अमृतसर के एयरपोर्ट रोड स्थित जुझार एवेन्यू में एक NRI परिवार के घर के बाहर अज्ञात युवकों ने फायरिंग कर इलाके में दहशत फैला दी। हमलावरों ने घर की दीवार पर गोलियां चलाईं और मौके से फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। यह वारदात जुझार एवेन्यू के घर नंबर 26 के बाहर हुई। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, रात में अचानक गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। पहले लोगों को लगा कि पटाखे फोड़े जा रहे हैं, लेकिन बाद में पता चला कि यह फायरिंग की घटना थी। हमलावरों ने लगभग नौ गोलियां चलाईं, जो घर की दीवार पर लगी। घटना के दौरान घर के अंदर केवल एक वृद्धा मौजूद थी। पुलिस ने बताया कि घर में रहने वाले अन्य सदस्य विदेश में रहते हैं। घटना में किसी को कोई शारीरिक नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन घटना ने पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है। सुबह पुलिस को मामले की सूचना दी गई। पुलिस का बयान और कार्रवाई घटना की जानकारी मिलने पर थाना कैंटोनमेंट की एसएचओ अमनदीप कौर ने बताया कि घटना के बाद ही पुलिस टीम मौके पर पहुंचीं। उन्होंने घर का निरीक्षण किया और आसपास के लोगों से पूछताछ की। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हमलावरों ने केवल दीवार पर गोलियां चलाईं और फरार हो गए। इंस्पेक्टर अमनदीप कौर ने बताया कि हमलावरों की मंशा का अभी पता नहीं चल पाया है। घटना में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस इसे गंभीरता से लेते हुए जांच कर रही है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि हमलावरों की पहचान हो सके। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अमृतसर के एयरपोर्ट रोड स्थित जुझार एवेन्यू में एक NRI परिवार के घर के बाहर अज्ञात युवकों ने फायरिंग कर इलाके में दहशत फैला दी। हमलावरों ने घर की दीवार पर गोलियां चलाईं और मौके से फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। यह वारदात जुझार एवेन्यू के घर नंबर 26 के बाहर हुई। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, रात में अचानक गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। पहले लोगों को लगा कि पटाखे फोड़े जा रहे हैं, लेकिन बाद में पता चला कि यह फायरिंग की घटना थी। हमलावरों ने लगभग नौ गोलियां चलाईं, जो घर की दीवार पर लगी। घटना के दौरान घर के अंदर केवल एक वृद्धा मौजूद थी। पुलिस ने बताया कि घर में रहने वाले अन्य सदस्य विदेश में रहते हैं। घटना में किसी को कोई शारीरिक नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन घटना ने पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है। सुबह पुलिस को मामले की सूचना दी गई। पुलिस का बयान और कार्रवाई घटना की जानकारी मिलने पर थाना कैंटोनमेंट की एसएचओ अमनदीप कौर ने बताया कि घटना के बाद ही पुलिस टीम मौके पर पहुंचीं। उन्होंने घर का निरीक्षण किया और आसपास के लोगों से पूछताछ की। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हमलावरों ने केवल दीवार पर गोलियां चलाईं और फरार हो गए। इंस्पेक्टर अमनदीप कौर ने बताया कि हमलावरों की मंशा का अभी पता नहीं चल पाया है। घटना में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस इसे गंभीरता से लेते हुए जांच कर रही है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि हमलावरों की पहचान हो सके। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत:हार्ट अटैक से हालत बिगड़ी,पटाखे की धमक से दहली,आज होगा पोस्टमार्टम
लुधियाना में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत:हार्ट अटैक से हालत बिगड़ी,पटाखे की धमक से दहली,आज होगा पोस्टमार्टम लुधियाना में बीती रात एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। महिला के पारिवारिक सदस्यों ने उसका शव पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। आज महिला का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। जानकारी मुताबिक महिला गली में पटाखा चलने की धमक के कारण अचानक बीमार पड़ गई। उसी हालत बिगड़ती देख परिजन उसे अस्पताल लेकर गए लेकिन उसने पहले ही दम तोड़ दिया। महिला का नाम सुलेखा देवी है। पटाखे के धमाके के बाद बिगड़ी हालत सलेखा भामियां खुर्द के इलाके टावर वाली गली में रहती है। रविवार की देर शाम उस समय हंगामा हो गया, जब इलाके के रहने वाली सुलेखा की पटाखे की धमक से हालत बिगड़ गई। जिसे परिजन सिविल अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां पुहंचने से पहले ही महिला ने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों के अनुसार महिला की मौत हार्ट अटैक से हुई है। अस्पताल में पहुंचे महिला के पति कैलाश कुमार ने बताया कि उसकी पत्नी की पटाखे की धमक से हालत बिगड़ गई थी। जिसे वह सिविल अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसकी पत्नी सुलेखा को मृत घोषित किया। फिलहाल परिजनों ने मृतका के शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। जहां आज सोमवार को शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर अगली करवाई की जाएगी।
आतंकी अर्श डल्ला के खिलाफ NIA की कार्रवाई:पंजाब-हरियाणा और यूपी में 9 ठिकानों पर छापेमारी, कनाडा में गिरफ्तारी के बाद एक्शन
आतंकी अर्श डल्ला के खिलाफ NIA की कार्रवाई:पंजाब-हरियाणा और यूपी में 9 ठिकानों पर छापेमारी, कनाडा में गिरफ्तारी के बाद एक्शन राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला के ठिकानों पर छापेमारी की है। तीनों राज्यों के 9 जिलों में ये छापेमारी की गई। कनाडा में अर्श डल्ला की गिरफ्तारी के बाद यह पहला मौका है जब उसके के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। अर्श डल्ला के करीबी सहयोगी एनआईए की रडार पर हैं, ताकि डल्ला के पूरे नेटवर्क को तोड़ा जा सके। एनआईए की जांच के मुताबिक डल्ला के तीन सहयोगी हैं। ये तीनों सहयोगी भारत में बड़ा आतंकी-गैंगस्टर सिंडिकेट चला रहे थे। अर्शदीप खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का आतंकी है। भारत सरकार ने उसे 2022 में आतंकी घोषित किया था। वह कनाडा में रहता है और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निझर का करीबी था। निझर की हाल ही में कनाडा में हत्या कर दी गई थी। एनआईए से जुड़े सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। सभी लोग डल्ला से बात करते थे। लंबी जांच के बाद यह छापेमारी शुरू की गई। हैरी मोड़ और हैरी राजपुरा की पूछताछ में हुआ था खुलासा एनआईए का दावा है कि अर्शदीप के साथी हैरी मोड और हैरी राजपुरा स्लीपर सेल के रूप में काम करते थे और उन्हें राजीव कुमार नाम के व्यक्ति ने शरण दी थी। तीनों ने डल्ला के निर्देश पर और उससे मिले पैसों से कई आतंकी हमले करने की योजना बनाई थी। हैरी मोड और हैरी राजपुरा गिरोह के शूटर थे और उन्हें लक्षित हत्याएं करने का आदेश था। अर्श डल्ला ने राजीव कुमार उर्फ शीला को हैरी मोड और हैरी राजपुरा को पनाह देने के लिए पैसे दिए थे। एनआईए की जांच में यह भी पता चला कि राजीव कुमार, अर्श दल्ला के निर्देश पर दो अन्य लोगों के लिए रसद सहायता और हथियारों की व्यवस्था भी कर रहे थे। एनआईए ने 23 नवंबर 2023 को हैरी मौर और हैरी राजपुरा को और 12 जनवरी 2024 को राजीव कुमार को गिरफ्तार किया था।
आतंकी डाल्ला का कथित ऑडियो वायरल:बोला- फरीदकोट के गुरप्रीत हत्याकांड में सांसद अमृतपाल शामिल नहीं, पंजाबी इन्फ्लुएंसर को दी धमकी
आतंकी डाल्ला का कथित ऑडियो वायरल:बोला- फरीदकोट के गुरप्रीत हत्याकांड में सांसद अमृतपाल शामिल नहीं, पंजाबी इन्फ्लुएंसर को दी धमकी फरीदकोट में हुए गुरप्रीत सिंह हत्याकांड मामले को लेकर पंजाब पुलिस के दावों को झूठा बताते हुए एक आतंकी अर्श डाल्ला का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है। जिसमें पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव द्वारा किया गया “वारिस पंजाब दे” के प्रमुख और खडूर साहिब सीट से सांसद अमृतपाल के शामिल होने वाले दावे को झूठा बताया है। ऑडियो में अपने आप को डाल्ला बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि उक्त वारदात उसने करवाई है, ना कि किसी अन्य व्यक्ति ने। इस केस में अमृतपाल सिंह की कोई भूमिका नहीं है। हालांकि दैनिक भास्कर उक्त ऑडियो की पुष्टि नहीं करता। डीजीपी की प्रेसवार्ता के बाद से उक्त ऑडियो वायरल हो रहा है। डाल्ला बोला- गुरप्रीत को हमने मरवाया, ना कि किसी और ने वायरल हो रही कथित ऑडियो में अपने आप को अर्श डाल्ला बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा हत्या केस में मेरे साथ भाई अमृतपाल सिंह का नाम जोड़ा जा रहा है, ये सरासर नाजायज है। ये वारदात मैंने खुद की जिम्मेदारी पर करवाया है। इसमें और किसी का लेनादेना नहीं है। आगे डाल्ला ने कहा- इसकी हत्या इसलिए की गई, क्योंकि 6 माह पहले हमने फोन किया था तो मुझे गालियां दी गई। गुरप्रीत ने महिलाओं की गलत फोटो एडिट किए गए थे। जिसके चलते इसे फोन किया गया था। मुझे इस बारे में शिकायत मिली थी। जिसके चलते हमने इसका काम कर दिया। डाल्ला ने कहा कि गुरप्रीत कोई कौम दर्दी नहीं था, अगर ऐसा होता तो जिन्होंने बेअदबियां की हैं, उन्हें जाकर मारकर आता। डाल्ला ने आगे कहा- हमें किसी के मेडल की जरूरत नहीं है, हम खराब हैं और खराब ही रहेंगे। हम अपनी कौम के लिए जो कर सकेंगे वो करेंगे। दीप सिद्धू की संपथी लेने की कोशिश करता था और जो कौम के लिए काम कर रहे लोग जिंदा हैं, उन्हें गुरप्रीत गलत कहता था। इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाने वालों को भी धमकी कथित ऑडियो में डाल्ला ने कहा कि इंस्टाग्राम पर जो लोग वीडियो बनाते हैं, उनमें से भी एक आधे की बारी हम लगा देंगे। सुख रत्तिया और कोमल कौर का नाम लेते हुए ये धमकी दी गई। वहीं, कुल्हड़ पिज्जा कपल का नाम लिए बिना डाला ने कहा कि हम पिज्जा सभी के बिखेर देंगे। हमें इन्हें मारना पड़ जाएगा, वरना प्रशासन इन्हें समझा ले कि ये सोशल मीडिया पर गंद न डालें। हमारी कौम इन्हीं के चक्कर में खराब हो रही है, अगर इन में से कोई मर जाएगा तो कोई तूफान नहीं आने वाला। आखिरी में डाल्ला ने कहा- जो कौम के लिए अच्छा करेगा, उसकी हमेशा हम प्रशंसा ही करेंगे। कौम के बारे में बुरा बोलने वालों को मेरी धमकी है कि कहीं मुझसे कोई नुकसान मत करवा लेना। डीजीपी ने हत्या के लिंक सांसद अमृतपाल से बताए थे पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि इस मामले का मास्टरमाइंड आतंकी अर्शदीप सिंह डल्ला है। सारी जांच तथ्यों के आधार पर की जा रही है। अमृतपाल सिंह इस समय डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। इस हत्या के लिए कई ग्रुप बनाए गए थे। सभी ग्रुप को अलग-अलग काम सौंपे गए थे। मृतक गुरप्रीत भी वारिस पंजाब संस्था से जुड़ा हुआ था। वह संस्था के फाउंडर मेंबरों से एक था। जब दीप सिद्धू इस संस्था को चला रहे थे तो वह कैशियर की भूमिका निभा रहा था। हालांकि जब अमृतपाल को संस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई थी तो दोनों में मतभेद सामने आए थे। वहीं गुरप्रीत की हत्या में अमृतपाल की भूमिका सामने आई है। सारी जांच तथ्यों के आधार की जा रही है। जरूरत पड़ी तो अमृपाल से पूछताछ की जा सकती है। 9 अक्टूबर को हुई थी हत्या गुरप्रीत की हत्या 9 अक्टूबर को हुई थी। उस समय गुरप्रीत सिंह अपने समर्थक सरपंच पद के प्रत्याशी के हक में प्रचार कर घर वापस लौट रहा था, तभी सामने बाइक सवार आए हत्यारों ने गोलियां चलाकर गुरप्रीत सिंह को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस गोलीबारी में चार गोलियां गुरप्रीत सिंह को लगी, गोली मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल अवस्था में गुरप्रीत सिंह को उपचार के लिए स्थानीय गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज में लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में एक एसआईटी बनाई गई थी। आरोपियों ने रेकी कर दिया वारदात को अंजाम गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बिलाल अहमद उर्फ फौजी, गुरदीप सिंह उर्फ पोंटू और अर्शदीप सिंह उर्फ झंडू के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति रेकी करने वाले ग्रुप में शामिल थे, जिसका संचालन कनाडा आधारित कर्मवीर सिंह उर्फ गोरा द्वारा किया जा रहा था। रेकी करने वाले ग्रुप ने अपने संचालकों और विभिन्न ग्रुप के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी शूटर वाले ग्रुप को दी। डीजीपी ने कहा कि शूटर ग्रुप के सदस्यों की पहचान कर ली गई है और पुलिस टीमें उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं।