अमृतसर में लगातार होती बेअदबी की घटनाओं को रोकने के लिए निहंग सिहों की ओर से दुकानदारों से बात की गई। सिख संगठन के नेता परमजीत सिंह अकाली ने अन्य निहंगों के साथ मिलकर श्री दरबार साहिब के आसपास के दुकानदारों को इकट्ठा करके उन्हें समझाया कि धार्मिक पुस्तकों को सिख मर्यादा के तहत ही बेचा जाए। बता दें कि, बीते दिन श्री दरबार साहिब के नजदीक एक दुकान पर एक युवक ने गुटका साहिब खरीदा। युवक उसे लेकर जा रहा था तो रास्ते में निहंग सिंहों ने उसे रोका फिर दुकानदार के पास वापस ले गए और उसे खूब फटकार लगाई। निहंग सिंहों का कहना था कि वह युवक छोटा बच्चा है और हो सकता है कहीं जाकर इसकी बेअदबी कर दे। इसीलिए आगे से दुकानदार बिना जांच पड़ताल के किसी भी इंसान को धार्मिक पुस्तकें न दे। इसके बाद श्री दरबार साहिब के पास स्थित मार्किट में सभी दुकानदारों को इकट्ठा किया गया और उन्हें पर्चे बांटे गए। परमजीत सिंह अकाली ने अन्य निहंग सिहों के साथ दुकानदारों से मुलाकात की। उनसे अनुरोध किया गया कि वे दुकानों में उपलब्ध धार्मिक साहित्य के गुटका साहिब और पोथियों के संरक्षण के लिए सिख नैतिकता का विशेष ध्यान रखें और समग्र धार्मिक स्वास्थ्य को व्यावसायिक दृष्टिकोण से न देखें। गटका साहिब देने से पहले की जाए पड़ताल उन्होंने कहा कि ऐसा महसूस किया जा रहा है कि नानक के नाम पर पूरे सिख जगत और सिख संघों की आस्था इससे जुड़ी हुई है, इसलिए जो भी व्यक्ति गुरबाणी गुटका साहिब खरीदने आता है उसकी गहन जांच की जानी चाहिए ताकि पता लग सके कि उस व्यक्ति की मंशा सिख भावनाओं को आहत करना तो नहीं है। उन्होंने कहा कि अतीत में हुई की घटनाओं ने सिखों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है और हमें पहले से सचेत रहना चाहिए ताकि बेअदबी की ऐसी घटनाएं दोबारा न हों उधर, दुकानदारों का कहना है कि सिख संगठन ने दुकानदारों से बातचीत की है और उन्होंने बताया कि हमें गुटका साहिब बेचने के लिए जो निर्देश दिए हैं, वे बिल्कुल सही हैं और उन पर विचार किया जाएगा। और निकट भविष्य में हमारे द्वारा किसी भी अनजान व्यक्ति को गुटका साहिब पोथियां नहीं बेची जाएंगी। अमृतसर में लगातार होती बेअदबी की घटनाओं को रोकने के लिए निहंग सिहों की ओर से दुकानदारों से बात की गई। सिख संगठन के नेता परमजीत सिंह अकाली ने अन्य निहंगों के साथ मिलकर श्री दरबार साहिब के आसपास के दुकानदारों को इकट्ठा करके उन्हें समझाया कि धार्मिक पुस्तकों को सिख मर्यादा के तहत ही बेचा जाए। बता दें कि, बीते दिन श्री दरबार साहिब के नजदीक एक दुकान पर एक युवक ने गुटका साहिब खरीदा। युवक उसे लेकर जा रहा था तो रास्ते में निहंग सिंहों ने उसे रोका फिर दुकानदार के पास वापस ले गए और उसे खूब फटकार लगाई। निहंग सिंहों का कहना था कि वह युवक छोटा बच्चा है और हो सकता है कहीं जाकर इसकी बेअदबी कर दे। इसीलिए आगे से दुकानदार बिना जांच पड़ताल के किसी भी इंसान को धार्मिक पुस्तकें न दे। इसके बाद श्री दरबार साहिब के पास स्थित मार्किट में सभी दुकानदारों को इकट्ठा किया गया और उन्हें पर्चे बांटे गए। परमजीत सिंह अकाली ने अन्य निहंग सिहों के साथ दुकानदारों से मुलाकात की। उनसे अनुरोध किया गया कि वे दुकानों में उपलब्ध धार्मिक साहित्य के गुटका साहिब और पोथियों के संरक्षण के लिए सिख नैतिकता का विशेष ध्यान रखें और समग्र धार्मिक स्वास्थ्य को व्यावसायिक दृष्टिकोण से न देखें। गटका साहिब देने से पहले की जाए पड़ताल उन्होंने कहा कि ऐसा महसूस किया जा रहा है कि नानक के नाम पर पूरे सिख जगत और सिख संघों की आस्था इससे जुड़ी हुई है, इसलिए जो भी व्यक्ति गुरबाणी गुटका साहिब खरीदने आता है उसकी गहन जांच की जानी चाहिए ताकि पता लग सके कि उस व्यक्ति की मंशा सिख भावनाओं को आहत करना तो नहीं है। उन्होंने कहा कि अतीत में हुई की घटनाओं ने सिखों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है और हमें पहले से सचेत रहना चाहिए ताकि बेअदबी की ऐसी घटनाएं दोबारा न हों उधर, दुकानदारों का कहना है कि सिख संगठन ने दुकानदारों से बातचीत की है और उन्होंने बताया कि हमें गुटका साहिब बेचने के लिए जो निर्देश दिए हैं, वे बिल्कुल सही हैं और उन पर विचार किया जाएगा। और निकट भविष्य में हमारे द्वारा किसी भी अनजान व्यक्ति को गुटका साहिब पोथियां नहीं बेची जाएंगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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