पंजाब के अमृतसर में 40 साल पहले बांटी गई जमीन को लेकर फायरिंग हो गई। जिसमें जमीन पर काम कर रहे 2 व्यक्तियों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 5 लोग जख़्मी हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी है। वहीं, 4 घायलों की हालत खराब होने के बाद उन्हें अमृतसर के प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया गया है, जबकि एक का इलाज लोपोके में चल रहा है। पीड़ित पक्ष ने बताया कि 40 साल पहले जमीन के बंटवारा हुआ था। आज आरोपियों ने जमीन पर हल चला दिया। जिसके बाद पीड़ित पक्ष बातचीत करने के लिए गया। लेकिन आरोपियों ने नाजायज हथियार निकाल लिए। उन्होंने अंधा-धुंध फायरिंग शुरू कर दी। उनके दो साथियों बलवंत सिंह और गुरप्रीत सिंह की मौके पर मौत हो गई। जबकि 5 बुरी तरह से जख़्मी हो गए हैं। 4 की हालत गंभीर पीड़ित परिवार का कहना है कि 2 की मौके पर मौत हो गई, जबकि 5 घायल हो गए। उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में ले जाया गया। चार की हालत गंभीर होने के बाद उन्हें अमृतसर के अमनदीप अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। परिवार ने मांग की है कि उन पर दोनाली व पिस्टलों के साथ हमला किया गया। दो दर्जन के करीब लोग थे और सभी के पास हथियार थे। ये नाजायज हथियार कहां से आया, इसकी जांच होनी चाहिए। पुलिस ने जांच की शुरू घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इलाके को सील कर खोल इकट्ठे किए जा रहे हैं। जांच अधिकारी एएसआई भुपिंदर सिंह ने कहा कि शुरुआती इलाज के बाद घायलों के बयान लिए जाएंगे। फिलहाल पुलिस ने परिवार व चश्मदीदों के बयानों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। पंजाब के अमृतसर में 40 साल पहले बांटी गई जमीन को लेकर फायरिंग हो गई। जिसमें जमीन पर काम कर रहे 2 व्यक्तियों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 5 लोग जख़्मी हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी है। वहीं, 4 घायलों की हालत खराब होने के बाद उन्हें अमृतसर के प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया गया है, जबकि एक का इलाज लोपोके में चल रहा है। पीड़ित पक्ष ने बताया कि 40 साल पहले जमीन के बंटवारा हुआ था। आज आरोपियों ने जमीन पर हल चला दिया। जिसके बाद पीड़ित पक्ष बातचीत करने के लिए गया। लेकिन आरोपियों ने नाजायज हथियार निकाल लिए। उन्होंने अंधा-धुंध फायरिंग शुरू कर दी। उनके दो साथियों बलवंत सिंह और गुरप्रीत सिंह की मौके पर मौत हो गई। जबकि 5 बुरी तरह से जख़्मी हो गए हैं। 4 की हालत गंभीर पीड़ित परिवार का कहना है कि 2 की मौके पर मौत हो गई, जबकि 5 घायल हो गए। उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में ले जाया गया। चार की हालत गंभीर होने के बाद उन्हें अमृतसर के अमनदीप अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। परिवार ने मांग की है कि उन पर दोनाली व पिस्टलों के साथ हमला किया गया। दो दर्जन के करीब लोग थे और सभी के पास हथियार थे। ये नाजायज हथियार कहां से आया, इसकी जांच होनी चाहिए। पुलिस ने जांच की शुरू घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इलाके को सील कर खोल इकट्ठे किए जा रहे हैं। जांच अधिकारी एएसआई भुपिंदर सिंह ने कहा कि शुरुआती इलाज के बाद घायलों के बयान लिए जाएंगे। फिलहाल पुलिस ने परिवार व चश्मदीदों के बयानों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
खडूर साहिब सीट पर पुलिसकर्मियों ने लगाई शर्त:10 हजार के लेन-देन का वीडियो वायरल; पंजाब में सबसे बड़े अंतर से जीते अमृतपाल
खडूर साहिब सीट पर पुलिसकर्मियों ने लगाई शर्त:10 हजार के लेन-देन का वीडियो वायरल; पंजाब में सबसे बड़े अंतर से जीते अमृतपाल पंजाब की सबसे रोचक सीट बनकर उभरी खडूर साहिब पर पुलिस वालों ने भी शर्त लगाई थी। खालिस्तान समर्थक व गर्मख्याली अमृतपाल सिंह की जीत के बाद पुलिस वालों के पैसे देने का वीडियो वायरल हो रहा है। गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह ने जेल में रह कर चुनाव लड़ते हुए इस सीट पर पंजाब के सबसे बड़े अंतर से जीत हासिल की है। वायरल वीडियो में 7 से 8 पुलिसकर्मी ड्रेस व सिविल कपड़ों में दिख रहे हैं। पैसों का लेन-देन करने वाले दोनों ही ASI रैंक के अधिकारी हैं और वीडियो बनाने वाला इस शर्त के बारे में विस्तृत जानकारी भी देता है। वीडियो बनाने वाला साफ कहता है कि आज बड़ा अच्छा दिन है। भुपिंदर सिंह जी 10 हजार रुपए के विजेता रहे हैं, भाई अमृतपाल सिंह जीत गए हैं और अंग्रेज सिंह बहुत बुरी तरह से हार कर 10 हजार रुपए दे रहे हैं। अंत में सभी बोले सोहने हाल का जकारा भी छोड़ते हैं। पंजाब की सबसे बड़ी जीत लेकर जीता है अमृतपाल गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह पंजाब की सबसे बड़ी जीत लेकर जीता है। अमृतपाल सिंह ने इन चुनावों में सभी रिवायती पार्टियों को बहुत पीछे छोड़ 4 लाख 4 हजार 430 वोट हासिल किए। जिसमें अमृतपाल सिंह दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के प्रत्याशी कुलबीर सिंह जीरा से 1 लाख 97 हजार 120 वोटों से जीते हैं। ये आंकड़ा पंजाब की जीत का सबसे बड़ा अंतर है। जानें कौन है अमृतपाल अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लू खेड़ा गांव के रहने वाले हैं। अमृतपाल दुबई में रहते थे। वे लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटे। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे के चीफ बन गए। इसके बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसी दौरान अमृतपाल ने नशा छुड़ाओ मुहिम भी शुरू की। हालांकि इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया।
जगराओं में कार की टक्कर से 3 लोग घायल:बाइक से जा रहे थे कोर्ट, कार सवार पूर्व सरपंच के बेटे पर केस दर्ज
जगराओं में कार की टक्कर से 3 लोग घायल:बाइक से जा रहे थे कोर्ट, कार सवार पूर्व सरपंच के बेटे पर केस दर्ज जगराओं में कोर्ट में बाइक पर जा रहे परिवार को कार ने टक्कर मार दी, जिसमें 3 लोग घायल हो गए। मामले में पुलिस ने अब 15 दिन बाद कार सवार आरोपी पूर्व सरपंच के बेटे के खिलाफ थाना सिटी में मामला दर्ज किया है। आरोपी की पहचान बलराज सिंह निवासी गांव सिधवां कलां के रूप में हुई है। पुलिस आरोपी को पकड़ने में नाकाम रही। थाना सिटी के एएसआई शमिंदरजीत सिंह ने बताया कि पीड़ित महिला मनदीप कौर ने पुलिस को दर्ज कार्रवाई शिकायत में बताया कि उसकी सास मंजीत कौर ने आरोपी के माता पिता पर 2022 में जमीन पर कब्जा करने का मामला दर्ज करवाया था। जिसको लेकर आरोपी उन पर दबाव डालने को लेकर उन्हें डराने के लिए उनके घर के बाहर आकर गाली गलौज और धमकियां देता था। जिसको लेकर उन्हें पुलिस को शिकायत भी दर्ज कार्रवाई थी। लेकिन पुलिस ने न कोई कार्रवाई की न ही उनकी सुनवाई हुई थी। तो वह अपनी 70 साल की बुजुर्ग सास और पति के साथ एसएसपी दफ्तर के बाहर धरना लगा कर बैठ गई। इस दौरान पुलिस ने फिर कार्रवाई का भरोसा देकर धरना खत्म करवा दिया। लेकिन जब वह दो दिनों बाद दर्ज करवाए मामले को लेकर कोर्ट में तारीख पर जा रहे थे। बाइक पर सवार थे 3 लोग
आरोपी ने उनके बाइक को अपनी कार से टक्कर मार दी। जिससे वह उसकी सास और पति गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जांच अधिकारी ने बताया कि मामला शंकी होने के कारण पुलिस को जांच करने में 15 दिनों का समय लग गया। पुलिस ने आरोपी पर मामला दर्ज कर लिया। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 10 दिसंबर को एसएसपी नवनीत सिंह बैंस के ऑफिस के बाहर धरना लगाने के बाद 12 दिसंबर को कोर्ट में तारीख पर जा रहे मां समेत दंपती को कार सवार ने टक्कर मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस दौरान बुजुर्ग मंजीत कौर की बेटी हरप्रीत कौर निवासी कोठे खजूरा ने आरोप लगाए थे कि यदि पुलिस ने पहले ही कार्रवाई की होती तो उसका परिवार अस्पताल में दो ऐंबुलेंस में न लेटा होता।
मोगा में तेजधार हथियार से युवक की हत्या:सैलून बंद कर लौट रहा था अपने घर, पुरानी रंजिश में बोला गया हमला
मोगा में तेजधार हथियार से युवक की हत्या:सैलून बंद कर लौट रहा था अपने घर, पुरानी रंजिश में बोला गया हमला पंजाब के मोगा में बेरिया वाला मोहल्ला निवासी 21 वर्षीय युवक की तेजधार हथियार से हमला कर हत्या कर गई। मामला पुरानी रंजिश का बताया जा रहा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार, मृतक युवक हरिंदर सिंह पुत्र सुरजीत सिंह देर रात आपना सैलून बंद कर घर जा रहा था, कि रास्ते में अज्ञात लोगों ने उसके ऊपर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। जिस वह गंभीर गंभीर रुप से घायल हो गया। आनन फानन में उसे एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जानकारी देते हुए जांच अधिकारी प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि देर रात हरिंदर सिंह अपना सैलून बंद कर वापस घर जा रहा था। रास्ते में उसके ऊपर अज्ञात व्यक्तियों ने तेजधार हथियारों से हमला कर दिया गया। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के पिता के बयानों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। आगे की जांच पड़ताल की जा रही है। बताया जा रहा है कि पुरानी रंजिश के चलते युवक के ऊपर हमला किया गया।