ऊना जिले के हरोली उप मंडल के तहत ललड़ी गांव में एक घर में लगभग 12 फीट लंबा अजगर घुस आया। पड़ोसी राज्य पंजाब से आए स्नेक कैचर ने इस अजगर को पकड़ कर जंगल में छोड़ा। जानकारी के अनुसार बीती रात हुई भारी बारिश के बाद गांव ललड़ी निवासी नरेश कुमार के घर में एक अजगर घुस गया और सीढ़ियों के नीचे पड़े प्लास्टिक के खाली थैलों में कुंडली मारकर बैठ गया। अजगर को देखने के बाद पूरा परिवार दहशत में आ गया। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने पड़ोसी राज्य पंजाब के गोलनी गांव के स्नेक कैचर बलविंदर सिंह सैनी को बुलाया। कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा बलविंद्र सिंह ने बड़ी मशक्कत के बाद भारी भरकम अजगर को पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया। गनीमत की बात यह रही है कि इस अजगर ने परिवार के किसी भी सदस्य या मवेशी को अपना शिकार नहीं बनाया। हालांकि रेस्क्यू अभियान के दौरान अजगर ने स्नेक कैचर बलविंदर सिंह पर दो बार हमला करने का प्रयास किया। बलविंदर सिंह ने हिम्मत नहीं हारी और इस अजगर को काबू में कर थैले में बंद कर लिया और जंगल में छोड़ दिया। ऊना जिले के हरोली उप मंडल के तहत ललड़ी गांव में एक घर में लगभग 12 फीट लंबा अजगर घुस आया। पड़ोसी राज्य पंजाब से आए स्नेक कैचर ने इस अजगर को पकड़ कर जंगल में छोड़ा। जानकारी के अनुसार बीती रात हुई भारी बारिश के बाद गांव ललड़ी निवासी नरेश कुमार के घर में एक अजगर घुस गया और सीढ़ियों के नीचे पड़े प्लास्टिक के खाली थैलों में कुंडली मारकर बैठ गया। अजगर को देखने के बाद पूरा परिवार दहशत में आ गया। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने पड़ोसी राज्य पंजाब के गोलनी गांव के स्नेक कैचर बलविंदर सिंह सैनी को बुलाया। कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा बलविंद्र सिंह ने बड़ी मशक्कत के बाद भारी भरकम अजगर को पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया। गनीमत की बात यह रही है कि इस अजगर ने परिवार के किसी भी सदस्य या मवेशी को अपना शिकार नहीं बनाया। हालांकि रेस्क्यू अभियान के दौरान अजगर ने स्नेक कैचर बलविंदर सिंह पर दो बार हमला करने का प्रयास किया। बलविंदर सिंह ने हिम्मत नहीं हारी और इस अजगर को काबू में कर थैले में बंद कर लिया और जंगल में छोड़ दिया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में फेरी वाले की पिटाई मामला:पीड़ित का करवाया मेडिकल; सख्त कार्रवाई की तैयारी, मेडिकल ओपिनियन के इंतजार में शिमला पुलिस
हिमाचल में फेरी वाले की पिटाई मामला:पीड़ित का करवाया मेडिकल; सख्त कार्रवाई की तैयारी, मेडिकल ओपिनियन के इंतजार में शिमला पुलिस हिमाचल के शिमला के धामी क्षेत्र में एक फेरी (वेंडर्स) वाले से मारपीट मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी है। शिमला पुलिस ने फेरी वाले युवक का मेडिकल करवा दिया है। बालूगंज पुलिस अब मेडिकल ओपिनियन का इंतजार कर रही है। शिमला पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को हिरासत में ले रखा है। बीते कल भी पांचों आरोपियों से घंटों लंबी पूछताछ हुई। आज फिर से बालूगंज थाना में पूछताछ की जा रही है। इनसे पूछताछ करके पांचों आरोपियों की इस मामले में क्या भूमिका रही, पुलिस इसका पता लगा रही है। पुलिस अधीक्षक (SP) शिमला, संजीव गांधी ने बताया कि पीड़ित युवक का मेडिकल करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि अमानवीय कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस नियमों के तहत सारी कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि मूलत यूपी का रहने वाला पीड़ित युवक अर्की के शालाघाट में रहता है और वह धामी क्षेत्र में भी बीच बीच में सामान बेचने आता था। क्या था मामला…? बता दें कि बीते शनिवार को सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमे शिमला के साथ लगते धामी क्षेत्र में एक फेरी वाले युवक के साथ कुछ स्थानीय लोगों ने मारपीट की और पिटाई के बाद उसका मुर्गा बनाया। तलवार से काटने की धमकी दे रहा आरोपी यही नहीं संजीव नाम का आरोपी तलवार से काट देने की भी धमकी वीडियो में देते हुए सुना जा सकता है। पीड़ित व्यक्ति विशेष समुदाय से संबंध रखता है। शिमला पुलिस ने वीडियो ध्यान में आते ही इस मामले में त्वरित कार्रवाई की और पांचों आरोपियों की पहचान की। इसमें एक युवक पिटाई करते दिख रहा है।
हमीरपुर में सीएम सुक्खू ने सुनी जन समस्याएं:कांग्रेस कार्यकर्ता के भतीजे की शादी में पहुंचे, ढटवलिया परिवार ने चांदी का मुकुट पहनाकर किया स्वागत
हमीरपुर में सीएम सुक्खू ने सुनी जन समस्याएं:कांग्रेस कार्यकर्ता के भतीजे की शादी में पहुंचे, ढटवलिया परिवार ने चांदी का मुकुट पहनाकर किया स्वागत सोमवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू जिला हमीरपुर के दो दिवसीय दौरे पर हैं उन्होंने अपने बेस्टम कार्यक्रम में कांग्रेस नेता सुभाष ढटवलिया के भतीजे की शादी में की शिरकत वर-वधु को आशीर्वाद दिया। वहीं कार्यक्रम में ढटवलिया परिवार ने मुख्यमंत्री का चांदी का मुकुट पहनकर स्वागत किया। कई समस्याओं का तत्काल हुआ समाधान
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 100 के करीब जन समस्याओं को सुना, जिसमें अधिकतर समस्याएं सड़क पानी बिजली तथा तबादलों के संबंध में थी। मुख्यमंत्री ने अधिकतर समस्याओं का निपटारा मौके पर ही कर दिया और कुछ समस्याओं को संबंधित विभागों के अधिकारियों के सुपुर्द किया तथा शीघ्र हल करने के कड़े दिशा निर्देश जारी किए। कलबाल में पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में मुख्यमंत्री का फूल मालाएं पहनकर भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री छोटे-छोटे बच्चों से बहुत ही दिलचस्पी से मिले तथा उन्हें अपना विजिटिंग कार्ड देकर कहा कि अगर आपको कोई समस्या आती है, तो मेरे नंबर पर स्वयं फोन करके बात कर सकते हैं। इस अवसर पर ऑरेंज के विधायक सुरेश कुमार पूर्व विधायक मनजीत सिंह डोगरा एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक रबल ठाकुर जिलाधीश हमीरपुर अमर सिंह एसडीएम बड़सर राजेंद्र गौतम मंदिर अधिकारी संदीप कुमार कांग्रेस महासचिव पवन कालिया ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संजय शर्मा वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेश वनयाल कमल पठानिया नरेश लखनपाल विपिन ढटवालिया उपस्थित रहे।
हिमाचल में पटवारी-कानूनगो ने बंद किए ऑनलाइन काम:सैकड़ों लोगों को झेलनी पड़ी परेशानी; ऑफिशियल वॉट्सऐप ग्रुप से किया एग्जिट, स्टेट कॉडर बनाने पर भड़के
हिमाचल में पटवारी-कानूनगो ने बंद किए ऑनलाइन काम:सैकड़ों लोगों को झेलनी पड़ी परेशानी; ऑफिशियल वॉट्सऐप ग्रुप से किया एग्जिट, स्टेट कॉडर बनाने पर भड़के हिमाचल प्रदेश के सैंकड़ों लोगों को आज पटवारी और कानूनगो के ऑनलाइन काम नहीं करने की वजह से परेशानी झेलनी पड़ी। प्रदेशभर में हिमाचल संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी एवं कानूनगो महासंघ ने ऑनलाइन सेवाएं ठप कर दी है। इस वजह से लोग परेशान है। सरकार और महासंघ के बीच यह विवाद जल्द नहीं सुलझाया गया तो इससे आने वाले दिनों में प्रदेशवासियों की परेशानी और बढ़ेगी। दरअसल, बीते सप्ताह कैबिनेट मीटिंग में सरकार ने पटवारी-कानूनगो को स्टेट कॉडर बनाने का फैसला लिया था। अभी पटवारी और कानूनगो दोनों ही जिला कॉडर है। कैबिनेट द्वारा इन्हें स्टेट कॉडर बनाए जाने के फैसले के बाद महासघ भड़क गया है। इन्होंने आज सभी ऑफिशियल वॉट्सऐप ग्रुप से भी एग्जिट कर दिया है। इसके विरोध में आज इन्होंने ऑनलाइन काम बंद कर दिए है और अधिकांश जगह पर डिवीजन स्तर पर SDM के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। अगले कल जिलों में डीसी के माध्यम मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप कर स्टेट कॉडर बनाए जाने का फैसला वापस लेने की महासंघ मांग करेगा। आज ये काम प्रभावित हुए बोनोफाइड सर्टिफकेट, करेक्टर सर्टिफिकेट, इनकम सर्टिफिकेट, ईडब्ल्यूस सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेट, कास्ट सर्टिफिकेट, एग्रीकल्चर सर्टिफिकेट, अन-इम्पलायमेंट सर्टिफिकेट, लैंड होल्डिंग सर्टिफिकेट, PM किसान सम्मान निधि योजना की ऑनलाइन रिपोर्टिंग जैसे काम बंद कर दिए हैं। स्टेट कॉडर से प्रभावित होगी सीनियोरिटी: सतीश हिमाचल संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी एवं कानूनगो महासंघ के अध्यक्ष सतीश चौधरी ने बताया कि पटवारी और कानूनगों की भर्ती जिला कॉडर के हिसाब से हुई है। अब उन्हें अचानक स्टेट कॉडर बना देने से सीनियोरिटी प्रभावित होगी। इससे प्रमोशन में देरी होगी और स्टेट कॉडर में मर्ज होने से सीनियोरिटी में पीछे जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि पटवारी कानून को इसलिए जिला कॉडर में रखा गया, क्योंकि अपने जिला में उन्हें लोकल बोल चाल और एरिया के बारे में जानकारी होती है। यदि उन्हें दूसरे जिला में ट्रांसफर जाता है तो इससे उन्हें बोल चाल और एरिया समझने में वक्त लगेगा। इससे काम में एफिशिएंसी नहीं आएगी। उन्होंने बताया कि भर्ती एवं पदोन्नति नियम के हिसाब से उन्हें जिला कॉडर में रखा जाए। 17 जुलाई को अगली रणनीति तैयार करेगा महासंघ सतीश चौधरी ने कहा कि 17 जुलाई को महासंघ ने कुल्लू में मीटिंग बुलाई है। यदि उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया तो महासंघ आंदोलन की अगली रणनीति कुल्लू में तय करेगा।