अभय सिंह चौटाला और पवन बेनीवाल फिर साथ-साथ:कांग्रेस छोड़ इनेलो में शामिल, भाजपा और कांग्रेस से अभय सिंह के सामने लड़ा था चुनाव

अभय सिंह चौटाला और पवन बेनीवाल फिर साथ-साथ:कांग्रेस छोड़ इनेलो में शामिल, भाजपा और कांग्रेस से अभय सिंह के सामने लड़ा था चुनाव

हरियाणा के सिरसा जिले की ऐलनाबाद विधानसभा से 3 बार अभय चौटाला के सामने चुनाव लड़ने वाले पवन बैनीवाल ने रविवार रात इनेलो जॉइन कर ली। पवन बैनीवाल 2 बार BJP और 1 बार कांग्रेस की टिकट पर अभय चौटाला को चुनौती दे चुके हैं मगर हर बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। मगर बरसों पुरानी दोस्ती के खातिर दोनों नेताओं ने आपसी गिले शिकवे भुलाकर एक होना बेहतर समझा। दोनों नेताओं के बीच करीब 10 साल पहले राजनीतिक मतभेद पैदा हो गए थे जिसके चलते पवन बैनीवाल इनेलो छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। भाजपा ने उनको अभय सिंह चौटाला के सामने 2014 और 2019 में चुनाव लड़वाया था। इसके बाद किसान आंदोलन के समय पवन बैनीवाल ने भाजपा को अलविदा कह कांग्रेस का दामन थाम लिया था। ऐलनाबाद उपचुनाव में कांग्रेस की टिकट पर पवन ने अभय को तीसरी बार चुनौती मगर अबकी बार तीसरे नंबर पर रहे। रविवार शाम को अभय सिंह चौटाला दड़बा कलां स्थित पवन बैनीवाल के घर पर पहुंचे जहां पर पवन बैनीवाल ने अपने समर्थकों सहित उनका स्वागत किया और कांग्रेस छोड़कर इनेलो का दामन थामा। राजनीतिक रूप से दूर हुए थे सामाजिक रूप से एक थे : पवन बैनीवाल इस मौके पर पवन बैनीवाल ने कहा कि वह पहले इनेलो और अभय सिंह सिंह चौटाला के साथ रहे थे, लेकिन किसी बात को लेकर मनमुटाव के चलते उन्होंने अलग-अलग रास्ते अपना कर लिए थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अभय सिंह चौटाला के सामने 3 बार चुनाव भी लड़ा है लेकिन पारिवारिक और सामाजिक रिश्ते कभी भी कमजोर नहीं हुए और अब समय की नजाकत को देखते हुए एक बार फिर साथ हुए हैं और अब अभय सिंह चौटाला चुनाव में जो भी ड्यूटी लगाएंगे वह पूरी तरह निभाएंगे। पवन मेरा अजीज और छोटा भाई : अभय चौटाला इस मौके पर इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पवन बैनीवाल उसका सदा अजीज रहा है और छोटा भाई है और किसी एक बात को लेकर उनके बीच गलत फहमियां हो गई थी और अब सारे गिले शिकवे दूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पवन बैनीवाल के साथ भाजपा और कांग्रेस ने विश्वासघात किया है। इसी प्रकार आदित्य चौटाला के साथ भी नाइंसाफी हुई थी। इसी को लेकर उन्होंने पुराने साथियों को एक साथ मिलाने का फैसला किया है। हरियाणा के सिरसा जिले की ऐलनाबाद विधानसभा से 3 बार अभय चौटाला के सामने चुनाव लड़ने वाले पवन बैनीवाल ने रविवार रात इनेलो जॉइन कर ली। पवन बैनीवाल 2 बार BJP और 1 बार कांग्रेस की टिकट पर अभय चौटाला को चुनौती दे चुके हैं मगर हर बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। मगर बरसों पुरानी दोस्ती के खातिर दोनों नेताओं ने आपसी गिले शिकवे भुलाकर एक होना बेहतर समझा। दोनों नेताओं के बीच करीब 10 साल पहले राजनीतिक मतभेद पैदा हो गए थे जिसके चलते पवन बैनीवाल इनेलो छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। भाजपा ने उनको अभय सिंह चौटाला के सामने 2014 और 2019 में चुनाव लड़वाया था। इसके बाद किसान आंदोलन के समय पवन बैनीवाल ने भाजपा को अलविदा कह कांग्रेस का दामन थाम लिया था। ऐलनाबाद उपचुनाव में कांग्रेस की टिकट पर पवन ने अभय को तीसरी बार चुनौती मगर अबकी बार तीसरे नंबर पर रहे। रविवार शाम को अभय सिंह चौटाला दड़बा कलां स्थित पवन बैनीवाल के घर पर पहुंचे जहां पर पवन बैनीवाल ने अपने समर्थकों सहित उनका स्वागत किया और कांग्रेस छोड़कर इनेलो का दामन थामा। राजनीतिक रूप से दूर हुए थे सामाजिक रूप से एक थे : पवन बैनीवाल इस मौके पर पवन बैनीवाल ने कहा कि वह पहले इनेलो और अभय सिंह सिंह चौटाला के साथ रहे थे, लेकिन किसी बात को लेकर मनमुटाव के चलते उन्होंने अलग-अलग रास्ते अपना कर लिए थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अभय सिंह चौटाला के सामने 3 बार चुनाव भी लड़ा है लेकिन पारिवारिक और सामाजिक रिश्ते कभी भी कमजोर नहीं हुए और अब समय की नजाकत को देखते हुए एक बार फिर साथ हुए हैं और अब अभय सिंह चौटाला चुनाव में जो भी ड्यूटी लगाएंगे वह पूरी तरह निभाएंगे। पवन मेरा अजीज और छोटा भाई : अभय चौटाला इस मौके पर इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पवन बैनीवाल उसका सदा अजीज रहा है और छोटा भाई है और किसी एक बात को लेकर उनके बीच गलत फहमियां हो गई थी और अब सारे गिले शिकवे दूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पवन बैनीवाल के साथ भाजपा और कांग्रेस ने विश्वासघात किया है। इसी प्रकार आदित्य चौटाला के साथ भी नाइंसाफी हुई थी। इसी को लेकर उन्होंने पुराने साथियों को एक साथ मिलाने का फैसला किया है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर