पंजाब का अमृतसर रात को बम धमाके की आवाज से थर्रा उठा। बीते साल बंद की जा चुकी गुरबख्श नगर चौकी से बम धमाके की आवाज सुनाई दी। पुलिस ने भी माना और कहा कि रात सूचना मिली है और छानबीन की जा रही है। धमाके से कोई नुकसान नहीं हुआ है। धमाका कैसे हुआ इसकी जानकारी ली जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह करीब 3 बजे बम धमाके की आवाज से पूरा इलाका दहल गया। घटना की बात फैलने के बाद चौकी में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की आवाजाही जारी है। लेकिन अभी कोई भी स्पष्ट नहीं कर पा रहा कि ये धमाका हुआ है तो किसके साथ हुआ है। बात दें कि इस चौकी को पूर्व पुलिस कमिश्नर नौनिहाल सिंह के समय बंद कर दिया गया था। जिसके बाद से इस चौकी में संबंधित थाने का सामान रखा जाता है। लोगों का कहना है कि रात करीब 3 बजे हुआ धमाका इतना जोरदार था कि सभी लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इतना ही नहीं घरों की दीवारें भी हिल गईं। जांच के बाद जानकारी की जाएगी सांझा ADCP-शहरी विशालजीत सिंह ने जानकारी दी कि रात पुलिस को भी इस संबंधी जानकारी मिली थी। चौकी को बीते साल बंद कर दिया गया थाा। धमाके से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। धमाका किस कारण से हुआ, इसके लिए फोरेंसिक व अन्य टीमों को बुलाया गया है। अभी पुलिस जांच कर रही है, जांच के बाद ही कहा जा सकता है कि धमाका किन कारणों से हुआ है। पंजाब का अमृतसर रात को बम धमाके की आवाज से थर्रा उठा। बीते साल बंद की जा चुकी गुरबख्श नगर चौकी से बम धमाके की आवाज सुनाई दी। पुलिस ने भी माना और कहा कि रात सूचना मिली है और छानबीन की जा रही है। धमाके से कोई नुकसान नहीं हुआ है। धमाका कैसे हुआ इसकी जानकारी ली जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह करीब 3 बजे बम धमाके की आवाज से पूरा इलाका दहल गया। घटना की बात फैलने के बाद चौकी में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की आवाजाही जारी है। लेकिन अभी कोई भी स्पष्ट नहीं कर पा रहा कि ये धमाका हुआ है तो किसके साथ हुआ है। बात दें कि इस चौकी को पूर्व पुलिस कमिश्नर नौनिहाल सिंह के समय बंद कर दिया गया था। जिसके बाद से इस चौकी में संबंधित थाने का सामान रखा जाता है। लोगों का कहना है कि रात करीब 3 बजे हुआ धमाका इतना जोरदार था कि सभी लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इतना ही नहीं घरों की दीवारें भी हिल गईं। जांच के बाद जानकारी की जाएगी सांझा ADCP-शहरी विशालजीत सिंह ने जानकारी दी कि रात पुलिस को भी इस संबंधी जानकारी मिली थी। चौकी को बीते साल बंद कर दिया गया थाा। धमाके से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। धमाका किस कारण से हुआ, इसके लिए फोरेंसिक व अन्य टीमों को बुलाया गया है। अभी पुलिस जांच कर रही है, जांच के बाद ही कहा जा सकता है कि धमाका किन कारणों से हुआ है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का ऑडियो वायरल:बोला- भिंडरावाला की बरसी पर मूसेवाला शो कर रहा था, कांग्रेस का हाथ थामा, इसलिए मार दिया
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का ऑडियो वायरल:बोला- भिंडरावाला की बरसी पर मूसेवाला शो कर रहा था, कांग्रेस का हाथ थामा, इसलिए मार दिया पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में वांडेट गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ है। दावा किया जा रहा है कि उक्त ऑडियो में बोल रहा शख्स गोल्डी बराड़ है, जिसमें उसने कई खुलासे किए हैं। हालांकि, भास्कर इस ऑडियो के दावों और आवाज की पुष्टि नहीं करता। ऑडियो में खुद को गोल्डी बताने वाला शख्स कहता है कि मूसेवाला 5 जून को दिल्ली में शो करने वाला था। सिख कौम के लिए 5 जून भारी दिन होता है, क्योंकि उस दिन खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले की हत्या की गई थी। उसके साथ कई सिख नौजवान मारे गए थे। गोल्डी ने कहा कि जिस कांग्रेस का हाथ मूसेवाला के परिवार ने थामा है, उसने ही सिखों का कत्लेआम किया है। 5 जून को शो करने के बाद मूसेवाला वर्ल्ड टूर पर जाने वाला था। गोल्डी ने कहा- मैंने भी मेहनत की, 40-40 घंटे ट्रक चलाया
वायरल ऑडियो में गोल्डी कह रहा है कि सिद्धू की हत्या के बाद पंजाब के लोग सिद्धू के परिवार का खूब साथ दे रहे हैं। सिद्धू को शहीद कहकर सिख शहीदों के बेइज्जती न करें। हम भी आम लोग थे, आम लोगों की तरह जिंदगी जी रहे थे। ‘मैं आम लोगों की तरह आम लोगों के बीच एक साधारण युवक होता था। मैंने भी कड़ी मेहनत से 40-40 घंटे तक ट्रक चलाया। कभी किसी का हक नहीं मारा। मेरे भाई की मौत 12 अक्टूबर 2020 को हो गई। उसकी मौत में सिद्धू का हाथ था। इसके बाद हमने गुनाह का रास्ता चुना।’ गोल्डी ने आगे कहा कि उनका ऑडियो बनाने का मकसद यह है कि इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल है कि सिद्धू मूसेवाला पंथक मानसिकता का मालिक है। सिख समुदाय को अच्छे पक्ष में रख रहा है, लेकिन उनके पिता लोगों को गुमराह कर रहे हैं और युवाओं का ध्यान भटका रहे हैं। सिखों का खून पीने वाली पार्टी कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। कई लोग कह रहे हैं कि वह अपने बेटे की सोच के खिलाफ जा रहे हैं।’ सिद्धू का परिवार 1984 से कांग्रेस के समर्थन में
गोल्डी ने कहा कि सिद्धू के पिता कई बार कह चुके हैं कि शुरू से हमने कांग्रेस को वोट डाले हैं। मतलब 1984 में भी इसका परिवार कांग्रेस का समर्थन कर रहा था। गोल्डी ने कहा, ‘सिद्धू मूसेवाला आने वाले समय में पंजाब के पूर्व CM बेअंत सिंह की तरह होने वाला था, जिन्होंने सिखों के साथ गलत किया था। रवनीत बिट्टू को बुलाकर मानसा में ऑफिस का उद्घाटन करवाया था।’ गोल्डी ने कहा कि आप इसे शहीद कैसे कह सकते हैं। इसकी मौत 29 मई 2022 को हुई थी, जबकि 5 जून को दिल्ली में इसका शो था। 5 जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार की सालगिरह है, जिसमें संत भिंडरावाले सहित 6 से 7 हजार निहत्थे लड़के-लड़कियां मारे गए। इन दिनों यदि किसी बच्चे का जन्मदिन होता है तो परिवार उसे अगले सप्ताह मनाता है। हमने मूसेवाला को इसलिए मारा क्योंकि हम उसे वह शो नहीं करने देना चाहते थे। फिर वह विश्व भ्रमण पर निकल जाता और कब आता, नहीं पता। हम किसी अच्छे व्यक्ति को नहीं मारते
ऑडियो में गोल्डी कह रहा है कि हम पंजाब में रहे हैं तो पंजाब के विरुद्ध हम कभी नहीं जा सकते। जिंदगी में कभी किसी अच्छे व्यक्ति को हमने नहीं मारा और न ही कभी ऐसा करेंगे। अगर हमारे खिलाफ कोई भी व्यक्ति कोई गतिविधि करता है तो हम उसे छोड़ेंगे। गोल्डी ने कहा, ‘हम खालिस्तान के खिलाफ नहीं हैं। पंजाब के साथ हैं हम और हमेशा रहेंगे।’ 29 मई 2022 को हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या
सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर शुभदीप सिंह सिद्धू की 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले के गांव जवाहरके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पंजाब सरकार के मुताबिक, इस मामले में अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, 2 आरोपी मुठभेड़ में मारे गए और 5 को देश के बाहर से लाया जाना है। इसके लिए राज्य सरकार केंद्र और अन्य एजेंसियों के संपर्क में हैं। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी लॉरेंस गैंग का गोल्डी बराड़ है।
कंगना थप्पड़कांड में कांस्टेबल के समर्थन में उतरे किसान:बोले- DGP से करेंगे मुलाकात, 9 जून को निकालेंगे मोहाली में न्याय मार्च
कंगना थप्पड़कांड में कांस्टेबल के समर्थन में उतरे किसान:बोले- DGP से करेंगे मुलाकात, 9 जून को निकालेंगे मोहाली में न्याय मार्च हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा की लोकसभा सांसद चुनी गईं बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट को थप्पड़ मारने का मामला गरमा गया है। पंजाब के किसान संगठन कंगना को थप्पड़ मारने वाली सीआईएसएफ की महिला कांस्टेबल कुलविंदर के समर्थन में उतर आए हैं। किसान भवन में किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया है कि वे इस मामले में डीजीपी पंजाब गौरव यादव से मिलेंगे। किसानों ने कहा कि डीजीपी से मिलकर मांग करेंगे कि महिला कांस्टेबल के साथ अन्याय न हो। वहीं, 9 तारीख को किसान संगठन मोहाली में गुरुद्वारा अंब साहिब से एसएसपी ऑफिस तक इंसाफ मार्च निकालेंगे। किसान नेता ने बताई विवाद की वजह दल्लेवाल ने कहा कि भाजपा नेता ने चैनल पर उनके साथ हुई बहस में माना है कि विवाद असल में मोबाइल और पर्स की चेकिंग को लेकर हुआ था। लेकिन कंगना चेकिंग के लिए लगेज निकालकर सांसद होने के कारण खुद को वीआईपी समझ रही थीं। ऐसे में मुझे लगता है कि लड़की की कोई गलती नहीं है। उसने अपना फर्ज निभाया है। इसी वजह से झगड़ा हुआ। हालांकि, यह अभी जांच का विषय है। वहीं उन्होंने कहा कि कंगना के खिलाफ कोर्ट में केस चल रहा है। लेकिन उसमें अभी तक कुछ नहीं हुआ। इसके अलावा जिस तरह से कंगना ने पंजाब में आतंकवाद को लेकर बयान दिया है। इस तरह से जहर उगला है। पंजाब में ऐसा कुछ नहीं है। 400 पार करने का दावा करने वाले अब 240 पर आ गए किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि पिछले दो कार्यकाल में भारतीय जनता पार्टी को जिस तरह का बहुमत मिल रहा है। इस बहुमत के बल पर उन्होंने पूरे देश पर कब्जा करने की कोशिश की, लोगों को धकेला। इसका नतीजा क्या है। वे दावा करते थे कि इस बार 400 पार करेंगे, लेकिन अब वे 240 पर आ गए हैं। पूरे देश ने भाजपा को एहसास करा दिया कि अब वे कुछ नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा भाजपा ने ध्रुवीकरण की कोशिश की। पंजाब में भी ऐसी कोशिशें की गईं। लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। आंदोलन के कारण हर जगह नुकसान किसान नेता दल्लेवाल ने कहा कि पिछले चुनाव में ग्रामीण क्षेत्र में भाजपा के 236 सांसद जीते थे। लेकिन इस बार 73 सांसद हार गए, जबकि 165 रह गए। किसानों और मजदूरों के साथ जो किया है, उसका यह नतीजा है। किसान शुभकरण की कलश यात्रा ने भाजपा को नुकसान पहुंचाया। इसके कारण हरियाणा में उन्हें सिर्फ पांच सीटें मिलीं। यूपी में उन्हें आधी सीटें ही मिलीं। राजस्थान और दक्षिण के राज्यों में भी इसी तरह का नुकसान हुआ है।
जालंधर में टिप्पर से 3 गाड़ियों का हुआ एक्सीडेंट:पुल से नीचे उतरते ही वाहनों से टकराया, बाल-बाल बचे चालक
जालंधर में टिप्पर से 3 गाड़ियों का हुआ एक्सीडेंट:पुल से नीचे उतरते ही वाहनों से टकराया, बाल-बाल बचे चालक पंजाब के जालंधर जिले में रामा मंडी के नजदीक एक टिप्पर के साथ तीन गाड़ियों का एक्सीडेंट हो गया। जानकारी अनुसार टिप्पर रामा मंडी पुल से होशियारपुर की तरफ आ रहा था, पुल से नीचे उतारते हुए टिप्पर एक ऑटो रिक्शा के साथ टकराया, उसके बाद ई रिक्शा से टकराया। वही टिप्पर मोटरसाइकिल सवार को कुछ दूर साथ ले गया। मगर गनीमत यह रही किसी के चोट नहीं आई। कोई जानी नुकसान नहीं हुआ लोगों ने बताया कि टिप्पर पर चालक ड्राइवर मौके से फरार हो गया है। कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। मगर माली नुकसान वाहनों का हो गया। जिसमें ई-रिक्शा चालक सुभाष ने बताया वह दो बच्चों को लेकर जा रहा था। टिप्पर से उसकी टक्कर के बाद उसकी ई-रिक्शा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं दूसरी ओर जागीर सिंह ने बताया कि उसका ऑटो रिक्शा भी साइड से क्षतिग्रस्त हो गया। मोटरसाइकिल चालक को घसीकर ले गया मोटरसाइकिल में टक्कर के बाद बलवीर सिंह ने बताया कि यह हादसा 7:50 पर हुआ। टिप्पर की साइड के कारण वह कुछ दूरी तक सड़क पर टिप्पर के साथ ही चले गए। उन्होंने कहा कि मोटरसाइकिल का अगला टायर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। मगर उन्हें भगवान की कृपा से कोई भी चोट नहीं आई। दो कोहा चौकी के एएसआई सोमनाथ असी ज्ञानचंद जेब्रा बीएसएस फोर्स की टीम और पीसीआर टीम मौके पर पहुंची। लोगों से पुलिस का रवैया नहीं रहा ठीक टिप्पर को पुलिस ने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। सभी वाहनों ऑटो रिक्शा चालकों का कहना है कि उनके वाहनों की भरपाई करवाई जाए। टिप्पर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस टिप्पर के नंबर की जांच कर रही है। टिप्पर का नंबर भी कई जगह से पूरी तरह से लिखा नहीं गया। लोगों के साथ पुलिस का रवैया भी ठीक नहीं था।