उत्तर रेलवे ने लखनऊ मंडल में यातायात अवरोध के कारण कई ट्रेनों को कैंसिल किया है। इसके अलावा कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए हैं। जिसको लेकर अंबाला डिवीजन की 40 ट्रेन प्रभावित प्रभावित हुई है। रेलवे विभाग ने अंबाला डिवीजन की प्रभावित होने वाली ट्रेन की सूची जारी करके इसकी सूचना दी है। 23 ट्रेनों के रूट किए गए डायवर्ट भारतीय रेलवे के मुताबिक, लखनऊ मंडल पर ऐशबाग-लखनऊ और चारबाग-लखनऊ-कानपुर मध्य खंड के ऐशबाग-लखनऊ-मानक नगर स्टेशनों के मध्य स्वतंत्र बाइपास लाइन के नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के चलते 12 ट्रेन कैंसिल की हैं। इसके अलावा 23 ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं। 5 ट्रेन को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है तो वहीं 15 ट्रेन रि-शेड्यूल की गई हैं। उत्तर रेलवे ने लखनऊ मंडल में यातायात अवरोध के कारण कई ट्रेनों को कैंसिल किया है। इसके अलावा कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए हैं। जिसको लेकर अंबाला डिवीजन की 40 ट्रेन प्रभावित प्रभावित हुई है। रेलवे विभाग ने अंबाला डिवीजन की प्रभावित होने वाली ट्रेन की सूची जारी करके इसकी सूचना दी है। 23 ट्रेनों के रूट किए गए डायवर्ट भारतीय रेलवे के मुताबिक, लखनऊ मंडल पर ऐशबाग-लखनऊ और चारबाग-लखनऊ-कानपुर मध्य खंड के ऐशबाग-लखनऊ-मानक नगर स्टेशनों के मध्य स्वतंत्र बाइपास लाइन के नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के चलते 12 ट्रेन कैंसिल की हैं। इसके अलावा 23 ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं। 5 ट्रेन को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है तो वहीं 15 ट्रेन रि-शेड्यूल की गई हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा BJP की मांग-चुनाव तारीख बदले आयोग:चिट्ठी में छुटटी-बिश्नोई समाज का हवाला; वोटिंग परसेंट गिरने से भाजपा को होता है नुकसान
हरियाणा BJP की मांग-चुनाव तारीख बदले आयोग:चिट्ठी में छुटटी-बिश्नोई समाज का हवाला; वोटिंग परसेंट गिरने से भाजपा को होता है नुकसान हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विधानसभा चुनाव की तारीखों में फेरबदल करने की मांग की है। इसको लेकर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने केंद्रीय चुनाव आयोग को लेटर भेजा है। जिसमें उन्होंने चुनाव की तारीखों में बदलाव के छुट्टी समेत 2 बड़े कारण बताए हैं। चुनाव आयोग ने 16 अगस्त को हरियाणा में चुनाव का ऐलान किया था। 1 अक्टूबर को वोटिंग और 4 अक्टूबर को मतगणना होगी। मोहन लाल बड़ौली ने लेटर में लिखा है कि चुनाव की तारीखों को बदला जाए, क्योंकि यह छुट्टी का समय होता है और काफी लोग बाहर चले जाते हैं। इसके अलावा बिश्नोई समाज का धार्मिक अनुष्ठान भी है। इसका इफेक्ट वोटिंग पर पड़ेगा। बड़ौली ने कहा कि 28 तारीख को शनिवार और 29 तारीख को रविवार है। 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती की छुट्टी है। वहीं 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती का अवकाश है। ऐसे में 6 दिन का लंबा वीकेंड होने के कारण लोग छुट्टियों पर जा सकते हैं। इससे वोटिंग प्रतिशत में गिरावट होगी। चुनाव आयोग की भी प्राथमिकता होती है कि 100 प्रतिशत मतदान हो। इसलिए चुनाव की तारीखों को आगे बढ़ाया जाए ताकि वोटिंग प्रतिशत बढ़ सके। भाजपा को वोटिंग प्रतिशत घटने से नुकसान
लोकसभा चुनाव में देखा गया है कि भाजपा को वोटिंग प्रतिशत घटने से नुकसान होता है। इस बार लोकसभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत घटने से भाजपा को नुकसान हुआ। इस बार 65 फीसदी वोटिंग हुई, यानी 2019 के मुकाबले करीब 5.34 फीसदी कम। इसमें भाजपा को 46.06 वोट प्रतिशत मिले, वहीं कांग्रेस का वोट शेयर 43.73% रहा। 2019 में हरियाणा में 70.34 फीसदी मतदान हुआ था। जिसमें भाजपा को 58.2 फीसदी वोट हासिल हुए और भाजपा ने राज्य की सभी 10 सीटों पर कब्जा जमाया। कांग्रेस 28.5 फीसदी पर ही आकर सिमट गई। इसी तरह 2014 में जब 71.45 फीसदी मतदान हुआ तो भाजपा को सात सीटें मिलीं और वोट शेयर 34.8 फीसदी रहा। बिश्नोई समाज का सबसे बड़ा मेला 2 अक्टूबर को
बता दें कि 2 अक्टूबर को राजस्थान में मुकाम धाम में आसोज का मेला शुरू होगा। बिश्नोई समाज में दो बड़े मेले लगते हैं। एक मेला फाल्गुन अमावस्या को होता है तो दूसरा आसोज की अमावस्या पर होगा। इस मेले में देशभर से बिश्नोई समाज के लोग भाग लेने के लिए जाते हैं। राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली से लोग मेले में पहुंचते हैं। आसोज अमावस्या एक अक्टूबर को रात 9.39 बजे शुरू होगी जो 3 अक्टूबर को 12:18 बजे समाप्त होगी। हरियाणा में 3 जिलों में बिश्नोई समाज का प्रभाव
बिश्नोई समाज का हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जिला पर अच्छा प्रभाव है। कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में आने के बाद बिश्नोई समाज का अधिकतर वोट बैंक भाजपा में शिफ्ट हो गया है। सिरसा, डबवाली, फतेहाबाद, हिसार, आदमपुर, नलवा, बरवाला विधानसभा में काफी बिश्नोई वोटर हैं। हिसार लोकसभा में करीब 48 हजार और सिरसा में करीब 51 हजार बिश्नोई समाज के वोट हैं। पार्टियों का मानना है कि बिश्नोई समाज का वोटर हमेशा एकजुट रहता है। इसलिए बिश्नोई समाज के वोट को निर्णायक वोट माना जाता है।
फरीदाबाद पुलिस ने किया फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड:महिला समेत 3 गिरफ्तार; विदेश में नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगा
फरीदाबाद पुलिस ने किया फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड:महिला समेत 3 गिरफ्तार; विदेश में नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगा हरियाणा के फरीदाबाद में विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने के एक मामले में छानबीन में लगी साइबर थाना सेंट्रल पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक महिला सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 14 मोबाइल फोन व 11 सिम कार्ड बरामद किए हैं। वारदात में प्रयोग 3 बैंक अकाउंट के डेबिट कार्ड, 1 लैपटॉप व कॉल ड्राइव और 15 हजार रुपए भी बरामद हुए हैं। बता दें की आरोपी shine.com जॉब पोर्टल से डाटा लेते थे और लोगों को विदेश में स्थित बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरी लगवाने का वादा करते थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में समरजीत, जय सिंह तथा हिना शामिल हैं। तीनों आरोपी दिल्ली के अलग-अलग एरिया के रहने वाले हैं। साइबर थाना में 15 जून को अभियोग अंकित किया गया था। इसमें फरीदाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति से संपर्क करके विदेश में नौकरी लगाने के नाम पर उसके साथ 50 हजार रुपए की साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। साइबर अपराधियों द्वारा जॉब पोर्टल shine.com से उसका रिज्यूम लेकर एक ईमेल भेजा था। इसमें थाईलैंड में नौकरी दिलाने का वादा किया गया था। साइबर अपराधियों ने व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क करके व्यक्ति को थाईलैंड में स्थित द इंपीरियल होटल एंड रिजॉर्ट नामक कंपनी में सिलेक्शन होने की बात कही और इंटरव्यूज, रजिस्ट्रेशन चार्जेस, वीजा व अन्य फीस के नाम पर पीड़ित के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया गया। आरोपी दिल्ली में पंजाबी बाग में अपना एक फर्जी कॉल सेंटर चलाते थे।
हरियाणा कांग्रेस के लिए 40% वोट शेयर क्यों जरूरी:इससे ज्यादा वोटिंग पर एक बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई, कम पर सीटें घटती हैं
हरियाणा कांग्रेस के लिए 40% वोट शेयर क्यों जरूरी:इससे ज्यादा वोटिंग पर एक बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई, कम पर सीटें घटती हैं हरियाणा के एग्जिट पोल में कांग्रेस को भले ही बहुमत मिल रहा हो लेकिन बहुमत के लिए जरूरी 46 से ज्यादा सीटें जीतने के लिए पार्टी को 40% वोट शेयर भी लेना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस ने जब 2005 में पूरी बहुमत की सरकार बनाई तो उसे 46 सीटें जीतने के बावजूद 42.46% ही वोट शेयर मिला था। 2009 में जब कांग्रेस को 35.08% वोट शेयर मिला तो वह बहुमत से चूक गई और 40 सीटों पर सिमट गई। जिसके बाद निर्दलीयों के समर्थन से सरकार बनानी पड़ी। पिछले 4 चुनाव का ट्रेंड देखें तो कांग्रेस की सीटें तभी बढ़ी हैं, जब उनका वोट शेयर बढ़ा है। एक्सिस माय इंडिया के चेयरमैन प्रदीप गुप्ता के मुताबिक कांग्रेस का वोट शेयर इस साल तकरीबन 15 फीसदी बढ़ने का अनुमान है, जो 43 फीसदी तक पहुंच सकता है। वहीं, भाजपा का वोट शेयर 35 फीसदी के करीब रहने का अनुमान है। भाजपा ने 2014 में बनाई पूर्ण बहुमत की सरकार
2019 में भाजपा का वोट शेयर 36.49 फीसदी रहा था। पार्टी पूर्ण बहुमत पाने में असफल रही थी। जेजेपी के सहयोग से सरकार बनानी पड़ी थी। 2014 में भाजपा का वोट शेयर इससे भी कम था। 33.20 फीसदी वोट मिले थे, लेकिन 47 जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। जजपा के वोटर कांग्रेस और इनेलो में बंटे
2019 में जजपा किंग मेकर रही, लेकिन इस बार के एग्जिट पोल में उसका सफाया होता दिख रहा है। एग्जिट पोल में जजपा 1 सीट पर मजबूत दिख रही है, लेकिन जीत वहां भी पक्की नहीं है। 2019 के चुनाव में जजपा को करीब 14.9 फीसदी वोट मिले थे। चर्चा है कि इस बार ये वोट कांग्रेस और इनेलो में शिफ्ट हुआ है। जजपा के कमजोर होने का फायदा इनेलो को होता दिख रहा है। इनेलो पिछले विधानसभा चुनाव में 1 सीट पर सिमटी थी, इस बार उसे 1 से 5 सीटें मिलती दिख रही हैं। 2019 में इनेलो को 2.5 और बसपा को 4.2 फीसदी वोट मिले थे। लेकिन इस बार इनेलो-बसपा गठबंधन को इससे अधिक वोट शेयर मिलने का अनुमान है।