उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में ग्रंथी सिंह की नाबालिग बेटी के अपहरण और बलात्कार किया गया। मामला श्री अकाल तख्त साहिब के सामने पहुंचा तो ज्ञानी रघबीर सिंह ने इसका संज्ञान लिया है। उन्होंने यूपी सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दे दिया है, अन्यथा संगत को कड़ी कार्रवाई के लिए मजबूर होने की चेतावनी दी गई है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। ज्ञानी रघबीर सिंह का कहना है कि अगर आरोपियों को एक सप्ताह में पकड़ा नहीं जाता तो सिख संगत अपने स्तर पर बड़ी कार्रवाई करने को मजबूर हो जाएगी। 13 वर्षीय बेटी का अपहरण किया श्री अकाल तख्त साहिब कार्यालय की तरफ से जारी जानकारी के अनुसार पीलीभीत जिले में कुछ व्यक्तियों द्वारा ग्रंथी सिंह की 13 वर्षीय बेटी का अपहरण कर लिया गया। उसके साथ बलात्कार किया गया। जीवित बची लड़की ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान में आरोपी व्यक्तियों की पहचान की है। यूपी सिख संगत ने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस कुछ अमीर आरोपी व्यक्तियों की मदद कर रही है। स्पष्ट रूप से कहा है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। पूरा सिख समुदाय पीड़ित परिवार के साथ जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि पूरा सिख समुदाय पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है। यूपी पुलिस को इस मामले में लापरवाही भरा रवैया नहीं अपनाना चाहिए। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़े-बड़े दावे करते हैं कि यूपी में जो बेटी के साथ एक चौक पर अपराध करता है, उसे दूसरे चौक पर गोली मार दी जाती है। जत्थेदार ने सवाल किया कि ग्रंथी सिंह की बेटी के अपहरण और रेप मामले में कानून उचित कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है। आगे की घटना के लिए यूपी सरकार होगी जिम्मेदार जत्थेदार ने यूपी सरकार से कहा कि इस मामले में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। अन्यथा सिख समुदाय अपने स्तर पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर होगा। अगर जरूरत पड़ी तो वह खुद इस मामले में न्याय दिलाने के लिए नेतृत्व करेंगे और नतीजों की जिम्मेदारी पूरी तरह से यूपी सरकार की होगी। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में ग्रंथी सिंह की नाबालिग बेटी के अपहरण और बलात्कार किया गया। मामला श्री अकाल तख्त साहिब के सामने पहुंचा तो ज्ञानी रघबीर सिंह ने इसका संज्ञान लिया है। उन्होंने यूपी सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दे दिया है, अन्यथा संगत को कड़ी कार्रवाई के लिए मजबूर होने की चेतावनी दी गई है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। ज्ञानी रघबीर सिंह का कहना है कि अगर आरोपियों को एक सप्ताह में पकड़ा नहीं जाता तो सिख संगत अपने स्तर पर बड़ी कार्रवाई करने को मजबूर हो जाएगी। 13 वर्षीय बेटी का अपहरण किया श्री अकाल तख्त साहिब कार्यालय की तरफ से जारी जानकारी के अनुसार पीलीभीत जिले में कुछ व्यक्तियों द्वारा ग्रंथी सिंह की 13 वर्षीय बेटी का अपहरण कर लिया गया। उसके साथ बलात्कार किया गया। जीवित बची लड़की ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान में आरोपी व्यक्तियों की पहचान की है। यूपी सिख संगत ने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस कुछ अमीर आरोपी व्यक्तियों की मदद कर रही है। स्पष्ट रूप से कहा है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। पूरा सिख समुदाय पीड़ित परिवार के साथ जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि पूरा सिख समुदाय पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है। यूपी पुलिस को इस मामले में लापरवाही भरा रवैया नहीं अपनाना चाहिए। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़े-बड़े दावे करते हैं कि यूपी में जो बेटी के साथ एक चौक पर अपराध करता है, उसे दूसरे चौक पर गोली मार दी जाती है। जत्थेदार ने सवाल किया कि ग्रंथी सिंह की बेटी के अपहरण और रेप मामले में कानून उचित कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है। आगे की घटना के लिए यूपी सरकार होगी जिम्मेदार जत्थेदार ने यूपी सरकार से कहा कि इस मामले में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। अन्यथा सिख समुदाय अपने स्तर पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर होगा। अगर जरूरत पड़ी तो वह खुद इस मामले में न्याय दिलाने के लिए नेतृत्व करेंगे और नतीजों की जिम्मेदारी पूरी तरह से यूपी सरकार की होगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में नामधारी डेरे के ग्रुपों में हिंसक टकराव:8 लोगों को गोली मारी, छुड़ाने आई पुलिस पर भी फायरिंग, आंसू गैस छोड़ भीड़ खदेड़ी
हरियाणा में नामधारी डेरे के ग्रुपों में हिंसक टकराव:8 लोगों को गोली मारी, छुड़ाने आई पुलिस पर भी फायरिंग, आंसू गैस छोड़ भीड़ खदेड़ी हरियाणा के सिरसा में नामधारी डेरे की जमीन को लेकर 2 ग्रुपों में हिंसक झड़प हो गई। दोनों के बीच गोलियां चलीं, जिसमें 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। फायरिंग की सूचना पाकर पुलिस वहां पहुंची तो उन पर भी गोलियां चला दी गई। यह देख पहले पुलिस वाले जान बचाने के लिए भागे। इसके बाद आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को वहां से खदेड़ा। हिंसक झड़प के बाद SP विक्रांत भूषण पुलिस फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए जीवन नगर एरिया में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। घायलों को इलाज के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डेरे की जगह पर काफी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। पुलिस को शक है कि हमलावर अभी भी हथियार लेकर खेतों में छुपे हुए हैं। भारी हंगामा, पुलिस जवान भी भागते दिखे PHOTOS… डेरे की 12 एकड़ जमीन को लेकर 2 ग्रुपों में विवाद
गांव के सरपंच सुखचैन सिंह ने बताया नामधारी सिख समुदाय में दो धाम हैं। एक धाम लुधियाना में श्री भैणी साहिब है, जिसका प्रबंधन सतगुरु उदय सिंह करते हैं। दूसरा धाम रानियां के जीवन नगर में है, इस डेरे का प्रबंधन उदय सिंह के भाई ठाकुर दलीप सिंह करते हैं। आज सुबह सतगुरु उदय सिंह के अनुयायी डेरा जीवन नगर से सटी 12 एकड़ जमीन पर कब्जा करने की नीयत से आए थे। उन्होंने जमीन के चारों ओर सफेद झंडे लगा दिए। जमीन श्री जीवन नगर नामधारी धाम से सटी है। दलीप सिंह के अनुयायी मिट्ठू सिंह का दावा है कि यह जमीन उनकी है। कब्जा लेने की कोशिश का पता चलते ही दूसरा पक्ष वहां पहुंच गया। जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर झगड़ा हो गया। मिट्ठू सिंह ने कहा कि सतगुरु उदय सिंह के करीब 250 अनुयायी जमीन पर कब्जा करना चाहते थे। इसके बाद अनुयायियों ने डेरे पर हमला कर दिया। चश्मदीदों के मुताबिक इसके बाद दोनों ग्रुपों के समर्थक आमने-सामने हो गए। उनके बीच फायरिंग शुरू हो गई। जिसमें 8 लोगों को गोली लग गई। माहौल इस कदर खराब हो गया कि वहां चीखोपुकार मच गया। पुलिस पर फायरिंग, आंसू गैस के गोले दागे
वारदात का पता चलते ही पुलिस टीम वहां पहुंची। पुलिस के आने तक भी वहां दोनों पक्षों में गोलियां चल रहीं थी। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उनके ऊपर भी फायरिंग कर दी गई। इस दौरान पुलिस वालों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। हालांकि, इसके बाद पुलिस ने भीड़ को शांत करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे। इसके बाद एसपी विक्रांत भूषण भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। जीवन नगर इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पहले पक्ष का दावा
सतगुरु दलीप सिंह के अनुयायी हरविंद्र सिंह मिट्ठू का कहना है यह जमीन उनकी है। उन्होंने यह जमीन माता दलीप कौर को 2029 तक गहने पर दी हुई थी। उनकी मौत के बाद इस जमीन की देखरेख नामधारी गुरुद्वारा समिति श्री जीवन नगर कर रही थी। इस जमीन को लेकर दूसरे पक्ष ने मेरे पिता से जबरन इंतकाल करवा लिया। इसके बाद हमने इंतकाल को चैलेंज किया और फाइनेंस कमिश्नर हरियाणा में अपील डाली। इस पर 27 जून 2019 को हमारे हक में फैसला आया था। उस इंतकाल की कॉपी हमने एडीएम ऐलानाबाद में जमा करवाई हुई है। दूसरा पक्ष बोला- लंगर कमेटी भैणी साहिब के नाम है जमीन
वहीं, सतगुरु उदय सिंह के अनुयायी नकौड़ा गांव के पूर्व सरपंच सुच्चा सिंह का दावा है कि यह जमीन गुरुद्वारा लंगर कमेटी भैणी साहिब लुधियाना के नाम है। रविवार को जमीन पर स्प्रे करने के लिए उनके आदमी गए थे। किसी के पास कोई हथियार नहीं थे। हमारे लोगों का लड़ने का कोई इरादा नहीं था। दूसरे पक्ष के लोगों ने गोलियां चलाईं। पुलिस कर्मचारियों को गोलियां लगते-लगते बची हैं। हमने भी पुलिस में शिकायत दी है। 13 लोगों पर केस दर्ज
पुलिस ने नामधारी गुरुद्वारा प्रबंधन समिति की शिकायत पर 13 लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया है। इसमें गुरुचरण सिंह, पूर्ण सिंह, गुरमीत सिंह, बल्हार सिंह, गुरदीप सिंह, हरप्रीत सिंह, सूबा बलकार सिंह, हरभजन सिंह, सतनाम सिंह, नक्षत्र सिंह, सेवा सिंह और रणजीत सिंह नामजद हैं। इसके अलावा 250 से 300 अन्य लोगों पर केस दर्ज है। 3 घायलों की हालत गंभीर
वहीं, अभी तक इस मामले में किसी के मरने की सूचना नहीं है, लेकिन जिन 8 लोगों को गोली लगी है, उनमें से 3 गंभीर हैं। डॉक्टरों ने 4 लोगों को सिविल अस्पताल सिरसा से अग्रोहा मेडिकल रेफर कर दिया है। वहीं, 4 लोगों का सिरसा के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायलों की पहचान सुखचैन सिंह, प्रेम सिंह, कुलदीप सिंह, साहब सिंह, कर्मजीत सिंह, गुरदीप सिंह, कर्ण सिंह और बिहान सिंह के रूप में हुई है। इनमें से 3 लोगों की जांघ, कंधे और हाथ पर गोली लगी है। वहीं, 5 लोगों के छर्रे लगे हैं। पहले से प्लानिंग कर बैठे थे लोग
पूर्व सरपंच सुखचैन सिंह ने कहा कि दूसरे पक्ष के लोग पहले से ही प्लानिंग करके बैठे थे। उन्होंने डेरे के लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इसमें कई लोग घायल हो गए। उन्होंने मौके पर पहुंचे एसएचओ की गाड़ी पर भी गोलियां चलाईं। गाड़ी का ड्राइवर बाल-बाल बच गया। उन्होंने बताया कि गोलियां चलाने वाले पक्ष के 50 से 60 लोग थे। विवाद की सूचना मिलने पर डेरे के पक्ष के लोग भी इकट्ठा हो गए। उन्होंने कोई गोली नहीं चलाई। दूसरा पक्ष हमला कर रहा है। पुलिस ने फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी है।

पंजाब कांग्रेस सांसदों का संसद के बाहर प्रदर्शन:वित्तमंत्री चीमा- पंजाब से सौतेली मां जैसा व्यवाहर; हरसिमरत ने जताई निराशा
पंजाब कांग्रेस सांसदों का संसद के बाहर प्रदर्शन:वित्तमंत्री चीमा- पंजाब से सौतेली मां जैसा व्यवाहर; हरसिमरत ने जताई निराशा केंद्रीय बजट 2024 में पंजाब के लिए कोई विशेष पैकेज घोषित नहीं किए जाने के बाद कांग्रेस सांसदों ने संसद से बाहर आकर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन किया। मुर्दाबाद के नारे लगाए। वहीं, हरसिमरत बादल ने इसे सरकार बचाओ बजट बताया है। इधर, आम आदमी पार्टी के नेताओं ने ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया। कांग्रेस सांसदों ने एनडीए सरकार को पंजाब के साथ विश्वासघात करने वाली सरकार बताया। लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा को पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार करने वाली सरकार बताया है। वित्तमंत्री चीमा- पंजाब को निराश किया गया पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने इस बजट से निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया है। छोटे उद्योग के लिए कुछ नहीं दिया। फर्टिलाइजर पर जो 36% सब्सिडी मिलती थी, वे घटा दी है। इनपुट कॉस्ट बढ़ गई है। भाजपा सरकार किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही है। इससे पता चलता है भाजपा पंजाब विरोधी पार्टी है। इस बजट ने पंजाब को बुरी तरह निराश किया है। उन्होंने बताया कि बजट से पहले हर राज्य से इनपुट लिया जाता है। वे जब वित्तमंत्री सीतारमण से मिले थे तो पंजाब को दो फसलों को डायवर्सिफिकेशन के लिए आर्थिक पैकेज की जरूरत जताई थी। इससे पानी व किसान को बचाया जा सके। लेकिन केंद्र सरकार ने इसे इग्नोर किया। 500 किमी इंटरनेशल बॉर्डर है। ऐसे में पंजाब के युवाओं के लिए हिमाचल प्रदेश की तरह इंडस्ट्री लाने के लिए कोई पैकेज नहीं दिया। इस बजट ने पंजाब को निराश किया है। हरसिमरत बोलीं- किसानों और युवाओं की अनदेखी की गई अकाली दल की एकमात्र सांसद हरसिमरत कौर बादल ने सोशल मीडिया पर पंजाब की अनदेखी का विरोध किया है। उन्होंने पोस्ट कर लिखा- केंद्रीय बजट 2024 को “सरकार बचाओ” बजट के रूप में जाना जाएगा, जो बिहार और आंध्र प्रदेश में एनडीए के दो सहयोगियों के लिए बनाया गया, जबकि देश भर में किसानों, गरीबों और युवाओं की अनदेखी की गई। शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के एनडीए गठबंधन और सरकार से बाहर निकलने के बाद से लगातार छठे बजट में पंजाब के लिए कुछ भी नहीं है। “पंजाब के मुद्दों को सुलझाने” के नाम पर अपने हितों को साधने के लिए भाजपा में शामिल होने वालों को अब जवाब देना चाहिए कि राज्य को केंद्र के हाथों लगातार भेदभाव का सामना क्यों करना पड़ रहा है। सुखबीर बादल -बजट 2024-25 पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बजट को भेदभावपूर्ण बताया है। उन्होंने 10 पॉइंट अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर डालकर विरोध जताया है। उन्होंने कहा- ▪️केंद्रीय बजट 2024-25 पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण है। ▪️राज्य की कोई भी मांग नहीं मानी गई। ▪️राज्य के किसानों के लिए अति आवश्यक विविधीकरण या ऋण माफी के लिए कोई आवंटन नहीं किया गया है। ▪️पड़ोसी पहाड़ी राज्यों को दिए गए प्रोत्साहनों के कारण ठप पड़े औद्योगिक क्षेत्र के लिए किसी कर रियायत की घोषणा नहीं की गई है। ▪️केंद्र सरकार एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी देने और एमएसपी पर सभी फसलों की खरीद के लिए धन आवंटित करने में भी विफल रही है। ▪️गरीबों और युवाओं की भी कमी हो गई है। मनरेगा में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. ▪️आय असमानता को दूर करने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। यहां तक कि 5,000 रुपये प्रति माह की अप्रेंटिसशिप योजना भी दिखावा है, क्योंकि इस टोकन राशि का लाभ उठाने के लिए युवा विस्थापित होकर बड़ी कंपनियों में शामिल नहीं हो पाएंगे। ▪️गठबंधन की मजबूरियां राष्ट्रीय हित से अधिक महत्वपूर्ण लगती हैं। ▪️सरकार का समर्थन करने वाले प्रमुख सहयोगियों को जिस असंतुलित तरीके से धन आवंटित किया गया है, उसने कई प्रमुख राज्यों को धन से वंचित कर दिया है। इसकी समीक्षा किये जाने की जरूरत है। ▪️सीमावर्ती राज्य होने के नाते पंजाब को इस तरह से नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। AAP सांसदों ने केजरीवाल के समर्थन में उठाई मांग वहीं, आम आदमी पार्टी ने बजट सत्र के दौरान संसद के बाहर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया है। आरोप लगाया है कि BJP की सरकार ने ED-CBI का गलत प्रयोग कर दिल्ली सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। राघव चड्ढा ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर तस्वीर को सांझा किया। जिसमें उनके साथ सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक, मलविंदर सिंह कंग, गुरमीत सिंह मीत हेयर, डॉ. राज कुमार चब्बेवाल दिख रहे हैं। पूरी तरह निराश करने वाला बजट है-AAP AAP वक्ता और पंजाब सरकार में पंजाब मध्यम उद्योग विकास बोर्ड के अध्यक्ष नील गर्ग ने कहा- आज के बजट को सत्ता बचाओ बजट कहना सही होगा। बजट में पंजाब की अनदेखी की गई है, ये पूरी तरह निराश करने वाला बजट है। इस बजट में ना महिलाओं के लिए कुछ है ना ही गरीबों के लिए। किसानों की MSP गारंटी पर भी एक शब्द नहीं बोला गया। पांच राज्यों मे किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएंगे लेकिन उसका क्या आधार होगा, इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा गया कि वो राज्य कौन से होंगे और क्या लिमिट रहेगी।