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मेरठ में भाजपा नेता के घर लूट की INSIDE स्टोरी:इंस्टाग्राम रील देखकर ट्रेस किया कपड़ा कारोबारी का घर, शेयर मार्केट में डूबा पैसा रिकवरी के लिए नर्स के भाई ने की वारदात
मेरठ में भाजपा नेता के घर लूट की INSIDE स्टोरी:इंस्टाग्राम रील देखकर ट्रेस किया कपड़ा कारोबारी का घर, शेयर मार्केट में डूबा पैसा रिकवरी के लिए नर्स के भाई ने की वारदात मेरठ में भाजपा नेता चंद्रमोहन गोयल के घर हुई लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। आरोपी कोई और नहीं बल्कि गोयल दंपत्ति के घर उनकी सेवा के लिए आने वाली नर्स का सगा भाई निकला।
नर्स नेहा के भाई गौरव ने अपने दोस्त अभिषेक के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।पुलिस के अनुसार इस पूरी प्लानिंग में नर्स कहीं शामिल नहीं हैं। उसे इस वारदात की जानकारी भी नहीं थी। लेकिन उसके सगे भाई ने अपनी बहन को धोखा दिया, उसके भरोसे का गलत फायदा उठाकर उसके मालिक के घर लूट कर डाली। पुलिस आरोपियों को देहरादून से अरेस्ट कर लाई उनसे लूटे गए 2 लाख रुपयों में से काफी रकम बरामद की है साथ ही मोबाइल फोन जो उन्होंने लूट के पैसे से खरीदा था वो भी लिया है। वारदात के मुख्य आरोपी गौरव ने पूछताछ में बताया कि उसका काफी पैसा शेयर बाजार में डूब चुका था। वो आर्थिक तंगी में था, इसलिए उसने लूट का प्लान बनाकर उसमें अपने दोस्त को शामिल कर लिया। अब लूट की पूरी प्लानिंग सिलसिलेवार पढ़िए… बहन ने फोन पर बताया घर में पैसे रखे हैं पूछताछ में गौरव ने बताया कि पिछले 8 महीने से वो इस लूट की प्लानिंग कर रहा था। उसकी बहन नेहा इस परिवार में पिछले 2 सालों से काम करती है। परिवार देहरादून में रहता है। बहन अकेली मेरठ में रहती है। यहां से अक्सर बहन मां को फोन पर अपनी जॉब के बारे में बताती। 8 महीने पहले बहन ने मां को बताया कि उसके मालिक उस पर बहुत भरोसा करते हैं, वो जिस कमरे में रुकती है उसी कमरे मे ंएक अलमारी है जिसमें 2 लाख रुपए कैश रखा है। गोयल दंपत्ति मुझसे ही पैसे निकलवाते रखते थे। यही बातें गौरव ने सुन ली थी। उसी दिन से वो लूट की प्लानिंग में लग गया।
8 महीने पहले मेरठ आया था गौरव गौरव ने बताया कि 8 महीने पहले बहन से मिलने के लिए वो देहरादून से मेरठ आया था। तभी बहन ने उसे गोयल दंपत्ति का पूरा घर दिखाया था। उसी दिन उसने घर की सारी रैकी कर ली थी। घर कहां है, दरवाजे कैसे हैं, कौन कहां रहता है सब देख लिया था। तभी से वो वारदात की प्लानिंग में जुट गया। 26 जून से पहले गौरव 2 बार और देहरादून से मेरठ लूट के इरादे से आया। लेकिन वो सफल नहीं हुआ। वो अकेला ये काम नहीं कर सकता था इसलिए उसने अपने दोस्त अभिषेक को इसमें शामिल किया। तय हुआ कि लूट के दो लाख रुपए दोनों लोग आपस में 1, 1 लाख बांट लेंगे। बीफार्म कर चुका अभिषेक भी बेरोजगार है उसे भी पैसे की जरूरत है उसने गौरव का साथ देने की हामी भर दी। नर्स छुट्टी पर गई उसी का उठाया फायदा 2 बार फेल होने के बाद गौरव-अभिषेक दोबारा लूट करने की योजना बना रहे थे। तभी गौरव को पता चला कि बहन नेहा छुट्टी जा रही है। घर में चंद्रमोहन गोयल, उनकी पत्नी दोनों बुजुर्ग अकेले रहेंगे। गौरव को लूट के लिए यही सबसे अच्छा समय लगा। क्योंकि उसका टार्गेट केवल पैसे चुराना था, मर्डर नहीं था। गौरव मूल रूप से बागपत का रहने वाला है परिवार काफी समय से देहरादून रहता है। अभिषेक शामली का रहने वाला है। इंस्टाग्राम रील देखकर की घर की पहचान दोनों ने पहले बागपत अड्डे पंहुचकर हेल्मेट और कपडे से मुंह बाधकर बाईक की नम्बर प्लेट को टैम्पर्ड कर दिया। फिर गूगल मैप के स्ट्रीट व्यू के जरिये घर तक जाने का रास्ता लगाया। गौरव पहले ये घर देख चुका था इसलिए वो कालोनी में पहुंच गया लेकिन चंद्रमोहन के घर का दरवाजा भूल गया। काफी देर गली में चक्कर लगाने के बाद भी जब उसे घर याद नहीं आया तब उसने बहन के इंस्टाग्राम से उसकी रील देखी। इस रील में चंद्रमोहन गोयल के घर का दरवाजा साफ दिख रहा था। रील देखकर दोनों लोग उसी घर में पहुंचे। सर्विलांस, सीसीटीवी की मदद से आरोपी तक पहुंची पुलिस कपड़ा कारोबारी के घर पहुंचने के बाद सरकारी आदमी बताकर गेट खुलवाया। चाकू की नोंक पर लेकर घर में घुसे और तीनों लोगों को कमरे में बंद कर दिया। अलमारी खोलकर 02 लाख रुपये लूट लिये थे और वंहा से बाईक से फरार हो गये । पुलिस सीसीटीवी और सर्विलांस की मदद से आरोपियों तक पहुंची। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस, एसओजी की टीम ने देहरादून से ही दोनो को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। दोनों से लूट की रकम बरामद की है। घटना में गौरव की बहन जो नर्स है उसका कोई रोल जांच में सामने नहीं आया है।
लुधियाना में पुलिस की नशा तस्करों पर रेड:घोड़ा छाप कॉलोनी में कार्रवाई, लोग बोले- छापामारी से पहले सप्लायरों को मिल जाती है सूचना
लुधियाना में पुलिस की नशा तस्करों पर रेड:घोड़ा छाप कॉलोनी में कार्रवाई, लोग बोले- छापामारी से पहले सप्लायरों को मिल जाती है सूचना पंजाब के लुधियाना की जिला पुलिस ने आज घोडा छाप कॉलोनी और छावनी मोहल्ला में कई लोगों के घरों की तलाशी ली. पुलिस ने कुछ लोगों के घरों से नशीली दवाएं भी बरामद की. अगर घोडा छाप कॉलोनी की बात करें तो सुबह साढ़े सात बजे ही पूरी कॉलोनी को पुलिस बल ने घेर लिया था. चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर दी गई थी. पुलिस कर्मियों ने हर आने-जाने वाले व्यक्ति की तलाशी ली। पुलिस की छापेमारी के दौरान कॉलोनी के लोगों ने कई अहम खुलासे किए. लोगों ने बताया कि पुलिस की छापेमारी से पहले ही कुछ पुलिस कर्मी नशा तस्करों को छापेमारी की सूचना दे देते हैं। इस कारण बड़े नशे के मगरमच्छ पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाते। आम लोगों के घरों में चेकिंग की जाती है, जबकि असली नशा सप्लायर भाग जाते हैं या फिर नशे को इधर-उधर छिपा देते हैं। 100 से अधिक पुलिस बल ने की सर्च
घोड़ा छाप कालोनी में अलग-अलग थानों के पुलिस कर्मचारी 100 से अधिक सर्च करने पहुंचे। मौके का जायजा पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल और ADGP प्रवीण कुमार ने लिया। ADGP प्रवीण कुमार ने कहा कि आज पूरे पंजाब में नशा तस्करों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। लुधियाना में घोड़ा छाप कालोनी और छावनी मोहल्ला में चैकिंग की गई है। कालोनी के कुछ लोगों ने अपनी दिक्कतें बताई है उन पर भी ध्यान दिया जाएगा। अधिकारियों के स्पष्ट आदेश है कि किसी भी हाल में नशा तस्करों को छोड़ना नहीं है। लुधियाना के अभी कई और भी संदिग्ध इलाके है जहां आने वाले दिनों में भी रेड करवाई जाएगी। कालोनी निवासियों में रोष
घोड़ा छाप कालोनी में रहते विनोद घई ने कहा कि पूरी कालोनी में 10 प्रतिशत लोग ऐसे है जो चिट्टा बेचते है। इन लोगों को पुलिस कर्मचारी पहले ही सुचेत कर देते है जिस कारण छापामारी के वक्त ये तस्कर पुलिस के हाथ नहीं आते। विनोद ने कहा कि पहले कई बार उसने पुलिस को नशा तस्करों की शिकायत दी लेकिन उसे जान से मारने की धमकियां मिलने लगी। नशा तस्कर और पुलिस कर्मी गाडियों में बैठ करते सेटिंग रोजाना पुलिस कर्मचारी नशा तस्करों के साथ गाड़ियों में बैठकर सेटिंग करते है। आज वह पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल से भी मिले है। उन्हें भी मामला संबंधी जानकारी दी है। कालोनी में रहने वाले अच्छे सामाजिक लोगों की छवि खराब होती है जब पुलिस बेवजह उनके घरों की सर्च करती है। जबकि असल नशा तस्कर पहले ही भाग जाते।
पंजाब महिला कांग्रेस की मेंबरशिप मुहिम का आगाज:ऑनलाइन चलेगी ड्राइव, चंडीगढ़ में बनी स्ट्रेटजी, केंद्र व पंजाब सरकार पर बोला हमला
पंजाब महिला कांग्रेस की मेंबरशिप मुहिम का आगाज:ऑनलाइन चलेगी ड्राइव, चंडीगढ़ में बनी स्ट्रेटजी, केंद्र व पंजाब सरकार पर बोला हमला महिला कांग्रेस के स्थापना दिवस पर आज (रविवार को) पंजाब महिला कांग्रेस की मेंबरशिप मुहिम का आगाज हुआ। इस मौके महिला कांग्रेस के नेताओं की एक मीटिंग हुई। जिसमें पार्टी की सभी जिलों व ब्लॉकों की अध्यक्ष शामिल हुई। बैठक प्रधान गुरशरण कौर रंधावा की अगुवाई में हुई। पंजाब महिला कांग्रेस की पर्यवेक्षक नताशा शर्मा ने बताया कि मेंबरशिप ड्राइव ऑनलाइन चलेगी। महिलाओं से वोट लिए, हक नहीं दिए बीजेपी पर निशाना बनाते हुए गुरशरण कौर रंधावा ने कहा कि केंद्र सरकार के राज में जहां देशभर में महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। महिलाएं अपना घर, रसोई चलाने और बच्चों की फीस भरने में भी असमर्थ हैं। इसके साथ ही मोदी सरकार ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण का सपना दिखाकर उनका वोट तो हड़प लिया, लेकिन अब जनगणना के बाद इसे लागू करने के बहाने आरक्षण को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी कठिनाइयों का सामना करने और महिलाओं को कांग्रेस के साथ मजबूत करने के लिए महिला कांग्रेस ने यह भर्ती अभियान शुरू किया है। पंजाब में कानून व्यवस्था का बुरा हाल इस मौके गुरशरण कौर रंधावा ने कहा कि पंजाब महिला कांग्रेस अपने आप में एक मजबूत संगठन है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है और महिलाएं घर से निकलने से डरती है। बेरोजगारी, नशा और गुंडागर्दी ने उनके बच्चों को बुरे दौर में धकेल दिया है। आज महिलाएं सरकार के 1000 रुपए के झूठे वादे को भूलकर अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, जिसके कारण महिला कांग्रेस चुप बैठने के बजाय संघर्ष का रास्ता चुन रही है।