अंबाला में हरियाणा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए किसानों की रिहाई के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर किसान कल 28 मई को हरियाणा में परिवहन मंत्री असीम गोयल के अंबाला में स्थित आवास का घेराव करने के साथ-साथ पंजाब में 16 स्थानों पर भाजपा के लोकसभा उम्मीदवारों और अन्य नेताओं के घरों के सामने धरने देंगे। बता दें कि पंजाब और हरियाणा के किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम (गैर-राजनीतिक) द्वारा चलाए जा रहे किसान आंदोलन-2 को आज 105 दिन पूरे हो गए हैं। बढ़ते तापमान में भी किसानों के हौंसले बुलंद हैं। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार किसानों की मांगें नहीं मान लेती,तब तक वे बॉर्डर पर ही डटे रहेंगे। प्रतिनिधियों से सवाल पूछना अपराध नहीं: किसान किसान नेताओं का कहना है कि लोकतंत्र में अपने प्रतिनिधियों से सवाल पूछना कोई अपराध नहीं है। पंजाब सीएम भगवंत मान और आम आदमी पार्टी को भाजपा की बी टीम बन खेलने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। किसानों ने कहा कि हरियाणा में भी परिवहन मंत्री असीम गोयल के अलावा अन्य मंत्रियों का भी दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक घेराव किया जाएगा। पंजाब में यहां करेंगे घेराव पटियाला-प्रणीत कौर, मोती महल बठिंडा शहर-परमपाल कौर मलूका फरीदकोट-हंसराज हंस अमृतसर – तरनजीत संधू खडूर साहिब – मंजीत सिंह मन्ना, मियांविंड निवास पठानकोट – दिनेश बब्बू जालंधर – सुशील रिंकू के घर के सामने होशियारपुर – अनिता सोम प्रकाश का निवास संगरूर – अरविंद खन्ना के घर के सामने लुधियाना – रवनीत सिंह बिट्टू फिरोजपुर – राणा सोढ़ी, ममदोट, फिरोजपुर दो स्थानों पर फतेहगढ़ साहिब – गेजा राम बाल्मीकि आनंदपुर साहिब- सुभाष शर्मा के घर के सामने दादू जोध गांव (अमृतसर) फाजलिका सुनील जाखड़ ममदोट – राणा सोढी बैठक में ये किसान रहे मौजूद इस बैठक में सुखविंदर सिंह सभरा, बलवंत सिंह बेहरामके, गुरध्यान सिंह सिवाना, बीबी सुखविंदर कौर, करनैल सिंह लंग, मंगत सिंह, सुखचैन सिंह हरियाणा, हरनेक सिंह सिद्धुवाल, सतनाम सिंह हरिके व बाज सिंह सांगला समेत अन्य मौजूद रहे। अंबाला में हरियाणा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए किसानों की रिहाई के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर किसान कल 28 मई को हरियाणा में परिवहन मंत्री असीम गोयल के अंबाला में स्थित आवास का घेराव करने के साथ-साथ पंजाब में 16 स्थानों पर भाजपा के लोकसभा उम्मीदवारों और अन्य नेताओं के घरों के सामने धरने देंगे। बता दें कि पंजाब और हरियाणा के किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम (गैर-राजनीतिक) द्वारा चलाए जा रहे किसान आंदोलन-2 को आज 105 दिन पूरे हो गए हैं। बढ़ते तापमान में भी किसानों के हौंसले बुलंद हैं। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार किसानों की मांगें नहीं मान लेती,तब तक वे बॉर्डर पर ही डटे रहेंगे। प्रतिनिधियों से सवाल पूछना अपराध नहीं: किसान किसान नेताओं का कहना है कि लोकतंत्र में अपने प्रतिनिधियों से सवाल पूछना कोई अपराध नहीं है। पंजाब सीएम भगवंत मान और आम आदमी पार्टी को भाजपा की बी टीम बन खेलने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। किसानों ने कहा कि हरियाणा में भी परिवहन मंत्री असीम गोयल के अलावा अन्य मंत्रियों का भी दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक घेराव किया जाएगा। पंजाब में यहां करेंगे घेराव पटियाला-प्रणीत कौर, मोती महल बठिंडा शहर-परमपाल कौर मलूका फरीदकोट-हंसराज हंस अमृतसर – तरनजीत संधू खडूर साहिब – मंजीत सिंह मन्ना, मियांविंड निवास पठानकोट – दिनेश बब्बू जालंधर – सुशील रिंकू के घर के सामने होशियारपुर – अनिता सोम प्रकाश का निवास संगरूर – अरविंद खन्ना के घर के सामने लुधियाना – रवनीत सिंह बिट्टू फिरोजपुर – राणा सोढ़ी, ममदोट, फिरोजपुर दो स्थानों पर फतेहगढ़ साहिब – गेजा राम बाल्मीकि आनंदपुर साहिब- सुभाष शर्मा के घर के सामने दादू जोध गांव (अमृतसर) फाजलिका सुनील जाखड़ ममदोट – राणा सोढी बैठक में ये किसान रहे मौजूद इस बैठक में सुखविंदर सिंह सभरा, बलवंत सिंह बेहरामके, गुरध्यान सिंह सिवाना, बीबी सुखविंदर कौर, करनैल सिंह लंग, मंगत सिंह, सुखचैन सिंह हरियाणा, हरनेक सिंह सिद्धुवाल, सतनाम सिंह हरिके व बाज सिंह सांगला समेत अन्य मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में ननदों से परेशान होकर सुसाइड:घर में लड़कों को बुलाती थीं, भाभी ने विरोध किया तो भाई से कहा-इसके बुलाने पर आ रहे
हरियाणा में ननदों से परेशान होकर सुसाइड:घर में लड़कों को बुलाती थीं, भाभी ने विरोध किया तो भाई से कहा-इसके बुलाने पर आ रहे हरियाणा के पानीपत में महिला ने नाबालिग ननदों से परेशान होकर फांसी लगा ली। घटना 8 जून शनिवार की है, लेकिन मृतका के पिता की शिकायत पर पुलिस ने अब मामला दर्ज किया है। FIR में पति दलीप, चाचा राजेंद्र, चाचा योगेंद्र, योंगेंद्र की पत्नी और उनकी 2 नाबालिग बेटियों का नाम है। मृतका की पहचान नेहा रानी (26) के रूप में हुई है। परिवार का कहना है कि नाबालिग ननदें घर में लड़कों को बुलाती थीं। जब नेहा ने इसका विरोध किया तो पति के सामने उसके द्वारा लड़कों को बुलाने की बात कही गई। इसी से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। बिहार के सिवान जिले के रहने वाले शंभू शाह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी नेहा पति दलीप के साथ पानीपत की थर्मल कॉलोनी के नजदीक सुंदर नगर में रहती थी। यही पर पति के चाचा-चाची, चाचा की 2 बेटियां, ससुर भी रहता है। पति को नेहा के खिलाफ भड़काया
शंभू शाह ने बताया कि जब चाचा-चाची काम पर चले जाते थे तो उनकी दोनों नाबालिग बेटियां, बाहरी लड़कों को अक्सर घर पर बुलाती थीं। नेहा ने इस बात का विरोध भी किया था। उसने पूरी घटना की जानकारी अपने पति दलीप को दी। इसके बाद उसका और चाचा का विवाद रहने लग गया। कुछ समय बीतने के बाद दलीप की चाची और उसकी दोनों बेटियों ने बदलना लेने की भावना से दलीप को भड़काते हुए कहा कि नेहा ही घर पर लड़कों को बुलाती है। जिसके बाद नेहा और दलीप में भी मनमुटाव शुरू हो गया। सारा परिवार एक तरफ हो गया और नेहा पर आत्महत्या किए जाने का अक्सर दबाव बनाने लगे थे। बेटी को चाचा के घर खेलने के लिए भेज दिया
रोजाना की तरह उसका शनिवार को दलीप काम पर गया हुआ था। घर पर नेहा अपनी 7 साल की बेटी के साथ अकेली थी। सुबह करीब 11 बजे उसने पड़ोस में किसी महिला से रस्सी ली। इसके बाद उसने बेटी को पड़ोस में ही चाचा के घर खेलने भेज दिया। पीछे से उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शाम करीब 6 बजे दलीप घर लौटा तो नेहा फंदे पर लटकी हुई थी। उसने अपने हाथ पर पेन से लिखा था- ‘मेरे मरने की जिम्मेदार मधु है, सिर्फ और सिर्फ मधु।’
करनाल में क्राइम ब्रांच के ASI की हत्या का मामला:कराणों का खुलासा नहीं, तीन साल पहले भाई की गई थी जान, सदमे में चल बसे थे पिता
करनाल में क्राइम ब्रांच के ASI की हत्या का मामला:कराणों का खुलासा नहीं, तीन साल पहले भाई की गई थी जान, सदमे में चल बसे थे पिता हरियाणा में क्राइम ब्रांच के ASI की हत्या एक मिस्ट्री बन चुकी है। ASI को गोली क्यों मारी गई, इसके कारणों को अभी तक कोई भी खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस भी रात भर आरोपियों की तलाश में खाक छानती रही। आसपास के CCTV फुटेज को भी खंगालने में जुटी रही, पुलिस के पास भी सिर्फ इतनी ही अपडेट है कि हमलावर पल्सर बाइक पर सवार होकर आए थे और गोली मारकर फरार हो गए। रात को ही पुलिस ने शव को मोर्चरी हाउस करनाल में रखवा दिया था। आज मृतक का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा और सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करवाया जाएगा। तीन साल पहले भाई की एक्सीडेंट में मौत, पिता ने सदमे में दे दी थी जान मृतक संजीव के पिता प्रेम सिंह के पास दो लड़के थे। जिसमें 42 वर्षीय संजीव और 38 वर्षीय लाभ सिंह। संजीव पुलिस महकमे में सेवाएं दे रहा था, जबकि लाभ सिंह नगरपालिका घरौंडा में सफाई ठेकेदारी का काम करता था। तीन साल पहले लाभ सिंह की घरौंडा लिबर्टी के सामने एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। लाभ सिंह की मौत से पिता प्रेम सिंह को गहरा धक्का लगा था। प्रेम सिंह बेटे की मौत के सदमे को सह नहीं पाए थे और 15 दिन बाद ही चल बसे थे। वहीं मंगलवार रात को क्राइम ब्रांच ऑफिसर संजीव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 2002 में हुए थे भर्ती, दो बच्चे है परिजनों के मुताबिक, संजीव के पास एक लड़का है, जो कनाड़ा में पढ़ाई कर रहा है और एक 16 वर्षीय लड़की है जो 11वीं कक्षा में पढ़ रही है। संजीव 2002 में बतौर कांस्टेबल पुलिस में भर्ती हुआ था। इनकी ड्यूटी कुरूक्षेत्र में लगी हुई थी। पहले इन्होंने NH-1 व NH-4 PCR पर भी ड्यूटी दी थी। बाद में इनकी प्रमोशन हो गई थी और मौजूदा समय में संजीव क्राइम ब्रांच यमुनानगर में अपनी सेवाएं दे रहे थे। क्या था मामला कुटेल-ऊंचा समाना रोड पर मंगलवार की रात करीब साढ़े आठ बजे सैर पर निकले क्राइम ब्रांच के ASI संजीव को बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। गौरतलब है कि कुटेल-ऊंचा समाना रोड पर ही संजीव का डेरा बना हुआ है और वही पर संजीव सड़क पर टहल रहे थे। तभी बाइक सवार बदमाश उनको गोली मारकर चले जाते है। परिजनों की माने तो उनके सिर में एक गोली लगी है, वह आरपार हुई है, दूसरी गोली कमर में लगी थी। गंभीर रूप से घायल ASI को करनाल के अमृतधारा में भर्ती करवाया था। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। DSP जांच में जुटे घटना के बाद घरौंडा DSP मनोज कुमार व DSP सोनू नरवाल मौके पर पहुंच गए थे। इसके साथ ही FSL टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए थे। पुलिस को मौके पर दो जिंदा रौंद व एक खोल भी बरामद हुआ था। पुलिस अभी तक यह खुलासा नहीं कर पाई है कि हत्या के कारण क्या रहे है? फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
हरियाणा में 5 बार MLA के नाती कांग्रेस में शामिल:2019 में निर्दलीय लड़े, गोपाल कांडा से सिर्फ 603 वोटों से हारे थे
हरियाणा में 5 बार MLA के नाती कांग्रेस में शामिल:2019 में निर्दलीय लड़े, गोपाल कांडा से सिर्फ 603 वोटों से हारे थे हरियाणा के सिरसा में पूर्व विधायक लक्ष्मण दास अरोड़ा के नाती गोकुल सेतिया ने आज कांग्रेस जॉइन कर ली है। गोकुल सेतिया के कई दिनों से कांग्रेस में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। वह कई दिनों से दिल्ली के चक्कर लगा रहे थे। उनकी जॉइनिंग से साफ है कि कांग्रेस सिरसा से उनको विधानसभा से उम्मीदवार बना सकती है। गोकुल सेतिया 2019 में आजाद लड़कर गोपाल कांडा को कड़ी टक्कर दे चुके हैं और मात्र 602 वोट से हार गए थे। गोकुल सेतिया को उम्मीद थी अगर वह कांग्रेस से टिकट ले आएंगे तो कांडा को टक्कर देने में आसानी होगी। बता दें कि गोकुल सेतिया का परिवार पुराना कांग्रेसी है और उनके नाना लक्ष्मण दास अरोड़ा कांग्रेस में थे और 5 बार विधायक रहे रहे हैं। गोकुल सेतिया की मां सुनीता सेतिया 2014 में भाजपा की टिकट पर सिरसा से चुनाव लड़ चुकी हैं, मगर वह हार गई थी। इसके बाद भाजपा से उनके व परिवार के रिश्ते बिगड़ गए और सेतिया परिवार ने भाजपा छोड़ दी थी। गोकुल सेतिया ने कहा-कांग्रेस की सरकार बनना तय
कांग्रेस जॉइन करने के बाद गोकुल सेतिया ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन रही है। हम चाहते हैं कि हमारे इलाके की भागीदारी सरकार के अंदर हो। ताकि 10-15 साल से हमारे इलाके को इग्नोर किया जा रहा है हमारे इलाके का विकास हो सके। मैं बीजेपी में था और सरकार में होते हुए मैंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए थे। मगर उनको यह चीजें हजम नहीं हुई। उन्होंने मेरा टिकट काट दिया। मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। सिरसा के लोगों को भरपूर आशीर्वाद दिया। 600 वोट से मैं हार गया था। कांग्रेस सांसद राजा वडिंग के जरिये मिली एंट्री
गोकुल सेतिया ने प्रदेश नेतृत्व को छोड़कर वाया पंजाब से नई दिल्ली का रास्ता चुनते हुए टिकट की मांग की थी। सूत्र बताते हैं कि गोकुल सेतिया पंजाब के युवा कांग्रेस नेता एवं सांसद राजा वडिंग के जरिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में थे। आज दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया, हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन के नेतृत्व में सेतिया कांग्रेस में शामिल हुए। गोपाल कांडा से फिर मुकाबला तय
गोकुल सेतिया का इस बार भी गोपाल कांडा से मुकाबला तय माना जा रहा है। वहीं लोकसभा चुनाव में सिरसा विधानसभा क्षेत्र से 13 हजार 350 वोटों से लीड हासिल करने वाली कांग्रेस नेता भी उत्साहित हैं। उल्लेखनीय है कि सिरसा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 31 वार्ड व 31 गांव आते हैं। ज्यादातर चुनाव वैश्य व पंजाबी समुदाय के बीच ही हुए हैं। दोनों समुदायों की हार जीत में निर्णायक भूमिका रहती है। गोपाल कांडा इस बार भाजपा के समर्थन से मैदान में आ सकते हैं। ऐसे में दोनों उम्मीदवारों के भिड़ने से सिरसा में मुकाबला रोचक रहने वाला है। कांग्रेस में गोकुल की राह आसान नहीं, अपनों से मिल सकती है चुनौती
कांग्रेस में गोकुल सेतिया की राह आसान नहीं है। यहां पिछला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले स्व. होशियारी लाल शर्मा के पुत्र राजकुमार शर्मा व पौत्र मोहित शर्मा भी टिकट के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं। वहीं इनेलो व जजपा छोड़कर कांग्रेस में आए अमीर चावला भी भूपेंद्र हुड्डा के सहारे टिकट के लिए दौड़-धूप कर रहे हैं। नवीन केडिया, वीरभान मेहता व स्व. होशियारीलाल शर्मा पिछले चुनावों में जमानत बचाने में कामयाब नहीं हो पाए। एक बार फिर कांग्रेस के यही नेता चुनाव मैदान में उतरने के लिए अपने-अपने आकाओं की हाजिरी लगा रहे हैं। ऐसे में गोकुल को अपनों से ही कड़ी चुनौती मिल सकती है।