अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट ने सीमा पार से नशीले पदार्थों की तस्करी नेटवर्क पर कड़ी कार्रवाई करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस ऑपरेशन में पुलिस ने उनके पास से 1 किलो ‘आइस’ (मेथामफेटामाइन) और 1 किलो हेरोइन बरामद की है। पुलिस के अनुसार, यह ऑपरेशन पंजाब में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियानों का हिस्सा है। डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने बताया कि पकड़े गए तीनों आरोपियों में से करनदीप की भूमिका अहम मानी जा रही है। जांच में सामने आया है कि करनदीप लंबे समय से विदेशों में रह रहा था। वह दुबई, यूएई और रूस के मास्को में रह चुका है और वहां से वापस पंजाब लौटने के बाद वह पाकिस्तान स्थित ड्रग तस्करों के संपर्क में आया। करनदीप की गतिविधियां संदेहास्पद थीं, और उसके नेटवर्क में विदेशी गैंगस्टरों का भी जुड़ाव था। पुलिस के अनुसार, करनदीप विदेश में बसे कुख्यात गैंगस्टर गुरदेव उर्फ जैसल से भी संपर्क में था। जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग्स और अवैध गतिविधियों में शामिल है। ड्रोन का इस्तेमाल कर पाकिस्तान से आ रही थी ड्रग्स पुलिस ने खुलासा किया कि इस तस्करी में ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। पाकिस्तान स्थित तस्करों ने ड्रोन के जरिए नशीले पदार्थों को सीमा पार भेजा, जो एक नए और गंभीर खतरे का संकेत है। ड्रोन का इस्तेमाल कर ड्रग्स पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में पहुंचाई गई, जहां से इसे पूरे राज्य में फैला दिया जाता था। ड्रोन द्वारा तस्करी का यह तरीका पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ पुलिस स्टेशन एयरपोर्ट में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और करनदीप के पिछले संपर्कों और नेटवर्क के अन्य सदस्यों और तस्करी के अन्य रूट्स का पता लगाने के लिए गहनता से जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि वे इस नेटवर्क के पिछले और भविष्य में संभावित लिंक को पूरी तरह से खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि पंजाब को मादक पदार्थों के संकट से बाहर निकाला जा सके। अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट ने सीमा पार से नशीले पदार्थों की तस्करी नेटवर्क पर कड़ी कार्रवाई करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस ऑपरेशन में पुलिस ने उनके पास से 1 किलो ‘आइस’ (मेथामफेटामाइन) और 1 किलो हेरोइन बरामद की है। पुलिस के अनुसार, यह ऑपरेशन पंजाब में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियानों का हिस्सा है। डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने बताया कि पकड़े गए तीनों आरोपियों में से करनदीप की भूमिका अहम मानी जा रही है। जांच में सामने आया है कि करनदीप लंबे समय से विदेशों में रह रहा था। वह दुबई, यूएई और रूस के मास्को में रह चुका है और वहां से वापस पंजाब लौटने के बाद वह पाकिस्तान स्थित ड्रग तस्करों के संपर्क में आया। करनदीप की गतिविधियां संदेहास्पद थीं, और उसके नेटवर्क में विदेशी गैंगस्टरों का भी जुड़ाव था। पुलिस के अनुसार, करनदीप विदेश में बसे कुख्यात गैंगस्टर गुरदेव उर्फ जैसल से भी संपर्क में था। जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग्स और अवैध गतिविधियों में शामिल है। ड्रोन का इस्तेमाल कर पाकिस्तान से आ रही थी ड्रग्स पुलिस ने खुलासा किया कि इस तस्करी में ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। पाकिस्तान स्थित तस्करों ने ड्रोन के जरिए नशीले पदार्थों को सीमा पार भेजा, जो एक नए और गंभीर खतरे का संकेत है। ड्रोन का इस्तेमाल कर ड्रग्स पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में पहुंचाई गई, जहां से इसे पूरे राज्य में फैला दिया जाता था। ड्रोन द्वारा तस्करी का यह तरीका पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ पुलिस स्टेशन एयरपोर्ट में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और करनदीप के पिछले संपर्कों और नेटवर्क के अन्य सदस्यों और तस्करी के अन्य रूट्स का पता लगाने के लिए गहनता से जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि वे इस नेटवर्क के पिछले और भविष्य में संभावित लिंक को पूरी तरह से खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि पंजाब को मादक पदार्थों के संकट से बाहर निकाला जा सके। पंजाब | दैनिक भास्कर
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संगरूर में दलित युवकों की पिटाई का मामला:बीकेयू ने किसान नेता को पुलिस के हवाले किया, पुलिस से की निष्पक्ष जांच की मांग दो दलित युवकों की पिटाई करने वाले भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) उगराहां के मनजीत सिंह घराचो को यूनियन नेताओं ने ही संगरूर पुलिस के हवाले कर दिया है। गौरतलब है कि यह वही मनजीत सिंह है, जिसका दलित मजदूरों की पिटाई का वीडियो सामने आया था। दोनों मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं और उनके कई फ्रैक्चर हैं। मामला बढ़ने के बाद किसान नेताओं ने खुद मनजीत सिंह घराचो को संगरूर डीएसपी मनोज गोरसी के हवाले कर दिया। बीकेयू (उगराहां) के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने मनजीत व अन्य के खिलाफ दर्ज एफआईआर से एससी/एसटी एक्ट-1989 (संशोधन 2022) की धारा 3 (आई) (एक्स) को रद्द करने की मांग की थी। हरजीत सिंह के बयान पर किसान नेता मनजीत और जगतार सिंह लाडी के खिलाफ IPC की धारा 341, 323, 325, 148 और 149 और SC/ST एक्ट की धारा के तहत मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। अपनी शिकायत में हरजीत सिंह ने कहा था कि उसे व अमन को पीटते समय जातिसूचक अपशब्दों का प्रयोग भी किया गया। निष्पक्ष जांच की रखी मांग उगराहां किसान नेता की गिरफ्तारी को लेकर भी किसानों ने निष्पक्ष जांच की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने लाडी को इस मामले में झूठा फंसाया है और उसका नाम FIR से हटाया जाना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करने के लिए संगरूर (सदर) SHO के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की। उगराहां ने कहा कि उन्होंने मनजीत को पुलिस को सौंप दिया है, ताकि कोई इसे मजदूर बनाम किसान बनाकर फायदा न उठा सके। उन्होंने कहा कि पहले दलित युवकों ने मनजीत के बेटे पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसके बाद मामला बिगड़ा।
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लुधियाना में पेट्रोल बम मामले में खुलासा:सितंबर महीने में बना प्लान,पुर्तगाल से साबी ने किया आपरेट,बुटीक और बोर्ड से उठाई लोकेशन पंजाब के लुधियाना में हिन्दू नेताओं के घरों के बाहर पेट्रोल बम की बोतलें फेंकने वाले 4 बदमाशों को पुलिस ने दबोचा है। बदमाशों का एक साथी अभी साधु के भेस में फरार है। पुलिस लगातार इन बदमाशों से पूछताछ कर रही है। पुलिस पूछताछ में बबर खालसा के संचालक हरजीत सिंह उर्फ लाडी के करीबी मनीष ने खुलासा किया है कि शिव सेना नेताओं के घरों पर हमला करने की साजिश उन लोगों ने सितंबर महीने से ही शुरू कर दी थी। पुर्तगाल से आपरेट हुआ ऑपरेशन हरजीत सिंह उर्फ लाडी का करीबी जसविंदर सिंह साबी पुर्तगाल से इस ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहा था। साबी 7 साल रशिया में रहा है। मनीष ने खुलासा किया कि हिन्दू नेता हरकीरत खुराना के घर के बाहर शिव सेना के लगे बोर्ड और घर के नजदीक बनी सीन बुटीक की लोकेशन और फोटो साबी ने उसे भेजी। उसने लोकेशन और फोटो आगे रविंदरपाल सिंह उर्फ रवि को भेजी। रवि के साथ जाने के लिए अनिल और मोनू बाबा (लवप्रीत) को तैयार किया। जिसके बाद 2 नवंबर को लाल रंग की बाइक पर इस वारदात को अंजाम दिया। बाइक रविंदरपाल सिंह चला रहा था। बाइक के बीच मोनू बाबा शरीर पर कंबल लिए बैठा था। अनिल उर्फ हनी ने चेहरे पर सफेद रंग का रुमाल बांध कर पेट्रोल बोतल खुराना के घर फेंकी। ये बम धमाका हिन्दू समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए किया। सभी हमलावर चिट्टे के आदी
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नई टेक्नोलॉजी वाले पावर मीटरों पर करवाया सेमिनार
नई टेक्नोलॉजी वाले पावर मीटरों पर करवाया सेमिनार भास्कर न्यूज | जालंधर पॉवरकाम स्टीक बिजली रीडिंग के लिए अब पावर इंटेसिव कारखानों में नई किस्म के मीटर लगा रहा है। ये दूसरे उपकरणों की फ्रीक्वेंसी (तरंग धारा) के प्रभाव से मुक्त होते हैं। जालंधर ऑटो पार्ट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ने जालंधर में सेमिनार करके नए मीटरों की हर बारीकी से अपने मेंबरों को जानकार करवाया है। ऐसा सिटी में इन मीटरों पर पहला विचार चर्चा सेशन रहा है। वजह – इन मीटरों को लगाने को लेकर कारोबारियों को हर बारीक जानकारी मिल गई है। जामा के सेमिनार में पावरकाम के चीफ इंजीनियर रमेश सारंगल मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने कहा – पावर क्वालिटी मीटर के उपयोग से हार्मोनिक्स की निगरानी करने में मदद मिलेगी। फिल्टर के उपयोग से स्टीक बिजली रीडिंग ली जा सकेगी। इससे बिजली की बर्बादी कम करने में मदद मिलेगी। नई टेक्नोलॉजी से उद्योग उपयोगकर्ताओं के बिजली बिल में कमी आएगी। साथ ही यह उनके उपकरणों को अधिक गर्मी से क्षतिग्रस्त होने के मामले घटेंगे। दूसरी तरफ पावरकाम के जालंधर सर्किल हेड एसपी सोंधी ने कहा कि हार्मोनिक्स की विकृतियां एसी बिजली लोड को डीसी बिजली लोड में परिवर्तित करने वाले कंप्यूटर और इनवर्टर जैसे अन्य उपकरणों के कारण होती हैं। नए मीटर में इन उपकरणों की फ्रीक्वेंसी का कार्यप्रणाली पर कोई कुप्रभाव नहीं होता है। इस दौरान जामा के अध्यक्ष संजीव जुनेजा ने कहा कि इन मीटरों को पावरकॉम ने उपभोक्ताओं को खुद खरीदने या किराए पर लेने का विकल्प दिया था। लेकिन पीएसपीसीएल पीक्यू मीटर लगाने से पहले ही उपभोक्ताओं से किराया वसूल रहा है। ये समस्या दूर हो। हैवल्स इंडिया लिमिटेड के सीनियर इंजीनियर नीतीश यादव ने भी विचार रखे। इसी दौरान जामा के चेयरमैन बलराम कपूर ने पावरकाम के मुलाजिमों की तरफ गर्मी में झेली जा रही चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कर्मचारी दिन-रात काम कर रहे हैं, खराबी को ठीक कर रहे हैं, आपूर्ति बहाल कर रहे हैं। उद्योग को निर्बाध आपूर्ति देने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि पावरकाम के पास ग्राउंड स्टाफ की कमी भी है। उन्होंने कहा कि उच्च तापमान के दौरान ग्राउंड स्टाफ बिजली के खंभों के ऊपर बैठकर काम कर रहा है जो अत्यधिक गर्म हो जाते हैं। उन्हें छूना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कारोबारी उनकी मेहनत की सराहना करते हैं लेकिन पावरकाम को नई भर्ती करनी चाहिए। इस दौरान एचआर इंटरनेशनल से नरेश शर्मा ने विचार रखे। उन्होंने कहा कि जामा को ऐसे सेमिनारों की कड़ी जारी रखनी चाहिए। सेमिनार में फोकल प्वाइंट के प्रधान नरिंदर सिंह सग्गू, उद्योग नगर के प्रधान तेजिंदर सिंह भसीन, नितिन कपूर सहित तमाम कारोबारी शामिल रहे।