कन्नौज में अखिलेश यादव के करीबी इत्र व्यापारी के कई ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग (IT) ने छापा मारा। IT और GST की टीम सुबह-सुबह व्यापारी के घर पहुंची। कारोबारी के परिवार ने गेट नहीं खोला। अफसरों ने दीवार फांदकर अंदर प्रवेश किया। IT के अधिकारी दस्तावेज और वित्तीय लेन-देन की जांच में जुटे हैं। कारोबारी मनोज दीक्षित सपा के प्रदेश सचिव रह चुके हैं। एक ही कैंपस में है 6 भाइयों का मकान
सरायमीरा-कन्नौज रोड स्थित अशोक नगर में इत्र फर्म चंद्रवली एंड संस पर सुबह करीब 7 बजे आईटी और जीएसटी की टीम पहुंची। एक ही कैंपस में 6 भाइयों सुबोध दीक्षित, अतुल, मनोज, विपिन, राम, श्याम का घर और कारखाना है। इत्र कारोबारी सुबोध और उनके भाइयों के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग को गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। इसके बाद टीम ने कार्रवाई की। फिलहाल, अधिकारियों ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है। राजनीतिक रसूख रखता है परिवार
सुबोध के परिवार का सभी राजनीतिक पार्टियों से अच्छे संबंध हैं। मनोज पूर्व सपा प्रदेश सचिव रह चुके हैं। अखिलेश के करीबी माने जाते हैं। वहीं, एक भाई विपिन समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण के करीबी हैं। इसके अलावा, राम दीक्षित के भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक से अच्छे संबंध हैं। सुबोध की पत्नी ने लड़ा था नपा अध्यक्ष चुनाव
सुबोध दीक्षित की पत्नी उमा दीक्षित ने पिछले साल कन्नौज नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था। उमा ने भाजपा की ओर से दावेदारी पेश की थी। हालांकि, उन्हें बसपा प्रत्याशी कौसरजहां अंसारी ने हरा दिया था। कोल्ड स्टोरेज और स्कूल भी
सुबोध दीक्षित का पुश्तैनी इत्र का कारोबार है। इसके अलावा, स्कूल और कोल्ड स्टोरेज भी है। सुबोध और अतुल मुख्यत: इत्र का कारोबार संभालते हैं। मनोज राजनीति में सक्रिय हैं। वर्षों से सपा से जुड़े हैं। अन्य भाई दूसरा बिजनेस संभालते हैं। तीन पीढ़ियों से चल रहा इत्र का व्यापार सुबोध के परिवार में तीन पीढ़ियों से इत्र का व्यापार चल रहा है। इनके दादा पंडित चंद्रवली दीक्षित ने कन्नौज में इस कारोबार को शुरू किया था। उनके कारोबार को बेटे वीरेंद्र दीक्षित ने आगे बढ़ाया। चंद्रवली एंड संस के नाम से कन्नौज में उनके इत्र कारोबार ने बड़ी पहचान बनाई। इसके बाद वीरेंद्र दीक्षित के सभी 6 बेटों ने अलग-अलग कारोबार शुरू कर दिए। हालांकि सभी भाइयों का प्रमुख कारोबार इत्र ही है। ———————————– ये खबर भी पढ़ें… संत प्रेमानंद से पुलिस अफसर बोला-एनकाउंटर का पश्चाताप कैसे करूं:हाथ जोड़कर कहा- मन अशांत है महाराज जी! मैं पुलिस में नौकरी करता हूं। थानाध्यक्ष के पद पर मेरठ में तैनात हूं। मैंने अब तक बहुत एनकाउंटर किए। बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान मेरे सीने में गोली लगी। मेरी मौत का समाचार भी जारी हो गया था, प्रभु कृपा से बच गया। अब मेरा मन विचलित रहता है, पश्चाताप क्या होगा?’ ये सवाल मेरठ में तैनात एनकाउंटर स्पेशलिस्ट SSI मुन्नेश सिंह ने संत प्रेमानंद जी महाराज किया। मुनेश परिवार के साथ 10 फरवरी को मथुरा पहुंचे थे। कहा- मैंने 32 साल इस नौकरी को दिए। मगर अब मन अशांत है। संत प्रेमानंद जी महाराज ने SSI से कहा- थोड़ा समय निकालकर भगवान के चरणों में दें। प्रार्थना करें, हमारी सेवाओं में जो चूक हुई है, वो क्षमा हो जाएं। पाप मिले हैं, वो दूर हो जाएं। पढ़ें पूरी खबर… कन्नौज में अखिलेश यादव के करीबी इत्र व्यापारी के कई ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग (IT) ने छापा मारा। IT और GST की टीम सुबह-सुबह व्यापारी के घर पहुंची। कारोबारी के परिवार ने गेट नहीं खोला। अफसरों ने दीवार फांदकर अंदर प्रवेश किया। IT के अधिकारी दस्तावेज और वित्तीय लेन-देन की जांच में जुटे हैं। कारोबारी मनोज दीक्षित सपा के प्रदेश सचिव रह चुके हैं। एक ही कैंपस में है 6 भाइयों का मकान
सरायमीरा-कन्नौज रोड स्थित अशोक नगर में इत्र फर्म चंद्रवली एंड संस पर सुबह करीब 7 बजे आईटी और जीएसटी की टीम पहुंची। एक ही कैंपस में 6 भाइयों सुबोध दीक्षित, अतुल, मनोज, विपिन, राम, श्याम का घर और कारखाना है। इत्र कारोबारी सुबोध और उनके भाइयों के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग को गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। इसके बाद टीम ने कार्रवाई की। फिलहाल, अधिकारियों ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है। राजनीतिक रसूख रखता है परिवार
सुबोध के परिवार का सभी राजनीतिक पार्टियों से अच्छे संबंध हैं। मनोज पूर्व सपा प्रदेश सचिव रह चुके हैं। अखिलेश के करीबी माने जाते हैं। वहीं, एक भाई विपिन समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण के करीबी हैं। इसके अलावा, राम दीक्षित के भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक से अच्छे संबंध हैं। सुबोध की पत्नी ने लड़ा था नपा अध्यक्ष चुनाव
सुबोध दीक्षित की पत्नी उमा दीक्षित ने पिछले साल कन्नौज नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था। उमा ने भाजपा की ओर से दावेदारी पेश की थी। हालांकि, उन्हें बसपा प्रत्याशी कौसरजहां अंसारी ने हरा दिया था। कोल्ड स्टोरेज और स्कूल भी
सुबोध दीक्षित का पुश्तैनी इत्र का कारोबार है। इसके अलावा, स्कूल और कोल्ड स्टोरेज भी है। सुबोध और अतुल मुख्यत: इत्र का कारोबार संभालते हैं। मनोज राजनीति में सक्रिय हैं। वर्षों से सपा से जुड़े हैं। अन्य भाई दूसरा बिजनेस संभालते हैं। तीन पीढ़ियों से चल रहा इत्र का व्यापार सुबोध के परिवार में तीन पीढ़ियों से इत्र का व्यापार चल रहा है। इनके दादा पंडित चंद्रवली दीक्षित ने कन्नौज में इस कारोबार को शुरू किया था। उनके कारोबार को बेटे वीरेंद्र दीक्षित ने आगे बढ़ाया। चंद्रवली एंड संस के नाम से कन्नौज में उनके इत्र कारोबार ने बड़ी पहचान बनाई। इसके बाद वीरेंद्र दीक्षित के सभी 6 बेटों ने अलग-अलग कारोबार शुरू कर दिए। हालांकि सभी भाइयों का प्रमुख कारोबार इत्र ही है। ———————————– ये खबर भी पढ़ें… संत प्रेमानंद से पुलिस अफसर बोला-एनकाउंटर का पश्चाताप कैसे करूं:हाथ जोड़कर कहा- मन अशांत है महाराज जी! मैं पुलिस में नौकरी करता हूं। थानाध्यक्ष के पद पर मेरठ में तैनात हूं। मैंने अब तक बहुत एनकाउंटर किए। बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान मेरे सीने में गोली लगी। मेरी मौत का समाचार भी जारी हो गया था, प्रभु कृपा से बच गया। अब मेरा मन विचलित रहता है, पश्चाताप क्या होगा?’ ये सवाल मेरठ में तैनात एनकाउंटर स्पेशलिस्ट SSI मुन्नेश सिंह ने संत प्रेमानंद जी महाराज किया। मुनेश परिवार के साथ 10 फरवरी को मथुरा पहुंचे थे। कहा- मैंने 32 साल इस नौकरी को दिए। मगर अब मन अशांत है। संत प्रेमानंद जी महाराज ने SSI से कहा- थोड़ा समय निकालकर भगवान के चरणों में दें। प्रार्थना करें, हमारी सेवाओं में जो चूक हुई है, वो क्षमा हो जाएं। पाप मिले हैं, वो दूर हो जाएं। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
अखिलेश के करीबी इत्र व्यापारी के घर छापा:कन्नौज में दीवार फांदकर घुसी IT टीम, 6 भाइयों पर एक साथ एक्शन
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