कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। कई बार में निकाले गए रुपए गांव सद्दूवाल निवासी महिला लवप्रीत कौर के पति जगजीत सिंह सोनी (पूर्व मेंबर पंचायत) ने बताया कि उसकी पत्नी लवप्रीत कौर कैंसर की मरीज है। जिसका उपचार फरीदकोट से चल रहा है। दोनों के जॉइंट खाते में उन्होंने उसके उपचार के लिए पैसे रखे हुए थे। उन्होंने बताया कि 9 तारीख को सुबह लगभग 10 बजे उसके मोबाइल पर बैंक खाते से 2 लाख रूपए निकलने का मैसेज आया। इसके बाद एक और मैसेज 2 लाख निकलने का आया। ऐसे कई मैसेज आते गए। उसने देखा कि उनके खाते से 7 लाख 95 हज़ार रूपए किसी ने निकाल लिए हैं। खाते से इतनी बड़ी रकम कैसे निकल गई तो उसको चिंता हुई और उसने तुरंत बैंक में जाकर कर्मियों से बात की तो लगा किसी ने उनका बैंक खाता हैक कर लिया है। बैंक अधिकारियों ने खाता कराया फ्रिज जगजीत सिंह की शिकायत पर बैंक अधिकारिओ ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खाते को फ्रिज करवाया और 1.95 लाख रूपए जो कि अभी तक प्रोसेस में थे, वह वापस आ गए। पीड़ित ने यह भी बताया कि उसके मोबाइल पर ट्रांजेक्शन को लेकर कोई ओटीपी भी नहीं आया। फिर भी उसके खाते से पैसे निकल गए। बैंक कर्मियों ने बताया कि खाताधारक ने ठग द्वारा कोई भेजा गया लिंक क्लिक किया होगा। जिस कारण उनके खाते से पैसे निकले हैं। लेकिन शिकायतकर्ता किसी भी लिंक के आने की पुष्टि नहीं कर रहा है। साइबर थाना SHO मनदीप कौर ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के बाद बैंक खाते की स्टेटमेंट कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने दावा किया है कि जल्द ही साइबर ठग को काबू कर लिया जाएगा।
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अमृतसर में अवैध हथियार सप्लायर गिरफ्तार:थार गाड़ी में लेकर जा रहा था पिस्टल, नशा तस्करों की 2 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त अमृतसर पुलिस की ओर से स्वतंत्रता दिवस को लेकर की जा रही चेकिंग के दौरान एक व्यक्ति को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। इसके अलावा पुलिस की ओर से पिछले दो महीनों में नशा तस्करों की 2 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त की है। पुलिस आयुक्त अमृतसर, रणजीत सिंह ढिल्लो की देखरेख में अमृतसर में स्वतंत्रता दिवस को ध्यान में रखते हुए विशेष नाकाबंदी कर चेकिंग की जा रही है। चेकिंग के दौरान सीआईए स्टाफ को उस समय बड़ी सफलता मिली जब पुलिस पार्टी राम तीर्थ रोड, आदर्श नगर के सामने नाकाबंदी के दौरान वाहनों की जांच कर रही थी। चेकिंग के दौरान ग्वाल मंडी साइड पर काले रंग की एक थार गाड़ी को रोककर चेक किया गया तो गाड़ी से 30 बोर की तीन पिस्टल और कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने आरोपी थार चालक हरस्वरूप सिंह पुत्र सतनाम सिंह निवासी गांव नवे नाग, मजीठा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी को रिमांड पर लेकर उसके बैकवर्ड और फारवर्ड लिंक चेक किए जाएंगे, जिससे अन्य खुलाने होने की संभावना है। तस्करों की 2 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त पुलिस आयुक्त रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि अमृतसर पुलिस की ओर से पिछले दो महीनों में नशा तस्करों के खिलाफ सख्ती की गई है जिसके तहत तकरीबन 2 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त की गई है। यह संपत्ति 4 केसों में जब्त की गई। इसके अतिरिक्त पुलिस की ओर से 99 केस नशा तस्करी के दर्ज किए गए। इन केसों में 155 लोगों को 32.550 किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से 1,18,43,720 रुपए ड्रग मनी, 9.261 किलोग्राम अफीम और 8 कार व 6 टू व्हीलर भी बरामद किए गए हैं। इसके अतिरिक्त पुलिस ने पिछले दो महीनों में अवैध हथियारों के मामले में 16 आरोपियों को 8 केसों में 28 पिस्टल और तीन रिवाल्वर के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अन्य संगीन मामलों में 18 दोषियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस आयुक्त के अनुसार लोगों को नशे और अपराधों के खिलाफ जागरुक करने के लिए 85 सेमिनार भी करवाए गए हैं।
सुखबीर बादल आज पहुंच रहे अमृतसर:श्री अकाल तख्त साहिब पर नतमस्तक होने के बाद सजा होगी पूरी; इसके बाद इस्तीफे पर होगा विचार
सुखबीर बादल आज पहुंच रहे अमृतसर:श्री अकाल तख्त साहिब पर नतमस्तक होने के बाद सजा होगी पूरी; इसके बाद इस्तीफे पर होगा विचार श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से सुखबीर बादल एवं अन्य नेताओं को धार्मिक सजा के तौर पर दी गई सेवादारी का आखिरी दिन है। आज सजा पूरी करने के बाद सुखबीर बादल कल (शुक्रवार को) श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचेंगे। जहां सुखबीर बादल अन्य नेताओं के साथ नतमस्तक होकर अपनी सजा पूरी कर लेंगे। इस सजा के पूरे होने के बाद पंजाब में अकाली दल को दोबारा से खड़े करने के प्रयास शुरू हो जाएंगे। सुखबीर बादल आज अमृतसर पहुंच रहे हैं। बीते दिन श्री मुक्तसर साहिब में आखिरी सजा का दिन पूरा होने के आज वे श्री अकाल तख्त साहिब पर नतमस्तक होने के लिए पहुंच रहे हैं। बीते 10 दिन सुखबीर बादल ने श्री मुक्तसर साहिब के अलावा गोल्डन टेंपल, श्री केशगढ़ साहिब, श्री दमदमा साहिब और श्री फतेहगढ़ साहिब में 2-2 दिन सजा पूरी की है। आज सुखबीर बादल अमृतसर पहुंचेंगे और आदेशों के अनुसार श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में अपनी सजा के पूरे किए जाने की जानकारी देंगे। इसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास करवाकर वे अपनी सजा को पूरा करेंगे। आज के बाद कभी भी इस्तीफा हो सकता है मंजूर श्री अकाल तख्त साहिब ने सजा सुनाते समय स्पष्ट किया था कि अब शिरोमणि अकाली दल का दोबारा से गठन किया जाए। इन आदेशों के अनुसार, एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की देखरेख में कमेटी का गठन किया गया था। जिसकी जिम्मेदारी नई भर्ती कर 6 महीने में अकाली दल का नया ढांचा तैयार करने की है। इसके साथ ही अकाली दल कोर कमेटी को आदेश है कि सुखबीर बादल सहित अन्य लोगों के आए इस्तीफों को मंजूर कर रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब पर दी जाए। अब जब सुखबीर बादल की सजा पूरी हो रही है तो उनका इस्तीफा कभी भी मंजूर हो सकता है और अकाली दल के नए ढांचे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। बादल सरकार को 4 मामलों में सजा मिली 1. राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस ली 2007 में सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने सिखों के 10वें गुरू श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़े पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। इस पर राम रहीम के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया था, लेकिन बादल सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने माफी दिलवाई थी श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए राम रहीम को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। सुखबीर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए राम रहीम को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिखों के गुस्से और नाराजगी का सामना करना पड़ा। अंत में श्री अकाल तख्त साहिब ने राम रहीम को माफी देने का फैसला वापस लिया। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई बादल सरकार के कार्यकाल के दौरान 1 जून 2015 को कुछ लोगों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए और बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में असफल रहे। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को इंसाफ नहीं दे पाए अकाली दल सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया गया। उन्हें राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने का दोषी माना जाता था। पूर्व DGP इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। 4 दिसंबर को सजा पूरी करते समय हुआ था हमला 4 दिसंबर 2024 (गुरुवार) को अमृतसर के गोल्डन टेंपल में सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने गोली चलाई थी। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर सजा पूरी कर रहे थे। चौड़ा ने जैसे ही बादल पर गोली चलाई, तो सिविल वर्दी में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर कर दिया। गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इस हमले में बादल बाल-बाल बच गए। तीसरी बार बढ़ा चौड़ा का पुलिस रिमांड सुखबीर बादल पर हमला करने वाला नारायण सिंह चौड़ा अभी भी पुलिस हिरासत में है। पुलिस ने 5 दिसंबर को उसे कोर्ट में पेश किया था और तीन दिन का रिमांड मिला। तब से लेकर अभी तक चौड़ा दो और बार अमृतसर कोर्ट में पेश हो चुका है और कोर्ट 3-3 दिन का रिमांड पुलिस को दे रही है। मजीठिया बार-बार उठा रहे पुलिस जांच पर सवाल पंजाब अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पंजाब पुलिस की एफआईआर और इंक्वायरी पर सवाल खड़े कर रहे हैं। बिक्रम मजीठिया 10 के करीब वीडियो मीडिया के सामने रख चुके हैं। जिनमें उन्होंने आरोप लगाए हैं कि नारायण सिंह चौड़ा अकेला नहीं था। उनके साथ देखने वाला एक अन्य व्यक्ति बाबा धर्मा था, जो खुद आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है, वहीं एक अन्य भी इस मामले में साथ है। मजीठिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मांग रखी है कि चीफ सुखबीर बादल पर हुए हमले की जांच डीजीपी रैंक के अधिकारी को दी जाए। बिक्रम मजीठिया ने डीजीपी पंजाब गौरव यादव को 13 पन्नों का पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने एसपी हरपाल सिंह रंधावा के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार करने की भी गुहार लगाई है। वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर की इंक्वायरी को खारिज कर दिया है।