UP Politics: अखिलेश यादव पर बरसे मौलाना शहाबुद्दीन रजवी, यूपी से दिल्ली तक मची सियासी हलचल

UP Politics: अखिलेश यादव पर बरसे मौलाना शहाबुद्दीन रजवी, यूपी से दिल्ली तक मची सियासी हलचल

<p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> ऑल इंडिया जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी (Maulana Shahabuddin Razvi) ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को लेकर बड़ा बयान दिया है. अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की गिरफ्तारी और फिर रिहाई का जिक्र करते हुए रजवी ने दावा किया है कि सपा और उनके नेता सिर्फ मुस्लिमों के वोट चाहते हैं लेकिन वह उनके मुद्दों पर साथ नहीं दिखते.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने यूपी के पूर्व सीएम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि- मुसलमानों ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को भरपूर समर्थन और वोट दिया, लेकिन पार्टी नेतृत्व मुस्लिम समुदाय के मसलों से कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है. उन्होंने कहा कि जब बात मुस्लिम समाज के मुद्दों की होती है, तो अखिलेश यादव की आवाज खामोश हो जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-electricity-department-fined-rs-5-crore-on-labor-union-leader-accused-disrupting-departmental-work-2951826″><strong>अयोध्या में बिजली विभाग ने आंदोलन करने पर लगाया 5.5 करोड़ रुपये का जुर्माना, विभागीय कार्य प्रभावित करने का आरोप</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रामगोपाल यादव पर भी बोले मौलाना शहाबुद्दीन रजवी</strong><br />उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रो. रामगोपाल यादव द्वारा महिला अफसरों- कर्नल सोफिया कुरैशी और कमांडर व्योमिका सिंह पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बावजूद अखिलेश यादव ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की. मौलाना ने सवाल किया कि इस मामले पर पार्टी अध्यक्ष की चुप्पी आखिर क्यों है?</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना रजवी ने कहा, ‘अखिलेश यादव बंद कमरों में रणनीति बनाते हैं, लेकिन जब किसी मुसलमान पर अन्याय होता है, तो उनका &lsquo;एक्स&rsquo; भी खामोश हो जाता है.’ उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज अब आंखें खोल रहा है और भविष्य में राजनीतिक समर्थन देने से पहले इन बातों को ज़रूर ध्यान में रखेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर की एक फेसबुक पोस्ट को लेकर उनकी गिरफ्तारी हुई थी जिसके बाद उन्हें स्थानीय अदालत ने जेल भेज दिया था. फिर सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जमानत मिली थी.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> ऑल इंडिया जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी (Maulana Shahabuddin Razvi) ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को लेकर बड़ा बयान दिया है. अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की गिरफ्तारी और फिर रिहाई का जिक्र करते हुए रजवी ने दावा किया है कि सपा और उनके नेता सिर्फ मुस्लिमों के वोट चाहते हैं लेकिन वह उनके मुद्दों पर साथ नहीं दिखते.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने यूपी के पूर्व सीएम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि- मुसलमानों ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को भरपूर समर्थन और वोट दिया, लेकिन पार्टी नेतृत्व मुस्लिम समुदाय के मसलों से कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है. उन्होंने कहा कि जब बात मुस्लिम समाज के मुद्दों की होती है, तो अखिलेश यादव की आवाज खामोश हो जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-electricity-department-fined-rs-5-crore-on-labor-union-leader-accused-disrupting-departmental-work-2951826″><strong>अयोध्या में बिजली विभाग ने आंदोलन करने पर लगाया 5.5 करोड़ रुपये का जुर्माना, विभागीय कार्य प्रभावित करने का आरोप</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रामगोपाल यादव पर भी बोले मौलाना शहाबुद्दीन रजवी</strong><br />उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रो. रामगोपाल यादव द्वारा महिला अफसरों- कर्नल सोफिया कुरैशी और कमांडर व्योमिका सिंह पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बावजूद अखिलेश यादव ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की. मौलाना ने सवाल किया कि इस मामले पर पार्टी अध्यक्ष की चुप्पी आखिर क्यों है?</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना रजवी ने कहा, ‘अखिलेश यादव बंद कमरों में रणनीति बनाते हैं, लेकिन जब किसी मुसलमान पर अन्याय होता है, तो उनका &lsquo;एक्स&rsquo; भी खामोश हो जाता है.’ उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज अब आंखें खोल रहा है और भविष्य में राजनीतिक समर्थन देने से पहले इन बातों को ज़रूर ध्यान में रखेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर की एक फेसबुक पोस्ट को लेकर उनकी गिरफ्तारी हुई थी जिसके बाद उन्हें स्थानीय अदालत ने जेल भेज दिया था. फिर सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जमानत मिली थी.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड यूपी के मेट्रो प्रोजेक्ट में 80 करोड़ रुपये का बकाया कर भागी तुर्की कंपनी, अब क्या होगा?