पंजाब के अमृतसर में एक बाइक सवार की एक्सीडेंट के बाद इलाज ना मिलने से मौत हो गई। युवक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। घायल अवस्था में युवक को स्थानीय लोगों ने अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन किसी ने एडमिट नहीं किया। अंत में घायल को पुलिस थाने ले जाया गया, जहां से उसे अस्पताल तो शिफ्ट किया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। ये घटना अमृतसर के गांव माहल के अशोक विहार में हुई। स्थानीय लोग करणवीर सिंह ने थाना माहल पुलिस को बताया कि गुरुद्वारे से लौटते समय उन्होंने युवक को घायल अवस्था में देखा था। जिसके बाद उन्होंने तुरंत ऑटो किया और युवक को अस्पताल पहुंचा दिया। जब डॉक्टर ने युवक की जांच की तो उसकी मौत हो चुकी थी। दरअसल, मृतक के सिर पर गंभीर चोट लगी थी। जिसके चलते उसकी मौत हुई है। अस्पतालों ने एडमिट करने से किया मना मृतक को बचाने का प्रयास करने वाले करण और उसके साथियों ने बताया कि जिस समय उसे बचाने के प्रयास में जुटे, मृतक की सांसें चल रही थी। उसे उन्होंने ऑटो में डाला और आस पास के अस्पतालों तक लेकर गए। लेकिन किसी ने भी उसे अस्पताल में एडमिट नहीं किया। अंत में वे उसे थाना कंबोह लेकर पहुंच गए। जहां पुलिस स्टाफ ने उसे एम्बुलेंस कर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक की नहीं हो सकी पहचान पुलिस ने बताया कि युवक के पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिल पाया। जिसके चलते युवक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बाइक के नंबर के आधार पर युवक की पहचान शुरू कर दी है। जल्द ही पहचान के बाद परिवार को इसकी सूचना दे दी जाएगी। अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर पुलिस ने बताया कि युवक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी है और घायल अवस्था में ही उसे छोड़ फरार हो गए। पुलिस आसपास के सीसीटीवी खंगाल रही है, ताकि किसी शक्की वाहन के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। युवक की पहचान के बाद आरोपी को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा। पंजाब के अमृतसर में एक बाइक सवार की एक्सीडेंट के बाद इलाज ना मिलने से मौत हो गई। युवक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। घायल अवस्था में युवक को स्थानीय लोगों ने अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन किसी ने एडमिट नहीं किया। अंत में घायल को पुलिस थाने ले जाया गया, जहां से उसे अस्पताल तो शिफ्ट किया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। ये घटना अमृतसर के गांव माहल के अशोक विहार में हुई। स्थानीय लोग करणवीर सिंह ने थाना माहल पुलिस को बताया कि गुरुद्वारे से लौटते समय उन्होंने युवक को घायल अवस्था में देखा था। जिसके बाद उन्होंने तुरंत ऑटो किया और युवक को अस्पताल पहुंचा दिया। जब डॉक्टर ने युवक की जांच की तो उसकी मौत हो चुकी थी। दरअसल, मृतक के सिर पर गंभीर चोट लगी थी। जिसके चलते उसकी मौत हुई है। अस्पतालों ने एडमिट करने से किया मना मृतक को बचाने का प्रयास करने वाले करण और उसके साथियों ने बताया कि जिस समय उसे बचाने के प्रयास में जुटे, मृतक की सांसें चल रही थी। उसे उन्होंने ऑटो में डाला और आस पास के अस्पतालों तक लेकर गए। लेकिन किसी ने भी उसे अस्पताल में एडमिट नहीं किया। अंत में वे उसे थाना कंबोह लेकर पहुंच गए। जहां पुलिस स्टाफ ने उसे एम्बुलेंस कर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक की नहीं हो सकी पहचान पुलिस ने बताया कि युवक के पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिल पाया। जिसके चलते युवक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बाइक के नंबर के आधार पर युवक की पहचान शुरू कर दी है। जल्द ही पहचान के बाद परिवार को इसकी सूचना दे दी जाएगी। अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर पुलिस ने बताया कि युवक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी है और घायल अवस्था में ही उसे छोड़ फरार हो गए। पुलिस आसपास के सीसीटीवी खंगाल रही है, ताकि किसी शक्की वाहन के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। युवक की पहचान के बाद आरोपी को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में फैक्ट्रियों को लूटने वाला गिरोह काबू:6 आरोपी गिरफ्तार, हरियाणा के रहने वाले, महिंद्रा पिकअप सहित लाखों का सामान बरामद पंजाब पुलिस ने फैक्ट्रियों को निशाना बनाने वाले एक चोर गिरोह के 6 सदस्यों को काबू किया है। आरोपियों से वारदातों में प्रयोग की जाने वाली महिंद्रा पिकअप और चोरी किया हुआ 10 लाख का सामान बरामद हुआ है। यह कार्रवाई मोहाली पुलिस की तरफ से की गई। मोहाली की एसपी इन्वेस्टिगेशन ज्योति यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपी हरियाणा और पंजाब के रहने वाले है। वहीं, आरोपियों में पिता व पुत्र भी शामिल है। आरोपियों के पकडे़ जाने से कई वारदातें सुलझ गई हैं। मोहाली जिले में दो फैक्ट्रियों को बनाया था निशाना पुलिस से पता चला है कि खासकर मोहाली जिले के खरड़ और कुराली के एरिया में लगातार गिरोह द्वारा फैक्ट्रियों को निशाना बनाया जा रहा था। इस संबंधी शिकायतें मिलने के बाद पुलिस की तरफ से केस दर्ज किए गए थे। पांच सितंबर को सेक्टर-125 निवासी रिशीपाल की शिकायत पर केस दर्ज किया थ। इस तरह 14 सितंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-21 निवासी ने बताया कि उनकी घंडूआं में है। जिसमें 20 के करीब मुलाजिम है। उसकी फैक्ट्री में 29 और 30 अगस्त को चोरी हुई थी। करीब ढाई लाख का सामान चोर ले गए थे। यहां के रहने वाले हैं आरोपी पकड़े गए आरोपियों की पहचान साजन वासी रथपुर कॉलोनी पिंजौर जिला पंचकूला, विशाला वासी कुराली, राहुल वासी रथपुर कॉलोनी पिंजौर जिला पंचकूला हरियाणा, बताब वासी गांव चंडी कोटका जिला पंचकूला, सुनील निवासी जिला पंचकूला और हजूरी नवासी कुराली शामिल है। कई आराेपियों पर पहले भी केस दर्ज है।
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रेडक्रॉस की जमीन के आरोप लगाने वालों पर कार्रवाई:पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन प्रधान बोले- मुझे बदनाम करने की साजिश रेड क्रॉस की जमीन को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगाए जा रहे आरोपों को खारिज करते हुए पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के प्रधान अमरजीत मेहता ने कहा कि यह सब उन्हें बदनाम करने की साजिश है। आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस द्वारा जमीन को लीज पर देने का आरोप निराधार है। क्योंकि आज तक इस जमीन का लीज डीड हमारे नाम पर नहीं हुई। अखबार में दिया था विज्ञापन अमरजीत मेहता ने बताया कि रेड क्रॉस ने इस जमीन को लीज पर देने के लिए अखबार में बोली का विज्ञापन दिया था। जिस बाबत उनके बेटे पदमजीत सिंह मेहता ने प्रपोजल दी थी। उन्होंने कहा कि वह पिछले कई सालों से नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाकर पंजाब के बच्चों के लिए अच्छे प्रयास कर रहे हैं, और अब भी उनके बेटे ने इसे आगे बढ़ाने के उद्देश्य से ही यह प्रपोजल रेड क्रॉस सोसाइटी को अखबार में प्रकाशित हुई बोली के अनुसार दी है। उन्होंने कहा कि इस जमीन को लीज पर लेकर खिलाड़ियों और युवाओं की भलाई के लिए काम किया जाना था। जिसका फायदा बठिंडा के युवाओं और खिलाड़ियों को ही होना था। लीज का दिया हिसाब यहां यह भी बताना जरूरी है कि साल 2014 से यह जमीन 11 हजार से 30 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से लीज पर दी जाती रही है, और रेड क्रॉस ने साल 2014 से लेकर अब तक इस जमीन का किराया 24 लाख 60 हजार 700 रुपए ही वसूला है। साल 2022-23 में 2.83 लाख रुपए और 2023-24 में 3.36 लाख रुपए वार्षिक बोली की गई। लेकिन मेरे बेटे ने इस जमीन की प्रपोजल 10,12,500 रुपए प्रति वर्ष के हिसाब से दी है। जो अब तक की बोली से तीन गुना से भी ज्यादा बनती है। पीसीए प्रधान ने रेड क्रॉस द्वारा 2014 से 2024 तक लीज पर दी गई इस जमीन की लीज आय का ब्योरा भी दिया है। जिसमें रेड क्रॉस की इस जमीन की आखिरी बोली 3.36 लाख रुपए से भी कम है। आरोपों को बताया गलत अमरजीत मेहता ने कहा कि इस जमीन को लेकर मेरे ऊपर कई आरोप लगाए जा रहे हैं, लेकिन ये सभी आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा, ”मेरे खिलाफ कोई विजिलेंस जांच नहीं चल रही है और न ही मुझ पर किसी बैंक का कोई पैसा बकाया है।” आरोप लगाने वालों ने मद्रास हाई कोर्ट के जो कागजात दिखाए, वे भी गलत हैं। क्योंकि उसमें मेरे खिलाफ कुछ भी नहीं है और हमारे पास जमीन के कागजात सहित नो-ड्यूज सर्टिफिकेट भी है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई अन्य व्यक्ति इस जमीन को लीज पर लेना चाहता है, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर रेडक्रॉस को फायदा होता है, तो यह अच्छी बात है। जिससे उनके परिवार के सदस्यों और खुद उनके लिए खतरा पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि वह इस खतरे को देखते हुए प्रपोजल को आगे नहीं बढ़ाना चाहते और अपनी प्रपोजल को वापस लेंगे। मेरे पास नहीं है AAP का कोई पद- मेहता अमरजीत मेहता ने कहा कि ‘मुझे आम आदमी पार्टी का पदाधिकारी बताया जा रहा है। लेकिन मेरे पास आम आदमी पार्टी का कोई पद नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन एक गैर सरकारी संस्था है और इसका पंजाब सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। श्री मेहता ने कहा कि जबसे उन्होंने पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के प्रधान का पद संभाला है। तब से पंजाब और बठिंडा के हित में कई अहम फैसले लिए गए हैं और ये भविष्य में भी जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को बठिंडा के कल्याण के लिए किए जा रहे अच्छे कार्यों का एहसास नहीं हो रहा है और वह इसमें बाधा उत्पन्न करने के लिए इस तरह के झूठे आरोप लगा रहे हैं। अमरजीत मेहता ने कहा कि बिना तथ्यों के आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और इस संबंधी वह मानहानि का मामला मानयोग अदालत में दायर करेंगे। उनको यह डर है कि उनकी प्रपोजल को लेकर आर्थिक व जिस्मानी नुकसान पहुंचाने के लिए विरोधी किसी भी हद तक जा सकते हैं।