गृहमंत्री अमित शाह आज उत्तर प्रदेश की 3 लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे। इनमें कुशीनगर, बलिया और वाराणसी सीटें हैं। शाह दोपहर 12:30 बजे कुशीनगर में जनसभा करेंगे। फिर दोपहर 2 बजे बलिया के बेल्थरा रोड में और शाम 4 बजे वाराणसी में चंदौली लोकसभा की जनसभा को संबोधित करेंगे। गृहमंत्री अमित शाह आज उत्तर प्रदेश की 3 लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे। इनमें कुशीनगर, बलिया और वाराणसी सीटें हैं। शाह दोपहर 12:30 बजे कुशीनगर में जनसभा करेंगे। फिर दोपहर 2 बजे बलिया के बेल्थरा रोड में और शाम 4 बजे वाराणसी में चंदौली लोकसभा की जनसभा को संबोधित करेंगे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब के 9 जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट:अन्य में येलो अलर्ट जारी; राज्य में इस महीने 48% कम बारिश
पंजाब के 9 जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट:अन्य में येलो अलर्ट जारी; राज्य में इस महीने 48% कम बारिश पंजाब में बारिश को लेकर आज रविवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज और 1 जुलाई को पंजाब के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। IMD द्वारा जारी अलर्ट के बाद निवासियों को आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। अगले 2-3 दिनों तक आंधी-तूफान के साथ बारिश जारी रहने की उम्मीद है, जिससे राज्य में चल रही गर्मी से राहत मिलेगी। IMD द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, अगर पंजाब की बात करें तो 9 जिलों पठानकोट, होशियारपुर, नवांशहर, मानसा, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला और एसएएस नगर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां भारी बारिश, आंधी की चेतावनी भी जारी की गई है। जबकि अन्य सभी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब में मानसून ने नहीं बदले हालात दो दिन पहले पंजाब में मानसून ने दस्तक दी। मानसून ने यह एंट्री हिमाचल प्रदेश से पठानकोट के रास्ते की। लेकिन दो दिन से पंजाब में मानसून में कोई बदलाव नहीं हुआ है। आईएमडी का अनुमान है कि इस साल मानसून सामान्य से बेहतर बारिश करेगा। आने वाले 2 से 3 दिनों में मानसून अपनी स्थिति बदलेगा और पंजाब के कुछ और राज्यों में सक्रिय हो जाएगा। जून महीने में बारिश में कमी आई आईएमडी के मुताबिक, मानसून के सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीद है। लेकिन, अगर जून महीने की बात करें तो 1 से 29 जून तक पंजाब में बारिश सामान्य से काफी कम हुई है। आम तौर पर इन 29 दिनों में पंजाब में 49.7 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस साल अब तक सिर्फ 25.6 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 48% कम है।
मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर
मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में अपनी अगुवाई वाली तीसरी सरकार में अपने पुराने दोस्त, मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मिनिस्टर बनाया है। मोदी और खट्टर पुराने दोस्त हैं, ये बात जगजाहिर है। दोनों उस समय से साथ हैं जब नरेंद्र मोदी गुजरात का सीएम बनने से पहले, भाजपा में संगठन का काम देखा करते थे। खुद मोदी सार्वजनिक मंचों से कह चुके हैं कि वह मनोहर लाल के साथ उनकी बाइक पर घूमते रहे हैं। PM मोदी से दोस्ती का खट्टर को समय-समय पर फायदा भी मिला। हरियाणा की सियासत में कई उतार-चढ़ाव देखने वाली भाजपा ने वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में पहली बार अपने बूते पूर्ण बहुमत मिलने के बाद, अपने पहले ही फैसले से सबको चौंका दिया था। चुनाव रिजल्ट आने के बाद लाइमलाइट से दूर चल रहे मनोहर लाल खट्टर को अचानक CM बनाने का ऐलान कर दिया गया। उस समय BJP के कई बड़े नेता सीएम पद की दौड़ में शामिल थे लेकिन खट्टर अचानक सबको पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गए। BJP ने 2014 में जिस तरह मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा का CM बनाकर सबको चौंकाया था, ठीक उसी तरह 12 मार्च 2024 को अचानक उनका इस्तीफा दिलाकर भी सबको चौंका दिया। इसके बाद पार्टी ने उन्हें करनाल लोकसभा सीट से टिकट दिया और जीतने के बाद अब वह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री बन गए हैं। मनोहर लाल को पहले ही दे दिया था संकेत
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही मनोहर लाल को दिल्ली में बड़ा पद देने के संकेत दे दिए थे। दरअसल मनोहर लाल के पास संगठन में काम करने का लंबा अनुभव हैं। RSS में संघ प्रचारक के तौर पर लंबे समय तक काम कर चुके मनोहर लाल 1994 में BJP में शिफ्ट हुए। उस समय नरेंद्र मोदी भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी थे। दोनों ने उस समय संगठन में साथ मिलकर काम किया। प्रधानमंत्री मोदी खुद खट्टर से अपनी दोस्ती का जिक्र कई बार कर चुके हैं। लोकसभा चुनाव की घोषणा से 5 दिन पहले, 11 मार्च 2024 को PM मोदी गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने पहुंचे थे। यहां मोदी ने मंच से कहा- मैं और मनोहर लाल खट्टर हरियाणा में बाइक पर एक साथ घूमते थे। हमें हरियाणा का लंबा अनुभव है। इसके अगले ही दिन, 12 मार्च को मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। तभी चर्चा शुरू हो गई थी कि खट्टर को जल्दी ही दिल्ली में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है। 5 भाइयों में सबसे बड़े, डॉक्टर बनना चाहते थे
70 साल के मनोहर लाल खट्टर मूलरूप से रोहतक जिले में निंदाना गांव के रहने वाले हैं। मनोहर लाल अपने 5 भाइयों में सबसे बड़े थे इसलिए परिवार की जिम्मेदारियों का बोझ उन्हीं के ऊपर था।
मनोहर लाल डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन घर की खराब माली हालत के चलते उनके पिता हरवंश लाल खट्टर चाहते थे कि वह पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ गुजर-बसर चलाने के लिए परिवार के बाकी सदस्यों की तरह खेती में उनका हाथ बटाएं। इसी वजह से स्कूलिंग के दौरान मनोहर लाल अपने पिता के साथ खेतों में काम करते थे। हालांकि बाद में रोहतक में स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद वह आगे की स्टडी के लिए दिल्ली चले गए। दिल्ली में पढ़ाई के दौरान ही खट्टर ने ठान लिया था कि वह ताउम्र शादी नहीं करेंगे। दिल्ली का दुकानदार, पहले CM बना और अब केंद्रीय मंत्री
दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद, खट्टर ने दिल्ली में ही सदर बाजार के पास एक दुकान खोल ली। उसी दौरान 1977 में वह RSS से जुड़ गए। लगभग 17-18 साल आरएसएस में प्रचारक के तौर पर काम करने के बाद वर्ष 1994 में खट्टर बीजेपी में शामिल हो गए। भाजपा संगठन में 20 साल काम करने के बाद, वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने पहली बार करनाल सीट से लड़ा और MLA बन गए। पहली बार का विधायक होने के बावजूद वह सीधे हरियाणा के मुख्यमंत्री बन गए। तब प्रदेश में 18 साल बाद, किसी गैरजाट नेता को CM की कुर्सी मिली थी। पांच साल सरकार चलाने के बाद, 2019 का विधानसभा चुनाव BJP ने मनोहर लाल की अगुवाई में ही लड़ा। पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला और उसने दुष्यंत चौटाला की अगुवाई वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) से गठबंधन कर लगातार दूसरी बार राज्य में सरकार बनाई। भाजपा नेतृत्व ने 2024 में लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक 4 दिन पहले, उन्हें हटाकर नायब सैनी को राज्य का नया सीएम बना दिया। परिवार से ज्यादा संपर्क में, पैतृक प्रॉपर्टी दान कर दी
मनोहर लाल अपने घर-परिवार से ज्यादा संपर्क नहीं रखते। हालांकि उनके सीएम, सांसद और अब कैबिनेट मंत्री बनने पर उनके पैतृक गांव, निंदाना में जश्न मनाया गया।
तकरीबन साढ़े 9 साल तक हरियाणा में CM की कुर्सी संभालने वाले मनोहर लाल खट्टर उस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा में आए जब उन्होंने सीएम रहते हुए, रोहतक में अपनी पैतृक प्रॉपर्टी सरकार को दान कर दी।
साढ़े 9 साल मुख्यमंत्री रहने के बावजूद खट्टर का नाम किसी बड़े विवाद या करप्शन केस में नहीं आया। 3 चुनाव लड़े, तीनों जीते
मनोहर लाल खट्टर ने अपने राजनीतिक जीवन में तीन चुनाव लड़े हैं और तीनों में वह विजयी रहे। उन्होंने अपना पहला चुनाव वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में करनाल सीट से लड़ा और विजयी रहे। उसके बाद वह सीएम बन गए। 2019 के विधानसभा चुनाव में वह फिर करनाल सीट से मैदान में उतरे और जीते। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें करनाल सीट से मैदान में उतारा। खट्टर अपने सामने उतरे कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा को 2 लाख से ज्यादा वोटों से हराकर सांसद बने। अब वह कैबिनेट मंत्री बन गए हैं। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी
Rajasthan: ’97 फीसदी निजी स्कूल ऐसे हैं जो…’, फीस बढ़ोतरी पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का बड़ा बयान
Rajasthan: ’97 फीसदी निजी स्कूल ऐसे हैं जो…’, फीस बढ़ोतरी पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का बड़ा बयान <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan Education News:</strong> समर वेकेशन के बाद अब स्कूल खुलने वाले है. स्कूल खुलने के बाद हर साल निजी स्कूलों की फीस बढ़ोतरी का मुद्दा उठता है. अभिभावक विरोध भी करते हैं. लेकिन शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने उदयपुर दौरे के दौरान फीस बढ़ोतरी पर ऐसा बयान दिया कि चर्चाएं होने लगी है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि 97% निजी स्कूल सेवा का काम कर रहे हैं. सरकार का सहयोग भी कर रहे हैं. साथ ही आदिवासी हिंदू विवाद मामले में भी सफाई देते हुए नजर आए. जानिए उदयपुर दौरे पर क्या कहा शिक्षा मंत्री ने. </p>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि डोटासरा कहते हैं कि मदन दिलावर का दिमाग दिव्यांग हो गया है. कल एक पत्रकार ने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि कुछ लोग अपने आप को हिन्दू नहीं मानते. मैंने कहा था कि उनकी वंशावली और डीएनए से पता कराया जा सकता है. उन्होंने इस बात को आदिवासियों से जोड़ दिया. देश में आदिवासी हो, अनुसूचित, ओबीसी या महिला पुरुष हो, सभी सम्मानित है. विशेषकर आदिवासी लोग हमारी श्रेष्ठतम लोग है, जो जंगलों की रक्षा कर हमें प्राणवायु देते हैं. इसलिए कहने में अतिशयोक्ति नहीं कि हिन्दू समाज में आदिवासी श्रेष्ठतम है. </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”> </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>निजी स्कूलों को क्लीन चिट</strong></div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>निजी स्कूलों में फीस बढ़ोतरी मामले में शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा कि 97% निजी स्कूल ऐसे हैं जो सब सेवा का काम कर रहे हैं. उनके घर चलाना मुश्किल हो रहा है. ये बच्चों को पढ़कर समाज का भी भला कर रहे हैं और सरकार का सहयोग कर रहे हैं. मैं ये नहीं कह सकता कि जो सेवा कर रहे हैं वह भी गड़बड़ है. सरकार 82 लाख बच्चों को पढ़ा रही और निजी स्कूल 85 लाख बच्चों को. अब अनावश्यक रूप में उनके ऊपर दोषारोपण नहीं कर सकता. कुछ दो से तीन प्रतिशत ऐसे हैं जो ज्यादा फीस ले रहे हैं. उनसे प्रेम से बात करेंगे, नहीं तो कानून का सहारा लेंगे.</div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”> </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलना कांग्रेस का मूर्खतापूर्ण निर्णय</strong></div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस सरकार द्वारा अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने के निर्णय को मूर्खतापूर्ण बताया. उन्होंने कहा राजस्थान के बच्चों का भविष्य बर्बाद करने के लिए यह मूर्खतापूर्ण निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि अंग्रेजी माध्यम स्कूल का हम स्वागत करते हैं लेकिन कांग्रेस ने क्या किया, स्कूल खोले नहीं, हिंदी माध्यम स्कूल पर बोर्ड लटका कर परिवर्तित कर अंग्रेजी माध्यम कर दिया. सोचने वाली बात है एक बच्चा 10वीं तक हिंदी माध्यम में पढ़ा वह 11वीं ने अंग्रेजी माध्यम में कैसे पढ़ेगा. उन्हीं चाहिए था कि पहले कक्षा से खोलने. बच्चे उसी अनुसार पढ़ते.</div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”> </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने राजस्थान का रखा पक्ष, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से की ये मांग” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/diya-kumari-demands-finance-minister-nirmala-sitharaman-in-pre-budget-consultation-meeting-ann-2721137″ target=”_self”>डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने राजस्थान का रखा पक्ष, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से की ये मांग</a></strong></div>