अमृतसर में डेंगू के 58,चिकनगुनिया के 16 केस:नमी-तापमान में उतार-चढ़ाव से बढ़ी मच्छरों की संख्या; CMO बोले- सतर्कता ही सुरक्षा

अमृतसर में डेंगू के 58,चिकनगुनिया के 16 केस:नमी-तापमान में उतार-चढ़ाव से बढ़ी मच्छरों की संख्या; CMO बोले- सतर्कता ही सुरक्षा

अमृतसर से मच्छर से होने वाली बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अब 67 डेंगू और चिकनगुनिया के 16 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। मौसम में नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव के चलते मच्छरों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे संक्रमण के खतरे और बढ़ गए हैं। सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर के अनुसार- डेंगू व चिकनगुनिया वायरल संक्रमण हैं जो एडीज मच्छरों के काटने से फैलते हैं। डेंगू में तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते और कभी-कभी खून बहने जैसे लक्षण देखे जाते हैं। वहीं चिकनगुनिया के मामले में मरीजों को अचानक तेज बुखार, अत्यधिक थकान, मांसपेशियों और जोड़ों में सूजन, सिरदर्द, उल्टी और शरीर पर चकत्ते हो सकते हैं। इन लक्षणों की अनदेखी स्थिति को गंभीर बना सकती है। स्वास्थ्य विभाग ने मच्छरों से बचने और संक्रमण रोकने के लिए नागरिकों को निम्नलिखित उपाय अपनाने की सलाह दी है: जागरूकता अभियान की शुरुआत फिलहाल स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और नगर निगम के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चला रहा है। लेकिन अधिकारियों का मानना है कि यह लड़ाई सिर्फ सरकारी प्रयासों से नहीं जीती जा सकती, आम जनता की सक्रिय भागीदारी ही इसे रोका जा सकता है। सतर्कता ही सुरक्षा है—इस मूल मंत्र को अपनाकर ही हम डेंगू और चिकनगुनिया के फैलाव को थाम सकते हैं। अमृतसर से मच्छर से होने वाली बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अब 67 डेंगू और चिकनगुनिया के 16 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। मौसम में नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव के चलते मच्छरों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे संक्रमण के खतरे और बढ़ गए हैं। सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर के अनुसार- डेंगू व चिकनगुनिया वायरल संक्रमण हैं जो एडीज मच्छरों के काटने से फैलते हैं। डेंगू में तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते और कभी-कभी खून बहने जैसे लक्षण देखे जाते हैं। वहीं चिकनगुनिया के मामले में मरीजों को अचानक तेज बुखार, अत्यधिक थकान, मांसपेशियों और जोड़ों में सूजन, सिरदर्द, उल्टी और शरीर पर चकत्ते हो सकते हैं। इन लक्षणों की अनदेखी स्थिति को गंभीर बना सकती है। स्वास्थ्य विभाग ने मच्छरों से बचने और संक्रमण रोकने के लिए नागरिकों को निम्नलिखित उपाय अपनाने की सलाह दी है: जागरूकता अभियान की शुरुआत फिलहाल स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और नगर निगम के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चला रहा है। लेकिन अधिकारियों का मानना है कि यह लड़ाई सिर्फ सरकारी प्रयासों से नहीं जीती जा सकती, आम जनता की सक्रिय भागीदारी ही इसे रोका जा सकता है। सतर्कता ही सुरक्षा है—इस मूल मंत्र को अपनाकर ही हम डेंगू और चिकनगुनिया के फैलाव को थाम सकते हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर