हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने आज कहा कि नतीजे आने में थोड़ा समय रह गया है और नतीजे आने दो। हुड्डा साहब को अपनी हैसियत पता लग जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने हुड्डा साहब को नसीहत देते हुए कहा कि सबसे पहले उन्हें (हुड्डा) अपनी बेल कैंसिल करवाकर खुद को जेल में डाल लेना चाहिए। पूर्व मंत्री अनिल विज आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान कि ‘भाजपा उपलब्धियां गिनाने की जगह झूठ बोलती रही झूठ की दुकान ज्यादा दिन नहीं चलती’ के संबंध में पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। हुड्डा को खुद को जेल में डालना चाहिए- विज हुड्डा ने अपराधियों को भी चेतावनी देते हुए कहा है कि अपराध छोड़ दे, के संबंध में पूछे गए बयान पर पलटवार करते हुए विज ने कहा कि अगर वे (हुड्डा) सच में दिल से ये बात कह रहे है तो सबसे पहले उन्हें (हुड्डा) अपनी बेल कैंसिल करवाकर खुद को जेल में डाल लेना चाहिए। भ्रष्टाचारी को अपने मंच पर खड़ा नहीं करती भाजपा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बयान में कहा है कि मोदी राजग शासित राज्यों में निशुल्क बिजली उपलब्ध करवाये तो भाजपा के लिए प्रचार करूगा। इस पर तंज कसते हुए अनिल विज ने कहा कि “हमने क्या करना है ये हम सोचेंगे और केजरीवाल से तो प्रचार बिल्कुल नहीं करवाएंगे, जनता डंडे मारेगी। क्योंकि तुम्हारी (केजरीवाल) तो इतनी छवि ख़राब है, क्योंकि तुम्हारे ऊपर कितने भ्रष्टाचार के केस है। जेल में तुम (केजरीवाल) रहकर आये हो, कोर्ट में अभी केस चल रहे है। विज ने कहा कि ऐसे आदमी को भाजपा अपने मंच पर खड़ा भी नहीं करती। यहां जश्न की तैयारियां जनता करती है- विज कल यानी 8 अक्टूबर को चुनावों के नतीजे आने है। अनिल विज अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त है। कल वे किस तरह से जीत का जश्न मनाएंगे इस पर विज ने कहा कि “यहां की सभी तैयारियां तो जनता करती है। इसलिए जनता से ही पूछे कि वो किस तरह से तैयारियां कर रही है और किस तरह से जश्न मनाएगी। हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने आज कहा कि नतीजे आने में थोड़ा समय रह गया है और नतीजे आने दो। हुड्डा साहब को अपनी हैसियत पता लग जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने हुड्डा साहब को नसीहत देते हुए कहा कि सबसे पहले उन्हें (हुड्डा) अपनी बेल कैंसिल करवाकर खुद को जेल में डाल लेना चाहिए। पूर्व मंत्री अनिल विज आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान कि ‘भाजपा उपलब्धियां गिनाने की जगह झूठ बोलती रही झूठ की दुकान ज्यादा दिन नहीं चलती’ के संबंध में पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। हुड्डा को खुद को जेल में डालना चाहिए- विज हुड्डा ने अपराधियों को भी चेतावनी देते हुए कहा है कि अपराध छोड़ दे, के संबंध में पूछे गए बयान पर पलटवार करते हुए विज ने कहा कि अगर वे (हुड्डा) सच में दिल से ये बात कह रहे है तो सबसे पहले उन्हें (हुड्डा) अपनी बेल कैंसिल करवाकर खुद को जेल में डाल लेना चाहिए। भ्रष्टाचारी को अपने मंच पर खड़ा नहीं करती भाजपा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बयान में कहा है कि मोदी राजग शासित राज्यों में निशुल्क बिजली उपलब्ध करवाये तो भाजपा के लिए प्रचार करूगा। इस पर तंज कसते हुए अनिल विज ने कहा कि “हमने क्या करना है ये हम सोचेंगे और केजरीवाल से तो प्रचार बिल्कुल नहीं करवाएंगे, जनता डंडे मारेगी। क्योंकि तुम्हारी (केजरीवाल) तो इतनी छवि ख़राब है, क्योंकि तुम्हारे ऊपर कितने भ्रष्टाचार के केस है। जेल में तुम (केजरीवाल) रहकर आये हो, कोर्ट में अभी केस चल रहे है। विज ने कहा कि ऐसे आदमी को भाजपा अपने मंच पर खड़ा भी नहीं करती। यहां जश्न की तैयारियां जनता करती है- विज कल यानी 8 अक्टूबर को चुनावों के नतीजे आने है। अनिल विज अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त है। कल वे किस तरह से जीत का जश्न मनाएंगे इस पर विज ने कहा कि “यहां की सभी तैयारियां तो जनता करती है। इसलिए जनता से ही पूछे कि वो किस तरह से तैयारियां कर रही है और किस तरह से जश्न मनाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हांसी में आढ़ती की दुकान पर ईडी की रेड:खनन कारोबार में है हिस्सेदारी; कई घंटों से रिकॉर्ड खंगाल रही टीम, व्यापारी जुटे
हांसी में आढ़ती की दुकान पर ईडी की रेड:खनन कारोबार में है हिस्सेदारी; कई घंटों से रिकॉर्ड खंगाल रही टीम, व्यापारी जुटे हरियाणा के हिसार के हांसी की अनाज मंडी में आढ़ती के यहां परिवर्तन निदेशालय (ED) की रेड हुई है। सुबह 7:00 बजे से यहां पर रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। ईडी तोशाम के पहाड़ में खनन के मामले में छानबीन कर रही है। आढ़ती की खनन के कारोबार में हिस्सेदारी बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार ईडी की एक टीम इनोवा गाड़ी में सवार होकर हांसी की अनाज मंडी में पहुंची। टीम ने अनाज मंडी में दुकान नंबर 103 में रेड की। यह दुकान आढ़ती रामबिलास सिंगला की है। यहीं पर उसका कार्यालय है। सिंगला आढ़ती का काम करते हैं और उनकी माइनिंग कारोबार में भी हिस्सेदारी बताई जा रही है। ईडी की रेड की सूचना पर व्यापारी नेता भी वहां पहुंचना शुरू हो गए। सर्व व्यापार मंडल के प्रधान बजरंग बंसल ने बताया कि आढ़ती की तरफ से जांच में सहयोग किया जा रहा है। सिंगला कोई गलत काम नहीं करते हैं, इसलिए रेड का कोई डर नहीं है। कुछ समय पहले कांग्रेस नेता स्वर्गीय सुरेंद्र मलिक के निवास पर ईडी की रेड पड़ी थी।
घरौंडा में कांग्रेस की वापसी पर संकट:भीतरघात का खतरा, मंच से गायब टिकट के प्रबल दावेदार, 3 दशक से नहीं बना पार्टी का विधायक
घरौंडा में कांग्रेस की वापसी पर संकट:भीतरघात का खतरा, मंच से गायब टिकट के प्रबल दावेदार, 3 दशक से नहीं बना पार्टी का विधायक हरियाणा में करनाल जिले की घरौंडा विधानसभा सीट पर 3 दशक से कांग्रेस पार्टी अपना विधायक नहीं बना पाई है। विधानसभा-2024 के चुनावी कैंपेन में भी घरौंडा के बड़े चेहरे कांग्रेस प्रत्याशी के मंच पर नजर नहीं आ रहे। टिकट के मजबूत दावेदारों में टिकट कटने की टीस अभी तक नजर आ रही है। सतीश रणा को छोड़कर कोई भी बड़ा कांग्रेस का नेता मंच पर नजर नहीं आ रहा है। टिकट के प्रबल दावेदार पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान और युवा नेता भूपिंद्र सिंह लाठर तो पहले ही घोषणा कर चुके है कि वे राठौर के साथ मंच सांझा नहीं करेंगे। सतपाल कश्यप भी इशारा कर चुके है कि वे कांग्रेस के साथ है। वीरेंद्र राठौर ने अनिल राणा, रघबीर संधू, सतीश राणा से मुलाकात की। नेताओं से गले मिलते हुए तस्वीरें भी सामने आई, लेकिन नेताओं के शायद दिल नहीं मिले। नतीजन, नरेंद्र सांगवान, भूप्पी लाठर, सतपाल कश्यप, वीरेंद्र लामरा, रघबीर संधू जैसे टिकट के प्रबल दावेदार मंच से गायब है। कांग्रेस का भीतर घात राठौर के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। कांग्रेस में बीजेपी की सेंधमारी घरौंडा सीट से 40 नेताओं ने टिकट के लिए अप्लाई किया था, लेकिन कांग्रेस ने 3 बार हारे हुए प्रत्याशी को टिकट दे दिया। सूत्रों की माने तो टिकट कटने से खफ़ा कांग्रेस नेताओं को बीजेपी अपने पक्ष में करने की जुगत में लगी है। गुप्त बैठकों का भी दौर जारी है। ऐसे में अगर बीजेपी नाराज कांग्रेसियों को अपने पक्ष में करने में कामयाब हो जाती है तो वीरेंद्र सिंह राठौर को मोटा नुकसान होगा। 1991 के बाद नहीं आई कांग्रेस 1991 के बाद कांग्रेस घरौंडा विधानसभा में कभी वापसी नहीं कर पाई। 32 साल के सूखे को खत्म करने के लिए कांग्रेस ने कोशिशें की, लेकिन नाकाम रही। 1967 से आज तक कांग्रेस सिर्फ 3 बार ही घरौंडा में अपना विधायक बना पाई है। 1967 में मूलचंद जैन, 1982 में वेदपाल और 1991 में कंवर रामपाल कांग्रेस की टिकट पर विधायक बने। 1972 में लाला रूलिया राम इंडियन नेशनल कांग्रेस (ओ) से विधायक बने थे, क्योंकि 12 नवंबर 1969 में कांग्रेस अलग हो गई थी। जिसके मुख्य लीडर के. कामराजा और मोराजी देसाई थे। जबकि इंडियन नेशनल कांग्रेस (आर) की मेन लीडर इंदिरा गांधी थी। 2005 से रहा है त्रिकोणीय मुकाबला घरौंडा विधानसभा चुनाव में 2005 से त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला है। 2019 में आमने-सामने की टक्कर देखी गई थी, और 2024 में भी आमने सामने की टक्कर ही नजर आ रही है। आप पार्टी, इनेलो और जेजेपी तीसरे नंबर की लड़ाई लड़ रही है। 2005 में इनेलो से रेखा राणा, आजाद उम्मीदवार जयपाल शर्मा और कांग्रेस से वीरेंद्र राठौर के बीच मुकाबला था, राठौर तीसरे नंबर पर रहे थे। 2009 में नरेंद्र सांगवान इनेलो, वीरेंद्र राठौर कांग्रेस और हरविंद्र कल्याण बीएसपी के बीच टक्कर थी। राठौर दूसरे नंबर पर रहे थे। 2014 में हरविंद्र कल्याण बीजेपी, नरेंद्र सांगवान इनेलो और वीरेंद्र राठौर कांग्रेस के बीच फाइट हुई, और राठौर फिर तीसरे नंबर पर आए। 2019 में बीजेपी को कांग्रेस के अनिल राणा ने टक्कर दी थी और हार गए थे। नरेंद्र सांगवान के प्रतिद्वंदी थे राठौर 2009 में नरेंद सांगवान इनेलो में थे और इन्होंने राठौर को 1660 वोट से हराया था। 2014 में भी सांगवान दूसरे स्थान पर रहे थे और राठौर तीसरे पर, तब भी सांगवान ने राठौर को 468 वोट से पछाड़ा था। विशेषज्ञों की माने तो राठौर, नरेंद्र सांगवान के प्रतिद्वंदी रहे है और उन्होंने राठौर को बार-बार हराया है।
कांग्रेस के बीच अंदरूनी तौर पर छिड़ी इस गहमागहमी के बीच कांग्रेस का घरौंडा में विधायक बनाने का सपना सिर्फ सपना ही रह सकता है। हालांकि नेता डेमेज कंट्रोल करने की कोशिश जरूर कर रहे है, लेकिन डैमेज कंट्रोल होता नजर नहीं आ रहा। वह देखना है कि आने वाले दिनों में बड़े नेताओं की एंट्री से कितना फर्क पड़ेगा। फिलहाल इतना जरूर है कि बीजेपी के प्रति एंटी इनकेंबेंसी जरूर है, लेकिन कांग्रेस इसका कितना फायदा ले सकती है, वह समय के घेरे में है।
रोहतक में CM के बयान पलटवार:पूर्व CM हुड्डा बोले- 10 साल बाद याद आए अपराधी, हरियाणा में हर दिन हत्याएं; इनेलो-बसपा हैं वोट कटवा
रोहतक में CM के बयान पलटवार:पूर्व CM हुड्डा बोले- 10 साल बाद याद आए अपराधी, हरियाणा में हर दिन हत्याएं; इनेलो-बसपा हैं वोट कटवा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी के अपराधियों वाले बयान पर कटाक्ष किया। सीएम सैनी ने अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि गलत काम करने वालों और गुंडागर्दी करने वालों के लिए हरियाणा में कोई जगह नहीं है। इस पर पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि उन्हें 10 साल बाद याद आया। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सबसे असुरक्षित कब हुआ, यह मैं नहीं कह रहा, यह केंद्रीय एजेंसी की रिपोर्ट कह रही है। आए दिन हत्याएं हो रही हैं। रोहतक में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि उनके शासन में युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित किया गया। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने युवाओं को नशेड़ी बनाने का काम किया है। खुशी की बात है कि हरियाणा के खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक में भाग ले रहे हैं। सभी खिलाड़ियों को बधाई। खेल नीति में भी बदलाव किया गया है। पुरस्कार तो बहुत हैं, लेकिन नीति के अनुसार ही पुरस्कार मिलना चाहिए था। लेकिन प्रोत्साहन नहीं मिल रहा। नारों के जरिए वोट पाना चाहती है भाजपा भाजपा ने कांग्रेस पर लोगों को गुमराह कर अनुसूचित जाति के वोट पाने का आरोप लगाया था। इस पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस जाति की राजनीति नहीं करती है। कांग्रेस हमेशा गरीब लोगों के हित के लिए सरकार में रही है। भाजपा सिर्फ नारों के जरिए वोट पाना चाहती है, इसलिए बेनकाब हुई। भाजपा नेताओं ने खुद कहा था कि उन्हें 400 सीटें चाहिए ताकि संविधान में बदलाव किया जा सके। वोट काटने वालों के लिए कोई जगह नहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इनेलो और बसपा के गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में लोगों ने साफ संकेत दे दिया है कि मुकाबला सिर्फ भाजपा और कांग्रेस के बीच है। वोट काटने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। लोग समझते हैं कि वोट कौन काटता है। उनके लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि हरियाणा मांगे हिसाब अभियान के तहत हम घर-घर जाएंगे। जिसके तहत सरकार से जवाब मांगा जाएगा। हम लोगों को बताएंगे कि भाजपा ने 10 साल में क्या किया। गरीबों को प्लॉट देने को बताया आंख में धूल झोंकना
भाजपा द्वारा गरीबों को दिए जा रहे प्लाटों को लेकर भी भूपेंद्र हुड्डा ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है। कांग्रेस की सरकार ने 4 लाख प्लॉट लोगों को दे दिए थे और 3 लाख प्लॉट चिह्नित कर दिए थे। लेकिन भाजपा ने तो आते ही स्कीम बंद कर दी। अब चुनाव आ गए तो लोगों की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। सरकार यह तो बताएं प्लॉट हैं कहां, केवल कहने से नहीं होता। ना जमीन है और ना ही पानी। कांग्रेस ने तो विकासित करके प्लॉट दिए थे।