अमृतसर के फोकल पॉइंट इंडस्ट्री एरिया में पुलिस ने एक अवैध नशा मुक्ति केंद्र का भंडाफोड़ किया है। यहां 15 युवकों को एक ही कमरे में बंधक बनाकर रखा गया था। इन युवकों को पिछले 3-4 महीनों से सूरज की रोशनी तक नहीं दिखाई गई थी। पुलिस को मिली सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई में पता चला कि अर्शदीप सिंह और विशाल सिंह नाम के दो युवक बिना किसी अनुमति के एक किराए की बिल्डिंग में यह केंद्र चला रहे थे। सभी युवक एक ही कमरे में रहने को मजबूर थे और उनके लिए केवल एक बाथरूम की व्यवस्था थी। जांच में सामने आया कि युवकों को शुरुआती एक-दो दिन दवाई दी गई, लेकिन उसके बाद कोई इलाज नहीं किया गया। न ही कभी कोई डॉक्टर उनकी जांच के लिए आया। कुछ युवकों को खुजली की समस्या भी थी, फिर भी सभी को एक ही जगह रखा गया था। परिजनों को सप्ताह में एक-दो बार मिलने की अनुमति थी। पुलिस ने केंद्र को सील कर दिया है और संचालकों को हिरासत में ले लिया है। सभी युवकों को उचित इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। मामले की आगे की जांच जारी है। अमृतसर के फोकल पॉइंट इंडस्ट्री एरिया में पुलिस ने एक अवैध नशा मुक्ति केंद्र का भंडाफोड़ किया है। यहां 15 युवकों को एक ही कमरे में बंधक बनाकर रखा गया था। इन युवकों को पिछले 3-4 महीनों से सूरज की रोशनी तक नहीं दिखाई गई थी। पुलिस को मिली सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई में पता चला कि अर्शदीप सिंह और विशाल सिंह नाम के दो युवक बिना किसी अनुमति के एक किराए की बिल्डिंग में यह केंद्र चला रहे थे। सभी युवक एक ही कमरे में रहने को मजबूर थे और उनके लिए केवल एक बाथरूम की व्यवस्था थी। जांच में सामने आया कि युवकों को शुरुआती एक-दो दिन दवाई दी गई, लेकिन उसके बाद कोई इलाज नहीं किया गया। न ही कभी कोई डॉक्टर उनकी जांच के लिए आया। कुछ युवकों को खुजली की समस्या भी थी, फिर भी सभी को एक ही जगह रखा गया था। परिजनों को सप्ताह में एक-दो बार मिलने की अनुमति थी। पुलिस ने केंद्र को सील कर दिया है और संचालकों को हिरासत में ले लिया है। सभी युवकों को उचित इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। मामले की आगे की जांच जारी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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