अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली 14 कोसी परिक्रमा चल रही है। शनिवार शाम 6.32 बजे शुरू हुई परिक्रमा करीब 22 घंटे चलेगी। रविवार शाम 4.44 बजे परिक्रमा समापन का मुहूर्त है। शुरुआत के 12 घंटे में करीब 10 लाख श्रद्धालु परिक्रमा कर चुके हैं। इसमें बड़ी संख्या में पुरुष और महिला श्रद्धालु हैं। श्रद्धालु जय श्रीराम के जयकारे लगाते आगे बढ़ रहे हैं। भक्त बीच-बीच में रास्ते में रुककर धरती माता को स्पर्श कर रहे हैं। रज को माथे पर लगाकर हाथ जोड़कर आशीर्वाद ले रहे हैं। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसलिए कमिश्नर और जिलाधिकारी खुद रास्ते का निरीक्षण कर रहे हैं। पुलिस, PAC, डॉग स्क्वायड के अलावा ATS भी सुरक्षा में मुस्तैद है। पहले देखिए ये 6 तस्वीरें जहां से परिक्रमा शुरू की, वहीं समाप्त की जाएगी
शनिवार शाम 6.32 बजे परिक्रमा की शुरुआत हुई। मुहूर्त के अनुसार, रविवार दोपहर शाम 4.44 बजे तक परिक्रमा चलेगी। यहां पहुंचे लाखों श्रद्धालु राम नाम संकीर्तन और लोकगीतों के साथ परिक्रमा कर रहे हैं। शुभ मुहूर्त के पहले ही लाखों श्रद्धालुओं ने अयोध्या पहुंचकर जगह-जगह से अपनी परिक्रमा की शुरुआत की, जो श्रद्धालु जहां से परिक्रमा शुरू की है, वहीं परिक्रमा समाप्त करेगा। एक घंटा पहले शुरू की परिक्रमा
परिक्रमा का शुभ मुहूर्त शनिवार शाम 6.32 बजे था, लेकिन लगभग 1 घंटे पहले ही श्रद्धालुओं ने परिक्रमा शुरू कर दी। यह 14 कोसी परिक्रमा अयोध्या धाम और शहर में लेकर 14 कोस की होती है। अयोध्या धाम के नया घाट से लेकर फैजाबाद फिर गुप्तारघाट से लेकर के परिक्रमा वापस नया घाट पहुंचती है हालांकि जो परिक्रमाथी जहां से परिक्रमा शुरू करता है वहीं पर समाप्त करने की परंपरा है, यह 14 कोसी परिक्रमा आज शाम 4:30 बजे तक होगी। ड्रोन कैमरे की देखरेख में सुरक्षा के कड़े प्रबंध
उनके स्वास्थ्य, सुरक्षा की समुचित व्यवस्था के साथ सफाई के बीच परिक्रमा हो, योगी सरकार का इस पर भी विशेष फोकस रहा। ड्रोन कैमरे की देखरेख में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। परिक्रमा मार्ग पर सिर पर आस्था की गठरी लिए नंगे पांव श्रद्धालुओं का सैलाब दिखाई देने लगा है। बड़ी संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। परिक्रमा मार्गों पर बड़ी संख्या में पुरुष व महिला पुलिस कर्मियों के साथ सादी वर्दी में भी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही ड्रोन से पूरे मेले की निगरानी की जा रही है। परिक्रमा एटीएस की निगरानी में शुरू होगी खास भीड़ भाड़ वाले स्थान परिक्रमा पथ पर सुरक्षा के इंतजाम हैं। 12 प्राथमिक उपचार केंद्र बनाये गए हैं
14 कोसी परिक्रमा को लेकर अस्थाई 12 प्राथमिक उपचार केंद्र बनाये गए हैं। इनमें हनुमान गुफा, मौनी बाबा, हलकारा का पुरवा, दर्शननगर, अचारी का सगरा, जनौरा, सहादतगंज हनुमानगढ़ी, गुप्तारघाट, अफीम कोठी, अमानीगंज, चक्रतीर्थ और झुनकी घाट शामिल है। 14 जगहों पर एम्बुलेंस की तैनाती की गई है। पूरे कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में 20-20 व श्री राम चिकित्सालय में 10 बेड आरक्षित रखा गया है। सुरक्षा, सफाई व संसाधन पर विशेष फोकस
परिक्रमा में किसी भी श्रद्धालु को परेशानी न हो, इसके लिए योगी सरकार ने प्रशासन को विशेष निर्देश दिए हैं। प्रशासन भी सुरक्षा, सफाई व मूलभूत संसाधन उपलब्ध करा रहा है। जिला प्रशासन का दावा है कि आने वाले श्रद्धालुओं को बिना किसी असुविधा के पूरे परिक्रमा मेले को संपन्न कराया जाएगा। इधर, 14 कोसी परिकरमा को सकुशल संपन्न कराने के लिए महापौर गिरिशपति त्रिपाठी, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह, एसएसपी राजकरण नैयर आदि निरीक्षण करते हुए दिखाई पड़े। क्या है धार्मिक मान्यता धार्मिक मान्यता है कि 14 कोसी परिक्रमा यानी 42 किलोमीटर की परिक्रमा को पूरा करने पर सात जन्मों का पुण्य प्राप्त होता है। अत्यंत प्राचीन और ऐतिहासिक परिक्रमा का आयोजन आज भी अपनी परंपरा के मुताबिक होता है। जगह– जगह शिविर स्वास्थ्य और खानपान का लगा शिविर श्री राम नेत्रालय के बगल श्री सेवा संस्थान द्वारा कैंप लगाकर 14 कोसी परिक्रमा करने वाले परिक्रमार्थियों की की गई सेवा। सेवा से गदगद हुए परिक्रमार्थी, कैंप में दवा और मरहम पट्टी की व्यवस्था की गई श्री सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष आनंद त्रिपाठी ने स्वयं अपने हाथों से पट्टी बांधकर सेवा की। निशुल्क दवा सेवा के साथ विश्राम और गर्म पानी की भी व्यवस्था की गई थी, जिसमें परिक्रमा करने वाले लाखों श्रद्धालुओं को काफी आराम मिला। सेवा शिविर का शुभारंभ संरक्षक गिरीश पति त्रिपाठी की अध्यक्षता में बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश कुमार दास ने किया। आचार्य रणंजय शास्त्री ने वैदिक मंत्रों के साथ राम लला और हनुमान लला का पूजन किया। सेवा शिविर में शनिवार शाम 2 बजे से लेकर रविवार शाम चार बजे तक रहेगा जिसमें लाखों श्रद्धालुओं की सेवा दवा मरहम पट्टी विश्राम व्यवस्था और गर्म पानी से की गई। इसी प्रकार कई स्थानों पर कैंप लगाएं गए है। यहां से उठी 14 कोसी परिक्रमा मार्ग नाका हनुमान गढ़ी, नयाघाट, हनुमान गुफा, दीनबंधु नेत्र चिकित्सालय चौराहा, श्री सीताराम आरोग्य निकेतन, रामायणम् आश्रम, श्री रामाज्ञाश्रम, कारसेवक पुरम, श्री सीताराम आश्रम, धूनीवाले बाबा, श्रीरामजन्मभूमि कार्यशाला राम-घाट चौराहा, मानस भवन, श्री हरिधाम महादेवा मंदिर आदि 14 कोसी परिक्रमा मार्ग के प्रमुख स्थल रहे। कंट्रोल रूम में दे सकते हैं सूचना 14 कोसी परिक्रमा मेला शांतिपूर्वक चले। सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर मुस्तैद रहे। यहां से जुड़ी किसी भी प्रकार की सूचना-जानकारी कंट्रोल रूम में दी/ली जा सकती है। कंट्रोल रूम का मोबाइल नंबर 9120989195 व 05278-232043, 232044, 46, 47 है। किसी भी प्रकार की सहायता के लिए इस नंबर पर फोन किया जा सकता है। साथ ही मेला सहायक कौशल किशोर श्रीवास्तव से मोबाइल नंबर 9454402642 पर भी संपर्क किया जा सकता है। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली 14 कोसी परिक्रमा चल रही है। शनिवार शाम 6.32 बजे शुरू हुई परिक्रमा करीब 22 घंटे चलेगी। रविवार शाम 4.44 बजे परिक्रमा समापन का मुहूर्त है। शुरुआत के 12 घंटे में करीब 10 लाख श्रद्धालु परिक्रमा कर चुके हैं। इसमें बड़ी संख्या में पुरुष और महिला श्रद्धालु हैं। श्रद्धालु जय श्रीराम के जयकारे लगाते आगे बढ़ रहे हैं। भक्त बीच-बीच में रास्ते में रुककर धरती माता को स्पर्श कर रहे हैं। रज को माथे पर लगाकर हाथ जोड़कर आशीर्वाद ले रहे हैं। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसलिए कमिश्नर और जिलाधिकारी खुद रास्ते का निरीक्षण कर रहे हैं। पुलिस, PAC, डॉग स्क्वायड के अलावा ATS भी सुरक्षा में मुस्तैद है। पहले देखिए ये 6 तस्वीरें जहां से परिक्रमा शुरू की, वहीं समाप्त की जाएगी
शनिवार शाम 6.32 बजे परिक्रमा की शुरुआत हुई। मुहूर्त के अनुसार, रविवार दोपहर शाम 4.44 बजे तक परिक्रमा चलेगी। यहां पहुंचे लाखों श्रद्धालु राम नाम संकीर्तन और लोकगीतों के साथ परिक्रमा कर रहे हैं। शुभ मुहूर्त के पहले ही लाखों श्रद्धालुओं ने अयोध्या पहुंचकर जगह-जगह से अपनी परिक्रमा की शुरुआत की, जो श्रद्धालु जहां से परिक्रमा शुरू की है, वहीं परिक्रमा समाप्त करेगा। एक घंटा पहले शुरू की परिक्रमा
परिक्रमा का शुभ मुहूर्त शनिवार शाम 6.32 बजे था, लेकिन लगभग 1 घंटे पहले ही श्रद्धालुओं ने परिक्रमा शुरू कर दी। यह 14 कोसी परिक्रमा अयोध्या धाम और शहर में लेकर 14 कोस की होती है। अयोध्या धाम के नया घाट से लेकर फैजाबाद फिर गुप्तारघाट से लेकर के परिक्रमा वापस नया घाट पहुंचती है हालांकि जो परिक्रमाथी जहां से परिक्रमा शुरू करता है वहीं पर समाप्त करने की परंपरा है, यह 14 कोसी परिक्रमा आज शाम 4:30 बजे तक होगी। ड्रोन कैमरे की देखरेख में सुरक्षा के कड़े प्रबंध
उनके स्वास्थ्य, सुरक्षा की समुचित व्यवस्था के साथ सफाई के बीच परिक्रमा हो, योगी सरकार का इस पर भी विशेष फोकस रहा। ड्रोन कैमरे की देखरेख में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। परिक्रमा मार्ग पर सिर पर आस्था की गठरी लिए नंगे पांव श्रद्धालुओं का सैलाब दिखाई देने लगा है। बड़ी संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। परिक्रमा मार्गों पर बड़ी संख्या में पुरुष व महिला पुलिस कर्मियों के साथ सादी वर्दी में भी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही ड्रोन से पूरे मेले की निगरानी की जा रही है। परिक्रमा एटीएस की निगरानी में शुरू होगी खास भीड़ भाड़ वाले स्थान परिक्रमा पथ पर सुरक्षा के इंतजाम हैं। 12 प्राथमिक उपचार केंद्र बनाये गए हैं
14 कोसी परिक्रमा को लेकर अस्थाई 12 प्राथमिक उपचार केंद्र बनाये गए हैं। इनमें हनुमान गुफा, मौनी बाबा, हलकारा का पुरवा, दर्शननगर, अचारी का सगरा, जनौरा, सहादतगंज हनुमानगढ़ी, गुप्तारघाट, अफीम कोठी, अमानीगंज, चक्रतीर्थ और झुनकी घाट शामिल है। 14 जगहों पर एम्बुलेंस की तैनाती की गई है। पूरे कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में 20-20 व श्री राम चिकित्सालय में 10 बेड आरक्षित रखा गया है। सुरक्षा, सफाई व संसाधन पर विशेष फोकस
परिक्रमा में किसी भी श्रद्धालु को परेशानी न हो, इसके लिए योगी सरकार ने प्रशासन को विशेष निर्देश दिए हैं। प्रशासन भी सुरक्षा, सफाई व मूलभूत संसाधन उपलब्ध करा रहा है। जिला प्रशासन का दावा है कि आने वाले श्रद्धालुओं को बिना किसी असुविधा के पूरे परिक्रमा मेले को संपन्न कराया जाएगा। इधर, 14 कोसी परिकरमा को सकुशल संपन्न कराने के लिए महापौर गिरिशपति त्रिपाठी, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह, एसएसपी राजकरण नैयर आदि निरीक्षण करते हुए दिखाई पड़े। क्या है धार्मिक मान्यता धार्मिक मान्यता है कि 14 कोसी परिक्रमा यानी 42 किलोमीटर की परिक्रमा को पूरा करने पर सात जन्मों का पुण्य प्राप्त होता है। अत्यंत प्राचीन और ऐतिहासिक परिक्रमा का आयोजन आज भी अपनी परंपरा के मुताबिक होता है। जगह– जगह शिविर स्वास्थ्य और खानपान का लगा शिविर श्री राम नेत्रालय के बगल श्री सेवा संस्थान द्वारा कैंप लगाकर 14 कोसी परिक्रमा करने वाले परिक्रमार्थियों की की गई सेवा। सेवा से गदगद हुए परिक्रमार्थी, कैंप में दवा और मरहम पट्टी की व्यवस्था की गई श्री सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष आनंद त्रिपाठी ने स्वयं अपने हाथों से पट्टी बांधकर सेवा की। निशुल्क दवा सेवा के साथ विश्राम और गर्म पानी की भी व्यवस्था की गई थी, जिसमें परिक्रमा करने वाले लाखों श्रद्धालुओं को काफी आराम मिला। सेवा शिविर का शुभारंभ संरक्षक गिरीश पति त्रिपाठी की अध्यक्षता में बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश कुमार दास ने किया। आचार्य रणंजय शास्त्री ने वैदिक मंत्रों के साथ राम लला और हनुमान लला का पूजन किया। सेवा शिविर में शनिवार शाम 2 बजे से लेकर रविवार शाम चार बजे तक रहेगा जिसमें लाखों श्रद्धालुओं की सेवा दवा मरहम पट्टी विश्राम व्यवस्था और गर्म पानी से की गई। इसी प्रकार कई स्थानों पर कैंप लगाएं गए है। यहां से उठी 14 कोसी परिक्रमा मार्ग नाका हनुमान गढ़ी, नयाघाट, हनुमान गुफा, दीनबंधु नेत्र चिकित्सालय चौराहा, श्री सीताराम आरोग्य निकेतन, रामायणम् आश्रम, श्री रामाज्ञाश्रम, कारसेवक पुरम, श्री सीताराम आश्रम, धूनीवाले बाबा, श्रीरामजन्मभूमि कार्यशाला राम-घाट चौराहा, मानस भवन, श्री हरिधाम महादेवा मंदिर आदि 14 कोसी परिक्रमा मार्ग के प्रमुख स्थल रहे। कंट्रोल रूम में दे सकते हैं सूचना 14 कोसी परिक्रमा मेला शांतिपूर्वक चले। सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर मुस्तैद रहे। यहां से जुड़ी किसी भी प्रकार की सूचना-जानकारी कंट्रोल रूम में दी/ली जा सकती है। कंट्रोल रूम का मोबाइल नंबर 9120989195 व 05278-232043, 232044, 46, 47 है। किसी भी प्रकार की सहायता के लिए इस नंबर पर फोन किया जा सकता है। साथ ही मेला सहायक कौशल किशोर श्रीवास्तव से मोबाइल नंबर 9454402642 पर भी संपर्क किया जा सकता है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर