<div id=”:1dl” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” style=”text-align: justify;” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:275″ aria-controls=”:275″ aria-expanded=”false”><strong>Shahjahanpur Road Accident:</strong> उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के मीरानपुर कटरा क्षेत्र में शुक्रवार सुबह बड़ा सड़क हादसा हो गया.हालांकि इस सड़क हादसे में किसी के मौत की खबर सामने नहीं आई है. सभी घायलों का इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. बता दें कि बस में कुल 50 तीर्थ यात्री सवार थे उसमें अधिकांश बुजुर्ग थे. सभी गुजरात के अहमदाबाद के चंदौरिया के रहने वाले है.<br /><br />दरअसल गुजरात के तीर्थ यात्री हरिद्वार से अयोध्या की ओर जा रहे थे, तीर्थ यात्रियों से भरी बस जब लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर खुसरो कॉलेज के सामने चल रही रोडवेज में पीछे से टकरा गई. मिली जानकारी के अनुसार यह हादसा इसलिए हुआ क्योंकि रोडवेज बस चालक ने अचानक से ब्रेक लगा दिया था.बस की तेज रफ्तार होने के कारण बस चालक बस को नहीं संभाल सका और बस रोडवेज बस में जाकर टकरा गई.<br /><br /><strong>सभी घायलों का इलाज जारी</strong><br />बता दें कि सभी यात्री हादसे के वक्त सो रहे थे अचानक हुए इस हादसे के कारण सभी एक दूसरे के टकरा गए और सीट पर गिरने से कई लोगों को गंभीर चोट भी आई है.जिसके बाद सभी यात्री में चीख-पुकार करने लगी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके से पहुंच गई और सभी घायलों को बस से बाहर निकाला गया.गंभीर रूप से घायल यात्रियों को शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. वहीं अन्य घायलों का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है.<br /><br /><strong>हरदोई सड़क हादसे में 10 लोगों की मौत</strong><br />कुछ दिनों पहले हरदोई में भी भीषण सड़क हादसा हुआ था.इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में 6 महिलाएं भी शामिल हैं. जानकारी के अनुसार तेज रफ्तार डीसीएम ने ऑटो को टक्कर मार दी. इस दौरान ऑटो में सवार 10 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. मृतकों में 6 महिलाओं के अलावा 3 बच्चे और एक पुरुष भी शामिल है.</div> <div id=”:1dl” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” style=”text-align: justify;” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:275″ aria-controls=”:275″ aria-expanded=”false”><strong>Shahjahanpur Road Accident:</strong> उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के मीरानपुर कटरा क्षेत्र में शुक्रवार सुबह बड़ा सड़क हादसा हो गया.हालांकि इस सड़क हादसे में किसी के मौत की खबर सामने नहीं आई है. सभी घायलों का इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. बता दें कि बस में कुल 50 तीर्थ यात्री सवार थे उसमें अधिकांश बुजुर्ग थे. सभी गुजरात के अहमदाबाद के चंदौरिया के रहने वाले है.<br /><br />दरअसल गुजरात के तीर्थ यात्री हरिद्वार से अयोध्या की ओर जा रहे थे, तीर्थ यात्रियों से भरी बस जब लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर खुसरो कॉलेज के सामने चल रही रोडवेज में पीछे से टकरा गई. मिली जानकारी के अनुसार यह हादसा इसलिए हुआ क्योंकि रोडवेज बस चालक ने अचानक से ब्रेक लगा दिया था.बस की तेज रफ्तार होने के कारण बस चालक बस को नहीं संभाल सका और बस रोडवेज बस में जाकर टकरा गई.<br /><br /><strong>सभी घायलों का इलाज जारी</strong><br />बता दें कि सभी यात्री हादसे के वक्त सो रहे थे अचानक हुए इस हादसे के कारण सभी एक दूसरे के टकरा गए और सीट पर गिरने से कई लोगों को गंभीर चोट भी आई है.जिसके बाद सभी यात्री में चीख-पुकार करने लगी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके से पहुंच गई और सभी घायलों को बस से बाहर निकाला गया.गंभीर रूप से घायल यात्रियों को शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. वहीं अन्य घायलों का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है.<br /><br /><strong>हरदोई सड़क हादसे में 10 लोगों की मौत</strong><br />कुछ दिनों पहले हरदोई में भी भीषण सड़क हादसा हुआ था.इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में 6 महिलाएं भी शामिल हैं. जानकारी के अनुसार तेज रफ्तार डीसीएम ने ऑटो को टक्कर मार दी. इस दौरान ऑटो में सवार 10 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. मृतकों में 6 महिलाओं के अलावा 3 बच्चे और एक पुरुष भी शामिल है.</div> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Bihar Politics: ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे पर BJP-JDU में फाड़, तकरार के बीच RJD ने कह दिया- ‘तेजस्वी से जुड़ेंगे’
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रोहतक में भाजपा के प्रदेश चुनाव कार्यालय का उद्घाटन आज:सीएम नायब सैनी व प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली रहेंगे उपस्थित चुनावी अभियान में जुटी भारतीय जनता पार्टी सोमवार को विधानसभा चुनाव को लेकर रोहतक में चुनाव कार्यालय की शुरुआत करेगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी प्रदेश चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहनलाल बडौली, संगठन मंत्री फणींद्र नाथ शर्मा आदि प्रदेश के अनेक नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अरविंद सैनी ने बताया कि यह चुनाव कार्यालय रोहतक के सेक्टर 36ए स्थित मंगल कमल कार्यालय में खोला जाएगा और पूरे प्रदेश में चुनावी गतिविधियां यहीं से संचालित की जाएगी। अरविंद सैनी ने बताया कि इस चुनाव कार्यालय में ही चुनाव प्रबंधन से जुड़े सभी विभागों के कार्यालय खोले जाएंगे और यहां संबंधित पदाधिकारी बैठकर चुनावी गतिविधियां चलाएंगे। राजनीतिक राजधानी से भाजपा संचालित करेगी चुनाव
अरविंद सैनी ने बताया कि उद्घाटन अवसर पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी उपस्थित रहेंगे और मुख्यमंत्री नायब सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली का उद्बोधन सुनेंगे। मीडिया प्रभारी ने कहा कि रोहतक प्रदेश की राजनीतिक राजधानी है और भाजपा यहां से ही अपने चुनाव को संचालित करेगी। भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है और एक बार फिर भाजपा की सरकार बनेगी तथा प्रदेश को विकासित बनाने की दिशा में कार्य करेगी।
तहसील कर्मचारी ने चलवाई थी प्रॉपर्टी डीलर पर गोली:झांसी में 2.5 करोड़ के प्लॉट की रजिस्ट्री कैंसिल करानी थी, 1 लाख में हत्या की सुपारी दी
तहसील कर्मचारी ने चलवाई थी प्रॉपर्टी डीलर पर गोली:झांसी में 2.5 करोड़ के प्लॉट की रजिस्ट्री कैंसिल करानी थी, 1 लाख में हत्या की सुपारी दी झांसी में 8 दिन पहले दो बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर श्यामजी यादव (36) को गोली मार दी थी। गोली उनकी जान लेने की मकसद से चलाई गई थी, लेकिन वे बच गए थे। अब इस गोलीकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। ये गोली तहसील कर्मचारी अरविंद कुशवाहा ने चलवाई थी। इसके लिए मध्य प्रदेश से दो शूटर हायर किए गए थे। श्यामजी यादव की हत्या के बदले उनको एक लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। दरअसल, तहसील कर्मचारी को श्यामजी यादव के 80 लाख रुपए देने थे। इसके बदले में उसने 2.5 करोड़ का प्लॉट श्यामजी यादव के नाम करा दिया था। अब वो श्यामजी यादव का मर्डर कराकर प्लॉट की रजिस्ट्री कैंसिल कराना चाहता था। इसलिए उसने अपने भांजे के साथ मिलकर पूरी साजिश बनाई। लेकिन, वे अपने मंसूबों पर कामयाब नहीं हो पाए। पुलिस ने तहसील कर्मचारी, उसके भांजे और दो शूटरों को अरेस्ट कर लिया है। अब पढ़िए गोलीकांड की सिलसिलेवार पूरी कहानी ऐसा ब्याज लगाया कि 22 लाख के 80 लाख हुए
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया- प्रॉपर्टी डीलर श्यामजी यादव गुरसराय के रहने वाले हैं। वह पिछले 7 सालों से मिशन कम्पाउंड में किराए से रह रहे हैं। प्रॉपर्टी के काम से वह तहसील में अक्सर जाते थे। वहां पर उनकी मुलाकात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अरविंद कुशवाहा से हो गई। जो कोतवाली के पठौरिया का रहने वाला है। दोनों मिलकर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने लगे। कुछ समय पहले पैसों की जरूरत होने पर अरविंद ने श्यामजी से लगभग 22 लाख रुपए लिए थे। अब ब्याज जोड़कर श्यामजी 80 लाख मांग रहा था। पैसा का लगातार दबाव बनाया जा रहा था। जबकि अरविंद के पास इतने रुपए नहीं थे। उसके भांजे शिवपुरी के करैरा निवासी सुनील की फिल्टर रोड पर जल संस्थान के पास 26 हजार स्क्वायर फीट जमीन थी। पैसे के बदले अरविंद ने ये जमीन श्यामजी को बेच दी। 4 लोगों के नाम रजिस्ट्री हुई। 2.5 करोड़ की जमीन कौड़ी के भाव बिकी तो आया लालच
जो बेशकीमती जमीन श्यामजी को बेची गई, उसकी कीमत लगभग ढाई करोड़ रुपए है। जमीन कौड़ी के भाव बिकी तो अरविंद के मन में लालच आ गया। जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी थी, लेकिन रजिस्ट्री में एक चेक लगा था। चेक रिलीज होने के बाद दाखिल खारिज होना था। अरविंद और उसके भांजे सुनील ने प्लान बनाया कि वो श्यामजी की हत्या कर देंगे। इससे चेक रिलीज नहीं हो पाएगा और रजिस्ट्री कैंसिल हो जाएगी। एक लाख में मर्डर की सुपारी, 50 हजार एडवांस दिए
पुलिस के अनुसार, सुनील का साला करैरा निवासी बलदेव कुशवाहा उर्फ विक्की शिवपुरी का नामी आरोपी है। उस पर 8 मुकदमे दर्ज हैं। वह जेल में बंद था, करीब 5 माह पहले जेल से जमानत पर बाहर आया। तब सुनील अपने मामा अरविंद को लेकर उसके पास गया। दोनों ने एक लाख रुपए में श्यामजी यादव के मर्डर की सुपारी बलदेव को दे दी। 50 हजार रुपए एडवांस दे दिए। फिर बलदेव को झांसी लाए। श्यामजी यादव की फोटो दिखाकर पहचान कराई। फिर घर और उसकी गाड़ी भी दिखा दी। बलदेव ने करैरा निवासी सचिन रावत को भी शामिल कर लिया। सचिन पर पहले से 4 केस दर्ज हैं। घर के बाहर ही खड़े मिले प्रॉपर्टी डीलर
पुलिस के अनुसार, 21 जुलाई की रात को बलदेव और सचिन रावत बिना नंबर की बाइक से श्यामजी यादव के घर पर पहुंचे। प्लानिंग थी कि घर का दरवाजा खटखटाकर श्यामजी को बुलाएंगे। बाहर आते ही श्यामजी को गोली मार देंगे। लेकिन जब दोनों श्यामजी के घर पहुंचे तो वह घर के बाहर ही खड़े थे। उन्होंने घर के दो चक्कर लगाए। जब तय हो गया कि बाहर खड़ा व्यक्ति श्यामजी है तो पास में बाइक रोककर पीछे बैठे बलराम ने गोली चला दी। इसके बाद दोनों भाग गए थे। गोली पेट में लगी और श्यामजी घायल हो गए थे। अब पढ़िए, आरोपियों के पकड़े जाने की कहानी सीसीटीवी कैमरे से दोनों शूटरों की पहचान हुई
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया- श्यामजी यादव के भाई चंद्रपाल की तहरीर पर सीपरी बाजार थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था। केस वर्कआउट करने के लिए 5 टीमें लगाई थी। सर्विलांस और सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस ने दोनों शूटरों की पहचान कर ली थी। अब उनकी तलाश की जा रही थी। रविवार सुबह सूचना मिली कि दोनों ग्वालियर रोड से गुजरने वाले हैं। इस पर सीपरी बाजार थाना प्रभारी अखिलेश द्विवेदी और स्वाट टीम प्रभारी जितेंद्र सिंह तक्खर की टीम रक्सा तिराहा पर चेकिंग कर रही थी। कुछ देर बाद बिना नंबर की बाइक पर दो युवक आते दिखाई दिए। जब उनको रोकने का प्रयास किया तो वे रुके नहीं और बाइक लेकर कब्रिस्तान की ओर भाग निकले। पुलिस ने घेराबंदी की तो खुद को घिरता देख वे पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगे। काउंटर अटैक में बलदेव के पैर में गोली लगी। जबकि उसके साथी सचिन रावत को घेरकर पकड़ लिया। दोनों ने कबूल किया कि सुपारी लेकर गोली चलाई थी। इसके बाद पुलिस ने अरविंद और सुनील को भी अरेस्ट कर लिया। उनसे एक तमंचा, दो खोखा, 1870 रुपए और घटना में इस्तेमाल बाइक बरामद हुई है। ये भी पढ़ें:- झांसी में 10वीं की छात्रा ने किया सुसाइड: भाई-बहन को स्कूल भेज दिया था, मां बोली- अंदर घुसी थी आत्मा झांसी में शनिवार को 10वीं की एक छात्रा ने सुसाइड कर लिया। माता-पिता कमाने के लिए दिल्ली गए थे। उसने पहले भाई-बहन को स्कूल भेज दिया और फिर मां से बात की। कहा कि लेट हो गई हूं, इसलिए स्कूल नहीं जा रही हूं। थोड़ी देर बाद ट्यूशन जाऊंगी। इसके बाद आधी रोटी खाई और फिर फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर माता-पिता दिल्ली से रविवार को झांसी पहुंच गए। मां का कहना है- मेरी बेटी के अंदर आत्मा घुस गई थी। पढ़ें पूरी खबर…
UP Politics: दशकों पुराने रास्ते पर चल सकती हैं मायावती, विधानसभा चुनाव से पहले इस संगठन में फूकेंगी जान
UP Politics: दशकों पुराने रास्ते पर चल सकती हैं मायावती, विधानसभा चुनाव से पहले इस संगठन में फूकेंगी जान <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2027 में होना है. इसके लिए राज्य में सत्ताधारी पार्टी समेत विपक्षी पार्टियां भी चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. वहीं 2022 के चुनाव में केवल एक सीट हासिल करने वाली बहुजन समाज पार्टी भी चुनाव की तैयारी में जुट गई है. पार्टी सभी दलों को साथ लेकर चलना चाहती है, इसलिए अपने पुराने फार्मूले के आधार पर रणनीति बनाने में लगी हुई है. वहीं बसपा अपने आप को कमजोर पड़ती देख बामसेफ को पुनर्गठित करने की कोशिश कर रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं दलित चिंतक रविकांत के मुताबिक बामसेफ का दोबारा पुनर्गठन करने की बसपा की कवायद सिर्फ जाटव वोट बैंक पर कब्जा बरकरार रखना है. बसपा का संगठन पूरी तरह से खात्मे की ओर है, उसके जाटव वोट पर भी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) का दखल बढ़ता जा रहा है. आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर का सांसद बनना बसपा के लिए खतरे की घंटी बन चुका है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>1978 में बामसेफ की हुई थी स्थापना</strong><br />दलित कर्मचारियों को एकजुट करने के लिए 1978 में बामसेफ (बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज इंप्लाई फेडरेशन) की स्थापना का मकसद राजनीति में आना नहीं था. लेकिन बदलते दौर में यह संगठन अब बसपा का वजूद बचाने की मजबूरी बन गया है. बसपा को यूपी समेत कई प्रदेशों में दलित वोट बैंक पर पकड़ कमजोर पड़ती देख बामसेफ की याद आई है. इसलिए अब इसका पुनर्गठन करने की जरूरत महसूस की जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बसपा में वामसेफ का अब कोई अस्तित्व नहीं </strong><br />पार्टी के कुछ पदाधिकारी बामसेफ का हर जिले में संगठन होने का दावा करते हैं, तो कुछ इसके वजूद पर ही सवाल उठा रहे हैं. पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक बसपा में बामसेफ का अब कोई अस्तित्व नहीं है. ऐसे में यह सवाल लाजिमी है कि दशकों बाद इसका पुनर्गठन कैसे होगा. वर्तमान में बामसेफ कई धड़ों में बंटा है बसपा जिस बामसेफ को अपना बताती है. उसका कोई संगठन ही नहीं है, इसे कभी पंजीकृत भी नहीं कराया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांशीराम संस्थापकों में थे शामिल</strong><br />बामसेफ की स्थापना राजस्थान के दीना भाना और महाराष्ट्र के डीके खापर्डे ने की थी. इसके बाद पंजाब के कांशीराम भी इस मुहिम में शामिल हो गए. इसका उद्देश्य दलित कर्मचारियों और अधिकारियों के हक के लिए काम करना था. इससे तमाम दलित अधिकारी एवं कर्मचारी जुड़े थे. बसपा की स्थापना के बाद कांशीराम ने इसे मजबूत नहीं किया. इसका पंजीकरण कराने से भी इनकार कर दिया. इससे देश भर में इसी नाम से कई संगठन बन गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/rishikesh-news-river-rafting-starts-once-again-for-tourists-from-23rd-september-ann-2789504″>Rishikesh News: पर्यटकों का खत्म हुआ इंतजार, रिवर राफ्टिंग का संचालन आज से शुरू, बाढ़ की वजह से हुआ था बंद</a></strong></p>