अबोहर में एक शख्स ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली। गांव मेहराणा निवासी युवक ने बुधवार को गलती से जहरीली दवा खा ली, जिसके बाद उसे श्रीगंगानगर में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक पांच बहनों का इकलौता भाई था, मृतक के शव को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। जानकारी के अनुसार अंकित करीब 23 साल था जो खेती बाड़ी का काम करता था। परिजनों के अनुसार उसकी करीब एक सप्ताह पहले तबीयत बिगड़ी थी और इन दिनों खांसी काफी होने पर उसकी दवा चल रही थी। कल रात अंकित जब सोने लगा तो खांसी होने पर उसने खांसी की दवा की बजाए गलती से पास में पड़ी कोई जहरीली दवा पी ली, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। अबोहर में एक शख्स ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली। गांव मेहराणा निवासी युवक ने बुधवार को गलती से जहरीली दवा खा ली, जिसके बाद उसे श्रीगंगानगर में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक पांच बहनों का इकलौता भाई था, मृतक के शव को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। जानकारी के अनुसार अंकित करीब 23 साल था जो खेती बाड़ी का काम करता था। परिजनों के अनुसार उसकी करीब एक सप्ताह पहले तबीयत बिगड़ी थी और इन दिनों खांसी काफी होने पर उसकी दवा चल रही थी। कल रात अंकित जब सोने लगा तो खांसी होने पर उसने खांसी की दवा की बजाए गलती से पास में पड़ी कोई जहरीली दवा पी ली, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अबोहर में मृत पशु को फेंकने को लेकर हुआ विवाद:3 युवक गंभीर घायल, AAP के मौजूदा और पूर्व हल्का इंचार्ज पर लगे आरोप
अबोहर में मृत पशु को फेंकने को लेकर हुआ विवाद:3 युवक गंभीर घायल, AAP के मौजूदा और पूर्व हल्का इंचार्ज पर लगे आरोप अबोहर के इन्द्रा नगरी में बनी हडडा रोड़ी में मृत पशुओं को लेकर खूनी संघर्ष हो गया। जहां पर दो गुटों ने एक दूसरे पर तेजधार हथियारों से हमला कर लहुलुहान कर दिया। जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के मौजूदा और पूर्व हल्का इंचार्ज पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे है। मुर्दा पशु फेंकने को लेकर हुआ विवाद अस्पताल में उपचाराधीन जोहडी मंदिर के निकट निवासी विनय और शिवा ने बताया कि कल शाम वे शहर से मुर्दा पशु उठाकर हडडा रोडी पर फेंकने गए थे। वहीं पर मौजूद आकाश और उसके पिता मुक्खा ने उन पर तेजधार हथियारों से हमला कर लहूलुहान कर दिया। जिससे विनय के सिर पर 25 टांके आए, जबकि शिवा के सिर और हाथ पर गहरी चोटें आईं। उन्होंनें बताया कि मुक्खा का कहना है कि वह एक लाख रुपए महीना मुर्दा पशु उठाने के बदले हल्का इंचार्ज अरूण नारंग और उनके गुर्गों को देता हूं। दोनों पक्ष एक दूसरे पर लगा रहे हमला का आरोप इधर अस्पताल में दाखिल दूसरे पक्ष के मुक्खा के बेटे आकाश ने बताया कि वे पिछले 25 सालों से शहर से मुर्दा पशु उठाने का काम कर रहे हैं। जबकि विनय और शिवा जबरन इस काम में दखल अंदाजी कर रहे हैं। कल शाम उकत पहले पक्ष के युवकों ने हडडा रोडी आकर मृत पशु फेंके। जब उन्होंने विरोध किया तो उक्त युवकों उसे और उसके पिता को हमला कर घायल कर दिया। अस्पताल में मौजूद आकाश के साथी मोहित ने कथित आरोप लगाते हुए कहा कि AAP के पूर्व हल्का इंचार्ज दीप कंबोज अपने कार्यकाल के दौरान उनसे तीस हजार रुपए महीना वसूलते थे। जब उन्होंनें रुपए देने से इंकार कर दिया तो उक्त युवकों से हमला करवा दिया। पैसे लेने के आरोप को नकारा इधर इन आरोपों के संबंध में पूर्व हल्का इंचार्ज दीप कंबोज से बात की गई तो उन्होंने 30 हजार रुपए लेने के आरोपों को नकारते हुए कहा कि कछ दिन पहले राम नगर के मोहल्ला वासियों ने शिकायत की थी कि उनके राम नगर में शहर के साथ साथ अन्य शहरों से भी मृत पशु लाकर फेंके जा रहे हैं। जिनको उठाने के लिए विनय और शिवा ने उन्हें पूछकर यह पशु उठाए थे। क्योंकि शहर में मृत पशुओं के उठाने का ठेका किसी के पास नहीं है। दीप कंबोज ने कहा कि कल शाम को ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों को मृत पशुओं को उठाने की सूचना लाइव होकर दे दी थी और आज उन्होंने जिला उपायुक्त से मिलकर मृत पशु उठाने का ठेका शीघ्र देने और उससे होने वाली आमदनी से शहर में कैमरे लगाने की मांग की है। रिश्वत लेने के आरोप को बताया गलत इधर इस बारे में हल्का इंचार्ज अरूण नारंग से बात करने पर उन्होंने एक लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप नकारते हुए कहा कि जो लोग उन पर कीचड़ उछाल रहे हैं, वे खुद ही ऐसे भ्रष्टाचार में संल्पित रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे तो खुद ही पिछले कई वर्षों से निगम और अधिकारियों से इस हडडा रोडी की बोली करवाने की मांग कर चुके हैं। पिछले 25 सालों से इसकी बोली ना होने से यह मसला हमेशा ही विवादित रहा है। अरूण नारंग ने कहा कि मुक्खा उनकी पार्टी का कार्यकर्ता है और पिछले लंबे समय से वह ही हडडा रोडी का काम कर रहा है।
