‘मैंने इंद्रजीत को सबक सिखा दिया। एक महीने पहले वॉर्निंग दी थी। खेत में धान मत लगाना, फिर भी वो नहीं माना। बड़ा नेता बनता था, अब किस्सा खत्म…। ये दावा प्रयागराज पुलिस के सामने अपना दल (एस) के जिला सचिव इंद्रजीत पटेल की हत्या करने वाले सर्वेश पटेल उर्फ बबई ने किया। उसने इंद्रजीत को मारने की प्लानिंग 2 साल पहले बना ली थी। मुंगेर की बनी 2 देसी पिस्टल खरीदी थी। पुलिस ने उससे पूछा- कानून से मदद क्यों नहीं मांगी। अफसरों के पास क्यों नहीं आए? सर्वेश ने जवाब दिया- मुझे इस मैटर को खुद खत्म करना था। इसलिए गांव से दूर शांतिपुरम में रहने चला गया। मैंने दो पिस्टल खरीदी थीं, ताकि एक से इंद्रजीत को मार सकूं, दूसरी पिस्टल से खुद को मार लूं। सर्वेश बोला- वार्निंग दी थी, मगर वो माना नहीं
सर्वेश को मर्डर करने का कोई पछतावा नहीं था। पुलिस कस्टडी में उसने कहा- दो साल पहले मैंने घर छोड़ दिया। पिस्टल का इंतजाम करने के बाद सोच रहा था कि वॉर्निंग दे दी है, शायद मान जाए। मगर, वह माना ही नहीं। 3 बार कनपटी पर पिस्टल सटाई, ट्रिगर दबाया, गोली नहीं चली
गांव के लोगों ने बताया- इंद्रजीत को मारने के बाद सर्वेश पिस्टल लहराते हुए यूं ही घूमता रहा। देखने वालों को लगा कि वह ऊहापोह में है। बार-बार कनपटी की तरफ पिस्टल लेकर जाता, मगर फिर हाथ नीचे कर लेता। ऐसा उसने 3 बार किया। पुलिस ने सर्वेश को घेर लिया था। DCP गंगानगर अभिषेक भारती ने सर्वेश को समझाया, ताकि वो अपने ऊपर गोली न चला ले। इस दौरान गांव के लोगों के मुताबिक, सर्वेश ने ट्रिगर भी दबाया, मगर गोली नहीं चली। गांव के लोग भी पेड़ के पीछे छिपकर वीडियो बनाते रहे। गांव नहीं, शहर के थाने में रखा गया
पुलिस को पता था कि सर्वेश की अरेस्टिंग के बाद गांव में भीड़ जुटेगी। इसलिए उसको सोरांव थाने में न रखकर शहर के थाने में लाकर पूछताछ की गई। हत्या की असली वजह समझिए… सर्वेश बोला- खेत जोतने-बोने के लिए दिया, छोड़ नहीं रहा था इंद्रजीत का परिवार
सर्वेश और उसके घरवालों ने घटना की जो वजह बताई, उसके हिसाब से 14 साल पहले 2010 में सर्वेश के परिवार के बुजुर्गों ने इंद्रजीत पटेल के परिवार वालों को जमीन पर किसानी करने के लिए दी थी। दो साल से सर्वेश अपनी उस जमीन को वापस मांग रहा था। उसका कहना था कि इतने साल जमीन जोतते रहे, अब हम खेती करेंगे। जबकि इंद्रजीत के परिवार वाले खेत वापस करने को तैयार नहीं थे। इसे लेकर पंचायत हो चुकी थी। इंद्रजीत ही इसका विरोध कर रहा था। इसलिए सर्वेश से झगड़ा होता रहता था। अब जानिए क्या-कुछ हुआ… सिर में गोली मारी, फिर गांव में घूमता रहा
प्रयागराज के यमुनापार इलाके में रविवार सुबह अपना दल (एस) के नेता इंद्रजीत पटेल उर्फ मोनू पटेल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घर से निकलते ही गांव के रहने वाले पड़ोसी सर्वेश पटेल ने सिर में गोली मार दी। घटना सोरांव के अबदालपुर अचकवा गांव की है। हत्या के बाद आरोपी सर्वेश पिस्टल लहारते हुए वहीं मंडराता रहा। पुलिस और एसटीएफ ने बड़ी मुश्किल से उसे गिरफ्तार किया। वह खुद को भी गोली मारने की धमकी देता रहा। सर्वेश फाफामऊ में एटीएम में सिक्योरिटी गार्ड था। रात में वह वहीं पर सब्जी की दुकान भी लगाता था। उसके पिता राम सुमेर खेती किसानी करते हैं। सब्जी का भी कारोबार है। तीन भाइयों में सर्वेश सबसे बड़ा है। दूसरे भाइयों में सतेंद्र और सवेंद्र हैं। दोनों सब्जी का कारोबार करते हैं। ‘मैंने इंद्रजीत को सबक सिखा दिया। एक महीने पहले वॉर्निंग दी थी। खेत में धान मत लगाना, फिर भी वो नहीं माना। बड़ा नेता बनता था, अब किस्सा खत्म…। ये दावा प्रयागराज पुलिस के सामने अपना दल (एस) के जिला सचिव इंद्रजीत पटेल की हत्या करने वाले सर्वेश पटेल उर्फ बबई ने किया। उसने इंद्रजीत को मारने की प्लानिंग 2 साल पहले बना ली थी। मुंगेर की बनी 2 देसी पिस्टल खरीदी थी। पुलिस ने उससे पूछा- कानून से मदद क्यों नहीं मांगी। अफसरों के पास क्यों नहीं आए? सर्वेश ने जवाब दिया- मुझे इस मैटर को खुद खत्म करना था। इसलिए गांव से दूर शांतिपुरम में रहने चला गया। मैंने दो पिस्टल खरीदी थीं, ताकि एक से इंद्रजीत को मार सकूं, दूसरी पिस्टल से खुद को मार लूं। सर्वेश बोला- वार्निंग दी थी, मगर वो माना नहीं
सर्वेश को मर्डर करने का कोई पछतावा नहीं था। पुलिस कस्टडी में उसने कहा- दो साल पहले मैंने घर छोड़ दिया। पिस्टल का इंतजाम करने के बाद सोच रहा था कि वॉर्निंग दे दी है, शायद मान जाए। मगर, वह माना ही नहीं। 3 बार कनपटी पर पिस्टल सटाई, ट्रिगर दबाया, गोली नहीं चली
गांव के लोगों ने बताया- इंद्रजीत को मारने के बाद सर्वेश पिस्टल लहराते हुए यूं ही घूमता रहा। देखने वालों को लगा कि वह ऊहापोह में है। बार-बार कनपटी की तरफ पिस्टल लेकर जाता, मगर फिर हाथ नीचे कर लेता। ऐसा उसने 3 बार किया। पुलिस ने सर्वेश को घेर लिया था। DCP गंगानगर अभिषेक भारती ने सर्वेश को समझाया, ताकि वो अपने ऊपर गोली न चला ले। इस दौरान गांव के लोगों के मुताबिक, सर्वेश ने ट्रिगर भी दबाया, मगर गोली नहीं चली। गांव के लोग भी पेड़ के पीछे छिपकर वीडियो बनाते रहे। गांव नहीं, शहर के थाने में रखा गया
पुलिस को पता था कि सर्वेश की अरेस्टिंग के बाद गांव में भीड़ जुटेगी। इसलिए उसको सोरांव थाने में न रखकर शहर के थाने में लाकर पूछताछ की गई। हत्या की असली वजह समझिए… सर्वेश बोला- खेत जोतने-बोने के लिए दिया, छोड़ नहीं रहा था इंद्रजीत का परिवार
सर्वेश और उसके घरवालों ने घटना की जो वजह बताई, उसके हिसाब से 14 साल पहले 2010 में सर्वेश के परिवार के बुजुर्गों ने इंद्रजीत पटेल के परिवार वालों को जमीन पर किसानी करने के लिए दी थी। दो साल से सर्वेश अपनी उस जमीन को वापस मांग रहा था। उसका कहना था कि इतने साल जमीन जोतते रहे, अब हम खेती करेंगे। जबकि इंद्रजीत के परिवार वाले खेत वापस करने को तैयार नहीं थे। इसे लेकर पंचायत हो चुकी थी। इंद्रजीत ही इसका विरोध कर रहा था। इसलिए सर्वेश से झगड़ा होता रहता था। अब जानिए क्या-कुछ हुआ… सिर में गोली मारी, फिर गांव में घूमता रहा
प्रयागराज के यमुनापार इलाके में रविवार सुबह अपना दल (एस) के नेता इंद्रजीत पटेल उर्फ मोनू पटेल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घर से निकलते ही गांव के रहने वाले पड़ोसी सर्वेश पटेल ने सिर में गोली मार दी। घटना सोरांव के अबदालपुर अचकवा गांव की है। हत्या के बाद आरोपी सर्वेश पिस्टल लहारते हुए वहीं मंडराता रहा। पुलिस और एसटीएफ ने बड़ी मुश्किल से उसे गिरफ्तार किया। वह खुद को भी गोली मारने की धमकी देता रहा। सर्वेश फाफामऊ में एटीएम में सिक्योरिटी गार्ड था। रात में वह वहीं पर सब्जी की दुकान भी लगाता था। उसके पिता राम सुमेर खेती किसानी करते हैं। सब्जी का भी कारोबार है। तीन भाइयों में सर्वेश सबसे बड़ा है। दूसरे भाइयों में सतेंद्र और सवेंद्र हैं। दोनों सब्जी का कारोबार करते हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर