आगरा में गुरुवार सुबह बेडरूम में व्यापारी की गोली लगने से मौत हो गई। पहले पुलिस सुसाइड मान रही थी, लेकिन घर से उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर बरामद नहीं हुई। ऐसे में पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल पर जांच कर रही है। परिवार वालों से पूछताछ कर रही है। घटना थाना एत्माउद्दौला के ट्रांस यमुना इलाके की है। ट्रांस यमुना इलाके के अतुल (40) का तलाक हो चुका था। कुछ साल पहले ही दूसरी शादी की थी। परिजनों के अनुसार- गुरुवार सुबह नहाकर अतुल मंदिर गया। वहां से लौटने के बाद मां से चाय बनाने के लिए कहा। चाय बनाने को कहकर अतुल अपने कमरे में चला गया। वहां से गोली चलने की आवाज आई तो मां भाग कर कमरे में पहुंची। अतुल अपने कमरे में बेड पर मृत पड़ा था। उसके सिर में गोली लगी थी। पढ़ें पूरी खबर… उन्नाव में झोपड़ी पर पलटा ट्रक, मां और 2 बेटों की मौत उन्नाव में भीषण सड़क हादसा हो गया है। देर रात चावल से लदा ट्रक बेकाबू होकर सड़क के किनारे झोपड़ी पर पलट गया। हादसे में मां समेत दो बेटों की मौत हो गई। पुलिस ने ट्रक को क्रेन से हटवाया। इसके बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।पढ़ें पूरी खबर… मिर्जापुर में ट्रक ने 3 लोगों को रौंदा, तीनों की मौत मिर्जापुर के चुनार में रेलवे फाटक के पास हाईवे पर गुरुवार सुबह हादसा हुआ। मॉर्निंग वाक पर निकले तीन लोगों को तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद दिया। तीनों की मौत हो गई। हादसे के बाद ड्राइवर ट्रक लेकर फरार हो गया। उसमानपुर मोहल्ला निवासी लाल बहादुर वर्मा (56), लल्लन वर्मा (55) और सुकालू यादव (70) को ट्रक ने रौंदा। हादसे में लालबहादुर वर्मा और सुकालू यादव की घटना वाली जगह ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल लल्लन वर्मा को CHC से ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया गया। वाराणसी लाते समय रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया। पढ़ें पूरी खबर… माफिया अतीक के बेटे उमर-अली होंगे गैंगस्टर, उमेश पाल हत्याकांड के 12 आरोपियों पर एक्शन प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों पर गैंगस्टर लगाने की तैयारी है। इसमें माफिया अतीक के दो बेटे उमर और अली अहमद भी शामिल हैं। उन पर भी गैंगस्टर की तैयारी हो रही है। इसमें अतीक-अशरफ के दो वकील खान सौलत हनीफ और विजय मिश्र भी गैंगस्टर की जद में आएंगे। कुल 12 उन आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगेगा, जिनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। ये सभी जेल में बंद हैं। अभी हाल में ही अतीक के बड़े बेटे उमर और दूसरे नंबर के बेटे अली के खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की थी। अब उन्हें गैंगस्टर की श्रेणी में लाया जाएगा। पढ़ें पूरी खबर… छात्रा पर एसिड फेंकने वाले को पुलिस ने गोली मारी, लखनऊ में आधी रात मुठभेड़ लखनऊ के चौक इलाके में छात्रा पर एसिड फेंकने वाले को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। बुधवार देर रात पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी, मुखबिर ने बताया कि आरोपी गुलाला घाट के पास छुपा है। पुलिस ने गुलाला घाट के पास कॉम्बिंग शुरू की। तभी आरोपी ने पुलिस पर फायर कर दिया। जवाबी फायरिंग में आरोपी के दाएं पैर में लगी लगी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया है। डीसीपी पश्चिम दुर्गेश कुमार ने बताया- आरोपी की पहचान लखीमपुर के रहने वाले अभिषेक वर्मा (20) पुत्र कोमल प्रसाद वर्मा के रूप में हुई। पढ़ें पूरी खबर… आगरा में ड्यूटी पर तैनात अग्निवीर जवान की मौत, बलिया का रहने वाला था श्रीकांत आगरा में ड्यूटी पर तैनात अग्निवीर (एयरफोर्स) जवान की मौत हो गई। जवान की पहचान बलिया के रेवती के नारायणपुर-पचरूखिया निवासी मनजी चौधरी का बेटा श्रीकांत चौधरी (22) के रूप में हुई है।श्रीकांत 13 जून को छुट्टी खत्म करके वापस ड्यूटी पर गया था। एयरफोर्स की ओर से परिजन को सूचना दी गई कि आप के आने के बाद ही पोस्टमॉर्टम होगा। अभी मौत की वजह स्पष्ट नहीं है। परिजन ने बताया कि श्रीकांत चौधरी दिसंबर 2022 में अग्निवीर (एयरफोर्स) में भर्ती हुआ था। छह महीने पहले उसकी पोस्टिंग आगरा, अजीतनगर स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर हुई थी। पढ़ें पूरी खबर… शाहजहांपुर में 6 साल की बच्ची के साथ रेप, बोली- अंकल ने गलत काम किया शाहजहांपुर में 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। घर पहुंचने पर बच्ची को परेशान देखकर मां ने पूछताछ की। बच्ची ने मां से कहा- अंकल ने मेरे साथ गलत काम किया है। ये सुनकर मां बच्ची को लेकर थाने गए। थाना सदर बाजार क्षेत्र के एक मोहल्ले की बच्ची अपने पड़ोस में स्थित मकान में अक्सर खेलने जाती थी। बुधवार की शाम भी बच्ची रोज की तरह मकान में खेलने गई थी। लेकिन, मकान में 30 साल के युवक के अलावा कोई नहीं था। आरोपी के परिजन कहीं गए थे। बच्ची को अकेला देखकर उसके साथ दुष्कर्म किया। थाना प्रभारी रविंद्र सिंह ने बताया- तहरीर के आधार पर FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पढ़ें पूरी खबर… हाथरस में 123 मौतों की जांच न्यायिक आयोग करेगा यूपी के हाथरस में सत्संग के बाद मची भगदड़ में मौतों का आंकड़ा बढ़कर 123 हो गया है। इनमें 113 महिलाएं, 7 बच्चे और 3 पुरुष हैं। योगी सरकार ने हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाया है। इसकी अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस बृजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे। रिटायर्ड आईएएस हेमंत राव और रिटायर्ड डीजी भवेश कुमार सिंह आयोग के सदस्य हैं। टीम 2 महीने में जांच पूरी कर रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए सुझाव भी देंगे। पढ़ें पूरी खबर… प्रयागराज में रिटायर्ड आईबी इंस्पेक्टर से 52.30 लाख की ठगी प्रयागराज में कर्नलगंज के रहने वाले श्रीनाथ रिटायर्ड आईबी इंस्पेक्टर हैं। उनसे 52.30 लाख की ठगी हुई है। साइबर ठगों ने रिटायर्ड पुलिसकर्मी का सारा डेटा जमा किया हुआ था। उनकी फोटो, दस्तावेज पहले से थी। इसके बाद कस्टम कमिश्नर, सीबीआई अफसर बनकर कई लोगों ने बात की। बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी की विभिन्न धाराओं में दिल्ली के वसंत कुंज थाने में केस दर्ज है। कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट, संपत्ति जब्ती के आदेश जारी हो चुका है। कार्रवाई के सारे दस्तावेज, फोटो और लेटर हेड तक दिखाए। यहां तक कहा कि आदेश की प्रति आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड है। पढ़ें पूरी खबर… आगरा में गुरुवार सुबह बेडरूम में व्यापारी की गोली लगने से मौत हो गई। पहले पुलिस सुसाइड मान रही थी, लेकिन घर से उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर बरामद नहीं हुई। ऐसे में पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल पर जांच कर रही है। परिवार वालों से पूछताछ कर रही है। घटना थाना एत्माउद्दौला के ट्रांस यमुना इलाके की है। ट्रांस यमुना इलाके के अतुल (40) का तलाक हो चुका था। कुछ साल पहले ही दूसरी शादी की थी। परिजनों के अनुसार- गुरुवार सुबह नहाकर अतुल मंदिर गया। वहां से लौटने के बाद मां से चाय बनाने के लिए कहा। चाय बनाने को कहकर अतुल अपने कमरे में चला गया। वहां से गोली चलने की आवाज आई तो मां भाग कर कमरे में पहुंची। अतुल अपने कमरे में बेड पर मृत पड़ा था। उसके सिर में गोली लगी थी। पढ़ें पूरी खबर… उन्नाव में झोपड़ी पर पलटा ट्रक, मां और 2 बेटों की मौत उन्नाव में भीषण सड़क हादसा हो गया है। देर रात चावल से लदा ट्रक बेकाबू होकर सड़क के किनारे झोपड़ी पर 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वकील खान सौलत हनीफ और विजय मिश्र भी गैंगस्टर की जद में आएंगे। कुल 12 उन आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगेगा, जिनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। ये सभी जेल में बंद हैं। अभी हाल में ही अतीक के बड़े बेटे उमर और दूसरे नंबर के बेटे अली के खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की थी। अब उन्हें गैंगस्टर की श्रेणी में लाया जाएगा। पढ़ें पूरी खबर… छात्रा पर एसिड फेंकने वाले को पुलिस ने गोली मारी, लखनऊ में आधी रात मुठभेड़ लखनऊ के चौक इलाके में छात्रा पर एसिड फेंकने वाले को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। बुधवार देर रात पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी, मुखबिर ने बताया कि आरोपी गुलाला घाट के पास छुपा है। पुलिस ने गुलाला घाट के पास कॉम्बिंग शुरू की। तभी आरोपी ने पुलिस पर फायर कर दिया। जवाबी फायरिंग में आरोपी के दाएं पैर में लगी लगी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया है। डीसीपी पश्चिम दुर्गेश कुमार ने बताया- आरोपी की पहचान लखीमपुर के रहने वाले अभिषेक वर्मा (20) पुत्र कोमल प्रसाद वर्मा के रूप में हुई। पढ़ें पूरी खबर… आगरा में ड्यूटी पर तैनात अग्निवीर जवान की मौत, बलिया का रहने वाला था श्रीकांत आगरा में ड्यूटी पर तैनात अग्निवीर (एयरफोर्स) जवान की मौत हो गई। जवान की पहचान बलिया के रेवती के नारायणपुर-पचरूखिया निवासी मनजी चौधरी का बेटा श्रीकांत चौधरी (22) के रूप में हुई है।श्रीकांत 13 जून को छुट्टी खत्म करके वापस ड्यूटी पर गया था। एयरफोर्स की ओर से परिजन को सूचना दी गई कि आप के आने के बाद ही पोस्टमॉर्टम होगा। अभी मौत की वजह स्पष्ट नहीं है। परिजन ने बताया कि श्रीकांत चौधरी दिसंबर 2022 में अग्निवीर (एयरफोर्स) में भर्ती हुआ था। छह महीने पहले उसकी पोस्टिंग आगरा, अजीतनगर स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर हुई थी। पढ़ें पूरी खबर… शाहजहांपुर में 6 साल की बच्ची के साथ रेप, बोली- अंकल ने गलत काम किया शाहजहांपुर में 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। घर पहुंचने पर बच्ची को परेशान देखकर मां ने पूछताछ की। बच्ची ने मां से कहा- अंकल ने मेरे साथ गलत काम किया है। ये सुनकर मां बच्ची को लेकर थाने गए। थाना सदर बाजार क्षेत्र के एक मोहल्ले की बच्ची अपने पड़ोस में स्थित मकान में अक्सर खेलने जाती थी। बुधवार की शाम भी बच्ची रोज की तरह मकान में खेलने गई थी। लेकिन, मकान में 30 साल के युवक के अलावा कोई नहीं था। आरोपी के परिजन कहीं गए थे। बच्ची को अकेला देखकर उसके साथ दुष्कर्म किया। थाना प्रभारी रविंद्र सिंह ने बताया- तहरीर के आधार पर FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पढ़ें पूरी खबर… हाथरस में 123 मौतों की जांच न्यायिक आयोग करेगा यूपी के हाथरस में सत्संग के बाद मची भगदड़ में मौतों का आंकड़ा बढ़कर 123 हो गया है। इनमें 113 महिलाएं, 7 बच्चे और 3 पुरुष हैं। योगी सरकार ने हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाया है। इसकी अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस बृजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे। रिटायर्ड आईएएस हेमंत राव और रिटायर्ड डीजी भवेश कुमार सिंह आयोग के सदस्य हैं। टीम 2 महीने में जांच पूरी कर रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए सुझाव भी देंगे। पढ़ें पूरी खबर… प्रयागराज में रिटायर्ड आईबी इंस्पेक्टर से 52.30 लाख की ठगी प्रयागराज में कर्नलगंज के रहने वाले श्रीनाथ रिटायर्ड आईबी इंस्पेक्टर हैं। उनसे 52.30 लाख की ठगी हुई है। साइबर ठगों ने रिटायर्ड पुलिसकर्मी का सारा डेटा जमा किया हुआ था। उनकी फोटो, दस्तावेज पहले से थी। इसके बाद कस्टम कमिश्नर, सीबीआई अफसर बनकर कई लोगों ने बात की। बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी की विभिन्न धाराओं में दिल्ली के वसंत कुंज थाने में केस दर्ज है। कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट, संपत्ति जब्ती के आदेश जारी हो चुका है। कार्रवाई के सारे दस्तावेज, फोटो और लेटर हेड तक दिखाए। यहां तक कहा कि आदेश की प्रति आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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शारदीय नवरात्र की महानवमी:आज दोपहर 12:33 से कल सुबह 11 बजे तक रहेगी नवमी, कन्या पूजन आज भास्कर न्यूज | जालंधर शारदीय नवरात्र का समापन आज नवमी तिथि को है। नवरात्र के अंतिम दिन मां दुर्गा के स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। महानवमी के दिन कन्या पूजन और हवन किया जाता है। हवन करने से मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस दिन व्रत पारण भी किया जाता है। मान्यता है कि मां सिद्धिदात्री भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। उन्हें यश, बल और धन भी प्रदान किया जाता है। मां सिद्धिदात्री भक्तों को आठ दिन की भक्ति पूजा का फल घर आकर प्रदान करती हैं। पंडित विजय शास्त्री और शिव दुर्गा खाटू श्याम मंदिर कमल विहार बस्ती पीर दाद पुजारी गौतम भार्गव ने बताया की देवी भागवत पुराण के अनुसार महालक्ष्मी की तरह मां सिद्धिदात्री कमल पर विराजमान रहती हैं। इनके चार हाथ हैं, जिनमें शंख, गदा, कमल का फूल तथा चक्र धारण किए रहती हैं। मां सिद्धिदात्री का पूजन करने के बाद मौसमी फल हलवा-चना, पूड़ी खीर और नारियल का भोग लगाया जाता है। पंडितों के अनुसार 11 अक्टूबर को ही दोपहर 12 बजकर 33 मिनट से नवमी तिथि शुरू होकर 12 अक्टूबर को सुबह 11 बजे तक रहेगी। उदय काल में होने की वजह से 12 अक्टूबर को नवमी व दशमी तिथि होगी।
प्लेटलेट्स चढ़ाते ही डेंगू पेशेंट की मौत:प्रयागराज में ब्लड बैंक का फर्जी रैपर छपवाया; डॉक्टर बोले- 3 यूनिट के बाद हालत बिगड़ी
प्लेटलेट्स चढ़ाते ही डेंगू पेशेंट की मौत:प्रयागराज में ब्लड बैंक का फर्जी रैपर छपवाया; डॉक्टर बोले- 3 यूनिट के बाद हालत बिगड़ी प्रयागराज में प्लेटलेट्स चढ़ाते ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल में डेंगू पेशेंट की मौत हो गई। पत्नी ने पुलिस को बताया कि पंकज यादव से मैंने 15 हजार रुपए में प्लेटलेट्स खरीदे थे। इसके बाद पंकज को परिवार के लोगों ने पकड़ भी लिया। लेकिन, शाहगंज पुलिस ने 2 घंटे की पूछताछ के बाद पंकज को छोड़ दिया। मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर ने कहा- 3 यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने में दिक्कत नहीं हुई। उसके बाद पेशेंट का ब्लड प्रेशर लो हो गया। हमने मेदांता (लखनऊ) रेफर कर दिया। प्रयागराज के CMO तक ये मामला पहुंच गया है। प्लेटलेट्स के फर्जीवाड़े की जांच शुरू की गई है। पहले पूरा मामला जानिए… डेंगू होने के बाद भर्ती हुए, फिर तबीयत बिगड़ती गई
पूजा गुप्ता जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर की रहने वाली हैं। इनके पति वैभव कुमार गुप्ता खाद की दुकान चलाते थे। पिछले महीने वैभव को डेंगू हो गया। जांच कराने पर पता चला कि प्लेटलेट्स काउंट 16 हजार हो गया है। इसके बाद उन्हें प्रयागराज के जागृति हास्पिटल में भर्ती करा दिया गया। यहां डॉ. अंकुर केसरवानी ने उनका इलाज शुरू किया। उन्होंने कहा कि मरीज के लिए 6 यूनिट प्लेटलेट्स की तुरंत जरूरत है। पूजा ने अपने एक रिश्तेदार से संपर्क किया और उनके जरिए पंकज यादव से मिलीं। पंकज ने कहा- वह कॉल्विन ब्लड बैंक से 15 हजार रुपए में 6 यूनिट प्लेटलेट लाकर दे देगा। 1 घंटे के अंदर उसने 6 यूनिट प्लेटलेट्स लाकर पूजा को भी दे दिए। पूजा ने उसे 15,500 रुपए दे दिए। प्लेटलेट चढ़ाते ही डॉक्टर ने कहा, कहीं और ले जाएं
पूजा गुप्ता ने बताया- जागृति हास्पिटल में ही प्लेटलेट्स चढ़ाया गया। 1 घंटे बाद ही पति वैभव की हालत गंभीर होने लगी। डॉ. केसरवानी ने मुझसे कहा कि आपके पति हालत गंभीर है। अगर कहीं और ले जाना चाहते हैं, तो ले जा सकते हैं। इसके बाद परिवार के लोग वैभव को 7 नवंबर को ही लखनऊ के मेदांता लेकर चले गए। इसके दूसरे ही दिन वैभव की मौत हो गई। ब्लड बैंक में उस सीरियल नंबर पर किसी और का नाम
इसके बाद पूजा गुप्ता कॉल्विन ब्लड बैंक पहुंचीं। यह जानने के लिए आखिरकार जो प्लेटलेट्स उनके पति को चढ़ाया गया था, वह यहीं से गया था या नहीं? वहां रजिस्टर चेक किया गया तो जिस सीरियल नंबर वाला (3698) प्लेटलेट उन्हें मिला था, उस पर किसी दूसरे मरीज का नाम दर्ज था। यानी यह साफ हो गया कि यह प्लेटलेट्स इस ब्लड बैंक से गया ही नहीं। फिर पूजा ने शाहगंज थाने में इसकी शिकायत की। जिस पंकज यादव से प्लेटलेट्स लिया था, परिवार वालों ने उसे भी पकड़ लिया। पंकज को परिवार वाले शाहगंज थाने ले गए लेकिन पुलिस वालों ने कार्रवाई करने की जगह उसे छोड़ दिया। डॉ. अंकुर बोले- प्लेटलेट्स चढ़ाते समय सीरियस हो गया था मरीज दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान इलाज करने वाले डॉ. अंकुर केसरवानी ने बताया- मरीज का प्लेटलेट्स 16 हजार हो गया था। हमने AMA ब्लड बैंक से प्लेटलेट्स लाने के लिए लिखा था। लेकिन परिवार के लोगों ने बताया कि उनके परिचय के लोग हैं। इसलिए प्लेटलेट्स अरेंज हो जाएगा। अब वह लोग किससे प्लेटलेट्स लेकर आए, यह नहीं पता। डॉक्टर ने कहा- तीन यूनिट प्लेटलेट तो मरीज को आराम से चढ़ गया, लेकिन जब चौथा यूनिट चढ़ने लगा तो BP लो होने लगा और पसीना आने लगा। तत्काल हम भी पहुंचे, इंजेक्शन दिया गया लेकिन आराम नहीं हुआ। मरीज डेंगू शॉक सिंड्रोम में चला गया। इसके बाद अल्ट्रासाउंड कराया गया, बीपी बढ़ाने का इंजेक्शन देने के लिए सेंट्रल लाइन डाली गई। पूरा प्रयास किया गया, लेकिन आराम नहीं मिला। इस पर परिवार को सलाह दी गई कि मरीज को लखनऊ में हायर सेंटर भी ले जा सकते हैं। मेदांता में दूसरे दिन मरीज की मौत हो गई। प्लेटलेट्स किस तरह का था, यह तो जांच का विषय है। इस पूरे मामले में शाहगंज थाने के इंस्पेक्टर अवध कुमार गौतम ने कहा- परिवार के लोग पंकज यादव नाम के एक व्यक्ति को लाए थे। उसने पूछताछ में बताया कि वह स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में काम करता है। मरीज का इलाज जागृति हॉस्पिटल में हुआ था, जो सिविल लाइन थाने में पड़ता है। इसलिए हमने उन लोगों को सिविल लाइन थाने भेज दिया था। प्लेटलेट्स कहां से लिया था, इसकी जानकारी हमारे पास नहीं है। 2 साल पहले ऐसे गिरोह का हुआ था खुलासा
इसी तरह का मामला अक्टूबर, 2022 में सामने आया था। यहां एक प्राइवेट अस्पताल में डेंगू मरीज को फर्जी प्लेटलेट चढ़ा दिया गया था। इसके बाद मरीज की मौत हो गई थी। यह मामला हाई-लाइट हुआ तो पुलिस एक्शन मोड में दिखी। पुलिस ने प्लेटलेट्स के नाम पर इस तरह का धंधा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसमें ब्लड बैंकों के फर्जी रैपर छपवाकर प्लेटलेट्स बेचने का मामला सामने आया था। CMO से की शिकायत
पत्नी पूजा गुप्ता ने CMO डॉ. आशु पांडेय से भी इसकी शिकायत की। उन्होंने इस मामले को संज्ञान लेते हुए जांच की बात कही है। CMO ने कहा- कभी भी ब्लड या प्लेटलेट्स की जरूरत हो तो किसी दलाल या अनजान व्यक्ति से संपर्क न करें। सीधे हमारे सरकारी ब्लड बैंकों में जाएं और वहां से ही प्लेटलेट्स या ब्लड लें। ……………………. ये खबर भी पढ़िए… सुनील पाल ने खुद कराई अपनी किडनैपिंग? AUDIO लीक, बिजनौर का किडनैपर कॉमेडियन से बोला- तुमने प्लानिंग में पत्नी को शामिल क्यों नहीं किया कॉमेडियन सुनील पाल के अपहरण मामले में 2 ऑडियो सामने आए हैं। पुलिस के मुताबिक, एक आवाज सुनील पाल की लग रही है, जबकि दूसरी आवाज किडनैपर लवी की बताई जा रही है। 1.02 मिनट के ऑडियो में अपहरण और उसके बाद पुलिस जांच पर बातचीत हो रही है। पढ़िए पूरी खबर
अमेठी में स्मृति ईरानी क्यों हार गईं:लोग बोले- 2019 में ‘दीदी’ बनकर जीत गईं; फिर प्रेशर पॉलिटिक्स करने लगीं, हारना तो था ही
अमेठी में स्मृति ईरानी क्यों हार गईं:लोग बोले- 2019 में ‘दीदी’ बनकर जीत गईं; फिर प्रेशर पॉलिटिक्स करने लगीं, हारना तो था ही हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट अमेठी फिर सुर्खियों में है। 2019 में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को जितने वोट से हराया, 2024 में उसके 3 गुना मार्जिन से खुद हार गईं। स्मृति जिन केएल शर्मा को कांग्रेस का प्रॉक्सी उम्मीदवार बता रही थीं, उन्होंने चुनाव जीतकर पूरे देश को चौंका दिया। पब्लिक की मानें तो 2019 का चुनाव स्मृति ईरानी ‘दीदी’ बनकर जीत गई थीं। मगर 5 साल में कई दृश्य बदल गए। जिन पुराने भाजपाइयों ने उन्हें चुनाव जिताया था। स्मृति उन्हीं से किनारा कर बैठीं। चुनाव में बड़े चेहरे तो अमेठी पहुंचे, मगर लोकल कार्यकर्ता डोर टु डोर प्रचार करने गए ही नहीं। इसकी वजह स्मृति से नाराजगी थी। बड़ी हार के कारणों को इस रिपोर्ट में पढ़िए… हम अमेठी के गौरीगंज पहुंचे तो लगभग 3 बज चुके थे। सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां होटल पर कुछ लोगों का जमावड़ा था। लोग चाय की चुस्कियों के साथ लोकसभा चुनाव की चर्चा कर रहे थे। हमारी मुलाकात महेश सिंह से हुई। वह अमेठी के बड़े लकड़ी कारोबारी हैं। अमेठी में स्मृति ईरानी को चुनाव लड़वाने वालों में शामिल रहे हैं।कहते हैं- प्रेशर पॉलिटिक्स अमेठी बर्दाश्त नहीं करती है। यहां प्रेम से आइए राजनीति करिए। इतने दिन गांधी परिवार के लोग राजनीति करते रहे। स्मृति ईरानी भी 2019 में आईं तो दीदी बनकर जीती थीं, दबाव में नहीं जीती थीं। इसलिए दीदी बनकर रहिए दबाव क्यों बनाती हैं? भाजपा कार्यकर्ता स्मृति के लिए फील्ड में नहीं निकले यहीं हमारी मुलाकात ओपी सिंह से हुई। ओपी सिंह खाटी भाजपाई हैं, लेकिन स्मृति के साथ उनका अनुभव अच्छा नहीं रहा। वह कहते हैं- 2014 में जब स्मृति ईरानी अमेठी में चुनाव लड़ने आईं, तब हमने अपने घर में रहने के लिए जगह दी, लेकिन वह कार्यकर्ताओं से कहती हैं कि कोई हमें पूछने वाला नहीं था। हम सीमेंट के गोदाम में रहते थे। इस तरह की बात से हमारा मन खट्टा हो गया। वह कहते हैं- हम अकेले नहीं हैं, ऐसे कई कार्यकर्ता हैं। जिनसे दीदी की दूरियां बढ़ती चली गईं। पिछले 2 साल से जिले को बाहरी नेताओं से चलवाया जा रहा था। पता नहीं क्यों…वह हम लोगों पर भरोसा नहीं कर पा रही थीं। लोकल कार्यकर्ताओं को इज्जत नहीं मिली
स्टेशन से थोड़ी दूरी पर जय शंकर मिश्रा की जनरल स्टोर की दुकान है। जय शंकर कहते हैं- इस बार बाहर से आए नेताओं पर स्मृति ने फोकस किया। इससे लोकल कार्यकर्ता नाराज थे। इन सबकी वजह से ही जो खाटी भाजपाई थे, वे भी छिटक गए। हम भी पुराने भाजपा के वोटर रहे हैं। अबकी बार हमने कांग्रेस को वोट किया। इसके अलावा भी कई कारण हैं। फ्री राशन देने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। अगर एक फैक्ट्री लगाकर लोगों को नौकरी दी जाए तो उससे सभी का फायदा होगा।
लोग बोले- जीत के ओवर कॉन्फिडेंस में हार गईं स्मृति
रेलवे स्टेशन पर ही हमारी मुलाकात किट्टू चायवाला से हुई। किट्टू पहले दिल्ली में एक बड़े होटल में शेफ थे, लेकिन लॉकडाउन में नौकरी चली गई। इसलिए अमेठी वापस आए और डेढ़-दो साल पहले रेलवे स्टेशन पर चाय की दुकान चलाने लगे। वह कहते हैं- मेरी दुकान पर शहर का लगभग हर युवा चाय पीने आता है। उनकी बातों को सुनता हूं तो लगता है कि उनके अंदर बेरोजगारी को लेकर आक्रोश है। अमेठी के राजा का सम्मान नहीं किया तो जीत कैसे मिलती?
गौरीगंज कस्बे के नगरवा मोहल्ले में हमारी मुलाकात आशीष तिवारी और विवेक त्रिपाठी से हुई। दोनों ही अमेठी में भाजपा की हार को चौंकाने वाला नहीं बताते। कहते हैं- डॉ संजय सिंह अमेठी के राजा हैं। यहां की जनता के बीच उनका सम्मान है, लेकिन 2022 में जब वह भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ने उतरे तो उन्हें हरवा दिया गया। तब यह नहीं सोचा गया कि आपका भी वक्त आएगा। घमंड इतना था कि राजा संजय सिंह का समर्थन मांगना भी उचित नहीं समझा गया। छुट्टा पशु, बेरोजगारी-महंगाई ने लगाई हार पर आखिरी मुहर
चुनाव से पहले स्मृति ईरानी ने गौरीगंज के मेदनमवई में अपना घर बनाया। जनता का दिल जीतने के लिए खुद को अमेठी का निवासी बताया। उसी मेदनमवई इलाके में हमारी मुलाकात महादेव मौर्या से हुई। महादेव मौर्या ने यह नहीं बताया कि किसे वोट किया? लेकिन वह कहते हैं- हम किसान लोग हैं, छुट्टा पशुओं की वजह से हमारे पास खाने को नहीं बचता है। हमारा बेटा बी फार्मा किया हुआ है, लेकिन उसे नौकरी नहीं मिल पा रही है। इन्हीं सबसे नाराजगी थी। कोई सुनवाई नहीं होती है। अब पार्टी कार्यालयों का हाल… कांग्रेस कार्यालय: जिला प्रवक्ता बोले- कांग्रेस का चुनाव जनता ने लड़ा
गौरीगंज कस्बे में घुसते ही थोड़ी दूरी पर कांग्रेस का दफ्तर बना हुआ है। बड़े से कैंपस में घुसते ही सबसे पहले राहुल गांधी का कटआउट नजर आया। चुनाव बाद यहां चहल-पहल बढ़ गई है। यहां हमारी मुलाकात पार्टी के जिला प्रवक्ता अनिल सिंह से हुई। वह बताते हैं- ज्यादातर पदाधिकारी दिल्ली चले गए हैं। कुछ लोग बचे हैं। जहां पहले सन्नाटा पसरा रहता था, अब वहीं थोड़ी चहल-पहल है। लोग आने-जाने लगे हैं। वहीं हमारी मुलाकात गौरीगंज ब्लॉक के कांग्रेस के नगर अध्यक्ष अवनीश मिश्रा से हुई। वह कहते हैं- जो कांग्रेसी पिछली बार भाजपा में चले गए थे। अपनी उपेक्षा से नाराज थे। वे खुद सामने नहीं आए, लेकिन उन्होंने कांग्रेस को वोट करने के साथ ही और भी लोगों से वोट दिलवाए। स्मृति ईरानी थीं तो लेडीज लेकिन इतना आतंक हो गया था, जिसका जवाब नहीं। उनकी मीटिंग में कोई किसी काम के पूरा न होने का सवाल उठाता तो उसके ऊपर मुकदमा करवा देतीं। भरी सभा में कहती थीं कि कांग्रेस का गुंडा है, जिससे लोग परेशान थे। उसी वजह से वोट देकर कांग्रेस को जिताया गया। भाजपा कार्यालय: स्मृति-मोदी के कटआउट, लेकिन सन्नाटा पसरा दिखा
कांग्रेस कार्यालय से लगभग 5 किमी दूरी पर भाजपा कार्यालय है। जब हम वहां पहुंचे तो पूरे कार्यालय पर स्मृति ईरानी और मोदी के कटआउट लगे मिले। लेकिन कार्यालय के अंदर सन्नाटा दिखा। अंदर जाने पर मीटिंग हॉल में दो से तीन लोग मिले, जो टीवी देख रहे थे। साथ ही साथ दिल्ली में सरकार बनने को लेकर जो उठा-पटक हो रही है, उस पर बहस कर रहे थे। बहरहाल, हमारी वहां मुलाकात भाजपा के किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष सूर्य नारायण तिवारी से हुई। वह कहते हैं- जो भाजपा का कैडर वोट है, वह हमें मिला है। लेकिन हमसे जो चूक हुई वह दलित वोटों को लेकर हुई। हम लोगों को लग रहा था कि वे लाभार्थी हैं। ऐसे में वे कहीं नहीं जाएंगे। लेकिन आपने देखा होगा कि राहुल गांधी अपनी हर मीटिंग में लाल डायरी लेकर घूमते और कहते रहे कि संविधान खतरे में है। इससे दलित वोट लामबंद हो गया और उनकी तरफ चला गया। यहीं हमारी मुलाकात अरूण कुमार मिश्रा से हुई। कहते हैं- यह अमेठी की जनता की भूल है। वह पछताएंगे। वह ऐसी सांसद थीं, जो जनता के बीच रहती थीं। केएल शर्मा वही हैं, जब लोग उनके पास काम लेकर जाते तो उनके सामने ही उनकी चिट्ठी डस्टबिन में डाल देते थे। क्या स्मृति चुनाव लड़ने वापस आएंगी? इस पर सूर्य नारायण कहते हैं- बिल्कुल, हम सब विश्लेषण कर रहे हैं। संगठन को फिर से मजबूत करेंगे और अगला चुनाव दीदी ही लड़ेंगी और जीतेंगी। पब्लिक से बातचीत के बाद स्मृति ईरानी की हार के 3 कारण समझ में आए… कारण 1. बाहरी नेताओं के आने से कार्यकर्ता नाराज हुए
चुनाव से पहले स्मृति ईरानी ने टीम को मजबूत करने के लिए अमेठी से सपा विधायक गायत्री देवी की पत्नी महाराजी देवी को पार्टी में ले लिया। गौरीगंज से सपा विधायक राकेश सिंह भी पार्टी में आ गए। सबसे पहले महाराजी देवी के आने से डॉ संजय सिंह नाराज हुए तो उन्होंने पूरे चुनाव में चुप्पी साध ली। साथ ही जो भाजपाई अमेठी या गौरीगंज विधानसभा से भविष्य में चुनाव लड़ना चाहते थे, उन्हें लगा कि अब इन्हीं को पार्टी आगे बढ़ाएगी। ऐसे में उन लोगों ने भी दूरी बना ली। कारण 2. कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से बिगड़े हालात
पिछले एक डेढ़ साल से कार्यकर्ता स्मृति और उनकी टीम से नाराज चल रहे थे। जो भी कार्यकर्ता जमीनी हालात बताता तो उसे डांटकर भगा दिया जाता। कोई काम होने पर कई बार एप्लिकेशन दी जाती, लेकिन काम नहीं हो पाता था। कारण 3. नेगेटिव कैंपेनिंग का असर भी हुआ
2019 में स्मृति ईरानी सांसद तो बन गई लेकिन पूरे पांच साल वह राहुल गांधी को ही कोसने में लगी रहीं। जब राहुल ने सीट बदल दी तो जनता के सामने उन्हें भगोड़ा साबित करने में लग गईं। मतदान से पहले कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह पर मुकदमा करवाना भी अमेठी के लोगों को अखर गया। पॉलिटिकल एक्सपर्ट
अमेठी में भाजपा के हारने के फैक्टर क्या हैं?
इस सवाल को लेकर हम वरिष्ठ पत्रकार शीतला प्रसाद मिश्रा के पास पहुंचे। उन्होंने बताया- भाजपा ने संगठन स्तर पर होमवर्क नहीं किया था। वह उदाहरण देते हुए समझाते हैं, सरवांवा बूथ पर भाजपा को 2 वोट मिले। जबकि एक बूथ पर पन्ना प्रमुख से लेकर तमाम लोगों को भाजपा लगाती है। स्मृति ईरानी ने चुनाव से पहले जनसंवाद यात्रा भी निकाली। जहां वह अधिकारियों के साथ जाती थीं। मौके पर समस्याओं का निराकरण भी किया। लेकिन कुछ लोगों की समस्या का निराकरण नहीं हुआ होगा तो वे नाराज होंगे। भाजपा की परंपरागत सीट नहीं है अमेठी
अमेठी के पत्रकार चिंतामणि मिश्रा कहते हैं- अमेठी भाजपा की परंपरागत सीट नहीं है। इसके बावजूद अमेठी को जीतने के लिए अगर कहें कि कांग्रेस ने 5 साल से तैयारी की तो ऐसा नहीं है। चुनाव से 15 से 20 दिन पहले एक स्ट्रेटजी प्लान की गई। जिसमें राहुल को रायबरेली से अचानक कैंडिडेट बनाया गया। अमेठी से केएल शर्मा को उतारा गया। यहां स्मृति के खिलाफ प्रियंका गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक नकारात्मक माहौल तैयार किया। जिससे चुनाव स्मृति के खिलाफ चला गया। किशोरी लाल सिर्फ एक फेस थे। यहां से राहुल या प्रियंका गांधी के अलावा कांग्रेस का कोई भी फेस चुनाव लड़ता तो जीत जाता। क्योंकि जनता का जुड़ाव गांधी परिवार से है। वह नेगेटिव कैंपेन से नाराज थी।