अपना डाटा लीक होने से खुद बचा सकते हैं:सबसे ज्यादा स्मार्टफोन यूजर ठगों की रडार पर, 1 जनवरी से अक्टूबर 2024 तक 10 आरोपी पकड़े

अपना डाटा लीक होने से खुद बचा सकते हैं:सबसे ज्यादा स्मार्टफोन यूजर ठगों की रडार पर, 1 जनवरी से अक्टूबर 2024 तक 10 आरोपी पकड़े

साइबर अपराध की घटनाएं अब ट्रेंडिंग है। जो भी स्मार्टफोन यूजर है वह साइबर अपराधियों की जद में है। आपके मोबाइल पर कोई भी एपीके फाइल के जरिए एक्सिस पाकर आपका खाता खाली कर सकता है। सम्भव है कि आपकी ही आईडी पर कहीं कोई और फोन चल रहा हो जिसकी जानकारी आपको न हो। यह भी सम्भव है कि आपकी फोटो को मार्फ करके। उसे अश्लील फोटो या एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) की मदद से अश्लील वीडियो में तबदील करके वायरल कर दे। ऐसी न जाने कितने ही अपराध आपके साथ न हो इसके लिए आप खुद भी सजग रह सकते हैं। सरकार की तरफ से इसकी व्यवस्था की गई है। मगर ठीक से प्रचार प्रसार न होने के कारण ज्यादातर आबादी को इसके बारे में जानकारी नहीं है। दैनिक भास्कर आपको सतर्क रखने के लिए ऐसी ही कुछ वेबसाइट के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहा है। इन एप और वेबसाइट के जरिए खुद कर सकते हैं सुरक्षा टैफकॉप.संचार सारथी.जीओवी.इन- दूरसंचार विभाग की संचार सारथी पोर्टल के अंतर्गत टैफकप की व्यवस्था की गई है। इसमें आप अपना मोबाइल नम्बर दर्ज करेंगे। ओटीपी के बटन पर क्लिक करेंगे यह ओटीपी आपके आधार कार्ड से लिंक नम्बर पर आएगा। ओटीपी भरने के बाद आपको जब सर्च पर क्लिक करेंगे तो जितने मोबाइल नम्बर आपके आधार कार्ड पर जारी हुए होंगे उन सभी के बारे में जानकारी मिल जाएगी। चक्षु पोर्टल- संचार सारथी.जीओवी.इन के अंतर्गत चक्षु पोर्टल आता है। इस पोर्टल की मदद से कोई फ्रॉड या स्कैम करने वाले मोबाइल नम्बर को ब्लॉक कराया जा सकता है। जैसे की बैंक खाता में प्रयोग होने वाले नम्बर, भुगतान वॉलेट के नम्बर सिम कार्ड, गैस कनेक्शन में प्रयोग होने वाले नम्बर, बिजली कनेक्शन के नम्बर, केवाईसी अपडेट करने वाले नम्बर की शिकायत इस पोर्टल के जरिए दर्ज करा उसे ब्लॉक कराया जा सकता है। यूआईडीएआई.जीओवी.इन- आधार कार्ड की वेबसाइट के जरिए आप अपनी आइडेंटिटी को मास्क आधार कार्ड के जरिए छुपा सकते हैं। मास्क आधार कार्ड जारी कराने के लिए वेबसाइट पर ही अप्लाई करना पड़ता है। जिससे आधार नम्बर के चार डिजिट छोड़कर बाकी के डिजिट छुप जाते हैं। इसी तरह इसी वेबसाइट में लॉक बायोमेट्रिक और लॉक आधार कार्ड की सर्विस भी उपलब्ध है। लॉक करने के बाद कोई दूसरा आपके आधार कार्ड का कही भी प्रयोग नहीं कर सकता। स्टॉप एनसीआईआई.ओआरजी- यह वेबसाइट यूनाइटेड किंगडम से संचालित होती है। जो कि दुनियां भर के टॉप सर्वर से कनेक्टेड हैं । इस वेबसाइट को रिवेंज पॉर्न हेल्पलाइन संचालित करती है। अगर आपकी फोटो मर्फ करके, अश्लील बनाकर या आपका अश्लील वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया गया है तो इस वेबसाइट में शिकायत दर्ज कराने और यूआरएल की जानकारी देने के साथ ही उस यूआरएल को 48 घंटे में ब्लॉक कर दिया जाएगा। साइबर अपराध से जुड़े आंकड़े एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर कहते कि साइबर अपराध की संख्या बढ़ रही है इसकी रोकथाम के लिए साइबर पुलिस अपना काम कर रही है। साथ ही लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है। कुछ एप और वेबसाइट है जिनके प्रयोग से लोग खुद के साथ साइबर ठगी होने से बचा सकते हैं। साइबर अपराध की घटनाएं अब ट्रेंडिंग है। जो भी स्मार्टफोन यूजर है वह साइबर अपराधियों की जद में है। आपके मोबाइल पर कोई भी एपीके फाइल के जरिए एक्सिस पाकर आपका खाता खाली कर सकता है। सम्भव है कि आपकी ही आईडी पर कहीं कोई और फोन चल रहा हो जिसकी जानकारी आपको न हो। यह भी सम्भव है कि आपकी फोटो को मार्फ करके। उसे अश्लील फोटो या एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) की मदद से अश्लील वीडियो में तबदील करके वायरल कर दे। ऐसी न जाने कितने ही अपराध आपके साथ न हो इसके लिए आप खुद भी सजग रह सकते हैं। सरकार की तरफ से इसकी व्यवस्था की गई है। मगर ठीक से प्रचार प्रसार न होने के कारण ज्यादातर आबादी को इसके बारे में जानकारी नहीं है। दैनिक भास्कर आपको सतर्क रखने के लिए ऐसी ही कुछ वेबसाइट के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहा है। इन एप और वेबसाइट के जरिए खुद कर सकते हैं सुरक्षा टैफकॉप.संचार सारथी.जीओवी.इन- दूरसंचार विभाग की संचार सारथी पोर्टल के अंतर्गत टैफकप की व्यवस्था की गई है। इसमें आप अपना मोबाइल नम्बर दर्ज करेंगे। ओटीपी के बटन पर क्लिक करेंगे यह ओटीपी आपके आधार कार्ड से लिंक नम्बर पर आएगा। ओटीपी भरने के बाद आपको जब सर्च पर क्लिक करेंगे तो जितने मोबाइल नम्बर आपके आधार कार्ड पर जारी हुए होंगे उन सभी के बारे में जानकारी मिल जाएगी। चक्षु पोर्टल- संचार सारथी.जीओवी.इन के अंतर्गत चक्षु पोर्टल आता है। इस पोर्टल की मदद से कोई फ्रॉड या स्कैम करने वाले मोबाइल नम्बर को ब्लॉक कराया जा सकता है। जैसे की बैंक खाता में प्रयोग होने वाले नम्बर, भुगतान वॉलेट के नम्बर सिम कार्ड, गैस कनेक्शन में प्रयोग होने वाले नम्बर, बिजली कनेक्शन के नम्बर, केवाईसी अपडेट करने वाले नम्बर की शिकायत इस पोर्टल के जरिए दर्ज करा उसे ब्लॉक कराया जा सकता है। यूआईडीएआई.जीओवी.इन- आधार कार्ड की वेबसाइट के जरिए आप अपनी आइडेंटिटी को मास्क आधार कार्ड के जरिए छुपा सकते हैं। मास्क आधार कार्ड जारी कराने के लिए वेबसाइट पर ही अप्लाई करना पड़ता है। जिससे आधार नम्बर के चार डिजिट छोड़कर बाकी के डिजिट छुप जाते हैं। इसी तरह इसी वेबसाइट में लॉक बायोमेट्रिक और लॉक आधार कार्ड की सर्विस भी उपलब्ध है। लॉक करने के बाद कोई दूसरा आपके आधार कार्ड का कही भी प्रयोग नहीं कर सकता। स्टॉप एनसीआईआई.ओआरजी- यह वेबसाइट यूनाइटेड किंगडम से संचालित होती है। जो कि दुनियां भर के टॉप सर्वर से कनेक्टेड हैं । इस वेबसाइट को रिवेंज पॉर्न हेल्पलाइन संचालित करती है। अगर आपकी फोटो मर्फ करके, अश्लील बनाकर या आपका अश्लील वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया गया है तो इस वेबसाइट में शिकायत दर्ज कराने और यूआरएल की जानकारी देने के साथ ही उस यूआरएल को 48 घंटे में ब्लॉक कर दिया जाएगा। साइबर अपराध से जुड़े आंकड़े एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर कहते कि साइबर अपराध की संख्या बढ़ रही है इसकी रोकथाम के लिए साइबर पुलिस अपना काम कर रही है। साथ ही लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है। कुछ एप और वेबसाइट है जिनके प्रयोग से लोग खुद के साथ साइबर ठगी होने से बचा सकते हैं।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर