अबोहर में दर्जन भर युवकों ने सिटी टू के अंतर्गत आते कंधवाला रोड पर गुंडागर्दी मचाते हुए युवकों ने बाइक सवार तीन युवकों को कापों और तेजधार हथियारों से हमला कर घायल कर दिया। दिन दहाड़े हुई इस वारदात से पूरे एरिया के लोगों में दहशत फैल गई। घायलों को तुरंत अस्पताल लाया गया जहां पर एक की हालत गंभीर होने पर उसे रेफर कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार कोठी फैज निवासी अर्शदीप सिंह और उसके भाई जशन का करीब एक साल पहले इन्द्रा नगरी निवासी कुछ युवकों झगडा हुआ था। आज दोनों युवक और उनका साथी अर्श शर्मा कंधवाला रोड पर बाइक पर सवार होकर आ रहे थे। तभी इन्द्रा नगरी के ही युवकों ने पहले से की रेकी के आधार पर दर्जनभर युवक बाइकों पर तेजधार हथियारों संग पहुंचे और बाइक में टक्कर मारकर गिरा दिया। हमलावर युवकों ने जशन के गिरने पर उस पर कई बार अपनी बाइक चढ़ाकर घायल किया। जबकि अर्शदीप के सिर पर कापों से हमला कर दिया। वहीं जश्र पर ही हमला किया। अर्शदीप को अधमरी हालत में फेंककर सभी युवक फरार हो गए। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। अबोहर में दर्जन भर युवकों ने सिटी टू के अंतर्गत आते कंधवाला रोड पर गुंडागर्दी मचाते हुए युवकों ने बाइक सवार तीन युवकों को कापों और तेजधार हथियारों से हमला कर घायल कर दिया। दिन दहाड़े हुई इस वारदात से पूरे एरिया के लोगों में दहशत फैल गई। घायलों को तुरंत अस्पताल लाया गया जहां पर एक की हालत गंभीर होने पर उसे रेफर कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार कोठी फैज निवासी अर्शदीप सिंह और उसके भाई जशन का करीब एक साल पहले इन्द्रा नगरी निवासी कुछ युवकों झगडा हुआ था। आज दोनों युवक और उनका साथी अर्श शर्मा कंधवाला रोड पर बाइक पर सवार होकर आ रहे थे। तभी इन्द्रा नगरी के ही युवकों ने पहले से की रेकी के आधार पर दर्जनभर युवक बाइकों पर तेजधार हथियारों संग पहुंचे और बाइक में टक्कर मारकर गिरा दिया। हमलावर युवकों ने जशन के गिरने पर उस पर कई बार अपनी बाइक चढ़ाकर घायल किया। जबकि अर्शदीप के सिर पर कापों से हमला कर दिया। वहीं जश्र पर ही हमला किया। अर्शदीप को अधमरी हालत में फेंककर सभी युवक फरार हो गए। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब पुलिस ने योगा गर्ल को भेजा नोटिस:30 जून को आना होगा; मकवाना बोली- SGPC वापस ले FIR, अन्यथा फाइट के लिए तैयार
पंजाब पुलिस ने योगा गर्ल को भेजा नोटिस:30 जून को आना होगा; मकवाना बोली- SGPC वापस ले FIR, अन्यथा फाइट के लिए तैयार पंजाब के गोल्डन टेंपल में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना को पंजाब पुलिस ने नोटिस भेज दिया है। वहीं, मकवाना ने अब एक और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को FIR वापस लेने की सलाह दी है। उनका कहना है कि अन्यथा उनकी लीगल टीम इसका जवाब देगी। पंजाब पुलिस के अनुसार, अर्चना मकवाना को नोटिस भेज दिया गया है। इसमें अर्चना को 30 जून को अमृतसर के थाना ई-डिवीजन को आकर अपना जवाब दाखिल करना होगा। मकवाना पर थाना ई-डिवीजन में ही SGPC की शिकायत पर 295-ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, मकवाना अब माफी मांगने के बाद SGPC के साथ कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए भी तैयार हैं। जानें क्या कहा मकवाना ने इस वीडियो में- सभी को मेरा नमस्कार। 21 जून को जब मैं शीर्षास्न कर रही थी, गोल्डन टेंपल में, वहां हजारों सिख मौजूद थे। जिसने फोटो खींचा वे भी सरदार जी थे। वो तो मेरे से पहले भी फोटो खींच रहे थे। वहां जो सेवादार खड़े थे, उन्होंने भी नहीं रोका। सेवादार भी पक्षपाती ही हैं, वे किसी को रोकते हैं, किसी को नहीं रोकते। इसलिए मैंने भी कहा एक फोटो खींच लेती हूं, मुझे गलत नहीं लग रहा। जब मैं फोटो कर रही थी, तब लाइव जितने भी सिख खड़े थे, उनके आस्था को तो दुख नहीं पहुंचा। तो मुझे नहीं लगा मैंने कुछ गलत किया। लेकिन 7 समंदर पार किसी को लगा कि मैंने गलत किया। नेगेटिव तरीके से मेरा फोटो वायरल कर दिया। उस पर SGPC ऑफिस ने मेरे पर बेसलैस FIR दर्ज करवा दी। जिसके बाद ये और बुरा होगा, अन्यथा मेरा इरादा बुरा नहीं था। अब सीसीटीवी कैमरे का सारा वीडियो वायरल कर दो। वहां कहीं नियम नहीं लिखे हैं। सिख, जो वहां रोज जाते हैं, उन्हें नियम नहीं पता, तो जो लड़की पहली बार गुजरात से आई है, उसे कैसे पता होगा। वहां किसी ने मुझे रोका नहीं। रोका होता तो डिलीट कर देती फोटो। मेरे खिलाफ ये फालतू की FIR करने की जरूरत क्या थी। इतना सारा मैंटल टॉर्चर मेरे को हुआ, उसका क्या। अभी भी टाइम है, FIR वापस ले लीजिए, अन्यथा मैं और मेरी लीगल टीम फाइट करने के लिए तैयार है। ज्ञानी रघबीर सिंह: गोल्डन टेंपल आस्था का केंद्र है ज्ञानी रघबीर सिंह ने कौम के नाम संदेश देते हुए कहा कि गोल्डन टेंपल आस्था का केंद्र है। कई बार कई लोग व गैर सिख, जिन्हें मर्यादा का नहीं पता, उनकी तरफ से गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में आकर ऐसे कुछ कार्य किए जाते हैं, जिससे आस्था को ठेस पहुंचती है। आप सभी ने सुना है, एक लड़की की तरफ से गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में आकर योग दिवस के दिन योगा किया। अपनी तस्वीरों को मीडिया पर वायरल किया गया। प्रधान SGPC की तरफ से तुरंत एक्शन लेकर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। उस लड़की के खिलाफ भी FIR दर्ज करवाई गई। पर हमारा सभी का ये कर्तव्य बनता है कि सभी गोल्डन टेंपल के प्रबंधों में सहयोग दें। क्योंकि ये गोल्डन टेंपल सिखों की आस्था का केंद्र है। सिख गोल्डन टेंपल में आकर कीर्तन सुने, वाहेगुरु का सिमरन करें, इतिहास सुना जाए। ना कि, वीडियो बना सोशल मीडिया पर डाली जाएं। कुछ लोग अपने परिवार को दिखाने के लिए तस्वीरें खींचते हैं, कि वे गोल्डन टेंपल गए। लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। सभी को चाहिए कि वे कम से कम मोबाइल का प्रयोग गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में करें। जानें, क्या है मामला दरअसल, अर्चना मकवाना ने योग दिवस के दिन गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में योग करते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। अर्चना मकवाना ने सोशल मीडिया पर 2 तस्वीरें पोस्ट कीं। इनमें वह ध्यान और शीर्षासन करते नजर आ रही हैं। यह योगासन उन्होंने गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में किए। जिसके बार ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं और SGPC की तरफ से उसके खिलाफ FIR दर्ज करवा दी गई। FIR में गोल्डन टेंपल के जनरल मैनेजर भगवंत सिंह ने लिखवाया है कि 22 जून 2024 को हम अपनी ड्यूटी पर मौजूद थे कि यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर एक वीडियो वायरल की गई है। इसमें अर्चना मकवाना श्री दरबार साहिब की परिक्रमा में शहीद बाबा दीप सिंह जी के स्थान के पास जगह पर ऐतराज योग्य फोटो खींची और जानबूझ कर वायरल कर रही है। इससे सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है। 5 सेकेंड में ही किए योगासन गोल्डन टेंपल के जनरल मैनेजर भगवंत सिंह ने बताया कि CCTV कैमरों की जांच से पता चला कि युवती ने योग करने की हरकत केवल 5 सेकेंड में ही पूरी कर डाली। इस दौरान 3 सुरक्षाकर्मी वहां ड्यूटी पर थे। शुरुआती जांच के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि एक कर्मचारी को 5 हजार रुपए जुर्माना कर गुरुद्वारा गढ़ी साहिब गुरदास नंगल में ट्रांसफर कर दिया गया है।
इमरजेंसी फिल्क की रिलीज अटकी:कंगना रनोट का फैंस को संदेश; बोली- सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट की प्रतीक्षा कर रहे हैं
इमरजेंसी फिल्क की रिलीज अटकी:कंगना रनोट का फैंस को संदेश; बोली- सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट की प्रतीक्षा कर रहे हैं हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद व ऐक्ट्रैस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज अटक गई है। फिल्म की रिलीज तारीख 6 सितंबर थी, लेकिन सिख संगठनों व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के विरोध के बाद सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट ही नहीं दिया गया। जिसके बाद कंगना ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर अपने समर्थकों व फैंस के लिए संदेश दिया है। कंगना ने सोशल मीडिया पर संदेश में लिखा- भारी मन से मैं घोषणा करता हूं कि मेरी निर्देशित इमरजेंसी को स्थगित कर दिया गया है, हम अभी भी सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट की प्रतीक्षा कर रहे हैं, नई रिलीज की तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी, आपकी समझ और धैर्य के लिए धन्यवाद। दरअसल, फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ एडवोकेट ईमान सिंह खारा की तरफ से याचिका दायर की गई थी। जिसकी सुनवाई बीते सप्ताह हुई। कोर्ट में सेंसर बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल किया कि इस फिल्म को अभी तक रिलीज के लिए सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया। जवाब के अनुसार फिल्म के खिलाफ कई शिकायतें हैं। शिकायतों को सुने जाने के बाद ही फिल्म को सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। एसजीपीसी ने सीन डिलीट करने की मांग रखी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य गुरचरण सिंह गरेवाल पहले ही कह चुके हैं कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सूचना और प्रसारण मंत्री के साथ-साथ सेंसर बोर्ड को भी पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया कि हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है। फिल्म का विरोध सिर्फ इसलिए नहीं कर रहे कि इसमें कंगना रनोट हैं। हमारा रुख हमारे तर्क पर आधारित है। गुरुद्वारा कमेटी ने भी एक कानूनी नोटिस जारी किया था। कई स्टेट्स में याचिका दायर की गई हैं। कंगना अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए बहुत कुछ करती हैं। उनका कहना है कि उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। ये सब फिल्म प्रमोशन के स्टंट हैं, लेकिन अगर सेंसर बोर्ड ने यह (फिल्म को पास न करने का) फैसला किया है, तो यह एक अच्छी बात है, क्योंकि यह मामला सिर्फ सिखों से जुड़ा नहीं है, यह देश में सद्भाव की चिंताओं से भी जुड़ा है। कंगना सहित जी-स्टूडियो को भेजा जा चुका नोटिस इससे पहले SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी फिल्म अदाकारा कंगना रनोट के खिलाफ FIR की मांग कर चुके हैं। एडवोकेट धामी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि कंगना रनोट अक्सर जानबूझकर सिखों की भावनाओं को भड़काने वाली बातें करती रही हैं। सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचा रही है। सरकार को कंगना रनोट के खिलाफ फिल्म इमरजेंसी के जरिए सिखों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज करना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह भी फिल्म पर कड़े ऐतराज जता चुके हैं और फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग कर चुके हैं। इसके अलावा एसजीपीसी की तरफ से कंगना रनोट सहित फिल्म का ट्रेलर रिलीज करने वाले जी-स्टूडियो को भी नोटिस भेजा जा चुका है। कंगना के बयान से भाजपा ने पल्ला झाड़ा फिल्म इमरजेंसी के विवाद के बीच दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू के बीच कंगना रनोट ने किसानों को लेकर विवादित बयान दे दिया। कंगना का कहना था कि किसान आंदोलन के दौरान रेप हुए और कत्ल हुए। जिसके बाद कंगना एक बार फिर कंट्रोवर्सियों में फंस गई। अंत में भाजपा ने भी उनके इस बयान से पल्ला झाड़ लिया। भाजपा को अलग से बयान जारी करना पड़ा। जिसमें कहा गया- पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। कंगना को पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं हैं। पार्टी ने उन्हें आगे ऐसे बयान ना देने की हिदायत भी दी थी। फिल्म में दिखाया आतंकवाद का दौर, भिंडरांवाले का कैरेक्टर भी रखा कंगना ने कुछ दिन पहले इस फिल्म का ट्रेलर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था। जिसमें पंजाब में 1980 के दशक में आतंकवाद के दौर को भी दिखाया गया है। इसमें एक कैरेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया है, जिसे कट्टरपंथी सिख संत के तौर पर देखते हैं। सर्बजीत खालसा का मानना है कि फिल्म में ब्लू स्टार ऑपरेशन को लेकर भी फिल्माया गया है, जो जरनैल सिंह भिंडरांवाला को खत्म करने के लिए ही चलाया गया था।
लुधियाना सिंधी बेकर्स फायरिंग केस:मोगा पुलिस के साथ हुई मुठभेड़, पैर में गोली लगने से एक बदमाश घायल
लुधियाना सिंधी बेकर्स फायरिंग केस:मोगा पुलिस के साथ हुई मुठभेड़, पैर में गोली लगने से एक बदमाश घायल लुधियाना में बीते दिन राजगुरू नगर स्थित सिंधी बेकर्स पर गोलियां चलाने वाले दो गैंगस्टरों का मोगा पुलिस ने देर रात एनकाउंटर कर पकड़ा है। एक बदमाश की दाएं पैर पर गोली लगी है। एक लुटेरा चोट लगने से चोटिल है। दोनों गैंगस्टरों को देर रात मोगा स्थित एक अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। मोगा पुलिस ने दोनों बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया है। एनआरआई के घर पर भी की थी बदमाशों ने फायरिंग बता दें सूत्रों मुताबिक, पता चला है कि करीब 1 सप्ताह पहले सराभा नगर इलाके में एआरआई की कोठी के बाहर इन्हीं दोनों बदमाशों ने गोलियां चलाई थी। उस समय बदमाश बलीनों कार पर सवार होकर आए थे। घटना की सीसीटीवी फूटेज भी सामने आई थी। थाना सराभा नगर की पुलिस बदमाशों को लोकेट करने में जुटी हुई थी। चेहरे पर कपड़ा लपेट कर आए थे लुटेरे जानकारी मुताबिक थाना सिटी मोगा के एएसआई सुखविंदर सिंह पुलिस पार्टी सहित दिल्ली कालोनी में गश्त कर रहे थे। सड़क पर एक्टिवा सवार दो बदमाश मुंह पर कपड़ा लपेट कर आते दिखे। पुलिस ने शक के आधार पर बदमाशों को रुकने का इशारा किया। लुटेरों ने एक्टिवा भगाने की कोशिश की लेकिन स्कूटी स्लिप कर गई। गिरने के बाद अंधेरे का फायदा उठा कर लुटेरे भागने लगे। गैंगस्टरों ने पुलिस कर्मचारियों पर फायरिंग कर दी। पुलिस मुठभेड़ में एक गैंगस्टर की दाईं लात पर गोली लगी जबकि दूसरा स्कूटी गिरने के कारण चोटिल हो गया। गैंगस्टरों की पहचान जगमीत सिंह उर्फ मीता निवासी आरा बहोना चौक के रूप में हुई है। पुलिस को बदमाश से एक 32 बोर का पिस्टल मैगजिन सहित मिला। पिस्टल के चैबर में एक जिंदा रोंद भी बरामद हुआ। दूसरे लुटेरे का नाम विकास कुमार उर्फ कासा निवासी पहाड़ा सिंह चौक के रूप में हुई है।