UP Power Boost: उत्तर प्रदेश में बिजली क्रांति, योगी सरकार की कामयाबी, 2017 के बाद 8,952 मेगावाट की रिकॉर्ड वृद्धि

UP Power Boost: उत्तर प्रदेश में बिजली क्रांति, योगी सरकार की कामयाबी, 2017 के बाद 8,952 मेगावाट की रिकॉर्ड वृद्धि

<p style=”text-align: justify;”><strong>Yogi</strong> <strong>Adityanath</strong> <strong>Government</strong><strong>:</strong> उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने बीते कुछ सालों में बिजली उत्पादन के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है. जहां 2017 तक प्रदेश में कुल 15,916 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता थी, वहीं अब यह बढ़कर 24,868 मेगावाट तक पहुँच गई है. यानी सरकार ने अपनी नीतियों और योजनाओं के जरिए 8,952 मेगावाट की वृद्धि की है. खास बात यह है कि इस साल के अंत तक यह आंकड़ा और बढ़कर 27,184 मेगावाट तक पहुँचने की उम्मीद जताई जा रही है. इस साल ही 2,316 मेगावाट की वृद्धि दर्ज होने जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार ने न केवल उत्पादन बढ़ाया है, बल्कि नए बिजलीघरों के निर्माण को भी तेजी दी है. 2017 के बाद से ही 13 नए बिजलीघरों का काम शुरू हुआ, जिनकी कुल क्षमता 18,040 मेगावाट है. इनमें से लगभग 9,000 मेगावाट के बिजलीघर पहले ही चालू हो चुके हैं और शेष पर काम तेजी से जारी है. ये सभी प्रयास प्रदेश में बिजली संकट को खत्म करने और हर घर को रोशन करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गांव-गांव पहुंची बिजली </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>योगी सरकार की नीतियों ने गांव-गांव तक बिजली पहुँचाने के सपने को भी साकार कर दिया है. सरकार के अनुसार, अब तक प्रदेश के 1,21,324 मजरों (छोटे गांवों और बस्तियों) का विद्युतीकरण पूरा कर लिया गया है. साथ ही, 1 करोड़ 78 लाख से ज्यादा बिजली कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं. इससे गांवों की तस्वीर बदल गई है और लोगों को रात में भी उजाला मिल रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अगले दस सालों की जरूरत का ध्यान </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अगले 10 सालों के लिए भी व्यापक योजना बनाई है. इसके तहत 10,795 मेगावाट की तापीय ऊर्जा परियोजनाओं के अलावा करीब 28,000 मेगावाट की अन्य ऊर्जा परियोजनाओं पर काम किया जाएगा. खास बात यह है कि इसमें नवीकरणीय ऊर्जा जैसे सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा को भी अहमियत दी जा रही है. इस कदम से प्रदेश न केवल अपनी ऊर्जा जरूरतों को खुद पूरा करने में सक्षम होगा, बल्कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर भी तेजी से बढ़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्योग धंधों को मिलेगा फायदा </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बिजली के इस क्षेत्र में हुई इस तरक्की का सीधा फायदा उद्योगों और कारोबार को भी होगा. बिजली की उपलब्धता से किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी और छोटे उद्योग भी रफ्तार पकड़ेंगे. मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने यह साबित कर दिया है कि अगर नीयत साफ हो और नीति मजबूत, तो किसी भी क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई जा सकती है. आने वाले दिनों में प्रदेश की तस्वीर और उजली होगी, यह भरोसा अब हर नागरिक को है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Yogi</strong> <strong>Adityanath</strong> <strong>Government</strong><strong>:</strong> उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने बीते कुछ सालों में बिजली उत्पादन के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है. जहां 2017 तक प्रदेश में कुल 15,916 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता थी, वहीं अब यह बढ़कर 24,868 मेगावाट तक पहुँच गई है. यानी सरकार ने अपनी नीतियों और योजनाओं के जरिए 8,952 मेगावाट की वृद्धि की है. खास बात यह है कि इस साल के अंत तक यह आंकड़ा और बढ़कर 27,184 मेगावाट तक पहुँचने की उम्मीद जताई जा रही है. इस साल ही 2,316 मेगावाट की वृद्धि दर्ज होने जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार ने न केवल उत्पादन बढ़ाया है, बल्कि नए बिजलीघरों के निर्माण को भी तेजी दी है. 2017 के बाद से ही 13 नए बिजलीघरों का काम शुरू हुआ, जिनकी कुल क्षमता 18,040 मेगावाट है. इनमें से लगभग 9,000 मेगावाट के बिजलीघर पहले ही चालू हो चुके हैं और शेष पर काम तेजी से जारी है. ये सभी प्रयास प्रदेश में बिजली संकट को खत्म करने और हर घर को रोशन करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गांव-गांव पहुंची बिजली </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>योगी सरकार की नीतियों ने गांव-गांव तक बिजली पहुँचाने के सपने को भी साकार कर दिया है. सरकार के अनुसार, अब तक प्रदेश के 1,21,324 मजरों (छोटे गांवों और बस्तियों) का विद्युतीकरण पूरा कर लिया गया है. साथ ही, 1 करोड़ 78 लाख से ज्यादा बिजली कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं. इससे गांवों की तस्वीर बदल गई है और लोगों को रात में भी उजाला मिल रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अगले दस सालों की जरूरत का ध्यान </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अगले 10 सालों के लिए भी व्यापक योजना बनाई है. इसके तहत 10,795 मेगावाट की तापीय ऊर्जा परियोजनाओं के अलावा करीब 28,000 मेगावाट की अन्य ऊर्जा परियोजनाओं पर काम किया जाएगा. खास बात यह है कि इसमें नवीकरणीय ऊर्जा जैसे सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा को भी अहमियत दी जा रही है. इस कदम से प्रदेश न केवल अपनी ऊर्जा जरूरतों को खुद पूरा करने में सक्षम होगा, बल्कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर भी तेजी से बढ़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्योग धंधों को मिलेगा फायदा </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बिजली के इस क्षेत्र में हुई इस तरक्की का सीधा फायदा उद्योगों और कारोबार को भी होगा. बिजली की उपलब्धता से किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी और छोटे उद्योग भी रफ्तार पकड़ेंगे. मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने यह साबित कर दिया है कि अगर नीयत साफ हो और नीति मजबूत, तो किसी भी क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई जा सकती है. आने वाले दिनों में प्रदेश की तस्वीर और उजली होगी, यह भरोसा अब हर नागरिक को है.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड UP Panchayat Chunav 2026: यूपी पंचायत चुनाव में क्या है अपना दल की रणनीति? आशीष पटेल ने किया बड़ा खुलासा