हरियाणा के अंबाला शहर में एक ही स्कूल की चार लड़कियां लापता होने का मामला सामने आया है। सभी लड़कियां 8वीं क्लास में पढ़ती थी। देर शाम परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी, तो बलदेव नगर चौकी में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर सभी लड़कियों की तलाश शुरू की। वहीं मामले की सूचना मिलने पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के लोग थाने में पहुंचे और लड़कियों को जल्दी से जल्दी तलाश करने की मांग की। सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस वहीं पुलिस ने लड़कियों की तलाश के लिए CIA सहित कई टीमें चारों तरफ रवाना की। वहीं पुलिस की कई टीमें आसपास के इलाकों की सीसीटीवी खंगाल रही है, तो साइबर टीम मोबाइल नंबर ट्रैकिंग लगाकर कॉल डिटेल खंगालने में जुटी हुई है। वहीं लापता हुई लड़की मानसी के दादा ने बताया कि मानसी ने मुझ से कहा कि में कल स्कूल नही जाउंगी, स्कूल में पार्टी है, ऑटो वाला भी नही आएगा। इसके बाद मैं चाय पी रहा था, थोड़ी देर बाद मानसी घर से गायब मिली। मानसी की सहेली का आया फोन वही मामले में मानसी की मां ने बताया कि मुझे मानसी की सहेली का बात करने का फ़ोन आया। जिसको मैंने घर जा कर बात करने की बात की। उसके बाद मानसी की टीचर का फ़ोन आया कि स्कूल की मानसी की क्लास की अन्य बच्चियां गायब है। क्या मानसी उनके साथ है। इसके बाद बेटी की तलाश की गई, तो वो घर पर नही मिली। जिसके बाद पुलिस चौकी में सूचना दी गई। राजनीतिक लोगों ने बनाया दबाव इसके बाद अन्य बच्चियों के परिजन व राजनीतिक लोग ही मामले की गंभीरता को देखते हुए बलदेव नगर चौकी पहुंचे और मामले की बच्चियों की तलाश कर जल्द से जल्द ढूंढने के पुलिस पर दबाब बनाया। इसके पश्चात पुलिस ने टाइम बना कर तलाश की जा रही है। हरियाणा के अंबाला शहर में एक ही स्कूल की चार लड़कियां लापता होने का मामला सामने आया है। सभी लड़कियां 8वीं क्लास में पढ़ती थी। देर शाम परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी, तो बलदेव नगर चौकी में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर सभी लड़कियों की तलाश शुरू की। वहीं मामले की सूचना मिलने पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के लोग थाने में पहुंचे और लड़कियों को जल्दी से जल्दी तलाश करने की मांग की। सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस वहीं पुलिस ने लड़कियों की तलाश के लिए CIA सहित कई टीमें चारों तरफ रवाना की। वहीं पुलिस की कई टीमें आसपास के इलाकों की सीसीटीवी खंगाल रही है, तो साइबर टीम मोबाइल नंबर ट्रैकिंग लगाकर कॉल डिटेल खंगालने में जुटी हुई है। वहीं लापता हुई लड़की मानसी के दादा ने बताया कि मानसी ने मुझ से कहा कि में कल स्कूल नही जाउंगी, स्कूल में पार्टी है, ऑटो वाला भी नही आएगा। इसके बाद मैं चाय पी रहा था, थोड़ी देर बाद मानसी घर से गायब मिली। मानसी की सहेली का आया फोन वही मामले में मानसी की मां ने बताया कि मुझे मानसी की सहेली का बात करने का फ़ोन आया। जिसको मैंने घर जा कर बात करने की बात की। उसके बाद मानसी की टीचर का फ़ोन आया कि स्कूल की मानसी की क्लास की अन्य बच्चियां गायब है। क्या मानसी उनके साथ है। इसके बाद बेटी की तलाश की गई, तो वो घर पर नही मिली। जिसके बाद पुलिस चौकी में सूचना दी गई। राजनीतिक लोगों ने बनाया दबाव इसके बाद अन्य बच्चियों के परिजन व राजनीतिक लोग ही मामले की गंभीरता को देखते हुए बलदेव नगर चौकी पहुंचे और मामले की बच्चियों की तलाश कर जल्द से जल्द ढूंढने के पुलिस पर दबाब बनाया। इसके पश्चात पुलिस ने टाइम बना कर तलाश की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में असिस्टेंट मैनेजर ने सुसाइड किया:सुबह बॉस ने कॉल की, 10 मिनट में ब्रांच आने की बात कह फोन काटा, फिर फांसी लगाई हरियाणा के रोहतक में सोमवार सुबह गोल्ड लोन कंपनी के असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना कलानौर कस्बे के बसाना रोड स्थित एक मकान की है। युवक ने यहां कमरा किराए पर लिया हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में ले लिया। मृतक की पहचान महेंद्रगढ़ के कलवाड़ी गांव निवासी कपिल कुमार (25) के रूप में हुई है। कपिल की अभी शादी नहीं हुई थी। वह 3 बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस के मुताबिक कपिल ने जिस मकान में रहता था, यहां 6 लोग रहते थे। कपिल के साथ रहने वाला युवक रवि सुबह ही बैंक चला गया था। बाकी लोग शनिवार को छुट्टी होने के चलते घर चले गए थे। सोमवार सुबह जब घर में कोई नहीं था तो कपिल ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। ब्रांच मैनेजर ने किया था कॉल
सोमवार सुबह जब कपिल बैंक में नहीं आया तो ब्रांच मैनेजर ने 9 बजकर 40 मिनट पर उसे कॉल की थी। कपिल ने ब्रांच मैनेजर को कहा था कि वह 10 मिनट के अंदर ब्रांच में आ रहा है, लेकिन वह ब्रांच में नहीं पहुंचा। साथ काम करने वाले युवक को घर भेजा
ब्रांच मैनेजर ने कपिल का इंतजार करने के बाद दोबारा उसे कॉल की, लेकिन कपिल ने कॉल नहीं उठाई। इसके बाद ब्रांच मैनेजर ने कपिल के साथ रहने वाले रवि को कहा कि वह जाकर कपिल को अपने साथ ले आए। जब उसका साथी बसाना रोड स्थित मकान पर पहुंचा तो अंदर कपिल ने पंखे से फांसी लगाई हुई थी। कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी
कलानौर पुलिस चौकी प्रभारी सुभाष ने बताया कि असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। मृतक कपिल के पिता बाबूलाल के बयान दर्ज किए गए हैं। जिसके आधार पुलिस मामले की जांच कर रही है। हालांकि अभी तक सुसाइड के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। परिवार वालों से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल अज्ञात कारण मानकर जांच की जा रही है।
दीपेंद्र हुड्डा ने संसद में दिया जवाब:जय संविधान बोलने पर स्पीकर ने लगाई थी फटकार, बोले- दादा ने भी किए थे हस्ताक्षर
दीपेंद्र हुड्डा ने संसद में दिया जवाब:जय संविधान बोलने पर स्पीकर ने लगाई थी फटकार, बोले- दादा ने भी किए थे हस्ताक्षर संसद में स्पीकर द्वारा रोहतक के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा पर फटकार लगाने के बाद सांसद ने अब जवाब दिया है। साथ ही कहा कि उनका संविधान से भावनात्मक जुड़ाव है। इसलिए उन्होंने खड़े होकर जय संविधान कहने पर टोकने के बारे में पूछा था। इसके बाद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोशल मीडिया पर भी पोस्ट साझा की और लिखा कि ‘जय संविधान’ के नारे पर जब आसन द्वारा टोक-टिप्पणी की गई तो मैंने संसद में खड़े होकर आपत्ति दर्ज कराई। इस मुद्दे पर देश के सामने संसद में अपनी बात रखी।’ संविधान सभा के सदस्य थे चौ. रणबीर सिंह संसद में कांग्रेसी सांसद ने शपथ के दौरान जय संविधान बोला और इस पर स्पीकर ने उन्हें टोक दिया था। इसके बाद सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने खड़े होकर विरोध किया। जिस पर स्पीकर ने उनको फटकार लगा दी और बैठने के लिए कहा। इसका जवाब उन्होंने संसद में दिया और बताया कि वे जय संविधान बोलने पर क्यों खड़े हुए। दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि संविधान से उनका भावनात्मक भी एक संबंध है। जब यह संविधान बना, जिस संविधान के आधार पर देश व संसद चलता है। बाबा साहेब के नेतृत्व में इसी संसद में संविधान बना तो उनके स्वर्गीय दादा चौ. रणबीर सिंह भी उस संविधान सभा के सदस्य थे। सही-गलत का फैसला देशवासियों व पीठ पर छोड़ा
