अमृतसर| ईएमसी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ग्रुप ने हॉर्मोनल असंतुलन को लेकर जनजागरूकता अभियान शुरू किया है। इसका मकसद लोगों को इस बढ़ती समस्या के प्रति सतर्क करना है। डॉक्टरों के मुताबिक, शरीर में हॉर्मोन एक अदृश्य नियंत्रण तंत्र की तरह काम करते हैं। ये भूख, नींद, वजन, मानसिक स्थिति, यौन क्षमता, मासिक धर्म और प्रजनन जैसे कई पहलुओं को नियंत्रित करते हैं। ईएमसी के वरिष्ठ एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ. अमरनाथ ने बताया कि हॉर्मोनल असंतुलन के लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं। कई बार इन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है, जिससे आगे चलकर गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। थकान, मूड स्विंग, अनियमित पीरियड्स, मुंहासे, वजन में अचानक बदलाव, नींद की गड़बड़ी, अवसाद, बाल झड़ना और बांझपन इसके प्रमुख संकेत हो सकते हैं। ईएमसी हॉस्पिटल में मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम मौजूद है। यहां थायरॉयड, प्रजनन समस्याएं, मेनोपॉज और कोर्टिसोल असंतुलन जैसी स्थितियों की जांच और इलाज किया जाता है। अमृतसर| ईएमसी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ग्रुप ने हॉर्मोनल असंतुलन को लेकर जनजागरूकता अभियान शुरू किया है। इसका मकसद लोगों को इस बढ़ती समस्या के प्रति सतर्क करना है। डॉक्टरों के मुताबिक, शरीर में हॉर्मोन एक अदृश्य नियंत्रण तंत्र की तरह काम करते हैं। ये भूख, नींद, वजन, मानसिक स्थिति, यौन क्षमता, मासिक धर्म और प्रजनन जैसे कई पहलुओं को नियंत्रित करते हैं। ईएमसी के वरिष्ठ एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ. अमरनाथ ने बताया कि हॉर्मोनल असंतुलन के लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं। कई बार इन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है, जिससे आगे चलकर गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। थकान, मूड स्विंग, अनियमित पीरियड्स, मुंहासे, वजन में अचानक बदलाव, नींद की गड़बड़ी, अवसाद, बाल झड़ना और बांझपन इसके प्रमुख संकेत हो सकते हैं। ईएमसी हॉस्पिटल में मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम मौजूद है। यहां थायरॉयड, प्रजनन समस्याएं, मेनोपॉज और कोर्टिसोल असंतुलन जैसी स्थितियों की जांच और इलाज किया जाता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
