खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के सहयोगी दलजीत कलसी दोबारा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए नेशनल सिक्याेरिटी एक्ट (NSA) को फिर से चुनौती दी है। उन्होंने कोर्ट को बताया है कि अजनाला मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे में उन पर NSA लगाना गलत है। अदालत ने इस मामले में सुनवाई करते हुए पंजाब व केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। साथ ही तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 18 सितंबर को तय की गई है। डेढ़ साल से डिब्रूगढ़ जेल में बंद दलजीत सिंह कलसी इस समय करीब डेढ़ साल से डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। उनके वकीलों की तरफ से दायर याचिका में कहा गया है कि 23 फरवरी 2023 को अजनाला थाने पर हुए हमले की एफआईआर में उनका भी नाम है। जबकि वह इसमें शामिल नहीं थे। न ही उनके खिलाफ कोई अहम सबूत हैं। सरकार ने इन दलीलों को सहारे लगाया NSA वकीलों ने बताया कि दलजीत सिंह कलसी पर NSA लगाते समय सरकार की तरफ से दलील दी गई है कि यह पंजाब की पीस व हार्मेनी के लिए खतरा है। जबकि ऐसा कुछ नहीं है। दूसरा वकीलों ने कहा कि NSA की अवधि को तीन-तीन महीने बढ़ाया जाना चाहिए। जबकि सरकार ने सीधे एक साल के लिए बढ़ाया दिया है। यह पूरी तरह से गलत है। इसके साथ ही सरकार ने NSA लगाते तर्क यह भी दिया है कि सोशल मीडिया पर इनके बारे में कई पोस्ट है। कई लोगों के नाम बताए गए जो कि इनके साथ खड़े होने का दावा कर रहे है। इससे पता चलता है कि माहौल खराब होगा। कलसी के वकीलों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कलसी जेल के अंदर है। इसके साथ ही उन्होंने इस संबंधी उचित दस्तावेज पेश किए। अदालत में सरकार की तरफ से जबाव देने के लिए पांच हफ्ते का समय मांगा। जबकि कलसी के वकीलों ने इसका भी विरोध किया गया। उन्होंने कहा कि कलसी डेढ़ साल से जेल में है। ऐसे में यह अवधि कम की जानी चाहिए। इसके बाद अदालत ने केंद्र व पंजाब सरकार को तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 18 सितंबर तय की गई है। कलसी भी चुनाव लड़ने के हैं इच्छुक खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के बाद अब डिब्रूगढ़ जेल में बंद दलजीत सिंह कलसी भी चुनाव लड़ने के इच्छुक है। कुछ समय पहले इसको लेकर भी चर्चा हुई थी । कलसी सुखजिंदर सिंह रंधावा के सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट डेरा बाबा नानक से से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। जबकि कुलवंत सिंह राउके पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर रहे गुरमीत सिंह मीत हेयर के सांसद बनने के बाद खाली हुई बरनाला सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। जल्दी ही इन सीटों पर विधानसभा के उप चुनाव तय है। कलसी पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए। खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के सहयोगी दलजीत कलसी दोबारा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए नेशनल सिक्याेरिटी एक्ट (NSA) को फिर से चुनौती दी है। उन्होंने कोर्ट को बताया है कि अजनाला मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे में उन पर NSA लगाना गलत है। अदालत ने इस मामले में सुनवाई करते हुए पंजाब व केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। साथ ही तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 18 सितंबर को तय की गई है। डेढ़ साल से डिब्रूगढ़ जेल में बंद दलजीत सिंह कलसी इस समय करीब डेढ़ साल से डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। उनके वकीलों की तरफ से दायर याचिका में कहा गया है कि 23 फरवरी 2023 को अजनाला थाने पर हुए हमले की एफआईआर में उनका भी नाम है। जबकि वह इसमें शामिल नहीं थे। न ही उनके खिलाफ कोई अहम सबूत हैं। सरकार ने इन दलीलों को सहारे लगाया NSA वकीलों ने बताया कि दलजीत सिंह कलसी पर NSA लगाते समय सरकार की तरफ से दलील दी गई है कि यह पंजाब की पीस व हार्मेनी के लिए खतरा है। जबकि ऐसा कुछ नहीं है। दूसरा वकीलों ने कहा कि NSA की अवधि को तीन-तीन महीने बढ़ाया जाना चाहिए। जबकि सरकार ने सीधे एक साल के लिए बढ़ाया दिया है। यह पूरी तरह से गलत है। इसके साथ ही सरकार ने NSA लगाते तर्क यह भी दिया है कि सोशल मीडिया पर इनके बारे में कई पोस्ट है। कई लोगों के नाम बताए गए जो कि इनके साथ खड़े होने का दावा कर रहे है। इससे पता चलता है कि माहौल खराब होगा। कलसी के वकीलों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कलसी जेल के अंदर है। इसके साथ ही उन्होंने इस संबंधी उचित दस्तावेज पेश किए। अदालत में सरकार की तरफ से जबाव देने के लिए पांच हफ्ते का समय मांगा। जबकि कलसी के वकीलों ने इसका भी विरोध किया गया। उन्होंने कहा कि कलसी डेढ़ साल से जेल में है। ऐसे में यह अवधि कम की जानी चाहिए। इसके बाद अदालत ने केंद्र व पंजाब सरकार को तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 18 सितंबर तय की गई है। कलसी भी चुनाव लड़ने के हैं इच्छुक खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के बाद अब डिब्रूगढ़ जेल में बंद दलजीत सिंह कलसी भी चुनाव लड़ने के इच्छुक है। कुछ समय पहले इसको लेकर भी चर्चा हुई थी । कलसी सुखजिंदर सिंह रंधावा के सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट डेरा बाबा नानक से से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। जबकि कुलवंत सिंह राउके पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर रहे गुरमीत सिंह मीत हेयर के सांसद बनने के बाद खाली हुई बरनाला सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। जल्दी ही इन सीटों पर विधानसभा के उप चुनाव तय है। कलसी पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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