अब कौन कर रहा…IS-227 अतीक गैंग को ऑपरेट:जांच एजेंसी को फरार महिलाओं पर गैंग को लीड करने का शक; जानिए पूरी रिपोर्ट

अब कौन कर रहा…IS-227 अतीक गैंग को ऑपरेट:जांच एजेंसी को फरार महिलाओं पर गैंग को लीड करने का शक; जानिए पूरी रिपोर्ट

देशभर में सनसनी फैलाने वाले उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक के गैंग आईएस-227 को नेस्तनाबूद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई। माफिया अतीक, उसका भाई अशरफ मारे गए। गैंग के मेंबर, फाइनेंसर, अतीक और परिवार के करीबी 100 से ज्यादा जेल भेजे गए। अतीक का बेटा उमर लखनऊ जेल मे तो अली नैनी सेंट्रल जेल में हैं। एक बेटा असद एनकाउंटर में मारा गया। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब फात्मा और अतीक की बहन आयशा नूरी इनामी हैं और फरार हैं। ऐसे में पुलिस, एसटीएफ पशोपेश में हैं कि आखिर अतीक गैंग की कमान किसके हाथों में हैं। गोपनीय जांच की जा रही है कि कहीं अतीक का बेटा अली केंद्रीय कारागार से तो गैंग ऑपरेट नहीं कर रहा या फिर फरार महिलाओं में से किसी ने गैंग की कमान अपने हाथों में ले ली है। आर्थिक मदद के साथ पैरवी में कमीं नहीं
असल में इसकी वजह यह है कि अतीक की दो हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति को कुर्क किया जा चुका है। फाइनेंसरों पर शिकंजा कसा लेकिन गैंग की एक्टिविटी पूरी तरह बंद नहीं हुई। कोई तो है जो अतीक की फरार पत्नी शाइस्ता, जैनब और आयशा नूरी की मदद कर रहा है। कई गैंग मेंबर भी फरार हैं। इन सबके पास रुपये पैसों के साथ अन्य मदद कहां से पहुंच रही है। अतीक परिवार और गैंग मेंबरों के लिए पैरवी में भी कोई कमी नहीं आई है। यही सवाल पुलिस टीमों को परेशान कर रहा है। आर्थिक मदद के साथ उन्हें पनाह देने से लेकर अन्य मामलों में शक किया जा रहा है कि कोई न कोई है जो चोरी चुपके सारे इंतजाम कराने में लगा है। अब गैंग किसके हाथों ऑपरेट हो रहा है इसकी ठोह लगाई जा रही है। यूपी में टॉप गैंग में शुमार रहा अतीक का आईएस-227
पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज अतीक अहमद का गैंग आईएस-227 यूपी के टॉप गैंगों में शुमार रहा है। अतीक का इंटर स्टेट गैंग प्रयागराज और आसपास के जिलों में 20 साल से भी अधिक वक्त से टॉप पर ही रहा। यूं तो अतीक गैंग के सदस्यों पर हत्या, हत्या के प्रयास, अवैध कब्जा, अपहरण, फिरौती, रंगदारी जैसी घटनाएं दर्ज हैं लेकिन इस गिरोह के गुर्गों ने सबसे ज्यादा रुपये जमीन और मकान के धंधे से कमाए। जमीन का धंधा गिरोह को जमीन से आसमान तक पहुंचा गया। माफिया सूची, भू-माफिया, टॉप टेन अपराधी, बालू खनन, गो तस्करी, अवैध कब्जा, फिरौती-रंगदारी के अपराध में अतीक गैंग के मेंबर ही टॉप वन में रहे। अब एक बार फिर पुलिस के इकबाल को चुनौती देने वाले इस गैंग के मेंबरों की फेहरिस्त और लंबी होने वाली है। शूटरों और बमबाजों की सूची में उमेश हत्याकांड के बाद और नए नाम जुड़ने वाले हैं। गैंग चार्ट में अब पूर्वांचल के कई शूटर ऊपरी पायदान पर नजर आएंगे। देशभर में सनसनी फैलाने वाले उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक के गैंग आईएस-227 को नेस्तनाबूद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई। माफिया अतीक, उसका भाई अशरफ मारे गए। गैंग के मेंबर, फाइनेंसर, अतीक और परिवार के करीबी 100 से ज्यादा जेल भेजे गए। अतीक का बेटा उमर लखनऊ जेल मे तो अली नैनी सेंट्रल जेल में हैं। एक बेटा असद एनकाउंटर में मारा गया। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब फात्मा और अतीक की बहन आयशा नूरी इनामी हैं और फरार हैं। ऐसे में पुलिस, एसटीएफ पशोपेश में हैं कि आखिर अतीक गैंग की कमान किसके हाथों में हैं। गोपनीय जांच की जा रही है कि कहीं अतीक का बेटा अली केंद्रीय कारागार से तो गैंग ऑपरेट नहीं कर रहा या फिर फरार महिलाओं में से किसी ने गैंग की कमान अपने हाथों में ले ली है। आर्थिक मदद के साथ पैरवी में कमीं नहीं
असल में इसकी वजह यह है कि अतीक की दो हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति को कुर्क किया जा चुका है। फाइनेंसरों पर शिकंजा कसा लेकिन गैंग की एक्टिविटी पूरी तरह बंद नहीं हुई। कोई तो है जो अतीक की फरार पत्नी शाइस्ता, जैनब और आयशा नूरी की मदद कर रहा है। कई गैंग मेंबर भी फरार हैं। इन सबके पास रुपये पैसों के साथ अन्य मदद कहां से पहुंच रही है। अतीक परिवार और गैंग मेंबरों के लिए पैरवी में भी कोई कमी नहीं आई है। यही सवाल पुलिस टीमों को परेशान कर रहा है। आर्थिक मदद के साथ उन्हें पनाह देने से लेकर अन्य मामलों में शक किया जा रहा है कि कोई न कोई है जो चोरी चुपके सारे इंतजाम कराने में लगा है। अब गैंग किसके हाथों ऑपरेट हो रहा है इसकी ठोह लगाई जा रही है। यूपी में टॉप गैंग में शुमार रहा अतीक का आईएस-227
पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज अतीक अहमद का गैंग आईएस-227 यूपी के टॉप गैंगों में शुमार रहा है। अतीक का इंटर स्टेट गैंग प्रयागराज और आसपास के जिलों में 20 साल से भी अधिक वक्त से टॉप पर ही रहा। यूं तो अतीक गैंग के सदस्यों पर हत्या, हत्या के प्रयास, अवैध कब्जा, अपहरण, फिरौती, रंगदारी जैसी घटनाएं दर्ज हैं लेकिन इस गिरोह के गुर्गों ने सबसे ज्यादा रुपये जमीन और मकान के धंधे से कमाए। जमीन का धंधा गिरोह को जमीन से आसमान तक पहुंचा गया। माफिया सूची, भू-माफिया, टॉप टेन अपराधी, बालू खनन, गो तस्करी, अवैध कब्जा, फिरौती-रंगदारी के अपराध में अतीक गैंग के मेंबर ही टॉप वन में रहे। अब एक बार फिर पुलिस के इकबाल को चुनौती देने वाले इस गैंग के मेंबरों की फेहरिस्त और लंबी होने वाली है। शूटरों और बमबाजों की सूची में उमेश हत्याकांड के बाद और नए नाम जुड़ने वाले हैं। गैंग चार्ट में अब पूर्वांचल के कई शूटर ऊपरी पायदान पर नजर आएंगे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर