अखिलेश ने पांटून पुल पर सवाल उठाए…उसका रियलिटी टेस्ट:SSP ऑफिस, वॉच टावर तैयार; सिपाहियों के लिए भी अफसरों जैसे इंतजाम

अखिलेश ने पांटून पुल पर सवाल उठाए…उसका रियलिटी टेस्ट:SSP ऑफिस, वॉच टावर तैयार; सिपाहियों के लिए भी अफसरों जैसे इंतजाम

महाकुंभ..यानी देश का सबसे बड़ा धार्मिक मेला। इन दिनों यूपी की सियासत में भी छाया है। यूपी सरकार 6 हजार करोड़ से मेला सिटी बसा रही है। यहां 45 दिन में 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। CM योगी आदित्यनाथ खुद प्रयागराज के मेला क्षेत्र में 3 बार तैयारियां देखने पहुंच चुके हैं। इस बीच अखिलेश यादव X पर SSP ऑफिस से लेकर पांटून पुल तक पर सवाल उठा रहे हैं। महाकुंभ को कुप्रबंध का कुंभ बोल रहे हैं। खबर में आगे बढ़ने से पहले अखिलेश यादव के 2 ट्वीट पढ़िए… अखिलेश यादव के दावों का रियलिटी देखने के लिए भास्कर टीम मेला क्षेत्र में पहुंची, पढ़िए रिपोर्ट… ऑफिस, वॉच टावर, टायलेट..सब तैयार
48 घंटे में हुए इन दो ट्वीट के बाद भास्कर ने मेला क्षेत्र में हकीकत देखी। संगम की रेत पर चलते हुए टीम उस स्पॉट पर पहुंची, जहां पुलिस ऑफिस तैयार हुआ है। यह जगह मेला प्राधिकरण कार्यालय के ठीक बगल में है। करीब 15 हजार स्क्वायर फिट एरिया में 2 मंजिला पक्की इमारत बनी है। बाहर से देखने में दीवारों पर बढ़िया वॉल पेंटिंग नजर आई। अंदर एक बड़ा मीटिंग हॉल है, यहां एक मीटिंग भी चल रही थी। इस बिल्डिंग में 12 बड़े कमरे हैं। एक हॉल जैसे कमरे में SSP के बैठने की व्यवस्था की गई है। आराम कक्ष बने हैं। रसोई और टॉयलेट भी तैयार हैं। इस इमारत में एक वॉच टावर भी है। 100 मीटर दूर कंट्रोल रूम से हो रही निगरानी
इस बिल्डिंग में CM योगी 3 मीटिंग भी कर चुके हैं। जब हम पहुंचे, तब यहां ड्रोन कैमरों को उड़ाकर रिहर्सल किया जा रहा था। बिल्डिंग की व्यवस्थाओं को देखने के बाद जब टीम बाहर आई, तब हमें 100 मीटर पर बने पुलिस कंट्रोल रूम के बारे में बताया गया। इस बिल्डिंग को मेला पुलिस कंट्रोल रूम कहा जाता है। यहां हॉल में दीवारों पर टीवी स्क्रीन लगे थे। CCTV की मदद से पूरे मेला क्षेत्र का व्यू एक ही कमरे में दिख रहा था। पीएसी जवान खेलते दिखे, कैंप में सब व्यवस्थाएं
कंट्रोल रूम से बाहर आने के बाद टीम सिपाहियों के बने कैंप में पहुंची। पास में PAC जवानों के कैंप भी थे। यहां भी रहने और सर्दी से बचाव की पूरी व्यवस्था की गई थी। इन कैंपों में फुटबॉल, बैडमिंटन, जिम और लॉन में पैदल वॉक करने की व्यवस्थाएं भी थीं। इन व्यवस्थाओं को देखकर ये अंदाजा लगा कि सिर्फ SSP ही नहीं, सिपाहियों के लिए भी बढ़िया व्यवस्था की गई है। सामने आया कि महाकुंभ में SSP ऑफिस और पांटून पुल के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री को गलत जानकारी दे दी गई। उन्होंने महाकुंभ को लेकर पहले X, फिर सपा के लेटर हेड पर जो बयान जारी किए, वो हकीकत से दूर हैं। जानिए अखिलेश यादव ने क्या लिखा… पांटून पुल का मौजूदा हाल भी पढ़िए… पांटून पुल 17 बने, 48 घंटे में 11 और तैयार होंगे
इसके बाद भास्कर टीम पांटून पुलों के हाल देखने पहुंची। प्रशासन का प्लान कुछ ऐसा है कि गंगा स्नान के लिए महाकुंभ क्षेत्र में आने वाले लोगों के लिए 30 अस्थाई पांटून पुल भी बनाए जा रहे हैं। अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में दावा किया कि सिर्फ 9 पुल ही तैयार हो सके हैं। मेला क्षेत्र में करीब 15km चलने पर सामने आया कि 17 पांटून पुल बनकर तैयार हो चुके हैं। 27 दिसंबर तक 28 पांटून पुल शुरू करने का दावा किया जा रहा है। इसको लेकर PWD के मुख्य अभियंता एके द्विवेदी ने कहा- यह सही है कि काम में थोड़ा देरी हुई, क्योंकि ऐसा पहली बार हो रहा है कि मेला क्षेत्र का दायरा 100 बीघा बढ़ाया गया है। क्योंकि गंगा नदी के बीच बनने वाले टापू की रेत को किनारे की तरफ शिफ्ट किया गया है। यही वजह है कि पीपे बिछाने के बावजूद सारे पुल शुरू नहीं किए गए हैं। ये पुल इतने मजबूत हैं कि 500 किलो का वजन एक बार में संभाल सकते हैं। ठेकेदार बोले- हमारे 28 पुल तैयार, 2 सिंचाई विभाग बना रहा
यहां पुल पर काम करवाते हुए PWD के कॉन्ट्रेक्टर शिशिर राय ने बताया- डेढ़ महीने से पुल बनवा रहे हैं। हमारे 28 पुल बन चुके हैं। कुछ पर आखिरी पड़ाव का काम जारी है। 2 पुल सिंचाई विभाग के है, वही अभी बनाने बाकी हैं। अखिलेश यादव ने क्या ट्वीट में लिखा है, ये नहीं मालूम, लेकिन यहां हमारा काम पूरा हो चुका है। अब अखिलेश का ट्वीट भी पढ़िए… डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने पलटवार किया… 2013 में आजम ने की थी दुर्दशा
अखिलेश के बयानों पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- जनवरी, 2013 में प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन हुआ था। उस कुंभ मेले की व्यवस्था अखिलेश यादव ने अपने चाचा आजम खान को सौंपी थी। कुंभ मेले की इतनी दुर्दशा आज तक के इतिहास में कभी नहीं हुई थी। आने वाले तीर्थ यात्रियों को दुर्घटनाओं तक का शिकार होना पड़ा था। 2025 का कुंभ मेला हमारे लिए बहुत बड़ा आयोजन है। सरकार सारी व्यवस्थाएं कर रही है। ————————— ये भी पढ़ें :
महाकुंभ- संत के सीने पर ईंट रख हथौड़े से तोड़ी:नर-पिशाचों का तांडव, काली का रौद्र रूप; हाथी-घोड़े पर साधुओं की पेशवाई प्रयागराज के महाकुंभ मेले में आज (26 दिसंबर) श्रीपंच अग्नि अखाड़े का छावनी प्रवेश हुआ। 36 साल बाद पेशवाई माफिया अतीक के गढ़ माने जाने वाले शहर पश्चिम से होकर गुजरी। कई राज्यों से पहुंचे करीब एक हजार साधु-संतों ने खुल्दाबाद चौफटका से निकलकर 13 किमी शहर में चली। पढ़िए पूरी खबर… महाकुंभ..यानी देश का सबसे बड़ा धार्मिक मेला। इन दिनों यूपी की सियासत में भी छाया है। यूपी सरकार 6 हजार करोड़ से मेला सिटी बसा रही है। यहां 45 दिन में 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। CM योगी आदित्यनाथ खुद प्रयागराज के मेला क्षेत्र में 3 बार तैयारियां देखने पहुंच चुके हैं। इस बीच अखिलेश यादव X पर SSP ऑफिस से लेकर पांटून पुल तक पर सवाल उठा रहे हैं। महाकुंभ को कुप्रबंध का कुंभ बोल रहे हैं। खबर में आगे बढ़ने से पहले अखिलेश यादव के 2 ट्वीट पढ़िए… अखिलेश यादव के दावों का रियलिटी देखने के लिए भास्कर टीम मेला क्षेत्र में पहुंची, पढ़िए रिपोर्ट… ऑफिस, वॉच टावर, टायलेट..सब तैयार
48 घंटे में हुए इन दो ट्वीट के बाद भास्कर ने मेला क्षेत्र में हकीकत देखी। संगम की रेत पर चलते हुए टीम उस स्पॉट पर पहुंची, जहां पुलिस ऑफिस तैयार हुआ है। यह जगह मेला प्राधिकरण कार्यालय के ठीक बगल में है। करीब 15 हजार स्क्वायर फिट एरिया में 2 मंजिला पक्की इमारत बनी है। बाहर से देखने में दीवारों पर बढ़िया वॉल पेंटिंग नजर आई। अंदर एक बड़ा मीटिंग हॉल है, यहां एक मीटिंग भी चल रही थी। इस बिल्डिंग में 12 बड़े कमरे हैं। एक हॉल जैसे कमरे में SSP के बैठने की व्यवस्था की गई है। आराम कक्ष बने हैं। रसोई और टॉयलेट भी तैयार हैं। इस इमारत में एक वॉच टावर भी है। 100 मीटर दूर कंट्रोल रूम से हो रही निगरानी
इस बिल्डिंग में CM योगी 3 मीटिंग भी कर चुके हैं। जब हम पहुंचे, तब यहां ड्रोन कैमरों को उड़ाकर रिहर्सल किया जा रहा था। बिल्डिंग की व्यवस्थाओं को देखने के बाद जब टीम बाहर आई, तब हमें 100 मीटर पर बने पुलिस कंट्रोल रूम के बारे में बताया गया। इस बिल्डिंग को मेला पुलिस कंट्रोल रूम कहा जाता है। यहां हॉल में दीवारों पर टीवी स्क्रीन लगे थे। CCTV की मदद से पूरे मेला क्षेत्र का व्यू एक ही कमरे में दिख रहा था। पीएसी जवान खेलते दिखे, कैंप में सब व्यवस्थाएं
