महाकुंभ भगदड़ पर अखिलेश यादव ने मंगलवार को संसद में कहा, प्रयागराज में लाशें पड़ी रहीं और फूल बरसाए जा रहे थे, ये शर्मनाक बात है। जेसीबी से लाशें हटाई गईं। सरकार बताए लाशें कहां फेंकी गई हैं। कुंभ हादसे के लिए जिम्मेदार पर कार्रवाई होनी चाहिए। महाकुंभ में डबल इंजन सरकार फेल हो गई। महाकुंभ में व्यवस्थाएं सेना के हवाले कर देनी चाहिए। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में कहा कि 29 जनवरी को महाकुंभ में हुई भगदड़ में हजारों लोग मारे गए थे। सरकार को बताना चाहिए कि सच्चाई क्या है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उन्हें बयान (हजारों लोगों की मौत) वापस लेने को कहा था। सीएम योगी ने खड़गे और अखिलेश को जवाब दिया है। कहा, एक ओर पूरा देश दुनिया सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन का साक्षी बनकर गौरवांवित हो रहा है, वहीं दूसरी ओर सनातन धर्म के खिलाफ सुपारी लेकर लगातार झूठ असत्य के प्रतिमान भी गढ़े जा रहे हैं। देश की संसद में कांग्रेस अध्यक्ष और सपा अध्यक्ष का बयान न केवल सनातन धर्म पर प्रहार है, बल्कि निंदनीय और शर्मनाक भी है। यह इनकी गिद्ध दृष्टि को भी दिखाता है, जो पहले दिन से दुष्प्रचार कर रहे हैं। इनमें होड़ लगी है कि कौन कितना ज्यादा झूठ बोल जाता है। ये दोनों दल और सनातन विरोधी चाहते थे कि बड़ी घटना हो जाए। हम 29 जनवरी की घटना की जांच करवा रहे हैं। इसकी तह तक जाएंगे। मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने भी कहा कि महाकुंभ में भगदड़ की कोई बड़ी घटना नहीं हुई थी। कुछ लोगों का काम है कहना, वे कहते रहेंगे। महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी को भगदड़ हो गई थी। इस हादसे में कम से कम 30 लोगों की जान चली गई और 60 लोग घायल हो गए थे। संसद में अखिलेश बोले- अखाड़ों का स्नान रद्द कर दिया दरअसल, संसद के बजट सत्र का आज चौथा दिन है। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सपा सांसद अखिलेश यादव ने चर्चा की शुरुआत की। सपा अध्यक्ष ने कहा, मैंने महाकुंभ हादसे पर 2 मिनट मौन की मांग की। स्पीकर ने इससे इनकार कर दिया। अगर सत्ता पक्ष के मन में अपराध बोध नहीं है तो आंकड़े छिपाए क्यों जा रहे हैं। डिजिटल कुंभ कराने वाले मृतकों की मौत की डिजिट नहीं बता पा रहे हैं। खोया-पाया केंद्र ही नहीं मिल रहा है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि वहां (महाकुंभ में) लोगों के चप्पलें-जूते और कपड़े बिखरे थे। यूपी के सीएम ने दुख नहीं प्रकट किया, जब सब जगह मौतों की बात आ गई तो उन्होंने 17 घंटे बाद इसे बताया। सतयुग से लेकर कलयुग तक यह सनातन परंपरा रही है। भाजपा के राज में सनातन परंपरा टूट गई , सरकार ने संत समाज को शाही स्नान रद्द करने का आदेश दिया। जब देश भर में बात उठी तब हादसे को छुपा कर उन्होंने यह कहा कि स्नान करने जाएं। मैं इस्तीफा देने को तैयार- अखिलेश अखिलेश ने दावा किया कि महाकुंभ में 100 करोड़ लोगों के आने का इंतजाम किया गया था। यह हादसा कैसे हो गया? उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से कहा कि अगर यह बात गलत है तो मैं रिजाइन आपको देना चाहता हूं। अखिलेश यादव ने कहा, सरकार लगातार बजट के आंकड़े दे रही है। आंकड़े देने से पहले महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दें। मैं मांग करता हूं कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। एक इंजन दूसरे को नमस्कार नहीं करता अखिलेश ने अपने भाषण में ये भी कहा कि प्रधानमंत्री जी जितना समझाते हैं, उतना ये (भाजपा सांसद) समझते ही नहीं है। उन्हें (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) सोशल मीडिया की बहुत जानकारी है। आप भी रखा करो। एक इंजन कभी दूसरे इंजन को नमस्कार नहीं करता। अखिलेश ने कहा कि यही आपका वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर है? यही आप मॉडर्न स्ट्रक्चर बना रहे हैं कि आप शहर में आ गए तो आप जा नहीं सकते। लाखों लोग बाबा कृपालु, श्री राम जी के दर्शन नहीं कर पाए। जिसको क्योटो को बनाने का सपना देखा गया था, 10 साल पूरे हो गए हैं, अभी तक वहां पर मेट्रो की शुरुआत नहीं कर पाए हैं। यह एक बता दे जो नया इन लोगों ने 10 साल के अंदर राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल खोला हो, एक भी नहीं खोला। इनकी ईज ऑफ डूइंग रिसर्च अपनी इमेज चमकाने और दूसरे की इमेज बर्बाद करने के लिए चल रही है। मिल्कीपुर में नई बेईमानी करेगी भाजपा
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा मिल्कीपुर चुनाव में कोई नई बेईमानी करेगी। जानकारी मिल रही है कि मृतकों की पर्ची बीएलओ ने पहले बीजेपी के घर पहुंचा दी है। अखिलेश ने यह बयान दिल्ली में दिया। वे बजट सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे थे। अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर कल, बुधवार को उपचुनाव है। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। कहा, मिल्कीपुर में चुनाव प्रशासन और जनता के बीच है। भाजपा सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। हेमा मालिनी बोलीं- महाकुंभ में भगदड़ कोई बड़ी घटना नहीं भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा- महाकुंभ में भगदड़ कोई बड़ी घटना नहीं थी। इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। कुंभ में व्यवस्थाएं बहुत अच्छे तरीके से की गई हैं। कुछ लोगों तो काम है कहना, वो लोग कहते रहेंगे। संसद भवन परिसर में मालिनी ने कहा- हम कुंभ गए थे…हमने अच्छा स्नान किया। सब कुछ ठीक से प्रबंधित किया गया था। यह सही है कि घटना (भगदड़) हुई। इतना कुछ बड़ा नहीं हुआ था। मुझे नहीं पता कि यह कितनी बड़ी थी। इतने सारे लोग आ रहे हैं, इसे प्रबंधित करना बहुत मुश्किल है, लेकिन हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। हेमा मालिनी ने भगदड़ वाले दिन यानी 29 जनवरी को बाबा रामदेव, अवधेशानंद गिरि के साथ महाकुंभ में स्नान भी किया था। विपक्षी सदस्यों द्वारा सरकार पर भगदड़ में मरने वालों की संख्या छिपाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “वे जो कहना चाहते हैं, कहेंगे। गलत बातें कहना उनका काम है। ————————— यह भी पढ़ें:- योगी और भूटान नरेश ने संगम में डुबकी लगाई:गंगा पूजन के बाद अक्षयवट का दर्शन किया; अब तक 37 करोड़ ने स्नान किया सीएम योगी और भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने संगम में डुबकी लगाई है। गंगा पूजन और आरती की। इसके बाद अक्षयवट धाम और लेटे हनुमान में दर्शन-पूजन किया। योगी और भूटान नरेश के साथ लखनऊ से विमान से बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से सड़क मार्ग से महाकुंभ आए। अरैल घाट से बोट में सवार होकर संगम गए और स्नान किया। इस दौरान भूटान नरेश ने योगी के साथ पक्षियों को दाना खिलाया और फोटो भी खिंचवाई। पढ़ें पूरी खबर… महाकुंभ भगदड़ पर अखिलेश यादव ने मंगलवार को संसद में कहा, प्रयागराज में लाशें पड़ी रहीं और फूल बरसाए जा रहे थे, ये शर्मनाक बात है। जेसीबी से लाशें हटाई गईं। सरकार बताए लाशें कहां फेंकी गई हैं। कुंभ हादसे के लिए जिम्मेदार पर कार्रवाई होनी चाहिए। महाकुंभ में डबल इंजन सरकार फेल हो गई। महाकुंभ में व्यवस्थाएं सेना के हवाले कर देनी चाहिए। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में कहा कि 29 जनवरी को महाकुंभ में हुई भगदड़ में हजारों लोग मारे गए थे। सरकार को बताना चाहिए कि सच्चाई क्या है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उन्हें बयान (हजारों लोगों की मौत) वापस लेने को कहा था। सीएम योगी ने खड़गे और अखिलेश को जवाब दिया है। कहा, एक ओर पूरा देश दुनिया सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन का साक्षी बनकर गौरवांवित हो रहा है, वहीं दूसरी ओर सनातन धर्म के खिलाफ सुपारी लेकर लगातार झूठ असत्य के प्रतिमान भी गढ़े जा रहे हैं। देश की संसद में कांग्रेस अध्यक्ष और सपा अध्यक्ष का बयान न केवल सनातन धर्म पर प्रहार है, बल्कि निंदनीय और शर्मनाक भी है। यह इनकी गिद्ध दृष्टि को भी दिखाता है, जो पहले दिन से दुष्प्रचार कर रहे हैं। इनमें होड़ लगी है कि कौन कितना ज्यादा झूठ बोल जाता है। ये दोनों दल और सनातन विरोधी चाहते थे कि बड़ी घटना हो जाए। हम 29 जनवरी की घटना की जांच करवा रहे हैं। इसकी तह तक जाएंगे। मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने भी कहा कि महाकुंभ में भगदड़ की कोई बड़ी घटना नहीं हुई थी। कुछ लोगों का काम है कहना, वे कहते रहेंगे। महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी को भगदड़ हो गई थी। इस हादसे में कम से कम 30 लोगों की जान चली गई और 60 लोग घायल हो गए थे। संसद में अखिलेश बोले- अखाड़ों का स्नान रद्द कर दिया दरअसल, संसद के बजट सत्र का आज चौथा दिन है। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सपा सांसद अखिलेश यादव ने चर्चा की शुरुआत की। सपा अध्यक्ष ने कहा, मैंने महाकुंभ हादसे पर 2 मिनट मौन की मांग की। स्पीकर ने इससे इनकार कर दिया। अगर सत्ता पक्ष के मन में अपराध बोध नहीं है तो आंकड़े छिपाए क्यों जा रहे हैं। डिजिटल कुंभ कराने वाले मृतकों की मौत की डिजिट नहीं बता पा रहे हैं। खोया-पाया केंद्र ही नहीं मिल रहा है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि वहां (महाकुंभ में) लोगों के चप्पलें-जूते और कपड़े बिखरे थे। यूपी के सीएम ने दुख नहीं प्रकट किया, जब सब जगह मौतों की बात आ गई तो उन्होंने 17 घंटे बाद इसे बताया। सतयुग से लेकर कलयुग तक यह सनातन परंपरा रही है। भाजपा के राज में सनातन परंपरा टूट गई , सरकार ने संत समाज को शाही स्नान रद्द करने का आदेश दिया। जब देश भर में बात उठी तब हादसे को छुपा कर उन्होंने यह कहा कि स्नान करने जाएं। मैं इस्तीफा देने को तैयार- अखिलेश अखिलेश ने दावा किया कि महाकुंभ में 100 करोड़ लोगों के आने का इंतजाम किया गया था। यह हादसा कैसे हो गया? उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से कहा कि अगर यह बात गलत है तो मैं रिजाइन आपको देना चाहता हूं। अखिलेश यादव ने कहा, सरकार लगातार बजट के आंकड़े दे रही है। आंकड़े देने से पहले महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दें। मैं मांग करता हूं कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। एक इंजन दूसरे को नमस्कार नहीं करता अखिलेश ने अपने भाषण में ये भी कहा कि प्रधानमंत्री जी जितना समझाते हैं, उतना ये (भाजपा सांसद) समझते ही नहीं है। उन्हें (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) सोशल मीडिया की बहुत जानकारी है। आप भी रखा करो। एक इंजन कभी दूसरे इंजन को नमस्कार नहीं करता। अखिलेश ने कहा कि यही आपका वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर है? यही आप मॉडर्न स्ट्रक्चर बना रहे हैं कि आप शहर में आ गए तो आप जा नहीं सकते। लाखों लोग बाबा कृपालु, श्री राम जी के दर्शन नहीं कर पाए। जिसको क्योटो को बनाने का सपना देखा गया था, 10 साल पूरे हो गए हैं, अभी तक वहां पर मेट्रो की शुरुआत नहीं कर पाए हैं। यह एक बता दे जो नया इन लोगों ने 10 साल के अंदर राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल खोला हो, एक भी नहीं खोला। इनकी ईज ऑफ डूइंग रिसर्च अपनी इमेज चमकाने और दूसरे की इमेज बर्बाद करने के लिए चल रही है। मिल्कीपुर में नई बेईमानी करेगी भाजपा
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा मिल्कीपुर चुनाव में कोई नई बेईमानी करेगी। जानकारी मिल रही है कि मृतकों की पर्ची बीएलओ ने पहले बीजेपी के घर पहुंचा दी है। अखिलेश ने यह बयान दिल्ली में दिया। वे बजट सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे थे। अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर कल, बुधवार को उपचुनाव है। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। कहा, मिल्कीपुर में चुनाव प्रशासन और जनता के बीच है। भाजपा सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। हेमा मालिनी बोलीं- महाकुंभ में भगदड़ कोई बड़ी घटना नहीं भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा- महाकुंभ में भगदड़ कोई बड़ी घटना नहीं थी। इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। कुंभ में व्यवस्थाएं बहुत अच्छे तरीके से की गई हैं। कुछ लोगों तो काम है कहना, वो लोग कहते रहेंगे। संसद भवन परिसर में मालिनी ने कहा- हम कुंभ गए थे…हमने अच्छा स्नान किया। सब कुछ ठीक से प्रबंधित किया गया था। यह सही है कि घटना (भगदड़) हुई। इतना कुछ बड़ा नहीं हुआ था। मुझे नहीं पता कि यह कितनी बड़ी थी। इतने सारे लोग आ रहे हैं, इसे प्रबंधित करना बहुत मुश्किल है, लेकिन हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। हेमा मालिनी ने भगदड़ वाले दिन यानी 29 जनवरी को बाबा रामदेव, अवधेशानंद गिरि के साथ महाकुंभ में स्नान भी किया था। विपक्षी सदस्यों द्वारा सरकार पर भगदड़ में मरने वालों की संख्या छिपाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “वे जो कहना चाहते हैं, कहेंगे। गलत बातें कहना उनका काम है। ————————— यह भी पढ़ें:- योगी और भूटान नरेश ने संगम में डुबकी लगाई:गंगा पूजन के बाद अक्षयवट का दर्शन किया; अब तक 37 करोड़ ने स्नान किया सीएम योगी और भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने संगम में डुबकी लगाई है। गंगा पूजन और आरती की। इसके बाद अक्षयवट धाम और लेटे हनुमान में दर्शन-पूजन किया। योगी और भूटान नरेश के साथ लखनऊ से विमान से बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से सड़क मार्ग से महाकुंभ आए। अरैल घाट से बोट में सवार होकर संगम गए और स्नान किया। इस दौरान भूटान नरेश ने योगी के साथ पक्षियों को दाना खिलाया और फोटो भी खिंचवाई। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर