इनेलो के प्रधान महासचिव व ऐलानाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने जींद में कार्यकर्ताओं की बैठक ली और आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए रणनीति बनाई। यहां अभय सिंह चौटाला ने केंद्र सरकार को नीट परीक्षा धांधली को लेकर घेरने का काम किया तो वहीं कांग्रेस पर भी निशाना साधा। किरण चौधरी के कांग्रेस से भाजपा में जाने पर बोलते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कांग्रेस में भगदड़ मच गई है। बड़े-बड़े नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। कुछ समय बाद पार्टी में केवल बाप और बेटा ही रहेंगे, बाकी सारे अलविदा कह चुके होंगे। अभय चौटाला ने कहा कि नीट परीक्षा में बड़े स्तर पर धांधली हुई है। युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। इसके लिए पूर्ण रूप से सरकार जिम्मेदार है और पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि उन्हें कड़ा संज्ञान लेना चाहिये। लोकसभा चुनावों में इनेलो को मिले 2 प्रतिशत वोट पर अभय ने कहा कि वोट प्रतिशत को लेकर चिंता करने की किसी को जरूरत नहीं है। पहले भी कई तरह के हालात इस तरह के बने हैं। दुष्यंत चौटाला एक समय 57 हजार वोट से जीता था तो छह हजार वोटों से हारा भी था। पार्टी का वोट भी दो प्रतिशत से 40 प्रतिशत पर जा सकता है। अभय चौटाला ने कहा कि वह विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी लगाने आए हैं। भीषण गर्मी के बावजूद कार्यकर्ताओं ने जो उत्साह दिखाया है, वह देखने लायक है। कार्यकर्ताओं ने यह विश्वास दिलाया है कि अगले 3 महीने मजबूती से पार्टी के लिए काम करेंगे और आने वाले समय में विधानसभा में प्रत्याशी को जिताकर ही दम लेंगे। इनेलो के प्रधान महासचिव व ऐलानाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने जींद में कार्यकर्ताओं की बैठक ली और आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए रणनीति बनाई। यहां अभय सिंह चौटाला ने केंद्र सरकार को नीट परीक्षा धांधली को लेकर घेरने का काम किया तो वहीं कांग्रेस पर भी निशाना साधा। किरण चौधरी के कांग्रेस से भाजपा में जाने पर बोलते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कांग्रेस में भगदड़ मच गई है। बड़े-बड़े नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। कुछ समय बाद पार्टी में केवल बाप और बेटा ही रहेंगे, बाकी सारे अलविदा कह चुके होंगे। अभय चौटाला ने कहा कि नीट परीक्षा में बड़े स्तर पर धांधली हुई है। युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। इसके लिए पूर्ण रूप से सरकार जिम्मेदार है और पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि उन्हें कड़ा संज्ञान लेना चाहिये। लोकसभा चुनावों में इनेलो को मिले 2 प्रतिशत वोट पर अभय ने कहा कि वोट प्रतिशत को लेकर चिंता करने की किसी को जरूरत नहीं है। पहले भी कई तरह के हालात इस तरह के बने हैं। दुष्यंत चौटाला एक समय 57 हजार वोट से जीता था तो छह हजार वोटों से हारा भी था। पार्टी का वोट भी दो प्रतिशत से 40 प्रतिशत पर जा सकता है। अभय चौटाला ने कहा कि वह विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी लगाने आए हैं। भीषण गर्मी के बावजूद कार्यकर्ताओं ने जो उत्साह दिखाया है, वह देखने लायक है। कार्यकर्ताओं ने यह विश्वास दिलाया है कि अगले 3 महीने मजबूती से पार्टी के लिए काम करेंगे और आने वाले समय में विधानसभा में प्रत्याशी को जिताकर ही दम लेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में छात्रा की हत्या कर दफनाया:गर्भवती थी लड़की, आरोपी को लेकर रोहतक पहुंची दिल्ली पुलिस; खेत में खुदाई करवा निकाला शव हरियाणा के रोहतक जिले के गांव मदीना में गुरुवार शाम को उस वक्त हलचल मच गई, जब यहां एकाएक दिल्ली पुलिस पहुंची। पुलिस की गिरफ्त में दो आरोपी भी थे। जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में अचानक खुदाई शुरू कर दी। लोगों का इसका कारण भी समझ नहीं आया। लेकिन, कुछ ही देर बाद वहां हडकंप की स्थिति बन गई, जब खुदाई के दौरान जमीन से एक लड़की का शव निकला। खेत में खुदाई से निकले महिला के शव को पुलिस ने सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को कब्जे में लिया और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। करवाचौथ के दिन गई थी मिलने स्थानीय निवासी नवीन ने बताया कि जब यहां पुलिस आई, तो पता लगा कि कोई घटना हुई है। यहां पहुंची पुलिस और कुछ परिजनों से बातचीत में पता लगा कि खेत में करीब 6 फीट गहरा गड्डा खोद कर एक लड़की को दबाया हुआ है। पुलिस ने खुदाई करवा कर उसमें से 20 साल की मोनी (बदला हुआ नाम) निवासी नांगलोई, दिल्ली का शव निकाला गया है। मोनी, 12वीं कक्षा की छात्रा थी। जिसका एक समुदाय विशेष के लड़के साथ लव अफेयर हो गया था। लड़की के परिवार वालों को पता लगा, तो उन्होंने इसका विरोध किया। लेकिन, लड़की छुपके से उससे मिलती रही। अब लड़की करीब 8 माह की गर्भवती भी थी। वह करवाचौथ के दिन लड़के से मिलने गई थी। जिसके बाद से वह लापता हो गई थी। बताया जा रहा है कि लड़की की उसके प्रेमी ने ही हत्या की और शव को खुर्द-बुर्द करने की नीयत से दफना दिया है।
हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी:आपातकालीन सेवाएं ठप, दो दौर की बैठक विफल, ACP पर फंसा पेंच
हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी:आपातकालीन सेवाएं ठप, दो दौर की बैठक विफल, ACP पर फंसा पेंच हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में लगातार दूसरे दिन भी इमरजेंसी सेवाएं ठप हैं। प्रदेश के 3 हजार सरकारी डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। एक दिन पहले सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन की सरकार के साथ करीब 6 घंटे तक चली दो दौर की बैठक में कोई समाधान नहीं निकल सका, जिसके चलते डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। दरअसल, प्रदेश में कुल 159 सरकारी अस्पताल हैं, जिनकी ओपीडी में भी मरीज नहीं देखे जा रहे हैं। कई अस्पतालों में पोस्टमार्टम भी बंद हैं। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की सुविधा भी बंद है। इसके चलते मरीजों को अस्पतालों में इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। गुरुवार को प्रदेश भर के सीएमओ और पीएमओ ने बीएमएस और आयुर्वेदिक डॉक्टरों की मदद से स्थिति को कुछ हद तक संभालने की कोशिश की। हालात बिगड़ते देख सरकार ने हड़ताल के पहले ही दिन मरीजों के इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरों को बुला लिया। उधर, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में हरियाणा नागरिक चिकित्सा सेवा संघ (एचसीएमएस) के साथ बैठक की। पहले दौर की बैठक करीब 4 घंटे तक चली। इसके बाद देर रात स्वास्थ्य विभाग के सचिव सुधीर राजपाल के साथ दो घंटे तक बैठक हुई। दो दौर की बैठकों में सरकार ने बांड की राशि एक करोड़ से घटाकर 50 लाख करने के लिखित आदेश जारी कर दिए, लेकिन एश्योर्ड करियर प्रमोशन (एसीपी) को लेकर पेच फंस गया। बैठक में सरकार ने विशेषज्ञ कैडर बनाने और एसएमओ की सीधी भर्ती न करने पर भी सहमति जताई, लेकिन एचसीएमएस पदाधिकारी लिखित में आदेश जारी करने की मांग पर अड़े रहे। जिसके चलते दोनों दौर की बैठकें बेनतीजा रहने से हड़ताल जारी है। हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार को भी प्रदेशभर के अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए भटकते नजर आए। ये हैं डॉक्टरों की मुख्य मांगें एसोसिएशन के मुताबिक, सेवा में रहते हुए पीजी (पोस्ट ग्रेजुएट) करने के लिए अब एक-एक करोड़ रुपये के दो बॉन्ड भरने होंगे। जबकि, पहले यह राशि 50 लाख रुपये थी। उनकी मांग है कि यह राशि पहले की तरह 50 लाख रुपये की जाए। इसके अलावा सीनियर मेडिकल ऑफिसर (एसएमओ) को सीधी भर्ती के बजाय प्रमोशन के जरिए बनाया जाए। डॉक्टरों की एक और मांग यह है कि वर्तमान में एश्योर्ड करियर प्रमोशन (एसीपी) 5, 10, 15 साल में दिया जाता है। वे चाहते हैं कि 4, 9, 13 साल की सेवा पर एसीपी दिया जाए। साथ ही एसोसिएशन डॉक्टरों के लिए स्पेशलिस्ट कैडर बनाने की भी मांग कर रही है।