हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री एवं अम्बाला कैंट से विधायक अनिल विज ने कहा कि सन 1857 में आजादी की पहली लड़ाई में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्मारक बनाया जा रहा है और स्मारक का सिविल वर्क करीब 90 फीसदी पूरा हो चुका है तथा अब इसके आर्ट वर्क का काम जारी है। उन्होंने कहा कि इस स्मारक में आजादी की पहली लड़ाई को शुरू से आखिरी तक दिखाया जाएगा। अनिल विज ने अंबाला में सोमवार को आजादी की पहली लड़ाई पर आधारित शहीद स्मारक का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वहां चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की और निर्माण कार्य का मुआयना किया। उन्होंने संबंधित कॉन्ट्रैक्टर और पीडब्लूडी को काम में तेजी लाने और इस प्रोजेक्ट को अगस्त महीने तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। बैठक के दौरान शहीद स्मारक के निदेशक डॉ. कुलदीप सैनी भी मौजूद रहे। बैठक के बाद पूर्व गृह मंत्री एवं अम्बाला कैंट से विधायक अनिल विज ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्मारक में आजादी की पहली लड़ाई को शुरू से आखिरी तक दिखाया जाएगा, जिसमें झांसी की रानी, तांत्या टोपे, हरियाणा के शहीद राव तुलाराम जी को भी दिखाया जाएगा। आजादी की पहली लड़ाई भी अंबाला छावनी से शुरू हुई थी और यह स्मारक भी यहां बनाया जा रहा है। पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि मैं स्मारक के निर्माण कार्यों को लेकर नियमित बैठक ले रहा हूं। हम चाहते हैं कि यह अगस्त महीने तक पूरा हो जाए। इसको लेकर निरंतर संबंधित विभाग व कॉन्ट्रेक्टर को निर्देश दिए जा रहे हैं। हिंदुस्तान के टॉप इतिहासकारों की कमेटी बनाई गई है, जो इससे जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को लिखकर दे रही है। इसमें 2 हजार लोगों के बैठने का ओपन एयर थियेटर बनाया गया है। इस थियेटर में 1857 की क्रांति पर आधारित फिल्म भी दिखाई जाएगी। वहीं, पूर्व मंत्री अनिल विज ने शहीद स्मारक के निर्माण कार्य को लेकर मुआयना किया और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने पार्किग एरिया के निर्माण को जल्द पूरा करने, स्मारक में बने फ़ूड कोर्ट को शीघ्र अलॉट करने के निर्देश दिए तथा जायजा लिया।वहीं, बैठक में पीडब्लयूडी के अधीक्षक अभियंता नवनीत नैन, कार्यकारी अभियंता रितेश अग्रवाल, एसडीओ इलैक्ट्रीकल सुखदेव सिंह, जेई पीडब्लयूडी अश्वनी, कान्ट्रैक्टर अभिमन्यु गुप्ता, डिजाईनर कंसलटैंट रितिका सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री एवं अम्बाला कैंट से विधायक अनिल विज ने कहा कि सन 1857 में आजादी की पहली लड़ाई में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्मारक बनाया जा रहा है और स्मारक का सिविल वर्क करीब 90 फीसदी पूरा हो चुका है तथा अब इसके आर्ट वर्क का काम जारी है। उन्होंने कहा कि इस स्मारक में आजादी की पहली लड़ाई को शुरू से आखिरी तक दिखाया जाएगा। अनिल विज ने अंबाला में सोमवार को आजादी की पहली लड़ाई पर आधारित शहीद स्मारक का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वहां चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की और निर्माण कार्य का मुआयना किया। उन्होंने संबंधित कॉन्ट्रैक्टर और पीडब्लूडी को काम में तेजी लाने और इस प्रोजेक्ट को अगस्त महीने तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। बैठक के दौरान शहीद स्मारक के निदेशक डॉ. कुलदीप सैनी भी मौजूद रहे। बैठक के बाद पूर्व गृह मंत्री एवं अम्बाला कैंट से विधायक अनिल विज ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्मारक में आजादी की पहली लड़ाई को शुरू से आखिरी तक दिखाया जाएगा, जिसमें झांसी की रानी, तांत्या टोपे, हरियाणा के शहीद राव तुलाराम जी को भी दिखाया जाएगा। आजादी की पहली लड़ाई भी अंबाला छावनी से शुरू हुई थी और यह स्मारक भी यहां बनाया जा रहा है। पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि मैं स्मारक के निर्माण कार्यों को लेकर नियमित बैठक ले रहा हूं। हम चाहते हैं कि यह अगस्त महीने तक पूरा हो जाए। इसको लेकर निरंतर संबंधित विभाग व कॉन्ट्रेक्टर को निर्देश दिए जा रहे हैं। हिंदुस्तान के टॉप इतिहासकारों की कमेटी बनाई गई है, जो इससे जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को लिखकर दे रही है। इसमें 2 हजार लोगों के बैठने का ओपन एयर थियेटर बनाया गया है। इस थियेटर में 1857 की क्रांति पर आधारित फिल्म भी दिखाई जाएगी। वहीं, पूर्व मंत्री अनिल विज ने शहीद स्मारक के निर्माण कार्य को लेकर मुआयना किया और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने पार्किग एरिया के निर्माण को जल्द पूरा करने, स्मारक में बने फ़ूड कोर्ट को शीघ्र अलॉट करने के निर्देश दिए तथा जायजा लिया।वहीं, बैठक में पीडब्लयूडी के अधीक्षक अभियंता नवनीत नैन, कार्यकारी अभियंता रितेश अग्रवाल, एसडीओ इलैक्ट्रीकल सुखदेव सिंह, जेई पीडब्लयूडी अश्वनी, कान्ट्रैक्टर अभिमन्यु गुप्ता, डिजाईनर कंसलटैंट रितिका सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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तिहाड़ जेल से बाहर आया हरियाणा का गैंगस्टर काला जठेड़ी:मां के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ; कोर्ट ने 6 घंटे की पैरोल दी
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काला जठेड़ी फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। उस पर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में 30 से ज्यादा मामले दर्ज है। इनमें हत्या, फिरौती, रंगदारी, हत्या का प्रयास जैसे मामले शामिल है। काला जठेड़ी को 30 जुलाई 2021 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया था। उस पर दिल्ली पुलिस ने महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) लगाया हुआ है। सोनीपत का रहने वाला
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काला जठेड़ी इ4 महीने में अब वह दूसरी बार जेल से बाहर आया है। इससे पहले वह 12 मार्च को लेडी डॉन अनुराधा चौधरी से शादी करने के लिए जेल से बाहर आया था। हालांकि, तब वह सोनीपत अपने घर नहीं आ पाया। शादी की सारी रस्में दिल्ली में ही एक बैंक्वेट हॉल में हुई थी। लेडी डॉन से 12 मार्च को को थी शादी
काला जठेड़ी ने लेडी डॉन (मैडम मिंज) अनुराधा चौधरी से 12 मार्च को दिल्ली के द्वारका स्थित एक बैंक्वेट हॉल में शादी की थी। यहां शादी की सभी रस्में पूरी की गईं। इसके बाद जठेड़ी को पुलिस सुरक्षा में वापस दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया गया। 12 मार्च को शादी और 13 मार्च को हरियाणा के सोनीपत जिले में गृह प्रवेश समारोह में शामिल होने के लिए काला जठेड़ी को कोर्ट ने कस्टडी पैरोल दी थी।
भिवानी में जुड़वा भाइयों ने एक रूपये में की शादी:दोनों की सरकारी नौकरी, दहेज में लिया पौधा, पर्यावरण का दिया संदेश
भिवानी में जुड़वा भाइयों ने एक रूपये में की शादी:दोनों की सरकारी नौकरी, दहेज में लिया पौधा, पर्यावरण का दिया संदेश हरियाणा के भिवानी जिले के गांव झुप्पा कलां में दो जुड़वा भाइयों की एक ऐसी अनूठी शादी हुई, जो पर्यावरण के जहर को अमृत बनाने की मिसाल बन गई। दोनों भाइयों ने बिना दहेज के शादी कर केवल एक रुपया व पौधे भेंट स्वरूप लेकर शादी कर ये मिसाल पेश की है। दोनों भाई सरकारी नौकरी कर रहे हैं। पर्यावरण से जुड़ा दिया संदेश गांव झुप्पा कलां वासी दर्शनानंद के दो जुड़वा बेटों की ये शादी देखने में आपको आम शादी लगेगी, परंतु इस शादी का संदेश व प्रयास पर्यावरण में घुले जहर को अमृत बनाना है। सरकारी क्लर्क के पद पर कार्यरत प्रवीन नेहरा व सरकारी कॉलेज में लेक्चरर प्रदीप नेहरा ने अपनी शादी में मिसाल पेश की। पहले ये दोनों भाई पुलिस में भर्ती हुए थे। मेहमानों को पौधा देकर मिशन किया शुरू इन दोनों भाइयों की सरकारी नौकरी होने के चलते गाड़ी दहेज में लेने पर हरियाणा में काफ़ी विवाद होते हैं, पर इन्हें दहेज में आसानी से मिल जाती। परंतु इन्होंने बिना दहेज के शादी की। यही नहीं अपने सैकड़ों मेहमानों को पौधे देकर पर्यावरण शुद्ध रखने का मिशन शुरू किया। सात फेरों के बाद इनके चाचा पर्यावरण प्रेमी लोकराम नेहरा ने इन्हें पर्यावरण की रक्षा करने की शपथ ली। पहले ही कर चुके थे फैसला दर्शनानंद नेहरा ने अपने दोनों बेटों की शादी बिना दहेज के की। इससे भी बड़ी बात, अपने बेटों की शादी में आए हर मेहमान को फूलदार, फलदार व छायादार पौधे उपहार में दिए, ताकि पर्यावरण शुद्ध रहे और हर कोई शादी में इस परंपरा को जारी रखे। इन्होंने एक रुपए व पौधा लेकर शादी की है। हमने फैसला किया था कि दहेज के नाम पर कोई सामान नहीं लेंगे। वहीं प्रदीप व प्रवीन नेहरा ने बताया कि दहेज में ली गई कार हो या अन्य कोई भी सामान, वो कुछ साल बाद ख़राब हो जाता है। पर हमने जो पौधे मेहमानों को भेंट के रूप में दिए हैं, वो दशकों तक लोगों के घर व पर्यावरण में महक देंगे।