महाकुंभ-2025 में बनेंगे चार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड:मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई 11वीं बैठक, आईआईटी- कानपुर करेगा समग्र मूल्यांकन मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 के शीर्ष समिति की 11वीं बैठक, 8 अक्टूबर को आयोजित की गई। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि महाकुंभ मेला 2025 के आयोजन में कुछ महीने ही बचे हैं। उन्होंने कहा संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव या प्रमुख सचिव स्थलीय निरीक्षण कर निर्माणाधीन परियोजनाओं का कार्य निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ तय समय में पूरा कराना सुनिश्चित कराएं। श्रद्धालुओं के लिए की जाए सर्वोत्तम व्यवस्था
मुख्य सचिव ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए सर्वोत्तम सुविधाओं की व्यवस्था की जाए और संगम क्षेत्र व घाटों को स्वच्छ और सुंदर बनाया जाए। उन्होंने कहा वर्टिकल गार्डन का अच्छे से रख-रखाव किया जाए, साथ ही मेला क्षेत्र में एक लाइब्रेरी स्थापित की जाए। मुख्य सचिव ने कहा, लाइब्रेरी में सनातन धर्म व संस्कृति तथा महाकुंभ से संबंधित पाठ्य पुस्तकों को रखा जाए, जिससे मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालु पुस्तक पढ़कर अपना ज्ञानवर्धन कर सकें। स्वच्छता कर्मियों के ठहरने के प्रबंध को लेकर भी इस बैठक में बात की गई कई प्रस्ताव पर अनुमोदन दिया गया
इस बैठक में महाकुंभ मेला अवधि के दौरान सकुशल सुगमतापूर्वक आवागमन के लिए 281.84 लाख रुपए की लागत से रैना मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के लोक निर्माण विभाग के प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान किया गया। यह मार्ग त्रिवेणी मार्ग से समुद्रकूप मार्ग तक जाता है। जनपद प्रयागराज में महाकुंभ के लिए अस्थाई स्टोर हेतु अस्थायी वेयर हाउस, अस्थाई बाउण्ड्रीवाल और पहुंच मार्ग निर्माण के साथ अन्य स्टोर सम्बन्धित कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग को 798.17 लाख रुपए के प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान किया गया। महाकुंभ -2025 में बनेंगे चार वर्ल्ड रिकॉर्ड
महाकुंभ-2025 में चार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए जाएंगे। इसके माध्यम से मेला- प्रशासन पूरी दुनिया को ग्रीन एवं स्वच्छ महाकुंभ का संदेश देगा। इस पर कुल 4.87 करोड़ रुपए खर्च होंगे। मेला – प्रशासन की ओर से एक हजार ई-रिक्शे की परेड निकाली जाएगी, जो एक रिकॉर्ड होगा। एक साथ 15 हजार लोगों के माध्यम से घाटों की सफाई का रिकॉर्ड बनाया जाएगा। इसके अलावा एक अन्य रिकॉर्ड नदियों की सफाई का भी बनेगा। 300 लोग एक साथ नदी में उतरेंगे और सफाई अभियान को गति देने के साथ ही पूरे विश्व को स्वच्छता का संदेश देंगे। गंगा पंडाल व मेला क्षेत्र में मात्र आठ घंटे में 10 हजार लोगों के हाथों हैण्डप्रिंट प्रिंटिंग बनाने का रिकॉर्ड बनाया जायेगा। इस प्रस्ताव को बैठक में शीर्ष समिति द्वारा मंजूरी प्रदान की गई। आईआईटी- गुवाहाटी ने विशेषज्ञों ने दी सलाह
इसी क्रम में बैठक में महाकुंभ के लिए आईआईटी-गुवाहाटी के विशेषज्ञों द्वारा दिए गए परामर्श के अनुसार जनपद प्रयागराज में गंगा नदी के दाहिने तट पर शास्त्री ब्रिज से संगम नोज तक 1957.71 लाख रुपए की लागत से सरकुलेटिंग एरिया के वृद्धि सम्बन्धित कार्य के लिए सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई। साथ ही सिंचाई विभाग को सुसंगत प्रस्ताव तैयार कर नगर विकास विभाग को प्रेषित करने के निर्देश दिए गए। 3200 अतिरिक्त सफाई मजदूरों को लाया जाएगा
महाकुंभ में सफाई कार्य हेतु 3200 अतिरिक्त सफाई मजदूरों को 90 दिनों के लिए आउटसोर्सिंग के माध्यम से लाने के लिए नगर निगम प्रयागराज के प्रस्ताव को बैठक में मंजूरी दी गई। इस पर 1435.32 लाख रुपए व्यय होगा। इसी तरह सफाई कार्य हेतु सफाई उपकरण एवं कीटनाशक दवा की आपूर्ति हेतु 362.54 लाख रुपए के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु प्रयागराज शहर में स्थित रेलवे स्टेशनों पर प्री-कास्ट शौचालयों के निर्माण कार्य हेतु 125.86 लाख रुपये के प्रस्ताव मंजूरी प्रदान की गई। दुनिया में जाए कुंभ को लेकर अच्छा संदेश
इसके अतिरिक्त महाकुंभ-2025 का आईआईटी-कानपुर द्वारा समग्र मूल्यांकन करने के लिए 95.53 लाख रुपए के प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान किया। आईआईटी कानपुर की टीम पुलिस सिक्योरिटी एवं उनके डिप्लॉयमेंट प्लान्स, ट्रैफ़िक एवं श्रद्धालुओं के मूवमेंट एक्सपीरियंस, मेले संबंधित सभी कार्यों की प्लानिंग, ऑर्गेनाइजेशन एवं प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्ट्रेटेजीज़ तथा मेले के सोशियो इकोनॉमिक इम्पैक्ट के बारे में रिसर्च कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इस बैठक में कई अन्य प्रस्तावों को भी पास किया गया जिससे कुंभ का सफल आयोजन हो सके और दुनिया में कुंभ को लेकर अच्छा संदेश जाए।
कई शीर्ष अधिकारी रहे बैठक में मौजूद
बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव सूचना संजय प्रसाद, मेला अधिकारी विजय किरन आनंद, सूचना निदेशक शिशिर सहित सम्बन्धित विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित रहे। इसके अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रयागराज के मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।