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जब संविधान की मूल प्रति पर हस्ताक्षर किए गए तो बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के साथ-साथ, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटले, मोलाना आजाद और चौ. रणबीर सिंह के हस्ताक्षर उस मूल प्रति पर किए थे। जब यहां पर जय संविधान बोला गया और पीठ व आसन से टोक-टिप्पणी की गई। तो मैं (दीपेंद्र सिंह हुड्डा) समझता हूं मेरा कर्तव्य महसूस किया कि मेरा यह पूछना कि इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए थी। उसके बाद पीठ की तरफ से जो कहा गया वह सही था या गलत, इसका फैसला देश वासियों पर, पीठ व आसन पर छोड़ता हूं।
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हरियाणा में नवीन-जयप्रकाश को एक-दूसरे के गढ़ से वोटिंग:कलायत से नवीन और हिसार शहर से जयप्रकाश को उम्मीद से ज्यादा वोट मिले राजनीति में न कोई दुश्मन होता है और न ही कोई दोस्त। कोई नहीं कह सकता कि किसकी कहां जरूरत पड़ जाए। राजनीति का यही सिद्धांत हरियाणा लोकसभा चुनाव में देखने को मिला। अगर कुरुक्षेत्र और हिसार लोकसभा चुनाव की बात करें तो दोनों लोकसभा में एक बात कॉमन रही कि दोनों क्षेत्रों के जीतने वाले उम्मीदवार एक दूसरे की जगह से चुनाव लड़ रहे थे। हिसार के नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र लोकसभा और कुरुक्षेत्र लोकसभा के कलायत विधानसभा के जयप्रकाश हिसार से लोकसभा उम्मीदवार रहे और दोनों ने ही नजदीकी मुकाबले में जीत हासिल की। सबसे खास बात यह है कि दोनों के हलकों में एक दूसरे को उम्मीद से अधिक वोट मिले जिससे उनकी जीत की राह आसान हो गई। कुरुक्षेत्र से भाजपा के नवीन जिंदल को 542175 वोट मिले और वह 29021 वोट से जीते।वहीं कांग्रेस के जयप्रकाश को हिसार से 570424 वोट मिले और वह करीब 63381 वोटों से जीते। कलायत में नवीन को उम्मीद से ज्यादा वोट मिले हिसार से लोकसभा चुनाव जीते जयप्रकाश कैथल जिले की कलायत विधानसभा के रहने वाले हैं और यहां के पूर्व विधायक रह चुके हैं। कलायत में जयप्रकाश का अच्छा प्रभाव है। हालांकि भाजपा की कमलेश ढांडा यहां से विधायक है मगर वह अपने बूथ से नवीन जिंदल को नहीं जितवा पाई। नवीन जिंदल को ऐसे में कलायत से उम्मीद से ज्यादा वोट मिले। हालांकि वह कलायत में 14 हजार से अधिक वोटों से हार गए मगर यह मार्जिन उनके लिए सुखद रहा। कलायत से नवीन जिंदल को 49622 और गठबंधन के नेता सुशील गुप्ता को 64059 वोट मिले। हिसार में दोगुने वोट ले गए जयप्रकाश भाजपा के रणजीत चौटाला की हार में सबसे बड़ा योगदान हिसार विधानसभा का रहा। यहां से रणजीत को उम्मीद की कि वह 70 हजार वोट से लीड करेंगे मगर ऐसा हुआ नहीं। नवीन जिंदल के गढ़ माने वाले हिसार से जयप्रकाश को बंपर वोट मिले। यह वोट 2019 के मुकाबले दोगुने थे जब भव्य बिश्नोई कांग्रेस के उम्मीदवार थे। हिसार विधानसभा में जयप्रकाश को 33966 वोट मिले वहीं भाजपा के रणजीत चौटाला को 70571 वोट मिले। जयप्रकाश हिसार से 36605 वोट से हार गए मगर यहां लीड का मार्जिन उनके लिए अच्छा रहा। हिसार में पंजाबी और बनिया बेल्ट में जेपी को वोट पड़े हिसार में जिंदल परिवार को अच्छा होल्ड माना जाता है। हालांकि दो बार से जिंदल परिवार यहां की राजनीति से बाहर है मगर उनका रसूख फिर भी हिसार में है। जयप्रकाश को जहां हिसार में बूथों पर बैठने के लिए एजेंट भी नहीं मिल रहे थे ऐसे में उनका हिसार से 33966 वोट ले जाने से भाजपा भी हैरान है। जयप्रकाश को उन बूथों से बराबरी के वोट मिले हैं जहां से भाजपा को एक तरफा वोट की उम्मीद थी। यह बूथ पंजाबी और बनिया बेल्ट में हैं। नवीन सुरजेवाला के गढ़ में जीते, जयप्रकाश आदमपुर से जीते यहां भी दो जगह कॉमन चीज है। कुरुक्षेत्र की कैथल विधानसभा जहां कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला का प्रभाव है वहां से नवीन जिंदल अच्छे वोटों से जीते हैं। कैथल में नवीन जिंदल गठबंधन प्रत्याशी से 16 हजार से अधिक वोटों से जीते। इसी तरह आदमपुर में जयप्रकाश को 59540 वोट मिले जबकि रणजीत चौटाला 53156 मत मिले। जयप्रकाश यहां से 6384 वोट से जीते।