अमृतसर पुलिस ने पंजाब के विभिन्न शहरों में हथियारों के बल पर लूटपाट करने वाले दो गैंग के आधा दर्जन सदस्यों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। सुखा गैंग के दो सदस्यों को पुलिस ने हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। वहीं, दूसरे गैंग के चार आरोपियों ने बीते दिनों एक युवक को गोली मार मोबाइल व लैपटॉप छीन लिया था। डीसीपी इन्वेस्टिगेशन हरप्रीत सिंह मंडेर ने जानकारी दी कि गुरु रामदास नगर में रहने वाले हरप्रीत सिंह ने आईफोन बेचने के लिए OLX पर विज्ञापन दिया था। बीते दिन 8 जुलाई को उन्हें फोन आया और वे शाम 5.30 बजे माल मंडी स्थित सरकारी स्कूल सारागढ़ी के पीछे मोबाइल फोन दिखाने के लिए चले गए। गुरु तेग बहादुर नगर के पार्क के पास दो आरोपी युवक खड़े थे। इसी दौरान मोटरसाइकिल पर दो अन्य युवक आए और पिस्तौल निकाल उनके घुटने पर गोली मार दी। इसके बाद आरोपी उनसे दो आईफोन व एक लैपटॉप लेकर फरार हो गए। जांच के बाद पुलिस ने पकड़े चार आरोपी पुलिस ने जांच के बाद चार आरोपियों राजपाल सिंह उर्फ राजा, रोबिन सिंह, सुमित शर्मा और लक्की को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से एक पिस्टल भी बरामद की गई। पकड़े गए आरोपी सुमित और रोबिन के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं। सुखा गैंग के दो आरोपी भी काबू वहीं, एक अन्य मामले में पुलिस ने सुखा गैंग के दो सदस्यों हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ निवासी गोविंद और कोट खालसा निवासी संजीव कुमार को अरेस्ट कर लिया है। गोविंद जहां मिठाई की दुकान पर काम करता है, वहीं संजीव प्राइवेट जॉब करता है। पुलिस ने दोनों से 1 नाजायज पिस्टल, 2 मैगजीन और 1 जिंदा कारतूस बरामद किया है। पकड़े गए दोनों आरोपी सुखा गैंग के सदस्य हैं, जो अमृतसर व आसपास के इलाकों में वारदातों को अंजाम देते रहे हैं। पुलिस अब इनसे बरामद हथियारों का लिंक ढूंढने में जुट गई है। अमृतसर पुलिस ने पंजाब के विभिन्न शहरों में हथियारों के बल पर लूटपाट करने वाले दो गैंग के आधा दर्जन सदस्यों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। सुखा गैंग के दो सदस्यों को पुलिस ने हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। वहीं, दूसरे गैंग के चार आरोपियों ने बीते दिनों एक युवक को गोली मार मोबाइल व लैपटॉप छीन लिया था। डीसीपी इन्वेस्टिगेशन हरप्रीत सिंह मंडेर ने जानकारी दी कि गुरु रामदास नगर में रहने वाले हरप्रीत सिंह ने आईफोन बेचने के लिए OLX पर विज्ञापन दिया था। बीते दिन 8 जुलाई को उन्हें फोन आया और वे शाम 5.30 बजे माल मंडी स्थित सरकारी स्कूल सारागढ़ी के पीछे मोबाइल फोन दिखाने के लिए चले गए। गुरु तेग बहादुर नगर के पार्क के पास दो आरोपी युवक खड़े थे। इसी दौरान मोटरसाइकिल पर दो अन्य युवक आए और पिस्तौल निकाल उनके घुटने पर गोली मार दी। इसके बाद आरोपी उनसे दो आईफोन व एक लैपटॉप लेकर फरार हो गए। जांच के बाद पुलिस ने पकड़े चार आरोपी पुलिस ने जांच के बाद चार आरोपियों राजपाल सिंह उर्फ राजा, रोबिन सिंह, सुमित शर्मा और लक्की को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से एक पिस्टल भी बरामद की गई। पकड़े गए आरोपी सुमित और रोबिन के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं। सुखा गैंग के दो आरोपी भी काबू वहीं, एक अन्य मामले में पुलिस ने सुखा गैंग के दो सदस्यों हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ निवासी गोविंद और कोट खालसा निवासी संजीव कुमार को अरेस्ट कर लिया है। गोविंद जहां मिठाई की दुकान पर काम करता है, वहीं संजीव प्राइवेट जॉब करता है। पुलिस ने दोनों से 1 नाजायज पिस्टल, 2 मैगजीन और 1 जिंदा कारतूस बरामद किया है। पकड़े गए दोनों आरोपी सुखा गैंग के सदस्य हैं, जो अमृतसर व आसपास के इलाकों में वारदातों को अंजाम देते रहे हैं। पुलिस अब इनसे बरामद हथियारों का लिंक ढूंढने में जुट गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू राजस्थान से जाएंगे राज्यसभा:पूर्व CM बेअंत सिंह के पोते; पंजाब में लोकसभा चुनाव हार गए थे
केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू राजस्थान से जाएंगे राज्यसभा:पूर्व CM बेअंत सिंह के पोते; पंजाब में लोकसभा चुनाव हार गए थे पंजाब के भाजपा नेता केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को पार्टी ने राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। भाजपा उन्हें राजस्थान से राज्यसभा भेज रही है। मंगलवार को भाजपा हाईकमान की बैठक में बिट्टू के नाम पर मुहर लगाई गई। राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। इसलिए, बिट्टू कल ही नामांकन भरेंगे। इससे पहले उनके हरियाणा से चुनाव लड़ने की भी अटकलें चल रही थीं, लेकिन वहां से भाजपा ने वहां से कांग्रेस छोड़कर आईं नेता किरण चौधरी को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। लोकसभा में हार का सामना किया
लुधियाना से 2 बार सांसद रह चुके रवनीत बिट्टू लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत बेअंत सिंह के पोते और पूर्व मंत्री तेज प्रकाश सिंह के बेटे हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने उन्हें लुधियाना से टिकट दिया, लेकिन उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से 20 हजार 942 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी भाजपा ने पंजाब से किसी और को न चुनकर मोदी 3.0 सरकार में बिट्टू को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया है। इसके बाद उनका राज्यसभा में जाकर सांसद के तौर पर शपथ लेना बेहद जरूरी है। पंजाब में 2028 से पहले कोई सीट खाली नहीं
पंजाब को छोड़कर 9 राज्यों की 12 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव हो रहे हैं। पंजाब की बात करें तो यहां की 7 में से कोई भी सीट 2028 से पहले खाली नहीं होगी। ऐसे में रवनीत सिंह बिट्टू को हरियाणा या राजस्थान की सीट के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा था। जबकि, राजस्थान से पूर्व भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया और अरुण चतुर्वेदी, पूर्व विपक्ष नेता राजेंद्र राठौर, भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव अलका गुर्जर और पूर्व सांसद सीआर चौधरी का नाम भी शामिल था। हरियाणा में विरोध के बाद राजस्थान का रुख
राजस्थान के साथ हरियाणा के रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद वहां भी सीट खाली हो गई। अब इस सीट पर भी चुनाव हो रहे हैं। इस सीट के लिए पहले रवनीत बिट्टू का नाम सामने आया था, लेकिन विरोध बढ़ता देख भाजपा अब रवनीत बिट्टू को राजस्थान से राज्यसभा भेज रही है। लुधियाना से 2 बार सांसद चुने गए
रवनीत बिट्टू के राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2008 में युवा कांग्रेस से हुई। 2008 में वह पंजाब यूथ कांग्रेस के पहले निर्वाचित अध्यक्ष बने। 2009 में पार्टी ने उन्हें श्री आनंदपुर साहिब से टिकट दी और दादा बेअंत सिंह व पिता स्वर्णजीत सिंह के किए कामों के कारण वह आसानी से चुनाव जीत गए। पार्टी ने भी पहली बार चुनाव जीतने के बाद उन्हें होम अफेयर्स कमेटी का सदस्य बना दिया। 2014 में कांग्रेस ने बिट्टू की सीट बदलते हुए लुधियाना शिफ्ट किया। इसके बाद 2014 और 2019 में वह इसी सीट से सांसद चुने गए थे। 2027 पर नजर, बिट्टू में फ्यूचर देख रही लीडरशिप
भाजपा बेशक पंजाब में लोकसभा की एक भी सीट नहीं जीत पाई, लेकिन उसका टारगेट 2027 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव हैं। इसकी तैयारी पार्टी ने काफी पहले शुरू कर दी थी। अपना जनाधार बढ़ाने और रूरल एरिया में पैठ बनाने के लिए सिलसिलेवार ढंग से कांग्रेस और अकाली दल के बड़े चेहरों को पार्टी जॉइन करवाई गई। इनमें कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुनील जाखड़, परनीत कौर, रवनीत सिंह बिट्टू, केवल सिंह ढिल्लों, सुशील रिंकू, अरविंद खन्ना, पूर्व कांग्रेसी सांसद संतोख चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर चौधरी, अकाली दल के पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका की बहू परमपाल कौर शामिल हैं। 2027 के विधानसभा चुनाव में तकरीबन ढाई साल हैं। रवनीत बिट्टू अभी जवान हैं। आनंदपुर साहिब और लुधियाना लोकसभा सीट से 3 बार कांग्रेस के सांसद रहने के अलावा वह पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान भी रहे हैं। भाजपा नेतृत्व को लगता है कि यदि उन्हें पार्टी की रीति-नीति के हिसाब से ढाल लिया जाए तो वह आने वाले कई बरसों तक पंजाब में पार्टी के लिए काम कर सकते हैं। 60% सिख आबादी पर नजर
पंजाब में 60% आबादी सिखों की है। बिट्टू पगड़ीधारी सिख हैं। उन्हें मंत्री बनाने के बाद राज्यसभा भेजते हुए पार्टी इस आबादी के करीब जाने की कोशिश कर रही है। बिट्टू को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल कर BJP ने उन लोगों को जवाब देने की कोशिश की है जो भाजपा को पंजाब विरोधी बताते हैं। पार्टी की रणनीति सिख चेहरों को आगे रखते हुए ग्रामीण एरिया में पैठ बनाने की है।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के आवास का घेराव:किसान मजदूरों ने किया प्रदर्शन, AAP सरकार के सामने रखी अपनी मांग
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के आवास का घेराव:किसान मजदूरों ने किया प्रदर्शन, AAP सरकार के सामने रखी अपनी मांग आम आदमी पार्टी सरकार से तंग आकर किसान मजदूरों ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के आवास का घेराव किया और सरकार को चेतावनी दी कि अगर मजदूरों की ठोस मांगों को लागू नहीं किया गया तो सरकार को खेत मजदूरों के तीखे गुस्से का सामना करना पड़ेगा। कर्मचारियों ने अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया और कहा कि बार-बार लिखित बैठकों के बावजूद पंजाब के मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से बातचीत नहीं की. जिससे यह स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री और उनकी सरकार वर्ग विरोध के कारण खेत मजदूरों को समान नागरिक मानने और उन्हें उचित सम्मान देने से बच रही है। जिसे कर्मचारी अधिक समय तक बर्दाश्त नहीं करेंगे। किसानों ने रोजगार और पेंशन बढ़ाने की उठाई मांग पंजाब खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष जोरा सिंह नसराली और राज्य कमेटी सदस्य हरभगवान मूनक ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की कोठी के सामने पुलिस द्वारा रोके गए मजदूरों की सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि रोजगार की गारंटी दी जाए, बेघरों और जरूरतमंदों को भूखंड और मकान बनाने के लिए अनुदान दिया जाए, पेंशन बढ़ाई जाए, सभी वयस्क सदस्यों को साल भर काम दिया जाए और मनरेगा में राजनीतिक हस्तक्षेप बंद किया जाए। साथ ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत डिपुओं पर रसोई के बर्तन सस्ते दामों पर उपलब्ध करवाने तथा कॉलेजों में प्रवेश करने वाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों से पीटीए फंड की वसूली बंद करने आदि मांगों को लेकर धरना दिया गया। मज़दूर नेताओं ने भगवंत मान सरकार की मज़दूरों की अनदेखी करने की नीति की आलोचना की और कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार न केवल खेत मजदूरों की मांगों से आँखें मूँद रही है, बल्कि लगातार मजदूर विरोधी फैसले भी लागू कर रही है। AAP सरकार का किया विरोध उन्होंने कहा कि AAP सरकार द्वारा भूमिगत जल बचाने के नाम पर 2 लाख 48 एकड़ जमीन पर सीधे खेती करने से मजदूरों को 86 करोड़ 80 लाख रुपये का रोजगार गंवाना पड़ा है। इस कार्य विस्थापन हेतु श्रमिकों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है।ओलावृष्टि से गेहूं के नुकसान को लेकर जारी मुआवजे में से मजदूरों को दस फीसदी भी मुआवजा नहीं दिया गया और न ही चुनावी वादे के मुताबिक पेंशन की राशि में कोई बढ़ोतरी की गयी। उन्होंने कहा कि मनरेगा में काम शुरू करने के लिए पहले स्थान से प्रतिदिन दो बार उपस्थित होने का आदेश जारी कर मनरेगा मजदूरों को भीषण गर्मी में कई किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर किया जा रहा है और ग्रामीण स्तर पर आम आदमी पार्टी के नेता सीधे तौर पर हस्तक्षेप कर जश्न मना रहे हैं। नशे का व्यापार करने वालों की बढ़ रही संपत्ति मजदूर नेता ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली अकाली व कांग्रेस सरकार की तरह मजदूरों को पंचायत की जमीन का तीसरा हिस्सा सस्ते दाम पर देने की बजाय डमी बोली लगाई जा रही है। मजदूरों को सहकारी समिति का सदस्य बनाकर सस्ता ऋण देने के उनके कानूनी अधिकार से वंचित कर उन्हें माइक्रो फाइनेंस कंपनी के जाल में फंसाया जा रहा है, इसके बावजूद नशे की महामारी ने और भी विकराल रूप धारण कर लिया है, जिसे माता-पिता के जवान बेटे चला रहे हैं और दूसरी ओर सरकार और पुलिस की छत्रछाया में थोक स्तर पर नशा बेचने वाले व्यापारियों की संपत्ति बढ़ती जा रही है।
पंजाब 105Kg ड्रग मामले में एक और गिरफ्तारी:6 किलो हेरोइन के साथ तस्कर काबू; राजस्थान से लाया था नशे की खेप
पंजाब 105Kg ड्रग मामले में एक और गिरफ्तारी:6 किलो हेरोइन के साथ तस्कर काबू; राजस्थान से लाया था नशे की खेप पंजाब में अमृतसर के काउंटर इंटेलिजेंस विंग (सीआई) ने हाल ही में हुए 105 किलोग्राम हेरोइन तस्करी के मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए बड़ी कामयाबी हासिल की है। इस मामले के तार जोड़ते हुए सीआई ने कपूरथला निवासी लवप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया है। उसकी कार से 6 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में करोड़ों में बताई जा रही है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह हेरोइन लवप्रीत सिंह ने हनुमानगढ़ राजस्थान से प्राप्त की थी और उसे एक अन्य ड्रग पेडलर नवजोत सिंह को सौंपना था। जिसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। यह मामला तब सामने आया था जब पंजाब पुलिस ने अमृतसर में 105 किलोग्राम हेरोइन के एक बड़े खेप को जब्त किया था। इस खेप के पकड़े जाने के बाद से ही पंजाब के काउंटर इंटेलिजेंस विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी गहराई से जांच शुरू कर दी थी। पकड़ी गई हेरोइन के बाद जांच के दौरान पुलिस ने ड्रग तस्करी से जुड़े अन्य लोगों की पहचान करना शुरू किया। इस सिलसिले में अमृतसर और पंजाब के अन्य इलाकों में कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। लवप्रीत सिंह की भूमिका काउंटर इंटेलिजेंस की टीम ने छानबीन के दौरान यह पता लगाया कि कपूरथला निवासी लवप्रीत सिंह भी इस ड्रग नेटवर्क का हिस्सा है। बताया जा रहा है कि लवप्रीत सिंह राजस्थान के हनुमानगढ़ से हेरोइन की खेप पंजाब लाया था। उसका काम हेरोइन को नवजोत सिंह तक पहुंचाना था, जो खुद भी इस गिरोह का सक्रिय सदस्य था। नवजोत सिंह को सीआई ने एक दिन पहले ही 105 किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार कर लिया था। लवप्रीत की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस को इस नेटवर्क के अन्य महत्वपूर्ण कड़ियों को उजागर करने में मदद मिली है। पुलिस की आगे की रणनीति पुलिस ने अमृतसर के स्पेशल स्टेट ऑपरेशंस सेल (SSOC) में इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले में गहन जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है और इसके लिए अन्य राज्यों के पुलिस विभागों से भी सहयोग लिया जा रहा है। पंजाब पुलिस का यह भी मानना है कि यह ड्रग नेटवर्क राज्य के बाहर के कुछ बड़े तस्करों से भी जुड़ा हो सकता है।