अमृतसर के गांव खब्बे राजपुतां में शनिवार रात हो रहे फुटबॉल टूर्नामेंट के पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान अज्ञात बाइक सवार हमलावरों ने फायरिंग कर दी। जिससे एक नाबालिग की मौत हो गई, जबकि छुट्टी पर आया एक सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक बच्चे की पहचान गांव नंगली के 14 वर्षीय गुरसेवक सिंह के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार जिस समय यह घटना हुई, उस समय विजेता टीमों को पुरस्कार वितरित किए जा रहे थे। तभी अचानक फायरिंग शुरू हो गई, जिससे पूरे समारोह में अफरातफरी मच गई। हमले के दौरान गोलकीपर की भूमिका निभा रहे सेना के जवान गुरप्रीत सिंह जाना (25) पुत्र परमजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। वह भारतीय सेना में कार्यरत थे और छुट्टी पर घर आए हुए थे। दूसरी गोली गुरसेवक को लगी। घटनाक्रम से जुड़ी तस्वीरें- अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया जग गुरसेवक सिंह को गोली लगी, उसकी सांसें चल रही थी। वह पास के सरकारी स्कूल में पढ़ता था और अपनी तीन बहनों का इकलौता भाई था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गुरसेवक अन्य बच्चों और ग्रामीणों के साथ फुटबॉल मैच देखने गया था। अचानक चली गोलियों में एक गोली उसके पेट में लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन और स्थानीय लोग उसे तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन गंभीर चोटों के कारण डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गांव में पसरा मातम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल गोलियां लगने से मासूम गुरसेवक सिंह की मौत से पूरे गांव में मातम छा गया है। उसके माता-पिता और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों का कहना है कि गुरसेवक पढ़ाई में अच्छा था और परिवार का सहारा था। पुलिस जांच में जुटी, हमलावर फरार इस गोलीकांड के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। हमलावर घटना को अंजाम देकर बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। प्रशासन के अनुसार, हमलावरों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। अमृतसर के गांव खब्बे राजपुतां में शनिवार रात हो रहे फुटबॉल टूर्नामेंट के पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान अज्ञात बाइक सवार हमलावरों ने फायरिंग कर दी। जिससे एक नाबालिग की मौत हो गई, जबकि छुट्टी पर आया एक सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक बच्चे की पहचान गांव नंगली के 14 वर्षीय गुरसेवक सिंह के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार जिस समय यह घटना हुई, उस समय विजेता टीमों को पुरस्कार वितरित किए जा रहे थे। तभी अचानक फायरिंग शुरू हो गई, जिससे पूरे समारोह में अफरातफरी मच गई। हमले के दौरान गोलकीपर की भूमिका निभा रहे सेना के जवान गुरप्रीत सिंह जाना (25) पुत्र परमजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। वह भारतीय सेना में कार्यरत थे और छुट्टी पर घर आए हुए थे। दूसरी गोली गुरसेवक को लगी। घटनाक्रम से जुड़ी तस्वीरें- अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया जग गुरसेवक सिंह को गोली लगी, उसकी सांसें चल रही थी। वह पास के सरकारी स्कूल में पढ़ता था और अपनी तीन बहनों का इकलौता भाई था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गुरसेवक अन्य बच्चों और ग्रामीणों के साथ फुटबॉल मैच देखने गया था। अचानक चली गोलियों में एक गोली उसके पेट में लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन और स्थानीय लोग उसे तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन गंभीर चोटों के कारण डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गांव में पसरा मातम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल गोलियां लगने से मासूम गुरसेवक सिंह की मौत से पूरे गांव में मातम छा गया है। उसके माता-पिता और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों का कहना है कि गुरसेवक पढ़ाई में अच्छा था और परिवार का सहारा था। पुलिस जांच में जुटी, हमलावर फरार इस गोलीकांड के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। हमलावर घटना को अंजाम देकर बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। प्रशासन के अनुसार, हमलावरों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
