अमित शाह से मुलाकात के बाद सुदेश महतो का बड़ा ऐलान, AJSU-BJP साथ मिलकर लड़ेंगी झारखंड चुनाव

अमित शाह से मुलाकात के बाद सुदेश महतो का बड़ा ऐलान, AJSU-BJP साथ मिलकर लड़ेंगी झारखंड चुनाव

<p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Election 2024:</strong> ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU) के सुप्रीमो सुदेश महतो ने सोमवार (26 अगस्त) को शाम में केंद्रीय गृह मंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> से नई दिल्ली में मुलाकात की. बैठक के बाद उन्होंने कहा है कि पार्टी झारखंड में बीजेपी के साथ मिलकर मजबूती के साथ विधानसभा चुनाव लड़ेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने पूर्व मुख्यमंत्री चांपई सोरेन को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि अगर वह एनडीए में आते हैं, तो इससे निश्चित रूप से गठबंधन को मजबूती मिलेगी. हाल में ही संपन्न <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में भी आजसू, बीजेपी की सहयोगी पार्टी के रूप में मैदान में उतरी थी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीट शेयरिंग पर AJSU-BJP में थी दरार&nbsp;</strong><br />सीट शेयरिंग में आजसू 14 में से गिरिडीह की एक सीट मिली थी, जिस पर प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी ने जीत दर्ज की थी. झारखंड अलग राज्य बनने के साथ ही आजसू का उभार एक प्रमुख क्षेत्रीय दल के रूप में हुआ था और पिछले ढाई दशक से सत्ता समीकरण में उसकी प्रासंगिकता बरकरार है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आजसू पार्टी ज्यादातर समय बीजेपी के साथ रही है, लेकिन वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के सवाल पर दोनों पार्टियों की दोस्ती में दरार पड़ गई थी. पार्टी 12 से 15 सीटों पर दावा कर रही थी, जबकि बीजेपी उसे अधिकतम 6 से 7 सीटें देना चाहती थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साल 2019 विधानसभा चुनाव के आंकड़े</strong><br />गठबंधन टूटने की वजह से चुनाव में दोनों पार्टियों को नुकसान झेलना पड़ा था. बीजेपी ने 81 में से 79 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जबकि आजसू ने भी 53 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए थे. साल 2019 में बीजेपी के राज्य में सत्ता गंवाने के पीछे गठबंधन में यह बिखराव प्रमुख कारण के तौर पर सामने आया था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस चुनाव में बीजेपी को करीब 33.37 फीसदी और आजसू को 8.43 फीसदी वोट हासिल हुआ था. इन दोनों पार्टियों के मतों को मिला दें तो यह करीब 42 फीसदी होता है, जबकि उनकी तुलना में चुनाव जीतकर सरकार बनाने वाले झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन को 40.7 फीसदी मत मिले थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”दिल्ली पहुंचे झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन, BJP से मुलाकात पर दिया ये बड़ा बयान” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/champai-soren-has-arrived-in-delhi-not-met-anyone-from-bjp-yet-2769461″ target=”_blank” rel=”noopener”>दिल्ली पहुंचे झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन, BJP से मुलाकात पर दिया ये बड़ा बयान</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Election 2024:</strong> ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU) के सुप्रीमो सुदेश महतो ने सोमवार (26 अगस्त) को शाम में केंद्रीय गृह मंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> से नई दिल्ली में मुलाकात की. बैठक के बाद उन्होंने कहा है कि पार्टी झारखंड में बीजेपी के साथ मिलकर मजबूती के साथ विधानसभा चुनाव लड़ेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने पूर्व मुख्यमंत्री चांपई सोरेन को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि अगर वह एनडीए में आते हैं, तो इससे निश्चित रूप से गठबंधन को मजबूती मिलेगी. हाल में ही संपन्न <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में भी आजसू, बीजेपी की सहयोगी पार्टी के रूप में मैदान में उतरी थी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीट शेयरिंग पर AJSU-BJP में थी दरार&nbsp;</strong><br />सीट शेयरिंग में आजसू 14 में से गिरिडीह की एक सीट मिली थी, जिस पर प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी ने जीत दर्ज की थी. झारखंड अलग राज्य बनने के साथ ही आजसू का उभार एक प्रमुख क्षेत्रीय दल के रूप में हुआ था और पिछले ढाई दशक से सत्ता समीकरण में उसकी प्रासंगिकता बरकरार है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आजसू पार्टी ज्यादातर समय बीजेपी के साथ रही है, लेकिन वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के सवाल पर दोनों पार्टियों की दोस्ती में दरार पड़ गई थी. पार्टी 12 से 15 सीटों पर दावा कर रही थी, जबकि बीजेपी उसे अधिकतम 6 से 7 सीटें देना चाहती थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साल 2019 विधानसभा चुनाव के आंकड़े</strong><br />गठबंधन टूटने की वजह से चुनाव में दोनों पार्टियों को नुकसान झेलना पड़ा था. बीजेपी ने 81 में से 79 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जबकि आजसू ने भी 53 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए थे. साल 2019 में बीजेपी के राज्य में सत्ता गंवाने के पीछे गठबंधन में यह बिखराव प्रमुख कारण के तौर पर सामने आया था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस चुनाव में बीजेपी को करीब 33.37 फीसदी और आजसू को 8.43 फीसदी वोट हासिल हुआ था. इन दोनों पार्टियों के मतों को मिला दें तो यह करीब 42 फीसदी होता है, जबकि उनकी तुलना में चुनाव जीतकर सरकार बनाने वाले झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन को 40.7 फीसदी मत मिले थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”दिल्ली पहुंचे झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन, BJP से मुलाकात पर दिया ये बड़ा बयान” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/champai-soren-has-arrived-in-delhi-not-met-anyone-from-bjp-yet-2769461″ target=”_blank” rel=”noopener”>दिल्ली पहुंचे झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन, BJP से मुलाकात पर दिया ये बड़ा बयान</a></strong></p>  झारखंड ‘BJP के कई विधायक महागठबंधन के संपर्क में, जल्द होगी बड़ी टूट’, RJD के दावे से मचा हड़कंप