यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर मंगलवार सुबह 8 बजे से गिनती शुरू होगी। सुबह 9 बजे से रुझान आने शुरू हो जाएंगे। 12 बजे तक लगभग तस्वीर साफ हो जाएगी कि कौन जीत की तरफ बढ़ रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मतगणना से पहले डीएम और पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा- माननीय सर्वोच्च न्यायालय, चुनाव प्रमुख इस बात का तत्काल संज्ञान लें। मिर्जापुर, अलीगढ़, कन्नौज के अलावा कई ज़िलों में जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन के लोग विपक्ष के कार्यकर्ताओं को घरों में नजरबंद करने का अवैधानिक कार्य कर रहे हैं, जिससे वो कल मतगणना में हिस्सा न ले सकें। अपने मत की रक्षा का अधिकार सबको है। वहीं, यूपी के डीजीपी ने आशंका व्यक्त की है मंगलवार को काउंटिंग के दौरान या उसके बाद किसी तरह का उपद्रव या शांति भंग हो सकती है। सभी पुलिस कमिश्नर, एसएसपी, एसपी को पत्र भेजकर सतर्क किया गया है। पीएम मोदी की जीत के लिए आश्वस्त वाराणसी की मुस्लिम महिलाएं भी जश्न मना रही हैं। मुस्लिम महिलाओं ने कल लोगों को बांटने के लिए न सिर्फ लड्डू बनाए, आतिशबाजी भी की। इसके अलावा भाजपा कार्यकर्ता भी 40 हजार किलो लड्डू बनवा रहे हैं। इधर, सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने दावा किया है कि 8 जून को नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे। विपक्ष की सीटें कम आ रही हैं। इसलिए वे लोग बौखला रहे हैं। जब कांग्रेस की सरकार थी तो अनाज गोदाम में सड़ता था। आज अनाज 80 करोड़ लोगों में बांटा जा रहा। कांग्रेस और सपा नफरत फैला रही हैं। वहीं, रिजल्ट से पहले आगरा में मोदी की हैट्रिक के पोस्टर लग गए हैं। कार्यकर्ता भाजपा के झंडे खरीद रहे हैं। अमरोहा में जीत के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने हवन-पूजन किया। यूपी चुनाव में कुल 851 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 771 पुरुष और 80 महिलाएं हैं। सबसे ज्यादा 28 प्रत्याशी घोसी और सबसे कम 4 प्रत्याशी कैसरगंज लोक सभा में हैं। सबसे देर से रिजल्ट गाजियाबाद में आएगा। यहां 41 राउंड में मतगणना होगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि 75 जिलों में 81 सेंटर पर मतगणना होगी। पोस्टल बैलेट की गिनती जिला मुख्यालय के मतगणना केंद्र पर होगी। गिनती विधानसभा वार होगी। सभी विधानसभा के वोट जोड़कर लोकसभा का रिजल्ट घोषित किया जाएगा। सबसे पहले कानपुर का और सबसे बाद में गाजियाबाद में रिजल्ट आएगा। गाजियाबाद में साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में 1127 पोलिंग सेंटर होने के कारण 41 राउंड में गिनती होगी। यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर मंगलवार सुबह 8 बजे से गिनती शुरू होगी। सुबह 9 बजे से रुझान आने शुरू हो जाएंगे। 12 बजे तक लगभग तस्वीर साफ हो जाएगी कि कौन जीत की तरफ बढ़ रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मतगणना से पहले डीएम और पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा- माननीय सर्वोच्च न्यायालय, चुनाव प्रमुख इस बात का तत्काल संज्ञान लें। मिर्जापुर, अलीगढ़, कन्नौज के अलावा कई ज़िलों में जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन के लोग विपक्ष के कार्यकर्ताओं को घरों में नजरबंद करने का अवैधानिक कार्य कर रहे हैं, जिससे वो कल मतगणना में हिस्सा न ले सकें। अपने मत की रक्षा का अधिकार सबको है। वहीं, यूपी के डीजीपी ने आशंका व्यक्त की है मंगलवार को काउंटिंग के दौरान या उसके बाद किसी तरह का उपद्रव या शांति भंग हो सकती है। सभी पुलिस कमिश्नर, एसएसपी, एसपी को पत्र भेजकर सतर्क किया गया है। पीएम मोदी की जीत के लिए आश्वस्त वाराणसी की मुस्लिम महिलाएं भी जश्न मना रही हैं। मुस्लिम महिलाओं ने कल लोगों को बांटने के लिए न सिर्फ लड्डू बनाए, आतिशबाजी भी की। इसके अलावा भाजपा कार्यकर्ता भी 40 हजार किलो लड्डू बनवा रहे हैं। इधर, सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने दावा किया है कि 8 जून को नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे। विपक्ष की सीटें कम आ रही हैं। इसलिए वे लोग बौखला रहे हैं। जब कांग्रेस की सरकार थी तो अनाज गोदाम में सड़ता था। आज अनाज 80 करोड़ लोगों में बांटा जा रहा। कांग्रेस और सपा नफरत फैला रही हैं। वहीं, रिजल्ट से पहले आगरा में मोदी की हैट्रिक के पोस्टर लग गए हैं। कार्यकर्ता भाजपा के झंडे खरीद रहे हैं। अमरोहा में जीत के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने हवन-पूजन किया। यूपी चुनाव में कुल 851 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 771 पुरुष और 80 महिलाएं हैं। सबसे ज्यादा 28 प्रत्याशी घोसी और सबसे कम 4 प्रत्याशी कैसरगंज लोक सभा में हैं। सबसे देर से रिजल्ट गाजियाबाद में आएगा। यहां 41 राउंड में मतगणना होगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि 75 जिलों में 81 सेंटर पर मतगणना होगी। पोस्टल बैलेट की गिनती जिला मुख्यालय के मतगणना केंद्र पर होगी। गिनती विधानसभा वार होगी। सभी विधानसभा के वोट जोड़कर लोकसभा का रिजल्ट घोषित किया जाएगा। सबसे पहले कानपुर का और सबसे बाद में गाजियाबाद में रिजल्ट आएगा। गाजियाबाद में साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में 1127 पोलिंग सेंटर होने के कारण 41 राउंड में गिनती होगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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<p style=”text-align: justify;”>केशव महतो ने रांची में पत्रकारों से कहा, “आदर्श आचार संहिता की घोषणा के बाद, चर्चा के आधार पर गठबंधन सहयोगियों के बीच सीटों के बंटवारे के बारे में फैसला किया जाएगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि सभी गठबंधन सहयोगी एकजुट हैं और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के साथ हैं. महतो ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस महीने रांची आएंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि गांधी के दौरे की तारीख अभी तय नहीं हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव इसी साल होने हैं क्योंकि वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल पांच जनवरी, 2025 को समाप्त हो जाएगा.</p>
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एक्सपर्ट्स कहते हैं कि इन चार कमेटियों के हश्र से अंदाजा लगाया जा सकता है कि डिजिटल अटेंडेंस का क्या होने वाला है? जब 6 लाख से ज्यादा शिक्षक और जनप्रतिनिधियों का दबाव हो तो सरकार इसे लागू करके रिस्क क्यों लेना चाहेगी। जोखिम मोल नहीं लेगी सरकार
जानकार मानते हैं कि आगामी विधानसभा उप-चुनाव और उसके बाद 2027 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार अब डिजिटल अटेंडेंस को लागू करने का जोखिम मोल नहीं लेगी। वह शिक्षकों को किसी तरह से नाराज नहीं करना चाहती। सपा-कांग्रेस इसे शिक्षकों के उत्पीड़न से जोड़कर प्रचार कर रही हैं। भाजपा को डर है कि कहीं शिक्षक लामबंद होकर सपा-कांग्रेस का सपोर्ट चुनावों में न कर दें। शिक्षक पब्लिक ओपिनियन माने जाते हैं। चुनावों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अटेंडेंस को छोड़ शेष कार्य ऑनलाइन करेंगे
शिक्षक संघ के एक पदाधिकारी का कहना है कि शिक्षक डिजिटल अटेंडेंस को छोड़कर शेष कार्य ऑनलाइन करेंगे। विद्यार्थी उपस्थिति रजिस्टर, एडमिशन रजिस्टर, मिड-डे-मील रजिस्टर, निशुल्क सामग्री वितरण रजिस्टर, स्टॉक रजिस्टर, आय-व्यय एवं चेक इश्यू रजिस्टर, बैठक रजिस्टर, निरीक्षण रजिस्टर, पत्र व्यवहार रजिस्टर, बाल गणना रजिस्टर और पुस्तकालय एवं खेलकूद रजिस्टर ऑनलाइन ही मेंटेन किया जाएगा। ये खबर भी पढ़ें प्राइमरी टीचर अभी रजिस्टर में ही लगाएंगे अटेंडेंस:15 राज्यों में लागू है डिजिटल अटेंडेंस, आखिर यूपी में क्यों झुक रही सरकार यूपी सरकार को 8 दिन में ही शिक्षक और शिक्षामित्रों के आगे यू-टर्न लेना पड़ा। डिजिटल अटेंडेंस को अगले आदेश तक टाल दिया गया है। मुख्य सचिव मनोज सिंह की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है, जो 2 महीने में जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। इसके बाद सरकार इस पर फैसला लेगी। ऐसा नहीं है कि यूपी पहला राज्य है, जहां स्कूलों में शिक्षक और स्टूडेंट के डिजिटल अटेंडेंस की व्यवस्था बनाई गई है। 15 राज्यों में यह व्यवस्था पहले से ही लागू है। बिहार में भी इसे हाल ही में लागू करने का आदेश जारी किया गया है। आखिर किस दबाव में योगी सरकार झुक गई। इसे भास्कर एक्सप्लेनर से समझिए…