हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक ट्रक चालक ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान परविंदर सिंह के रूप में हुई है, जो बलवंत सिंह का पुत्र था। घटना रविवार की सुबह की है, जब परविंदर अपने घर पर था। अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। जब परिजनों ने उससे इस बारे में पूछा, तो उसने बताया कि उसने जहरीला पदार्थ खा लिया है। परिजनों ने तुरंत गगरेट पुलिस को सूचित किया और उसे गंभीर हालत में सिविल हॉस्पिटल गगरेट ले जाया गया। हालांकि डॉक्टरों के काफी कोशिशों के बावजूद भी उसे नहीं बचाया जा सका। मृतक की मां के अनुसार, परविंदर के इस कदम के पीछे का कारण अभी तक किसी को नहीं पता चला है। परविंदर की अभी शादी नहीं हुई थी, वह ट्रक चालक के रूप में अपनी जीविका चला रहा था। डीएसपी डॉ. वसुधा सूद ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है। आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक ट्रक चालक ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान परविंदर सिंह के रूप में हुई है, जो बलवंत सिंह का पुत्र था। घटना रविवार की सुबह की है, जब परविंदर अपने घर पर था। अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। जब परिजनों ने उससे इस बारे में पूछा, तो उसने बताया कि उसने जहरीला पदार्थ खा लिया है। परिजनों ने तुरंत गगरेट पुलिस को सूचित किया और उसे गंभीर हालत में सिविल हॉस्पिटल गगरेट ले जाया गया। हालांकि डॉक्टरों के काफी कोशिशों के बावजूद भी उसे नहीं बचाया जा सका। मृतक की मां के अनुसार, परविंदर के इस कदम के पीछे का कारण अभी तक किसी को नहीं पता चला है। परविंदर की अभी शादी नहीं हुई थी, वह ट्रक चालक के रूप में अपनी जीविका चला रहा था। डीएसपी डॉ. वसुधा सूद ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है। आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में आज बिजली कर्मचारी-इंजीनियरों का प्रदर्शन:अभियंताओं के 51 पद समाप्त करने, 81 ड्राइवर को नौकरी से हटाने पर भड़के; ब्लैक आउट की चेतावनी हिमाचल में बिजली बोर्ड कर्मचारी आज प्रदेशभर में प्रदर्शन करेंगे। विद्युत कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना (OPS) व इंजीनियरों के समाप्त किए गए 51 पदों की बहाली और नौकरी से हटाए गए 81 आउटसोर्स ड्राइवरों को वापस नौकरी पर रखने की मांग को लेकर प्रदर्शन करेंगे। राज्य सरकार इनकी मांगे नहीं मानती है तो दिवाली के बाद बिजली कर्मचारी प्रदेश में ब्लैक आउट करेंगे। बिजली बोर्ड कर्मचारियों और इंजीनियरों के संयुक्त मोर्चे पहले ही इसकी चेतावनी दे चुका हैं। जाहिर है कि इससे आने वाले दिनों में बिजली बोर्ड और कर्मचारियों में टकराव देखने को मिलेगा। बता दें कि आर्थिक स्थिति को देखते हुए सरकार ने हाल ही में बिजली बोर्ड में इंजीनियरों के 51 पद गैर जरूरी बताकर समाप्त करने का फैसला लिया है। इसी तरह 10 से 15 सालों से आउटसोर्स पर सेवाएं दे रहे 81 ड्राइवरों को नौकरी से निकाल दिया गया है। बोर्ड कर्मचारी और इंजीनियर इससे तिलमिला उठे हैं और आर पार की लड़ाई के लिए तैयार हो गए हैं। फिलहाल आज सांकेतिक धरना है। आंदोलन की अगली रणनीति का ऐलान आज किया जाएगा। फैसला वापस नहीं लिया तो उग्र आंदोलन करेंगे: वर्मा संयुक्त मोर्चे के सह संयोजक हीरा लाल वर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड के कर्मचारी 21 महीने से पुरानी पेंशन योजना की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस बीच सरकार ने दो ऐसे फैसले लिए हैं, जिससे बिजली बोर्ड के कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने बताया कि इंजीनियरों के 51 पद समाप्त करने और 81 ड्राइवरों को नौकरी से हटाने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। इसे वापस नहीं लिया गया तो कर्मचारी काम छोड़कर उग्र आंदोलन करेंगे। इससे प्रदेश में ब्लैक आउट की स्थिति पनप सकती है। बिजली बोर्ड को बांटने की तैयारी हीरालाल वर्मा ने कहा कि 4 दिन पहले प्रदेश सरकार द्वारा मंत्री राजेश धर्माणी की अध्यक्षता में गठित कैबिनेट सब कमेटी के साथ जॉइंट फ्रंट की बैठक हुई है, जिसमें सरकार की तरफ बिजली बोर्ड की कई इकाइयों को विघटित करने की बात हो रही है। जिसमें संचार लाइन व उप केंद्र तथा अन्य संपत्तियों को बिजली बोर्ड से अलग करने की तैयारी है। AIEPF भी समर्थन में उतरी हिमाचल सरकार के इस फैसले पर ऑल इंडिया इंजीनियर पावर फेडरेशन (AIEPF) में भी हैरानी जताई और मीडिया को जारी बयान में कहा यदि सरकार इंजीनियरों के 51 पद समाप्त करने और नौकरी से निकाले गए ड्राइवरों को नौकरी पर वापस नहीं रखती तो AIEPF भी आंदोलन के समर्थन में उतरेगी।
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ऊना में ट्रक-बाइक की टक्कर:2 युवकों की मौत, बाइक में पेट्रोल भरवाने बंगाणा जा रहे थे हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के कोटला खास में सड़क हादसा हुआ है। ऊना बड़सर मुख्य मार्ग पर कोटला खास में ट्रक की चपेट में आने से दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। दोनों युवक बाइक पर पेट्रोल भरवाने के लिए बंगाणा पेट्रोल पंप जा रहे थे। लेकिन ट्रक की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान 17 वर्षीय दिनेश और 18 वर्षीय सागर के रूप में हुई है। दोनों धुंदला गांव के रहने वाले थे। ट्रक चालक के खिलाफ बंगाणा थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ट्रक चालक संजीव कुमार मौके से फरार हो गया। पुलिस ने उसे लठियानी के पास पकड़ लिया है। ईंटों से भरे ट्रक की चपेट में आए बता दें कि आज सुबह धुंदला निवासी दिनेश और सागर बाइक पर सवार होकर बंगाणा की ओर जा रहे थे। इस दौरान कोटला खास में प्राइमरी स्कूल के पास वे बंगाणा की ओर से आ रहे ईंटों से भरे ट्रक की चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना भेजा सूचना मिलते ही बंगाणा थाना से एसएचओ रोहित चौधरी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने घटना की जानकारी जुटाई। इसके बाद दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना भेज दिया है। उधर, बंगाणा थाना के एसएचओ रोहित चौधरी ने बताया कि मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
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