कंट्रोल रूम से बाहर आने के बाद टीम सिपाहियों के बने कैंप में पहुंची। पास में PAC जवानों के कैंप भी थे। यहां भी रहने और सर्दी से बचाव की पूरी व्यवस्था की गई थी। इन कैंपों में फुटबॉल, बैडमिंटन, जिम और लॉन में पैदल वॉक करने की व्यवस्थाएं भी थीं। इन व्यवस्थाओं को देखकर ये अंदाजा लगा कि सिर्फ SSP ही नहीं, सिपाहियों के लिए भी बढ़िया व्यवस्था की गई है। सामने आया कि महाकुंभ में SSP ऑफिस और पांटून पुल के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री को गलत जानकारी दे दी गई। उन्होंने महाकुंभ को लेकर पहले X, फिर सपा के लेटर हेड पर जो बयान जारी किए, वो हकीकत से दूर हैं। जानिए अखिलेश यादव ने क्या लिखा… पांटून पुल का मौजूदा हाल भी पढ़िए… पांटून पुल 17 बने, 48 घंटे में 11 और तैयार होंगे
इसके बाद भास्कर टीम पांटून पुलों के हाल देखने पहुंची। प्रशासन का प्लान कुछ ऐसा है कि गंगा स्नान के लिए महाकुंभ क्षेत्र में आने वाले लोगों के लिए 30 अस्थाई पांटून पुल भी बनाए जा रहे हैं। अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में दावा किया कि सिर्फ 9 पुल ही तैयार हो सके हैं। मेला क्षेत्र में करीब 15km चलने पर सामने आया कि 17 पांटून पुल बनकर तैयार हो चुके हैं। 27 दिसंबर तक 28 पांटून पुल शुरू करने का दावा किया जा रहा है। इसको लेकर PWD के मुख्य अभियंता एके द्विवेदी ने कहा- यह सही है कि काम में थोड़ा देरी हुई, क्योंकि ऐसा पहली बार हो रहा है कि मेला क्षेत्र का दायरा 100 बीघा बढ़ाया गया है। क्योंकि गंगा नदी के बीच बनने वाले टापू की रेत को किनारे की तरफ शिफ्ट किया गया है। यही वजह है कि पीपे बिछाने के बावजूद सारे पुल शुरू नहीं किए गए हैं। ये पुल इतने मजबूत हैं कि 500 किलो का वजन एक बार में संभाल सकते हैं। ठेकेदार बोले- हमारे 28 पुल तैयार, 2 सिंचाई विभाग बना रहा
यहां पुल पर काम करवाते हुए PWD के कॉन्ट्रेक्टर शिशिर राय ने बताया- डेढ़ महीने से पुल बनवा रहे हैं। हमारे 28 पुल बन चुके हैं। कुछ पर आखिरी पड़ाव का काम जारी है। 2 पुल सिंचाई विभाग के है, वही अभी बनाने बाकी हैं। अखिलेश यादव ने क्या ट्वीट में लिखा है, ये नहीं मालूम, लेकिन यहां हमारा काम पूरा हो चुका है। अब अखिलेश का ट्वीट भी पढ़िए… डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने पलटवार किया… 2013 में आजम ने की थी दुर्दशा
अखिलेश के बयानों पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- जनवरी, 2013 में प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन हुआ था। उस कुंभ मेले की व्यवस्था अखिलेश यादव ने अपने चाचा आजम खान को सौंपी थी। कुंभ मेले की इतनी दुर्दशा आज तक के इतिहास में कभी नहीं हुई थी। आने वाले तीर्थ यात्रियों को दुर्घटनाओं तक का शिकार होना पड़ा था। 2025 का कुंभ मेला हमारे लिए बहुत बड़ा आयोजन है। सरकार सारी व्यवस्थाएं कर रही है। ————————— ये भी पढ़ें :
महाकुंभ- संत के सीने पर ईंट रख हथौड़े से तोड़ी:नर-पिशाचों का तांडव, काली का रौद्र रूप; हाथी-घोड़े पर साधुओं की पेशवाई प्रयागराज के महाकुंभ मेले में आज (26 दिसंबर) श्रीपंच अग्नि अखाड़े का छावनी प्रवेश हुआ। 36 साल बाद पेशवाई माफिया अतीक के गढ़ माने जाने वाले शहर पश्चिम से होकर गुजरी। कई राज्यों से पहुंचे करीब एक हजार साधु-संतों ने खुल्दाबाद चौफटका से निकलकर 13 किमी शहर में चली। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर