अमृतपाल के 7 साथियों को लेने पंजाब पुलिस पहुंची असम:डिब्रूगढ़ कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड हासिल किया; देर रात अमृतसर पहुंचने का अनुमान

अमृतपाल के 7 साथियों को लेने पंजाब पुलिस पहुंची असम:डिब्रूगढ़ कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड हासिल किया; देर रात अमृतसर पहुंचने का अनुमान

खालिस्तानी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के 7 साथियों को पंजाब लाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पंजाब पुलिस की टीम इसके लिए असम पहुंच चुकी है और वहां सभी 7 आरोपियों का ट्रांजिट रिमांड हासिल किया गया है। अनुमान है कि आज देर रात या कल सुबह सभी 7 साथी अमृतसर पहुंच जाएंगे। गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने इन सभी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) जारी रखने से इनकार कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल सिंह, पप्पलप्रीत सिंह और वरिंदर विक्की को अभी डिब्रूगढ़ जेल में ही रहना होगा। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चल रही उनकी एनएसए की अगली सुनवाई 22 मार्च को होनी है, जिसके बाद सरकार आगे का फैसला लेगी। फरवरी 2023 में अमृतसर के अजनाला थाने पर हुए हमले को लेकर पंजाब पुलिस इन सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगी। अमृतपाल सिंह के 9 साथी हैं डिब्रूगढ़ जेल में अमृतपाल सिंह से पहले उसके 8 साथी गिरफ्तार हो गए थे। जिन्हें गिरफ्तारी के साथ ही असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद करके रखा गया। अमृतपाल सिंह के 8 साथी, जिन पर एनएसए लगा है- अमृतपाल के भागने की पूरी कहानी 1. पुलिस ने 18 मार्च 2023 को पीछा शुरू किया 18 मार्च 2023 सुबह तकरीबन 11:15 बजे के करीब पुलिस ने प्लानिंग के अनुसार अमृतपाल की मर्सिडीज कार का पीछा शुरू किया। अमृतपाल को इसकी भनक लग चुकी थी। अमृतपाल ने अपनी मर्सिडीज शाहकोट-मोगा हाईवे पर बाजवा कलां गांव के पास बने फ्लाईओवर के नीचे छोड़ दी। मर्सिडीज को चाचा व ड्राइवर ले गए। इसके बाद वह एक ब्रेजा कार में बैठ भाग गया। 2. मर्सिडीज चाचा ले गया, अमृतपाल ब्रेज में सवार हो गया ब्रेजा में अमृतपाल के ही एक शागिर्द मनप्रीत ने उसे दादोवाल गांव तक पहुंचाया। वहां उसने नशा मुक्ति केंद्र में युवकों से कपड़े लिए। इसके बाद मनप्रीत उसे नंगल अंबिया गांव में बने गुरुद्वारे में ले गया। यह ब्रेजा कार किसी और की नहीं, अमृतपाल के ही मीडिया एडवाइजर पपलप्रीत सिंह की थी। 3. गुरुद्वारे में ग्रंथी को बनाया बंधक पुलिस के अनुसार अमृतपाल व उसके साथी गांव नंगल अंबिया के गुरुद्वारा में पहुंचे। यहां ग्रंथी को हथियारों के बल पर बंधक बनाया गया। एक घंटा वे यहां रुके। अमृतपाल ने खाना खाया, कपड़े बदले और अपना हुलिया भी। 4. फोन पर हरियाणा के रेवाड़ी में बातचीत अमृतपाल सिंह के साथी गुरुद्वारा में उसे भगाने की प्लानिंग कर रहे थे। उसके साथियों ने हरियाणा के रेवाड़ी में किसी से बातचीत की। इसके बाद कार में ही वह गांव के एक स्मारक के पास पहुंचा। जहां दो बाइक पर तीन युवक पहले से ही उसका इंतजार कर रहे थे। यहां मनप्रीत ब्रेजा लेकर अपने घर पहुंच गया और अमृतपाल बाइक पर भाग गया। 5. मोगा के गांव रोडे से गिरफ्तारी वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने 36 दिन की फरारी के बाद 22 अप्रैल 2023 को मोगा जिले में रोडे गांव के गुरुद्वारे से रविवार सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर अरेस्ट कर लिया गया। ये जरनैल सिंह भिंडरांवाला का गांव है। इसके बाद पंजाब पुलिस उसे बठिंडा के एयरफोर्स स्टेशन ले गई, जहां से वे डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया। खालिस्तानी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के 7 साथियों को पंजाब लाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पंजाब पुलिस की टीम इसके लिए असम पहुंच चुकी है और वहां सभी 7 आरोपियों का ट्रांजिट रिमांड हासिल किया गया है। अनुमान है कि आज देर रात या कल सुबह सभी 7 साथी अमृतसर पहुंच जाएंगे। गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने इन सभी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) जारी रखने से इनकार कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल सिंह, पप्पलप्रीत सिंह और वरिंदर विक्की को अभी डिब्रूगढ़ जेल में ही रहना होगा। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चल रही उनकी एनएसए की अगली सुनवाई 22 मार्च को होनी है, जिसके बाद सरकार आगे का फैसला लेगी। फरवरी 2023 में अमृतसर के अजनाला थाने पर हुए हमले को लेकर पंजाब पुलिस इन सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगी। अमृतपाल सिंह के 9 साथी हैं डिब्रूगढ़ जेल में अमृतपाल सिंह से पहले उसके 8 साथी गिरफ्तार हो गए थे। जिन्हें गिरफ्तारी के साथ ही असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद करके रखा गया। अमृतपाल सिंह के 8 साथी, जिन पर एनएसए लगा है- अमृतपाल के भागने की पूरी कहानी 1. पुलिस ने 18 मार्च 2023 को पीछा शुरू किया 18 मार्च 2023 सुबह तकरीबन 11:15 बजे के करीब पुलिस ने प्लानिंग के अनुसार अमृतपाल की मर्सिडीज कार का पीछा शुरू किया। अमृतपाल को इसकी भनक लग चुकी थी। अमृतपाल ने अपनी मर्सिडीज शाहकोट-मोगा हाईवे पर बाजवा कलां गांव के पास बने फ्लाईओवर के नीचे छोड़ दी। मर्सिडीज को चाचा व ड्राइवर ले गए। इसके बाद वह एक ब्रेजा कार में बैठ भाग गया। 2. मर्सिडीज चाचा ले गया, अमृतपाल ब्रेज में सवार हो गया ब्रेजा में अमृतपाल के ही एक शागिर्द मनप्रीत ने उसे दादोवाल गांव तक पहुंचाया। वहां उसने नशा मुक्ति केंद्र में युवकों से कपड़े लिए। इसके बाद मनप्रीत उसे नंगल अंबिया गांव में बने गुरुद्वारे में ले गया। यह ब्रेजा कार किसी और की नहीं, अमृतपाल के ही मीडिया एडवाइजर पपलप्रीत सिंह की थी। 3. गुरुद्वारे में ग्रंथी को बनाया बंधक पुलिस के अनुसार अमृतपाल व उसके साथी गांव नंगल अंबिया के गुरुद्वारा में पहुंचे। यहां ग्रंथी को हथियारों के बल पर बंधक बनाया गया। एक घंटा वे यहां रुके। अमृतपाल ने खाना खाया, कपड़े बदले और अपना हुलिया भी। 4. फोन पर हरियाणा के रेवाड़ी में बातचीत अमृतपाल सिंह के साथी गुरुद्वारा में उसे भगाने की प्लानिंग कर रहे थे। उसके साथियों ने हरियाणा के रेवाड़ी में किसी से बातचीत की। इसके बाद कार में ही वह गांव के एक स्मारक के पास पहुंचा। जहां दो बाइक पर तीन युवक पहले से ही उसका इंतजार कर रहे थे। यहां मनप्रीत ब्रेजा लेकर अपने घर पहुंच गया और अमृतपाल बाइक पर भाग गया। 5. मोगा के गांव रोडे से गिरफ्तारी वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने 36 दिन की फरारी के बाद 22 अप्रैल 2023 को मोगा जिले में रोडे गांव के गुरुद्वारे से रविवार सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर अरेस्ट कर लिया गया। ये जरनैल सिंह भिंडरांवाला का गांव है। इसके बाद पंजाब पुलिस उसे बठिंडा के एयरफोर्स स्टेशन ले गई, जहां से वे डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया।   पंजाब | दैनिक भास्कर