खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के करीबी पप्पलप्रीत सिंह को आज अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने अजनाला कोर्ट में पेश किया। पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट ने पप्पलप्रीत को 1 मई 2025 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मौके पर पप्पलप्रीत सिंह की वकील रितु राज ने मीडिया को बताया कि पुलिस रिमांड के दौरान पप्पलप्रीत से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। इस कारण कोर्ट ने उसे दोबारा रिमांड पर लेने की पुलिस की मांग को खारिज करते हुए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए। अमृतसर सेंट्रल जेल में रहेगा डीएसपी इंदरजीत सिंह ने बताया कि पप्पलप्रीत को अब अमृतसर की सेंट्रल जेल में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि आगे कि पूछताछ और कानूनी कार्रवाई 1 मई को होने वाली अगली पेशी में की जाएगी। अमृतपाल के साथ एनएसए पर था पप्पलप्रीत गौरतलब है कि फरवरी 2023 में अजनाला थाने पर हमले के मामले में अजनाला पुलिस ने धारा 39 के तहत एफआईआर दर्ज की थी। इस केस में अब तक 40 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पप्पलप्रीत सिंह भी उनमें से एक है। जब अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी का प्रयास शुरू किया गया तो पप्पलप्रीत भी उसके साथ ही भागा था। अंत में उसे गिरफ्तार कर असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया गया था। खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के करीबी पप्पलप्रीत सिंह को आज अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने अजनाला कोर्ट में पेश किया। पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट ने पप्पलप्रीत को 1 मई 2025 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मौके पर पप्पलप्रीत सिंह की वकील रितु राज ने मीडिया को बताया कि पुलिस रिमांड के दौरान पप्पलप्रीत से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। इस कारण कोर्ट ने उसे दोबारा रिमांड पर लेने की पुलिस की मांग को खारिज करते हुए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए। अमृतसर सेंट्रल जेल में रहेगा डीएसपी इंदरजीत सिंह ने बताया कि पप्पलप्रीत को अब अमृतसर की सेंट्रल जेल में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि आगे कि पूछताछ और कानूनी कार्रवाई 1 मई को होने वाली अगली पेशी में की जाएगी। अमृतपाल के साथ एनएसए पर था पप्पलप्रीत गौरतलब है कि फरवरी 2023 में अजनाला थाने पर हमले के मामले में अजनाला पुलिस ने धारा 39 के तहत एफआईआर दर्ज की थी। इस केस में अब तक 40 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पप्पलप्रीत सिंह भी उनमें से एक है। जब अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी का प्रयास शुरू किया गया तो पप्पलप्रीत भी उसके साथ ही भागा था। अंत में उसे गिरफ्तार कर असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया गया था। पंजाब | दैनिक भास्कर
