अयोध्या जीतने वाले सपा सांसद बोले-यहां से मोदीजी भी हारते:भाजपा को हराने के बाद चर्चा में आए अवधेश प्रसाद बोले- मेरे रोम-रोम में राम

अयोध्या जीतने वाले सपा सांसद बोले-यहां से मोदीजी भी हारते:भाजपा को हराने के बाद चर्चा में आए अवधेश प्रसाद बोले- मेरे रोम-रोम में राम

‘चर्चा तो PM नरेंद्र मोदी के अयोध्या से चुनाव लड़ने की हो रही थी। हम भी खुश थे कि अब अच्छा समय आएगा कि मोदी जी यहां से चुनाव लड़ें। हम जानते थे कि जनता मेरे साथ है। इस बार पीएम भी अयोध्या से लड़ते तो चुनाव हार जाते।’ ये हैं अवधेश प्रसाद, अयोध्या के नए सांसद। समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ते हुए इन्होंने भाजपा को हरा दिया। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कुछ महीने बाद ही भाजपा प्रत्याशी को हराने वाले अवधेश प्रसाद की देशभर में चर्चा हो रही है। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा- मेरे रोम-रोम में राम बसे हैं। भाजपा वालों ने देशवासियों को राम मंदिर के नाम पर गुमराह किया। इसलिए अयोध्या की जनता ने उनका अहंकार तोड़ दिया। अवधेश प्रसाद ने अयोध्या को ट्रोल करने वालों से कहा- ऐसे लोगों का दिल कमजोर है, मर्यादा पुरुषोत्तम राम की धरती पर लोकतंत्र की मर्यादा को उन्हें स्वीकार करना चाहिए। पढ़िए देशभर में चर्चित फैजाबाद (अयोध्या) सीट से जीते अवधेश प्रसाद का पूरा इंटरव्यू… सवाल: ऐसी क्या रणनीति थी, जिससे आपने अयोध्या में जीत दर्ज की?
जवाब :अखिलेश यादव जी ने मुझ पर विश्वास जताया। यह सामान्य सीट है, मैं अनुसूचित जाति से आता हूं। अखिलेश ने पहले ही कहा था कि मैं ही जीतूंगा। मैंने उनकी बात मानते हुए चुनाव लड़ा। उनकी परख और निर्णय सही साबित हुआ। उनके टिकट बांटने के निर्णय की सराहना पूरे देश में हो रही है। आने वाले दिन अच्छे होंगे। राज्य में भाजपा की सरकार जाएगी। इंडिया गठबंधन की सरकार आएगी। सवाल: भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह को लेकर क्षेत्र के लोगों में आक्रोश था, क्या आपको भी ऐसा लगता है?
जवाब: मुझे अपने प्रतिद्वंद्वी के बारे में कुछ नहीं कहना है। मैं कुछ भी नहीं कहना चाहता। सवाल: जब तक मंदिर नहीं बना था, भाजपा अयोध्या से जीत रही थी?
जवाब : देखिए भाजपा की हार का कारण मतदाताओं की तकलीफें हैं। उनका घर तोड़ा गया, उजाड़ दिया गया। उनकी जमीन तक फोकट में ले ली गईं। अयोध्या शहर के 10 किमी रेडियस के गांवों में कहा गया कि लोग अपनी जमीनों पर कुछ नहीं कर सकते। यहां हाईटेक शहर बनेगा। मैं उजड़े हुए लोगों को फिर से बसाने का काम करूंगा। कोई संविधान से छेड़छाड़ करेगा, तो अवधेश प्रसाद कुर्बानी देने के लिए तैयार है। पुलिस भर्ती का पेपर लीक हो गया। कोई एक कारण नहीं था। कोरोना काल में भाजपा की खराब व्यवस्था के कारण देश की जनता बदलाव चाह रही है।
सवाल: अयोध्या विधानसभा सीट पर आपका वोटिंग प्रतिशत कम रहा? इसे कैसे देखते हैं? जवाब : पिछले चुनावों में अयोध्या विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को काफी वोट मिले हैं। इस बार जो दो-चार हजार वोटों का फर्क हुआ है, उसके लिए हम किसी को जिम्मेदार नहीं मानते। जिस अयोध्या को लेकर भाजपा पूरे देश में घमंड करती थी। इनका घमंड चूर हो गया। यह तो हमारी जीत ही है। राम तो विश्वव्यापी हैं। अनादि काल से आए हैं। ये राम को कैसे ला सकते हैं? सवाल : चुनाव के बाद देशभर में सिर्फ अयोध्या की चर्चा क्यों हो रही है? जवाब : भाजपा ने अयोध्या के नाम पर पूरे देश के लोगों को गुमराह किया। 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा हुई। देश के तमाम लोगों को जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा खर्च कर फ्री बसें-ट्रेनों और हवाई जहाज से यहां लाया गया। इन्होंने यह बताया कि ये लोग राम को लाए हैं। भाजपा ने कहा कि उन्होंने मंदिर बनवाया है। 18 घंटे तक लाइव चलवाया। इसलिए लोगों में चर्चा तो होगी। सवाल: अयोध्या के लोगों को लेकर सोशल मीडिया पर काफी ट्रोलिंग हो रही है? जवाब : जो लोग गाली दे रहे हैं, उनसे हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि यह लोकतंत्र है। अयोध्या के मतदाताओं के बारे में गलत टिप्पणी करने वालों को लोकतंत्र की मर्यादा का सम्मान करना चाहिए। अयोध्या सिर्फ सीमित क्षेत्र नहीं है। अयोध्या में दरियाबाद, रुदौली, मिल्कीपुर है। यहां मेरे नाम का ऐलान होने के बाद मिठाइयां बंटने लगी थीं। सवाल: आप जीत को लेकर कितना आश्वस्त थे?
जवाब: मैं 100% आश्वस्त था। इस चुनाव में मोदी जी दो से तीन बार आए। चर्चा थी मोदी जी यहां से चुनाव लड़ेंगे। हम भी चाहते थे कि प्रधानमंत्री जी यहां से लड़ें। पीएम भी यहां से हार जाते। उन्होंने हिसाब-किताब लगवाया। इसलिए पीछे हट गए। सवाल: चुनाव जीतने के बाद किन-किन बड़े नेताओं के आपके पास फोन आए?
जवाब: मेरे पास कई बड़े नेताओं के फोन आए। सभी ने बधाई दी। मेरे नेता अखिलेश यादव जी तो मेरा टिकट फाइनल होने से 6 महीने पहले से लेकर चुनाव जीतने के बाद तक मेरे संपर्क में हैं। हमारी उनसे बात होती है। उनके नॉलेज में सब कुछ है। हम खुश हैं कि हमने अयोध्या जीती। सवाल: अब तक अखिलेश यादव रामलला के दर्शन करने नहीं आए, क्या अब अयोध्या आएंगे?
जवाब : ये सवाल ही नहीं उठता है। हमारे नेता बहुत पहले कह चुके हैं कि उनको इनवाइट नहीं किया गया। मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मेरा जन्म यहां हुआ है। जब मैं बीए में पढ़ता था। तब रोज दर्शन के लिए जाता था। राम के नाम का इस्तेमाल अवधेश प्रसाद के पापा-बाबा से लेकर चाचा दादा तक हुआ है। हमारे तो रोम-रोम में राम बसे हैं। मैं जीतने के बाद भी अयोध्या गया। हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, भाजपा वाले तो ढोंगी लोग हैं। सवाल: क्या चुनाव जीतने के बाद आपकी लल्लू सिंह बात हुई? जवाब : 1977 से लेकर आज तक जो कोई मेरे मुकाबले चुनाव लड़ता है। मैं अपनी सभा में उनका नाम तक नहीं लेता। मैं उनके खिलाफ कोई गलत टिप्पणी नहीं करता। हम सिर्फ नीतियों और उनके कार्यक्रम की आलोचना करते हैं। यह चुनाव मेरे लिए ऐतिहासिक है। लोगों ने निष्पक्ष रूप से मेरा समर्थन किया। मैं विरोधी को भी बधाई देता हूं कि अच्छे सहयोग से हम शांतिपूर्वक चुनाव लड़े। जनता ने अच्छा चुनाव लड़ा। सवाल: अयोध्या के विकास का आपका रोडमैप क्या होगा?
जवाब : मैं राम तो नहीं हो सकता हूं, लेकिन उनकी मर्यादाओं को पूरा करूंगा। अयोध्या मेरा क्षेत्र है। मेरी इच्छा है कि हिंदुस्तान के नक्शे पर ही नहीं, दुनिया में अयोध्या का विकास दिखे। इकरा हसन बोलीं-अपनी खोदी खाई में गिरीं स्मृति ईरानी:कैराना कैसे जीतीं, इसका खुलासा किया; ध्रुवीकरण और अपनी शादी पर भी दिया जवाब कैराना से जीतीं इकरा हसन यूपी से इकलौती मुस्लिम महिला सांसद हैं। लंदन से पढ़कर आईं इकरा पहली बार में ही सांसद बन गईं। उन्होंने भाजपा सांसद प्रदीप गुर्जर को 69116 वोटों से हराया। इकरा ने जीत के बाद पहली बार दैनिक भास्कर से बातचीत की। पढ़ें पूरा इंटरव्यू… ‘चर्चा तो PM नरेंद्र मोदी के अयोध्या से चुनाव लड़ने की हो रही थी। हम भी खुश थे कि अब अच्छा समय आएगा कि मोदी जी यहां से चुनाव लड़ें। हम जानते थे कि जनता मेरे साथ है। इस बार पीएम भी अयोध्या से लड़ते तो चुनाव हार जाते।’ ये हैं अवधेश प्रसाद, अयोध्या के नए सांसद। समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ते हुए इन्होंने भाजपा को हरा दिया। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कुछ महीने बाद ही भाजपा प्रत्याशी को हराने वाले अवधेश प्रसाद की देशभर में चर्चा हो रही है। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा- मेरे रोम-रोम में राम बसे हैं। भाजपा वालों ने देशवासियों को राम मंदिर के नाम पर गुमराह किया। इसलिए अयोध्या की जनता ने उनका अहंकार तोड़ दिया। अवधेश प्रसाद ने अयोध्या को ट्रोल करने वालों से कहा- ऐसे लोगों का दिल कमजोर है, मर्यादा पुरुषोत्तम राम की धरती पर लोकतंत्र की मर्यादा को उन्हें स्वीकार करना चाहिए। पढ़िए देशभर में चर्चित फैजाबाद (अयोध्या) सीट से जीते अवधेश प्रसाद का पूरा इंटरव्यू… सवाल: ऐसी क्या रणनीति थी, जिससे आपने अयोध्या में जीत दर्ज की?
जवाब :अखिलेश यादव जी ने मुझ पर विश्वास जताया। यह सामान्य सीट है, मैं अनुसूचित जाति से आता हूं। अखिलेश ने पहले ही कहा था कि मैं ही जीतूंगा। मैंने उनकी बात मानते हुए चुनाव लड़ा। उनकी परख और निर्णय सही साबित हुआ। उनके टिकट बांटने के निर्णय की सराहना पूरे देश में हो रही है। आने वाले दिन अच्छे होंगे। राज्य में भाजपा की सरकार जाएगी। इंडिया गठबंधन की सरकार आएगी। सवाल: भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह को लेकर क्षेत्र के लोगों में आक्रोश था, क्या आपको भी ऐसा लगता है?
जवाब: मुझे अपने प्रतिद्वंद्वी के बारे में कुछ नहीं कहना है। मैं कुछ भी नहीं कहना चाहता। सवाल: जब तक मंदिर नहीं बना था, भाजपा अयोध्या से जीत रही थी?
जवाब : देखिए भाजपा की हार का कारण मतदाताओं की तकलीफें हैं। उनका घर तोड़ा गया, उजाड़ दिया गया। उनकी जमीन तक फोकट में ले ली गईं। अयोध्या शहर के 10 किमी रेडियस के गांवों में कहा गया कि लोग अपनी जमीनों पर कुछ नहीं कर सकते। यहां हाईटेक शहर बनेगा। मैं उजड़े हुए लोगों को फिर से बसाने का काम करूंगा। कोई संविधान से छेड़छाड़ करेगा, तो अवधेश प्रसाद कुर्बानी देने के लिए तैयार है। पुलिस भर्ती का पेपर लीक हो गया। कोई एक कारण नहीं था। कोरोना काल में भाजपा की खराब व्यवस्था के कारण देश की जनता बदलाव चाह रही है।
सवाल: अयोध्या विधानसभा सीट पर आपका वोटिंग प्रतिशत कम रहा? इसे कैसे देखते हैं? जवाब : पिछले चुनावों में अयोध्या विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को काफी वोट मिले हैं। इस बार जो दो-चार हजार वोटों का फर्क हुआ है, उसके लिए हम किसी को जिम्मेदार नहीं मानते। जिस अयोध्या को लेकर भाजपा पूरे देश में घमंड करती थी। इनका घमंड चूर हो गया। यह तो हमारी जीत ही है। राम तो विश्वव्यापी हैं। अनादि काल से आए हैं। ये राम को कैसे ला सकते हैं? सवाल : चुनाव के बाद देशभर में सिर्फ अयोध्या की चर्चा क्यों हो रही है? जवाब : भाजपा ने अयोध्या के नाम पर पूरे देश के लोगों को गुमराह किया। 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा हुई। देश के तमाम लोगों को जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा खर्च कर फ्री बसें-ट्रेनों और हवाई जहाज से यहां लाया गया। इन्होंने यह बताया कि ये लोग राम को लाए हैं। भाजपा ने कहा कि उन्होंने मंदिर बनवाया है। 18 घंटे तक लाइव चलवाया। इसलिए लोगों में चर्चा तो होगी। सवाल: अयोध्या के लोगों को लेकर सोशल मीडिया पर काफी ट्रोलिंग हो रही है? जवाब : जो लोग गाली दे रहे हैं, उनसे हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि यह लोकतंत्र है। अयोध्या के मतदाताओं के बारे में गलत टिप्पणी करने वालों को लोकतंत्र की मर्यादा का सम्मान करना चाहिए। अयोध्या सिर्फ सीमित क्षेत्र नहीं है। अयोध्या में दरियाबाद, रुदौली, मिल्कीपुर है। यहां मेरे नाम का ऐलान होने के बाद मिठाइयां बंटने लगी थीं। सवाल: आप जीत को लेकर कितना आश्वस्त थे?
जवाब: मैं 100% आश्वस्त था। इस चुनाव में मोदी जी दो से तीन बार आए। चर्चा थी मोदी जी यहां से चुनाव लड़ेंगे। हम भी चाहते थे कि प्रधानमंत्री जी यहां से लड़ें। पीएम भी यहां से हार जाते। उन्होंने हिसाब-किताब लगवाया। इसलिए पीछे हट गए। सवाल: चुनाव जीतने के बाद किन-किन बड़े नेताओं के आपके पास फोन आए?
जवाब: मेरे पास कई बड़े नेताओं के फोन आए। सभी ने बधाई दी। मेरे नेता अखिलेश यादव जी तो मेरा टिकट फाइनल होने से 6 महीने पहले से लेकर चुनाव जीतने के बाद तक मेरे संपर्क में हैं। हमारी उनसे बात होती है। उनके नॉलेज में सब कुछ है। हम खुश हैं कि हमने अयोध्या जीती। सवाल: अब तक अखिलेश यादव रामलला के दर्शन करने नहीं आए, क्या अब अयोध्या आएंगे?
जवाब : ये सवाल ही नहीं उठता है। हमारे नेता बहुत पहले कह चुके हैं कि उनको इनवाइट नहीं किया गया। मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मेरा जन्म यहां हुआ है। जब मैं बीए में पढ़ता था। तब रोज दर्शन के लिए जाता था। राम के नाम का इस्तेमाल अवधेश प्रसाद के पापा-बाबा से लेकर चाचा दादा तक हुआ है। हमारे तो रोम-रोम में राम बसे हैं। मैं जीतने के बाद भी अयोध्या गया। हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, भाजपा वाले तो ढोंगी लोग हैं। सवाल: क्या चुनाव जीतने के बाद आपकी लल्लू सिंह बात हुई? जवाब : 1977 से लेकर आज तक जो कोई मेरे मुकाबले चुनाव लड़ता है। मैं अपनी सभा में उनका नाम तक नहीं लेता। मैं उनके खिलाफ कोई गलत टिप्पणी नहीं करता। हम सिर्फ नीतियों और उनके कार्यक्रम की आलोचना करते हैं। यह चुनाव मेरे लिए ऐतिहासिक है। लोगों ने निष्पक्ष रूप से मेरा समर्थन किया। मैं विरोधी को भी बधाई देता हूं कि अच्छे सहयोग से हम शांतिपूर्वक चुनाव लड़े। जनता ने अच्छा चुनाव लड़ा। सवाल: अयोध्या के विकास का आपका रोडमैप क्या होगा?
जवाब : मैं राम तो नहीं हो सकता हूं, लेकिन उनकी मर्यादाओं को पूरा करूंगा। अयोध्या मेरा क्षेत्र है। मेरी इच्छा है कि हिंदुस्तान के नक्शे पर ही नहीं, दुनिया में अयोध्या का विकास दिखे। इकरा हसन बोलीं-अपनी खोदी खाई में गिरीं स्मृति ईरानी:कैराना कैसे जीतीं, इसका खुलासा किया; ध्रुवीकरण और अपनी शादी पर भी दिया जवाब कैराना से जीतीं इकरा हसन यूपी से इकलौती मुस्लिम महिला सांसद हैं। लंदन से पढ़कर आईं इकरा पहली बार में ही सांसद बन गईं। उन्होंने भाजपा सांसद प्रदीप गुर्जर को 69116 वोटों से हराया। इकरा ने जीत के बाद पहली बार दैनिक भास्कर से बातचीत की। पढ़ें पूरा इंटरव्यू…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर