<p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के अर्बन कोऑपरेटिव बैंक प्रबंध समिति के चुनाव को लेकर शुरू हुआ विवाद मारपीट में तबदील हो गया था. लेकिन अब लखीमपुर थप्पड़ कांड की गूंज दिल्ली तक पहुंचे गई है और उसके बाद एक्शन शुरू हो गया है. लेकिन इस बीच समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पहली प्रतिक्रिया दी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी के लोग मनमानी कर रहे हैं. लखीमपुर में विधायक के थप्पड़ मारा गया, क्या कार्रवाई हुई बताइए?'</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के अर्बन कोऑपरेटिव बैंक प्रबंध समिति के चुनाव को लेकर शुरू हुआ विवाद मारपीट में तबदील हो गया था. लेकिन अब लखीमपुर थप्पड़ कांड की गूंज दिल्ली तक पहुंचे गई है और उसके बाद एक्शन शुरू हो गया है. लेकिन इस बीच समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पहली प्रतिक्रिया दी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी के लोग मनमानी कर रहे हैं. लखीमपुर में विधायक के थप्पड़ मारा गया, क्या कार्रवाई हुई बताइए?'</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड In Pics: शिमला की खूबसूरत वादियों में बढ़ी ठंडक, मौसम का लुत्फ उठाने पहुंच रहे सैलानी
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मुकेश चंद्राकर को आर्थिक मदद पर भूपेश बघेल ने उठाए सवाल, OBC आरक्षण बिल पर भी दिया बयान
मुकेश चंद्राकर को आर्थिक मदद पर भूपेश बघेल ने उठाए सवाल, OBC आरक्षण बिल पर भी दिया बयान <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण में कटौती पर राज्य के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से ओबीसी आरक्षण के खिलाफ रही है. कांग्रेस का झूठ और आरक्षण विरोधी इतिहास जनता के सामने उजागर किया जाएगा. इस पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने अरुण साव और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भूपेश बघेल ने कहा, “अरुण साव ने विधानसभा में जो बिल प्रस्तुत किया था, उस पर राज्यपाल ने अभी तक हस्ताक्षर क्यों नहीं किए, यह एक बड़ा सवाल है. दूसरी बात, 73वें और 74वें संविधान संशोधन में कहीं भी उल्लेख नहीं है कि चुनावों की अवधि बढ़ाई जा सकती है. इसमें यह साफ लिखा गया है कि पंचायती चुनाव के पांच साल पूरा होने से 6 महीने पहले चुनाव कराए जा सकते हैं. इसका मतलब यह नहीं कि पांच साल की अवधि पूरी होने के बाद समय बढ़ाया जा सकता है. इसके बावजूद इस प्रक्रिया को असंवैधानिक तरीके से बढ़ाया गया है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “जब पंजाब और मध्य प्रदेश की सरकारों ने चुनावी अवधि में वृद्धि की, तो सुप्रीम कोर्ट में कुछ लोगों ने याचिका दायर की थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने दोनों सरकारों को फटकार लगाते हुए चुनाव कराने के लिए एक समयबद्ध कार्यक्रम दिया. इसके बावजूद अगर उपमुख्यमंत्री इस निर्णय का समर्थन करते हैं, जो खुद भी वकालत करते रहे हैं, तो उनके वकालत के ज्ञान पर सवाल उठने लाजिमी हैं. दूसरी बात, ओबीसी के लिए आरक्षण की स्थिति में स्पष्टता का अभाव है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>बघेल ने कहा, “न तो महिला और न ही पुरुष के लिए ओबीसी आरक्षण किया गया है, जबकि इससे पहले चाहे रमन सिंह मुख्यमंत्री रहे हों या मैं, दोनों ने 27 जिलों में से 7 जिलों में ओबीसी के लिए जिला पंचायतों में आरक्षण सुनिश्चित किया था. वर्तमान में बस्तर और सरगुजा में एक भी वार्ड ओबीसी के लिए आरक्षित नहीं है. इससे यह साबित होता है कि जो बातें कही जाती हैं, वे हकीकत में कुछ और ही होती हैं. इनकी कथनी और करनी में अंतर साफ दिखाई देता है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुकेश चंद्राकर को आर्थिक मदद पर भूपेश बघेल ने उठाए सवाल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर सरकार के रवैए पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, “मुकेश चंद्राकर की हत्या से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई थी. पत्रकार की हत्या के बाद जो सहायता दी गई, उसमें इतना विलंब क्यों हुआ?</p>
<p style=”text-align: justify;”>दूसरी बात, मुकेश की मौत के बाद उसकी लाश को जिस तरह से छुपा कर रखा गया और अस्थि कलश को भी बिखेर दिया गया, यह पूरी तरह से निंदनीय और असंवैधानिक कृत्य था. मुकेश को अपमानित करने की कोई कसर नहीं छोड़ी गई और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही. यह बेहद शर्मनाक है. इसके अलावा, जो 10 लाख रुपये उसके परिवार को दिए गए हैं, वह अपर्याप्त हैं. इस आर्थिक मदद से परिवार की स्थिति सुधारने में कोई खास मदद नहीं मिलेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “सरकार को मुकेश के पर‍िवार को पहले नौकरी देनी चाहिए. सबसे बड़ी बात यह है कि जिस मुद्दे को लेकर मुकेश लड़ाई लड़ रहे थे, उसकी जांच की घोषणा अब तक क्यों नहीं की गई? सड़क निर्माण का भुगतान हो गया, लेकिन उस सड़क के निर्माण के ल‍िए जिम्मेदार लोग कौन थे, इसकी जांच अभी तक क्यों नहीं की गई? इसका मतलब यह है कि सरकार अपराधियों को बचा रही है और न्याय की प्रक्रिया में अड़चन डाल रही है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पर क‍िए गए तीखे हमले पर बघेल ने कहा, “राहुल गांधी की सभा में जो विषय उठाए गए, जैसे आरक्षण, अल्पसंख्यकों के अधिकार, और संविधान, उन सभी मुद्दों पर उन्होंने अपने विचार रखे. आज जो दृष्टिकोण प्रधानमंत्री मोदी का है, वही दृष्टिकोण पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी है. दोनों नेताओं की सोच और दृष्टिकोण इस मामले में एक जैसे हैं.”</p>
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दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर मनीष सिसोदिया ने कसी कमर, AAP नेताओं के साथ बैठक कर बनाई खास रणनीति
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर मनीष सिसोदिया ने कसी कमर, AAP नेताओं के साथ बैठक कर बनाई खास रणनीति <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Assembly Elections:</strong> दिल्ली की तिहाड़ जेल से निकलने के बाद मनीष सिसोदिया आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. आज रविवार (18 अगस्त) को मनीष सिसोदिया ने विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए पार्टी नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में विधानसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने कई अभियानों को शुरू करने का फैसला लिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी 70 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ता सम्मेलन करेगी. इसके साथ ही पार्टी विधायक कार्यकर्ताओं को अपने साढ़े चार साल के कामों की रिपोर्ट देंगे. इसके अवाला पार्टी पूरी दिल्ली में ऑटो संवाद करेगी. वहीं जल्द ही सभी विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यकर्ताओं की बूथ मैपिंग भी होगी. बैठक के दौरान आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर शीर्ष नेताओं ने पार्टी की नीति पर मंथन किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>AAP ने तेज की विधानसभा चुनवा की तैयारी<br /></strong>इस दौरान यह तय किया गया कि किस तरह से दिल्ली की जनता के बीच पार्टी जाएगी और घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करेगी. बता दें इससे पहले हुई बैठक में मनीष सिसोदिया ने 14 अगस्त से हर विधानसभा में पदयात्रा निकाले का ऐलान किया था. बता दें दिल्‍ली में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं, ऐसे में सत्‍तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने जोरशोर से तैयारी शुरू करदी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिसोदिया ने शुरू की पदयात्रा<br /></strong>बता दें विधानसभा चुनाव से पहले मनीष सिसोदिया की “पदयात्रा” शुक्रवार को ग्रेटर कैलाश निर्वाचन क्षेत्र से शुरू हुई. इस दौरान उन्होंने सड़कों पर चलते हुए स्थानीय दुकानदारों और रिक्शा चालकों से बातचीत की और उनकी प्रतिक्रिया ली. बता दें आप के वरिष्ठ नेता अभियान के दौरान दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे. इस दौरान सिसोदिया ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव तक उन्हें जेल में रखने की भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ‘साजिश’ विफल हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”दिल्ली विधानसभा चुनाव तक मुझे…’, BJP पर फिर भड़के AAP नेता मनीष सिसोदिया” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-aap-leader-manish-sisodia-said-bjp-conspiracy-to-keep-him-in-jail-till-assembly-elections-failed-2763500″ target=”_self”>’दिल्ली विधानसभा चुनाव तक मुझे…’, BJP पर फिर भड़के AAP नेता मनीष सिसोदिया</a></strong></p>
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हरियाणा की 2 लोकसभा सीटों की EVM चेक होंगी:दोनों BJP ने जीतीं; कांग्रेस उम्मीदवारों की वोटिंग में गड़बड़ी की शिकायत पर ECI का फैसला
हरियाणा की 2 लोकसभा सीटों की EVM चेक होंगी:दोनों BJP ने जीतीं; कांग्रेस उम्मीदवारों की वोटिंग में गड़बड़ी की शिकायत पर ECI का फैसला चुनाव आयोग ने हरियाणा की 2 लोकसभा सीटों पर चुनाव में EVM में गड़बड़ी की शिकायत की जांच के आदेश दिए हैं। इनमें करनाल और फरीदाबाद सीट शामिल है। जिनकी अब EVM चेक कराई जाएगी। करनाल से केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और फरीदाबाद से केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर चुनाव जीते थे। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की ओर से चुनाव के दौरान गड़बड़ी की आशंका जताई गई थी। इसे लेकर चुनाव आयोग में शिकायत भी की गई थी। करनाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिव्यांशु बुद्धिराजा ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर EVM की जांच करने की मांग की थी। वहीं, फरीदाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार महेंद्र प्रताप ने भी गड़बड़ी की आशंका जताई थी। चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि लोकसभा चुनाव 2024 में EVM में गड़बड़ी की शिकायत के 8 आवेदन आए थे। इनमें हरियाणा के करनाल और फरीदाबाद लोकसभा सीट के भी नाम शामिल थे। इनमें EVM की मेमोरी और माइक्रो कंट्रोलर की जांच की मांग की गई थी। इन दोनों सीटों पर BJP जीती
करनाल और फरीदाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। करनाल से हरियाणा के साढ़े नौ साल मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस के उम्मीदवार दिव्यांशु बुद्धिराजा को हराया। खट्टर यहां से 2 लाख 32 हजार 577 वोटों के बड़े अंतर से जीते थे। खट्टर का यह पहला लोकसभा चुनाव था। इसके बाद वह मोदी 3.0 कैबिनेट में मंत्री बन चुके हैं। उन्हें शहरी विकास एवं आवास और ऊर्जा मंत्री बनाया गया है। वहीं, फरीदाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा ने कृष्णपाल गुर्जर को उम्मीदवार बनाया था। यहां से उन्होंने कांग्रेस के महेंद्र प्रताप सिंह को हराकर जीत हासिल की। गुर्जर ने यह सीट 1 लाख 72 हजार 914 वोटों के अंतर से जीती थी। जीत के बाद कृष्णपाल गुर्जर भी लगातार तीसरी बार मोदी कैबिनेट में केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए गए हैं। उन्हें अमित शाह के साथ सहकारिता विभाग दिया गया है। कांग्रेस उम्मीदवार चेक करेंगे EVM
ECI के मुताबिक करनाल और फरीदाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवारों को EVM चेक करवाई जाएगी। करनाल लोकसभा सीट से करनाल में 2 EVM और पानीपत सिटी की 2 EVM चेक कराई जाएंगी। यानी करनाल लोकसभा सीट की 4 EVM चेक की जाएंगी। वहीं, फरीदाबाद लोकसभा सीट के बड़कल बूथ की 2 EVM चेक कराई जाएंगी। करनाल उम्मीदवार बुद्धिराजा बोले- 2 लाख जमा किए
करनाल लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रहे दिव्यांशु बुद्धिराजा ने बताया कि हमने 4 बूथों पर EVM में गड़बड़ी की शिकायत की थी। इसके लिए आयोग में 2 लाख रुपए भी जमा कराए। हालांकि आयोग ने यह व्यवस्था पहली बार की है, लेकिन कमीशन की ओर से टेक्निकल SOP जारी नहीं की गई है कि वह EVM कैसे चेक कराएंगे। हालांकि आयोग ने भरोसा दिया है कि EVM की जांच को लेकर उनकी पूरी संतुष्टि कराएंगे। मैं खुद भी इंजीनियर हूं। इसलिए मैं खुद इसकी तह तक जाऊंगा। इसके साथ ही हम आयोग पर एसओपी जारी कराने के लिए दबाव बना रहे हैं। पहली बार ऐसा हो रहा…
यह पहली बार है कि ECI ने EVM चेक कराने को लेकर गाइड लाइन जारी की है। 4 जून को काउंटिंग से पहले 1 जून को आयोग की ओर से यह गाइडलाइन आई थी। इसमें यह प्रावधान किया गया है कि रिजल्ट आने के बाद जो भी सेकेंड पोजिशन वाला उम्मीदवार है, वह EVM चेक कराने के लिए आवेदन कर सकता है। इसके लिए आयोग की ओर से एक EVM चेक कराने के लिए 50 हजार रुपए की फीस रखी गई है। हालांकि इसके लिए उम्मीदवार को रिजल्ट आने के 7 दिन के भीतर ही आवदेन किया जाना जरूरी है। ECI की तरफ से EVM की जांच के आदेश…