अबोहर में एक 80 साल के बुजुर्ग आज दोपहर सीढ़ियों से गिरकर घायल हो गए, जिन्हें गांव के ही आरएमपी डॉक्टर को दिखाया तो उसने प्राथमिक इलाज के बाद घर जाने की सलाह दी। लेकिन उसे देर शाम हालत बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया। जहां कुछ समय बाद ही उसने दम तोड़ दिया। मृतक के शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। घटना गांव जंडवाला मीरांसांगला की है। 80 साल के बिहारी लाल आज दोपहर घर में ही सीढ़ियों से गिरकर गए, जिसके बाद परिवार वाले गांव के ही एक आरएमपी डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर ने मरहम पट्टी करते हुए उसकी हालत होने की बात कहकर घर भेज दिया। लेकिन शाम को उसकी हालत खराब होने लगी, लेकिन घर में साधन न होने पर उसे अस्पताल लाने में काफी समय लग गया। जब शाम को परिवार किसी तरह से बिहारी लाल को अस्पताल लाया तो करीब 15 मिनट बाद ही उसकी मौत हो गई। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना था कि अगर आरएमपी डॉक्टर ने तभी परिजनों को उसे हालत गंभीर होने की बात कहते हुए शहर ले जाने के लिए कहा होता तो शायद समय पर सही इलाज होने से उसकी जान बच सकती थी। अबोहर में एक 80 साल के बुजुर्ग आज दोपहर सीढ़ियों से गिरकर घायल हो गए, जिन्हें गांव के ही आरएमपी डॉक्टर को दिखाया तो उसने प्राथमिक इलाज के बाद घर जाने की सलाह दी। लेकिन उसे देर शाम हालत बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया। जहां कुछ समय बाद ही उसने दम तोड़ दिया। मृतक के शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। घटना गांव जंडवाला मीरांसांगला की है। 80 साल के बिहारी लाल आज दोपहर घर में ही सीढ़ियों से गिरकर गए, जिसके बाद परिवार वाले गांव के ही एक आरएमपी डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर ने मरहम पट्टी करते हुए उसकी हालत होने की बात कहकर घर भेज दिया। लेकिन शाम को उसकी हालत खराब होने लगी, लेकिन घर में साधन न होने पर उसे अस्पताल लाने में काफी समय लग गया। जब शाम को परिवार किसी तरह से बिहारी लाल को अस्पताल लाया तो करीब 15 मिनट बाद ही उसकी मौत हो गई। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना था कि अगर आरएमपी डॉक्टर ने तभी परिजनों को उसे हालत गंभीर होने की बात कहते हुए शहर ले जाने के लिए कहा होता तो शायद समय पर सही इलाज होने से उसकी जान बच सकती थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गैंगस्टर लॉरेंस का जेल में इंटरव्यू केस:HC में SIT ने सील बंद जांच रिपोर्ट सौंपी; जरूरत पड़ने पर ईडी कर सकती है जांच गैंगस्टर लॉरेंस के पंजाब पुलिस की कस्टडी में हुए टीवी इंटरव्यू मामले की (10 दिसंबर) को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने अपनी सील बंद रिपोर्ट अदालत को सौंपी। वहीं, इस दौरान अदालत ने पूछा कि, क्या इस मामले में DSP तक के अधिकारियों की भूमिका सामने आई है? हाईकोर्ट ने सवाल किया कि, क्या एसएसपी या किसी अन्य अधिकारी की भूमिका पता नहीं था? इस पर स्पेशल डीजीपी प्रबोध कुमार ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। वहीं, हाईकोर्ट ने कहा कि इस मामले के वित्तीय पहलुओं की जांच जरूरत पड़ने पर ईडी द्वारा करवाई जा सकती है। जांच में सहयेाग कर सकती है ईडी इस पर केंद्र सरकार के वकील ने कहा कि इस मामले में एक नई एफआईआर दर्ज होने के बाद ईडी जांच कर सकती है। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि अगर एफआईआर पहले ही दर्ज है, तो ईडी जांच में सहयोग कर सकती है। इस पर डीजीपी प्रबोध कुमार ने कहा कि पहले से दर्ज एफआईआर में इस संबंधी धाराएं जोड़ी जा सकती हैं। जिस पर केंद्र सरकार के वकील ने कहा कि जरूरत पड़ी तो सहयोग देंगे। गृह विभाग का हलफनामा किया रद्द सुनवाई के दौरान गृह विभाग के अंडर सेक्रेटरी ने हलफनामा दायर करके कहा कि कहा इस इंटरव्यू के जिम्मेदार अफसरों पर पंजाब सरकार के खिलाफ ने कार्रवाई की है। जिसे हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया। साथ ही कहा कि हमें गृह विभाग के सचिव या मुख्य सचिव का हलफनामा चाहिए। किसी और अधिकारी का हलफनामा नहीं चाहिए। हाईकोर्ट ने अब गृह विभाग के सचिव या मुख्य सचिव को हलफनामा दाखिल करने के आदेश दिए है। अब इस मामले की सुनवाई सोमवार को होगी। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को ब्रॉडकास्ट हुआ था। इसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूल की थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रैंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था, इसलिए उसे मरवाया। SIT रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने CIA की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। इन अधिकारियों पर पुलिस ने कार्रवाई की पंजाब पुलिस की तरफ से पहले इंटरव्यू के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की गई हैं। इसमें DSP से लेकर हेड कॉन्स्टेबल रैंक तक के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। इसमें DSP गुरशेर सिंह (अमृतसर स्थित 9 बटालियन), DSP समर वनीत, सब इंस्पेक्टर रीना (CIA खरड़ में तैनात), सब इंस्पेक्टर जगतपाल जंगू (AGTF में तैनात), सब इंस्पेक्टर शगनजीत सिंह (AGTF), ASI मुखत्यार सिंह और हेड कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश शामिल हैं। जबकि दूसरे इंटरव्यू की जांच राजस्थान पुलिस कर रही हैं। गैंगस्टर के 2 इंटरव्यू वायरल हुए थे। SIT की रिपोर्ट के मुताबिक पहला इंटरव्यू 3 और 4 सितंबर 2023 को हुआ है। लॉरेंस उस समय पंजाब में CIA खरड़ में रखा गया था। दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ है। पंजाब के DGP ने खारिज किया था दावा गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू जारी होने के बाद पंजाब पुलिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद पंजाब के DGP गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इंटरव्यू बठिंडा या पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुआ है। DGP ने लॉरेंस की 2 तस्वीरें दिखाते हुए कहा था- जब लॉरेंस को बठिंडा जेल लाया गया तो उसके बाल कटे थे और दाढ़ी-मूछ नहीं थी।
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लुधियाना में पूर्व SP की वोट कटने भड़के बिट्टू:मंत्री रवनीत बोले-भाजपा नेताओं की वोट काट कर आप ने किया लोकतंत्र का चीरहरण पंजाब के लुधियाना में निकाय चुनाव 21 दिसंबर को है। शाम को ही चुनाव के नतीजे भी आ जाएंगे। अपने उम्मीदवारों का समर्थन करने केन्द्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू लुधियाना पहुंचे। बिट्टू ने जमकर आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा। निकाय चुनाव करवाने से सरकार थी डरती बिट्टू ने कहा कि आप सरकार पहले तो निकाय चुनाव करवाने से डरती थी क्योंकि सरकार को पता था कि उनका जीतना संभव नहीं है। लेकिन अब जब अदालत ने चुनाव करवाने का आदेश दिया है तो मजबूरन सरकार को चुनाव करवाने पड़ रहे है। बिट्टू ने कहा कि आप सरकार ने कई भाजपा नेताओं की वोट ही उनके वार्डों से काट दी है। बिट्टू बोले-आप सरकार ने किया लोकतंत्र का चीर हरण सरेआम आप सरकार लोकतंत्र का चीर हरण कर रही है। बिट्टू ने कहा कि वार्ड नंबर 83 से भाजपा उम्मीदवार नमिता मल्होत्रा के ससुर व पूर्व एसपी सतीश मल्होत्रा का वोट काटा गया है। जिला प्रशासन की तरफ से जारी की गई फाइनल सूची में पूर्व एसपी मल्होत्रा का नाम नहीं है। वोट कटने के बाद मल्होत्रा ने भाजपा की लीडरशिप को सूचित किया। बिट्टू ने कहा कि इस संबंधी डी.सी को भी मिलकर शिकायत दी है। पूर्व एसपी सतीश मल्होत्रा बोले… उधर, सतीश मल्होत्रा ने कहा कि डी.सी जितेन्द्र जोरवाल ने वोट बनवाने में असमर्थता जाहिर की है। उनका कहना था कि 12 दिसंबर को वोट बनना संभव था लेकिन अब नहीं। मल्होत्रा ने कहा कि उनका वोट जानबूझ कर काटा गया है। मल्होत्रा ने कहा कि इस संबंधी वह पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में जाएंगे। मल्होत्रा ने कहा के विधान सभा और लोकसभा की सूची में नाम था।वेबसाइट में भी उनका नाम है लेकिन नई वोटर सूची में नाम नहीं है। यह जिला प्रशासन और बीएलओ की बड़ी लापरवाही है।
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पंजाब में 303 कंपनियों पर सरकार का एक्शन:फर्जी सेल परचेज से 4044 करोड़ का किया फर्जीवाडा, सारी फर्मों का रजिस्ट्रेशन रद्द पंजाब के एक्साइज व टैक्सेशन विभाग ने 303 ऐसी फर्मो या कंपनियाें का खुलासा किया है, जो कि लोहे की खरीद फरोख्त से जुड़े बोगस बिल दिखाकर 4044 करोड़ रुपए के आईटीसी रिटर्न का फर्जीवाड़ा कर रही थी। इन फर्मों से 206 केंद्र के पास रजिस्ट्रर थी। जबकि 11 पंजाब व 86 अन्य राज्यों से संबंधित थी। यह कंपनियां लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़ समेत कई इलाकों से चल रही थी। कुछ समय पहले ही यह फर्म रजिस्टर थी। यह दावा पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा ने प्रेस कांफ्रेंस किया है। उन्होंने बताया कि पंजाब वाली सारी फर्मों की रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है। 11 लोगों पर केस भी दर्ज किया है। जबकि केंद्र को भी कार्रवाई के लिए है। केंद्र से रजिस्ट्रर फर्मों को सीधे ब्लॉक कर 89 करोड़ रुपए बचाए हैं। वह अब सारी फर्मों की रजिस्ट्रेशन आधार से होगी। ताकि फेक रजिस्ट्रेशन न हो। सोने के बिल दिखाकर दो कंपनियों ने ठगी की इसी तरह अमृतसर में एक फर्म से 336 करोड़ रुपए के सोने के जाली बिल बिल पकड़े हैं। उन्होंने कहा से सोना खरीदा बेचा जानकारी नहीं है। इस पर 20 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया है। वहीं, दूसरी कंपनी ने लुधियाना की है। उसने 424 करोड़ रुपए ठगी है। कंपनी पर 25 करोड़ टैक्स चार्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बड़ी चोरी पकड़ी है। इनसे पैसे की वसूली की जाएगी। नौकरों को मालिक बनाकर की 533 करोड़ की ठगी वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि 68 ऐसी फर्म भी पकड़ में आई है। जिनकी रजिस्ट्रेशन दूसरों के नाम पर थी। इसमें मालिक कंपनी में काम करने वाले मुजाजिम या नौकर बना दिए थे। मुलाजिमों के दस्तावेजों का गलत प्रयोग किया था। लेकिन उन लोगों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। ऐसे मामलों में 533 करोड़ की हेराफेरी पकड़ी है। उन्होंने बताया कि यह लोग बहुत ही शातिर थे। उनकी नजर ऐसे लोगों पर आगे भी रहेगी।