होशियारपुर में तेज रफ्तार कार ने दंपती को कुचला:बुजुर्ग की मौत-महिला घायल, गुरुद्वारा साहिब से लौट रहे थे, अन्य वाहनों को मारी टक्कर
होशियारपुर में तेज रफ्तार कार ने दंपती को कुचला:बुजुर्ग की मौत-महिला घायल, गुरुद्वारा साहिब से लौट रहे थे, अन्य वाहनों को मारी टक्कर होशियारपुर के चगरां में तेज रफ्तार कार ने एक एक्टिवा पर सवार बुजुर्ग दंपती को टक्कर मार दी। बेकाबू कार ने कई वाहनों को भी टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। कार की तेज रफ्तार देखकर कई लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। इस हादसे में एक्टिवा सवार बुजुर्ग की मौत हो गई, जबकि महिला को उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव नंदन के पूर्व सरपंच सुखवीर सिंह ने बताया कि गांव नंदन निवासी दिलबाग सिंह (75) अपनी पत्नी परमजीत कौर (68) के साथ घर से अपनी एक्टिवा पर सवार होकर गुरुद्वारा शहीदां लधेवाल (माहिलपुर) में माथा टेकने गए थे। देर शाम जब वह वापस लौट रहे थे तो गांव चगरां के अड्डे पर माहिलपुर की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार के चालक ने कार को लापरवाही और तेजी से चलाते हुए उनकी एक्टिवा को पीछे से टक्कर मार दी। लोगों ने कार चालक को पकड़ पुलिस को सौंपा कार बेकाबू होकर दुकानों के आगे पोल से टकराती हुई आगे बढ़ गई और अन्य कई वाहनों को भी टक्कर मार दी। इस हादसे में घायल हुए दिलबाग सिंह और उनकी पत्नी परमजीत कौर को उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर दिलबाग सिंह की मौत हो गई। हादसे को अंजाम देकर भाग रहे कार चालक को लोगों ने पीछा करके पकड़ लिया लिया है। जानकारी पाकर मौके पर पहुंची थाना चब्बेवाल पुलिस ने कार कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने आरोपी कार चालक काे हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
बम ब्लास्ट के आरोपियों का रिमांड लेगी चंडीगढ़ पुलिस:अमृतसर कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा, आर्म्स एक्ट में हुई थी गिरफ्तारी
बम ब्लास्ट के आरोपियों का रिमांड लेगी चंडीगढ़ पुलिस:अमृतसर कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा, आर्म्स एक्ट में हुई थी गिरफ्तारी चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में हैंड-ग्रेनेड फेंकने वाले दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी चल रही है। पुलिस कुछ ही दिनों में दोनों को अरेस्ट कर चंडीगढ़ पहुंचेगी। पंजाब के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) ने बीते सप्ताह ही 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। बीते दिन अमृतसर कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दरअसल, बीते दिन सुनवाई के दौरान अनुमान लगाया जा रहा था कि चंडीगढ़ पुलिस दोनों आरोपियों विशाल मसीह और रोहन मसीह का रिमांड लेने के लिए अमृतसर जिला कचहरी पहुंचेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसके बाद अमृतसर जिला कचहरी की तरफ से मामले की सुनवाई कर दोनों को जेल भेज दिया गया। चंडीगढ़ पुलिस ने अब दोनों का रिमांड हासिल करने के लिए कोशिशें शुरू कर दी हैं। जल्द ही अमृतसर कोर्ट में एप्लिकेशन दायर कर दोनों का रिमांड हासिल किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर भागने की तैयारी में थे हमलावर एसएसओसी ने दोनों आरोपियों विशाल और रोहन मसीह को बीते सप्ताह गिरफ्तार कर लिया था। रोहन अमृतसर के रमदास का रहने वाला है, जबकि दूसरा विशाल मसीह डेरा बाबा नानक का रहने वाला है। दोनों ही घटना को अंजाम देने के बाद जम्मू-कश्मीर भागने वाले थे। पंजाब एसएसओसी की टीम ने रोहन को अमृतसर बस स्टैंड और विशाल को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। हथियारों की तस्करी में एसएसओसी ने किया था गिरफ्तार एसएसओसी ने 8 सितंबर को दर्ज एफआईआर में दोनों को गिरफ्तार कर रिमांड हासिल किया था। गिरफ्तारी के समय रोहन और विशाल से एक विदेशी पिस्टल बरामद हुई थी। जिसे सरहद पार से ड्रोन के जरिए मंगवाया गया था। 2 बार रिमांड लेने के बाद अब कोर्ट ने इस मामले में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। तरखान से बन गए आतंकी रोहन ने पूछताछ में बताया था कि हैप्पी पाशियां उनके गांव का ही है और उसने आर्थिक मदद करने की बात कही थी। उसके साथ 5 लाख रुपए में बात तय हुई थी और अभी उसे सिर्फ तकरीबन 20 हजार रुपए ही मिले थे। रोहन ने बताया कि उस पर कुछ मामूली झगड़े के ही मुकदमे दर्ज हैं। वे एक तरखान है, जो जम्मू-कश्मीर में अपने भाई जोबन के साथ काम करता था। जम्मू-कश्मीर में उसे पंजाब से दोगुणी दहाड़ी मिलती थी। जम्मू में ही काम करते हुए उसकी दोस्ती रोहन से हो गई थी। हैप्पी पाशियां का काम करने की बात उसने विशाल से की तो वे भी तैयार हो गया था।