<p style=”text-align: justify;”><strong>Food Jihad</strong><strong>:</strong> इस साल जुलाई के दूसरे सप्ताह से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है. कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी लगातार बैठकें कर तैयारी में डटे हैं, वहीँ अब हिन्दू संगठनों ने फूड जिहाद रोकने की मांग ने टेंशन बढ़ा दी है. योग साधना आश्रम सावन के महंत स्वामी यशवीर ने ऐलान किया कि 5000 हिन्दू वीरों की टीम कांवड़ में फूड जेहाद रोकेगी. जिसमें कांवड़ मार्ग पर किसी भी मुस्लिम को खान-पान की दुकान नहीं चलाने दी जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्वामी यशवीर ने बताया कि सावन माह 10 जुलाई से शुरू हो रहा है. उन्होंने बताया कि हर साल लाखों शिव भक्त हरिद्वार की हर की पौड़ी से गंगाजल लेकर मुजफ्फरनगर के रास्ते अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करते हैं. यात्रा में फूड जिहाद को रोकने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी गयीं हैं. हमारी टीमें कावड़ मार्ग पर भ्रमण करेंगी और उन दुकानों पर नजर रखेगी जहां कोई भी मुस्लिम व्यक्ति हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर या अपना असली नाम छुपाकर खान-पान की दुकान चला रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>5000 </strong><strong>हिंदू वीरों की सेना का गठन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यशवीर महाराज ने बताया कि कांवड़ मार्ग पर गांवों और दुकानों पर पहुंचकर हिंदू समाज के लोगों से संपर्क किया जा रहा है. इस मुहिम में अब तक 5000 लोगों की टीम तैयार हो चुकी है. यह टीम मुजफ्फरनगर व आसपास के जिलों में भी नजर रखेगी जहां से शिव भक्त कावड़ लेकर गुजरते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पिछली बार नेम प्लेट विवाद गहराया था </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पिछले वर्ष भी कांवड़ यात्रा के दौरान स्वामी यशवीर ने खान-पान की दुकानों पर नेमप्लेट लगाने की मांग उठाई थी. इस मांग को पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का समर्थन प्राप्त हुआ था, लेकिन बाद में कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी. इस बार यशवीर स्वामी ने अभी से फूड जिहाद को लेकर सक्रियता बढ़ा दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर प्रशासन ने अभी तक हिन्दू संगठनों के इस रवैये पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, हां लेकिन उच्च अधिकारियों ने सभी जिलों को ये निर्देश जरुर दिए हैं कि स्थानीय स्तर पर कोई नया ऑर्डर न जारी करें. पिछले साल मुज़फ्फरनगर पुलिस द्वारा नेम प्लेट लगाने की काफी आलोचना हुई थी, बाद में ऑर्डर वापस लेना पड़ा.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Food Jihad</strong><strong>:</strong> इस साल जुलाई के दूसरे सप्ताह से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है. कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी लगातार बैठकें कर तैयारी में डटे हैं, वहीँ अब हिन्दू संगठनों ने फूड जिहाद रोकने की मांग ने टेंशन बढ़ा दी है. योग साधना आश्रम सावन के महंत स्वामी यशवीर ने ऐलान किया कि 5000 हिन्दू वीरों की टीम कांवड़ में फूड जेहाद रोकेगी. जिसमें कांवड़ मार्ग पर किसी भी मुस्लिम को खान-पान की दुकान नहीं चलाने दी जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्वामी यशवीर ने बताया कि सावन माह 10 जुलाई से शुरू हो रहा है. उन्होंने बताया कि हर साल लाखों शिव भक्त हरिद्वार की हर की पौड़ी से गंगाजल लेकर मुजफ्फरनगर के रास्ते अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करते हैं. यात्रा में फूड जिहाद को रोकने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी गयीं हैं. हमारी टीमें कावड़ मार्ग पर भ्रमण करेंगी और उन दुकानों पर नजर रखेगी जहां कोई भी मुस्लिम व्यक्ति हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर या अपना असली नाम छुपाकर खान-पान की दुकान चला रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>5000 </strong><strong>हिंदू वीरों की सेना का गठन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यशवीर महाराज ने बताया कि कांवड़ मार्ग पर गांवों और दुकानों पर पहुंचकर हिंदू समाज के लोगों से संपर्क किया जा रहा है. इस मुहिम में अब तक 5000 लोगों की टीम तैयार हो चुकी है. यह टीम मुजफ्फरनगर व आसपास के जिलों में भी नजर रखेगी जहां से शिव भक्त कावड़ लेकर गुजरते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पिछली बार नेम प्लेट विवाद गहराया था </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पिछले वर्ष भी कांवड़ यात्रा के दौरान स्वामी यशवीर ने खान-पान की दुकानों पर नेमप्लेट लगाने की मांग उठाई थी. इस मांग को पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का समर्थन प्राप्त हुआ था, लेकिन बाद में कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी. इस बार यशवीर स्वामी ने अभी से फूड जिहाद को लेकर सक्रियता बढ़ा दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर प्रशासन ने अभी तक हिन्दू संगठनों के इस रवैये पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, हां लेकिन उच्च अधिकारियों ने सभी जिलों को ये निर्देश जरुर दिए हैं कि स्थानीय स्तर पर कोई नया ऑर्डर न जारी करें. पिछले साल मुज़फ्फरनगर पुलिस द्वारा नेम प्लेट लगाने की काफी आलोचना हुई थी, बाद में ऑर्डर वापस लेना पड़ा.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Maharashtra: शिवसेना-यूबीटी ने बीएमसी चुनाव का फूंका बिगुल आदित्य ठाकरे ने करने जा रहे ये काम
UP में कांवड़ यात्रा से कुछ महीने पहले फिर निकला जिहाद का ‘जिन्न’ इस ऐलान ने बढ़ाई पुलिस की टेंशन
