पंजाब के अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार रात संदिग्ध ड्रोन मूवमेंट के कारण 3 घंटे तक उड़ानों को रोकना पड़ा। ड्रोन मूवमेंट के चलते एयर इंडिया की दिल्ली- अमृतसर फ्लाइट को लैंडिंग की इजाजत नहीं दी गई और रात उसे वापस दिल्ली लौटना पड़ा। ड्रोन के कारण 10 से रात 1 बजे तक फ्लाइट्स की आवाजाही को रोक दिया गया। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार 3 ड्रोन की मूवमेंट देखने को मिली। ये मूवमेंट रात 10.15 बजे से 11 बजे तक रही। इस बीच ड्रोन कभी एयरपोर्ट के ऊपर आता और कभी साइड पर चला जाता। इनमें दो ड्रोन राजासांसी साइड एयरपोर्ट की बाउंड्री के पास व टर्मिनल की बैकसाइड पर दिखाई दिए। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने आगे जानकारी दी तो सुरक्षा के लिहाज से उड़ानों की आवाजाही रोक दी गई। 20 मिनट फ्लाइट करती रही इंतजार, अंत में वापस लौटना पड़ा रात 10.30 बजे दिल्ली से आई एयर इंडिया की उड़ान 20 मिनट तक हवा में लटकी रही और ड्रोन के कारण क्लेयरेंस ना मिलने पर उसे वापस लौटना पड़ा। देर रात एयर ट्रेफिक क्लीयर होने के कारण ये फ्लाइट सुबह 4 बजे अमृतसर पहुंची। इसके अलावा इंडिगो की पुणे, इंडिगो की दिल्ली, एयर एशिया और बैटिक एयर की कुआलालंपुर उड़ानें देरी से टेकऑफ कर पाईं। इनके अलावा कई उड़ानें देर रात एक बजे के बाद ही रवाना हुईं। पुलिस और एजेंसियों ने रात को एयरपोर्ट के अंदर और बाहर सर्च अभियान भी चलाया। मंगलवार सुबह भी 2 बार सर्च अभियान चलाया गया। सर्च अभियान के दौरान ड्रोन सर्च करने में असफलता हासिल हुई। फ्लाइट्स के लिए खतरा हैं ड्रोन भारतीय एयरक्राफ्ट एक्ट के अनुसार हवाई अड्डे के 4 किमी के भीतर ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकता। 20 किमी के एरिया में बिल्डिंग की हाइट को लेकर भी एयरपोर्ट अथॉरिटी से एनओसी लेनी पड़ती है। बिना परमिशन ड्रोन उड़ाने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है। प्लेन के इंजन में ड्रोन टकरा जाए तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। एयरपोर्ट जैसे इलाकों में सिग्नल जैमर लगाए जाते हैं ताकि रिमोट व ड्रोन का कनेक्शन आपस में टूट जाए। चाइनीज ड्रोन बने चिंता चाइनीज छोटे ड्रोन चिंता का विषय बने हुए हैं। दरअसल, ये छोटे चाइनीज ड्रोन 4-5 किमी दूरी व ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं। जैमर की सहायता से इन्हें गिराया जा सकता है, लेकिन इनकी कम आवाज व निची उड़ान के कारण ये रडार से बच जाते हैं। जितने समय में सुरक्षा एजेंसियां चौकस होती हैं, ये ड्रोन वापस अपने पायलट के पास पहुंच जाता है। तीन बार ड्रोन मूवमेंट के बारे में सुना, कंफर्म नहीं है एयरपोर्ट के कार्यकारी डायरेक्टर संदीप अग्रवाल ने बताया कि सोमवार रात 3 ड्रोन मूवमेंट्स का पता चला है। अभी कुछ कंफर्म नहीं है। रात 1 बजे फ्लाइट्स का आवागमन दोबारा शुरू हो गया था। एक उड़ान डायवर्ट होने के साथ 4 उड़ानें देरी से गई। वहीं, एसीपी नॉर्थ मनिंदर सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट के अंदर व आसपास ड्रोन एक्टिविटी की जानकारी मिली थी। जांच की गई। जांच में ड्रोन एक्टिविटी को लेकर कुछ सामने नहीं आया है। कहीं जन्माष्टमी कार्यक्रम के दौरान ड्रोन न उड़ाया गया हो। इस एंगल से भी जांच की जा रही है। फिलहाल लिखित में कोई शिकायत नहीं आई है, लेकिन जांच चल रही है। दो सालों में तीन घटनाएं आई सामने 29 सितंबर 2023: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के एयरपोर्ट पर दो विमानों के बीच अचानक से ड्रोन उड़ने लगा। 19 नवंबर 2023: मणिपुर में रनवे के पास ड्रोन की सूचना मिली। इंफाल हवाई अड्डे पर 3 उड़ानें तीन घंटे खड़ी रहीं। दो उड़ानों को डायवर्ट किया गया। 3 मार्च 2023: गया प्रशासन को चिट्ठी मिली। लिखा था कि एयरपोर्ट को ड्रोन से उड़ा दिया जाएगा। इसके बाद गया एयरपोर्ट की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। पंजाब के अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार रात संदिग्ध ड्रोन मूवमेंट के कारण 3 घंटे तक उड़ानों को रोकना पड़ा। ड्रोन मूवमेंट के चलते एयर इंडिया की दिल्ली- अमृतसर फ्लाइट को लैंडिंग की इजाजत नहीं दी गई और रात उसे वापस दिल्ली लौटना पड़ा। ड्रोन के कारण 10 से रात 1 बजे तक फ्लाइट्स की आवाजाही को रोक दिया गया। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार 3 ड्रोन की मूवमेंट देखने को मिली। ये मूवमेंट रात 10.15 बजे से 11 बजे तक रही। इस बीच ड्रोन कभी एयरपोर्ट के ऊपर आता और कभी साइड पर चला जाता। इनमें दो ड्रोन राजासांसी साइड एयरपोर्ट की बाउंड्री के पास व टर्मिनल की बैकसाइड पर दिखाई दिए। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने आगे जानकारी दी तो सुरक्षा के लिहाज से उड़ानों की आवाजाही रोक दी गई। 20 मिनट फ्लाइट करती रही इंतजार, अंत में वापस लौटना पड़ा रात 10.30 बजे दिल्ली से आई एयर इंडिया की उड़ान 20 मिनट तक हवा में लटकी रही और ड्रोन के कारण क्लेयरेंस ना मिलने पर उसे वापस लौटना पड़ा। देर रात एयर ट्रेफिक क्लीयर होने के कारण ये फ्लाइट सुबह 4 बजे अमृतसर पहुंची। इसके अलावा इंडिगो की पुणे, इंडिगो की दिल्ली, एयर एशिया और बैटिक एयर की कुआलालंपुर उड़ानें देरी से टेकऑफ कर पाईं। इनके अलावा कई उड़ानें देर रात एक बजे के बाद ही रवाना हुईं। पुलिस और एजेंसियों ने रात को एयरपोर्ट के अंदर और बाहर सर्च अभियान भी चलाया। मंगलवार सुबह भी 2 बार सर्च अभियान चलाया गया। सर्च अभियान के दौरान ड्रोन सर्च करने में असफलता हासिल हुई। फ्लाइट्स के लिए खतरा हैं ड्रोन भारतीय एयरक्राफ्ट एक्ट के अनुसार हवाई अड्डे के 4 किमी के भीतर ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकता। 20 किमी के एरिया में बिल्डिंग की हाइट को लेकर भी एयरपोर्ट अथॉरिटी से एनओसी लेनी पड़ती है। बिना परमिशन ड्रोन उड़ाने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है। प्लेन के इंजन में ड्रोन टकरा जाए तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। एयरपोर्ट जैसे इलाकों में सिग्नल जैमर लगाए जाते हैं ताकि रिमोट व ड्रोन का कनेक्शन आपस में टूट जाए। चाइनीज ड्रोन बने चिंता चाइनीज छोटे ड्रोन चिंता का विषय बने हुए हैं। दरअसल, ये छोटे चाइनीज ड्रोन 4-5 किमी दूरी व ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं। जैमर की सहायता से इन्हें गिराया जा सकता है, लेकिन इनकी कम आवाज व निची उड़ान के कारण ये रडार से बच जाते हैं। जितने समय में सुरक्षा एजेंसियां चौकस होती हैं, ये ड्रोन वापस अपने पायलट के पास पहुंच जाता है। तीन बार ड्रोन मूवमेंट के बारे में सुना, कंफर्म नहीं है एयरपोर्ट के कार्यकारी डायरेक्टर संदीप अग्रवाल ने बताया कि सोमवार रात 3 ड्रोन मूवमेंट्स का पता चला है। अभी कुछ कंफर्म नहीं है। रात 1 बजे फ्लाइट्स का आवागमन दोबारा शुरू हो गया था। एक उड़ान डायवर्ट होने के साथ 4 उड़ानें देरी से गई। वहीं, एसीपी नॉर्थ मनिंदर सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट के अंदर व आसपास ड्रोन एक्टिविटी की जानकारी मिली थी। जांच की गई। जांच में ड्रोन एक्टिविटी को लेकर कुछ सामने नहीं आया है। कहीं जन्माष्टमी कार्यक्रम के दौरान ड्रोन न उड़ाया गया हो। इस एंगल से भी जांच की जा रही है। फिलहाल लिखित में कोई शिकायत नहीं आई है, लेकिन जांच चल रही है। दो सालों में तीन घटनाएं आई सामने 29 सितंबर 2023: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के एयरपोर्ट पर दो विमानों के बीच अचानक से ड्रोन उड़ने लगा। 19 नवंबर 2023: मणिपुर में रनवे के पास ड्रोन की सूचना मिली। इंफाल हवाई अड्डे पर 3 उड़ानें तीन घंटे खड़ी रहीं। दो उड़ानों को डायवर्ट किया गया। 3 मार्च 2023: गया प्रशासन को चिट्ठी मिली। लिखा था कि एयरपोर्ट को ड्रोन से उड़ा दिया जाएगा। इसके बाद गया एयरपोर्ट की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
भाखड़ा नहर में डूबे दो नाबालिग दोस्त:एक को बचाने के प्रयास में दूसरा भी कूदा, पानी के तेज बहाव में हुआ लापता
भाखड़ा नहर में डूबे दो नाबालिग दोस्त:एक को बचाने के प्रयास में दूसरा भी कूदा, पानी के तेज बहाव में हुआ लापता गर्मी में भाखड़ा नहर में नहाने के शौक में दो नाबालिग लड़के डूब गए। पानी के तेज बहाव में कूदे 14 साल के दोस्त को बचाने की कोशिश में 17 साल का दोस्त भी डूब गया। यह घटना शनिवार देर शाम को अबलोवाल गांव से गुजर रही भाखड़ा नहर में हुई है। नहर में डूबने वालों की पहचान 14 साल के करन व 17 साल के साहिल के तौर पर हुई है, जिनकी तलाश में गोताखोरों की टीम जुट गई थी। देर शाम तक इन दोनों का सुराग नहीं लग पाया है। घर से बिना बताए निकले थे नहर नहर में डूबने वाले नाबालिग युवकों के परिवार वालों ने कहा कि उन्हें बिना बताए यह लोग घर से निकले थे। बाद में पता चला कि चार युवक नहर में नहाने पहुंचे थे और 14 साल के करन के नहर में कूदने के बाद उसे बचाते समय साहिल भी तेज बहाव में डूब गया। भोले शंकर डाइवर्स क्लब के गोताखोर शंकर भारद्वाज व उनकी टीम इनकी तलाश में जुटी थी।
होशियारपुर में सीएम मान का शिक्षकों को तोहफा:टीचर्स सिर्फ पढ़ाएंगे, अन्य कामों से मिलेगी निजात, पॉलिसी जल्द; 55 को किया सम्मानित
होशियारपुर में सीएम मान का शिक्षकों को तोहफा:टीचर्स सिर्फ पढ़ाएंगे, अन्य कामों से मिलेगी निजात, पॉलिसी जल्द; 55 को किया सम्मानित पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज होशियारपुर दौरे पर हैं। शिक्षक दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 55 अध्यापकों को सम्मानित किया। सीएम ने अध्यापकों को तोहफा देते हुए कि जल्द ही पंजाब में दिल्ली की तर्ज पर पॉलिसी लाने की बात कही है। जिसमें अब अध्यापकों को सिर्फ पढ़ाने के लिए कहा जाएगा, जबकि अन्य सभी कामों से उन्हें निजात दी जाएगी। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि, नेशन बिल्डर टीचर्स को कहा जाता है, कौम का निर्माता। मैं खुद टीचर का बेटा हूं। मैं पिता को देखता रहा हूं। जिस स्कूल में वे पढ़ाते थे, मैं वहीं पढ़ता था। स्कूल में सीखी चीजें आज मेरे काम आ रही हैं। मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में पॉलिसी लागू की थी, जल्द हम भी उसे पंजाब में ला रहे हैं। हर काम में टीचर की ड्यूटी लगती थी। वोटा बनाने, वोटें डलवाने, जनगणना में टीचर्स से काम लिया जाता था। कोरोना में भी टीचरों से काम लिया गया, लेकिन अब टीचर पढाने के अलावा कोई और काम नहीं करेंगे। जल्द इसे पंजाब में भी लागू किया जाएगा। स्कूली बच्चे आ जाते हैं बहकावे में सीएम मान ने कहा कि स्कूल में छुट्टी के बाद क्या होता है, कभी किसी ने सोचा है। स्कूलों को नशेड़ियों ने अड्डे बना लिए हैं। वे नौवीं-दसवीं के बच्चों को बहकातें, इस उम्र के बच्चे जल्द बेहकावे में आ जाते हैं। कई केस भी सामने आए हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। स्कूलों में केयर टेकर रखे जा रहे हैं। ताकि स्कूल व युवा बच्चों को बचाया जा सके। स्कूल होंगे पुलिस चौकियों से मुक्त सीएम ने कहा कि पंजाब में अभी भी कई स्कूल ऐसे हैं, जहां पुलिस चौकियां या थाने बने हुए हैं। थानों व चौकियों में जब शरारती आंसरों की कुटाई होती है तो बच्चे सहम जाते हैं। लेकिन अब इन जगहों को चौकियों व थानों से मुक्त करवाया जाएगा। स्कूल पढ़ाने के लिए हैं और इसका प्रयोग पढ़ाई में ही होगा। 55 अध्यापकों को दिया गया सम्मान स्कूल शिक्षा मंत्री द्वारा मंजूर की गई सूची के अनुसार, राज्य पुरस्कार 55 अध्यापकों को दिया गया। इसके साथ ही 10 अध्यापकों को यंग टीचर अवार्ड सौंपे गए। स्कूलों में बेहतर सुविधाएं देने वाले 5 अध्यापकों को प्रबंधकीय अवॉर्ड और 7 अध्यापकों को विशेष सम्मान दिया गया है।
गुरदासपुर में मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी:ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने जब्त किए 100 नशीले कैप्सूल, प्रतिबंधित दवा बेचने पर होगी कार्रवाई
गुरदासपुर में मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी:ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने जब्त किए 100 नशीले कैप्सूल, प्रतिबंधित दवा बेचने पर होगी कार्रवाई पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम के तहत ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने गुरदासपुर के विभिन्न गांवों में स्थित मेडिकल स्टोरों पर अचानक छापेमारी की। इस दौरान की गई चेकिंग के दौरान करीब 100 नशीले कैप्सूल बरामद हुए हैं। जानकारी देते हुए ड्रग कंट्रोल अधिकारी बबलीन कौर ने बताया कि चेकिंग के दौरान तहसील बटाला में स्थित गुरु किरपा मेडिकल स्टोर पर छापा मारा गया। मेडिकल स्टोर से लगभग 100 नशीले कैप्सूल बरामद किए गए। चेकिंग के दौरान यह भी पाया गया कि स्टोर पर बैठा व्यक्ति गुरप्रीत सिंह योग्य व्यक्ति नहीं था, जबकि नियमानुसार दवा बेचने का काम कोई योग्य व्यक्ति ही कर सकता है। मेडिकल स्टोर पर सेल परचेज का रिकार्ड भी पूरा नहीं था। ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने बताया कि इसी प्रकार जब निमर मेडिकल स्टोर गांव रियारीकलां की चेकिंग की गई तो इस मेडिकल स्टोर पर कोई भी अधिकृत व्यक्ति नहीं बैठा था तथा स्टोर का रिकार्ड मिलान नहीं कर रहा था तथा शेड्यूल एच-1 रजिस्टर भी पूर्ण नहीं था। ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने जिला गुरदासपुर के सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को निर्देश दिए कि कोई भी व्यक्ति बिना डॉक्टर की पर्ची के प्रतिबंधित दवा न बेचे और यदि कोई मेडिकल स्टोर मालिक सरकार द्वारा प्रतिबंधित दवा बेचता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी मेडिकल स्टोर स्वामियों को अपने मेडिकल स्टोर पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने के भी निर्देश दिए।